हरिद्वार, तीर्थ नगरी हरिद्वार में हरकी पैड़ी पर अमावस्या पर लोगों ने स्नान किया । हालांकि कम संख्या में लोग पहुंचे, लेकिन स्नान की वजह से हरकी पैड़ी पर पसरा सन्नाटा टूट गया। बड़ मावस और वट सावित्री का पर्व गुरुवार को घर-घर मनाया गया। पति के लंबे जीवन और सौभाग्य की कामना को लेकर महिलाओं ने दिन भर व्रत रखा। वट वृक्षों की पूजा और परिक्रमा कर परिवार में सभी प्रकार सुखों की कामना की गयी, सतयुग में इसी दिन सावित्री ने यमराज के पाश से अपने मृत पति सत्यवान के प्राण वापस पाए थे। वे वट वृक्ष के नीचे बैठकर यमराज से प्राण वापस लाईं और महासती का अलंकरण प्राप्त किया। उसी दिन की स्मृति में महिलाओं ने घर-घर बड़ मावस की कथा सुनी।
सौभाग्य की प्रतीक वस्तुओं के साथ फल मिष्ठान्न आदि का दान दिया गया। गुरुवार को हरिद्वार में हरकी पैड़ी पर अमावस्या का स्नान भी हुआ। हालांकि कम संख्या में लोग पहुंचे, लेकिन स्नान की वजह से हरकी पैड़ी पर पसरा सन्नाटा टूट गया।
साल का पहला सूर्यग्रहण 10 जून ज्येष्ठ मास की कृष्ण पक्ष की अमावस्या तिथि को है। इस दिन शनि जयंती भी है, इसलिए सूर्यग्रहण के साये पर शनिदेव का भी अद्भुत संयोग देखने को मिलेगा। हालांकि यह सूर्यग्रहण भारत के पूर्वोत्तर राज्य और जम्मू-कश्मीर में आंशिक रूप से दिखाई देगा। भारत में सूतक काल मान्य नहीं होगा। 148 वर्ष के बाद शनि जयंती के दिन सूर्यग्रहण पड़ रहा है।
Recent Comments