हरिद्वार (कुलभूषण), अगामी विधान सभा चुनावों के चलते हरिद्वार में राजनैतिक सरगर्मी तेज हो गयी है । जिसके चलते भाजपा कांग्रेस व आप पार्टी सहित विभिन्न पार्टियों से जुडे लोगों ने अपनी सक्रियता तेज कर दी है। जिसके चलते इन दिनों कांग्रेस व भाजपा दोनों ही दलों के नेता एक दूसरे की विचार धारा से जुडे लोगों को अपनी अपनी पार्टी में लाकर अपना कुनबा बढ़ाने में लगे है। वही प्रदेश में अपनी राजनैतिक जमीन तैयार करने में लगी आम आदमी पार्टी भी भाजपा व कांग्रेस पर राजनैतिक हमला बोल तथा समस्याओं के माध्यम से इन दोनों दलो पर हमला बोलने का कोई मौका नहीं छोड़ जनता के बीच अपना स्थान बनाने की दिशा में अग्रसर है।
एक तरफ जहां कांग्रेस इस बार हरिद्वार विधान सभा सीट को जीतने के लिए जमीनी स्तर पर तैयारियों में लगी है। वही भाजपा इस सीट पर अपना कब्जा बनाये रखने के लिए जनता के बीच जाने की तैयारी में है। इस सीट पर भाजपा के प्रदेष अध्यक्ष मदन कौशिक लगातार चौथी बार यहां से विधायक है।
राजनैतिक गलियारों में चल रही चर्चाओ के अनुसार इस बार भाजपा से पार्टी के एक बडे कददावर नेता के पुत्र को चुनावी समर में उतारे जाने की चर्चाए जोरों पर है। वही कांग्रेस की तरफ से पूर्व नगर पाालिकाध्यक्ष सतपाल ब्रहमचारी व दो बार के सभासद रहे व मेयर प्रतिनिधि अशोक शर्मा का नाम प्रमुखता से चर्चा में है। सतपाल ब्रहमचारी को जहा पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत के नजदीकी माना जाता है। वही अशोक शर्मा की पत्नी हरिद्वार से मेयर होने के चलते तथा लम्बे समय से जनता के बीच रहकर अपने कार्यो के आधार पर दावेदारी कर रहे है।
इस बार हरिद्वार सीट पर रोचक मुकाबला होने के कयास लगाये जा रहे है। भाजपा के लिए जहां इस सीट को बचाने के लिए कडी चुनौति होगा वही कांग्रेस इस बार भाजपा को मात देकर सीट जीतने के लिए कोई कसर नही छोडती दिख रही है। भाजपा व कांग्रेस दोनों ही दलों में गुटबाजी को नकारा नहीं जा सकता है।
भाजपा में जहां इस सीट पर वनमैन शो प्रदेश अध्यक्ष का प्रभूत्व माना जा रहा है वही उनके विरोधी खेमा उनके सामने टिकता नजर नहीं आता है। परन्तु पिछले कुछ समय से राजनैतिक समीकरणों के चलते विरोधी खेमें इस सीट पर वर्तमान विधायक का विकल्प तलाशने में लगे है। वही काग्रेस पूर्व प्रदेश अध्यक्ष प्रीतम सिंह व पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत खेमें में बटी दिखती है। ऐसे में आने वाले दिनों में हरिद्वार का राजनैतिक पारा तेजी से बढ़ने के कयास लगाये जा रहे है।
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