नयी दिल्ली, । बेहतर मांग और निर्माण की ऊंची लागत के कारण चालू साल की जनवरी-मार्च तिमाही में दिल्ली-एनसीआर में घरों के दाम सबसे ज्यादा 16 प्रतिशत बढ़े हैं. रिपोर्ट के मुताबिक रियल्टी कंपनियों के निकाय क्रेडाई, रियल एस्टेट सलाहकार कोलियर्स तथा डेटा विश्लेषण कंपनी लियासेस फोरास ने तैयार की है जिसे बुधवार को जारी किया गया. इनमें देश के शीर्ष आठ शहरों में 2023 की पहली तिमाही में आवास कीमतों की जानकारी दी गई है.
रिपोर्ट के अनुसार, शीर्ष आठ शहरों में घरों की कीमतें साल-दर-साल आधार पर आठ प्रतिशत बढ़ी हैं. जनवरी-मार्च तिमाही में दिल्ली-एनसीआर में घरों के दाम सबसे अधिक 16 प्रतिशत बढ़े हैं. इसके बाद क्रमश: कोलकाता और बेंगलुरु में 15 प्रतिशत और 14 प्रतिशत की वृद्धि हुई है. रिपोर्ट में कहा गया है कि दिल्ली-एनसीआर में आवास कीमतें पिछली 11 तिमाहियों से लगातार बढ़ रही हैं. विशेषरूप से द्वारका एक्सप्रेसवे पर दाम 59 प्रतिशत बढ़े हैं. इसकी मुख्य वजह सेंट्रल पेरिफेरल रोड को खोलना और द्वारका एक्सप्रेसवे को राष्ट्रीय राजमार्ग-8 से जोडऩे वाला लूप है.
इसी तरह गोल्फ कोर्स रोड, गुरुग्राम में आवास कीमतें सालाना आधार पर 42 प्रतिशत बढ़ी हैं. गोल्फ कोर्स रोड पर घरों के दाम एनसीआर क्षेत्र में सबसे ऊंचे हैं. यहां घर दिल्ली से महंगे हो गए हैं. आंकड़ों के अनुसार, अहमदाबाद में आवास कीमतें इस साल जनवरी-मार्च के दौरान 11 प्रतिशत बढक़र 6,324 रुपये प्रति वर्ग फुट पर पहुंच गईं. बेंगलुरु में कीमतें 14 प्रतिशत बढक़र 8,748 रुपये प्रति वर्ग फुट हो गईं, जबकि चेन्नई में चार प्रतिशत की मामूली वृद्धि के साथ 7,395 रुपये प्रति वर्ग फुट हो गईं.
हैदराबाद में आवासीय संपत्तियों के दाम 13 प्रतिशत बढक़र 10,410 रुपये प्रति वर्ग फुट हो गए. कोलकाता में आवास कीमतें 15 प्रतिशत बढक़र 7,211 रुपये प्रति वर्ग फुट हो गईं. दिल्ली-एनसीआर में आवास कीमतें 16 प्रतिशत बढक़र 8,432 रुपये प्रति वर्ग फुट हो गईं. पुणे में घरों के दाम 11 प्रतिशत की वृद्धि के साथ 8,352 रुपये प्रति वर्ग फुट पर पहुंच गए. हालांकि, मुंबई महानगर क्षेत्र (एमएमआर) में कीमतें दो प्रतिशत घटकर 19,219 रुपये प्रति वर्ग फुट पर आ गई. लियासेस फोरास के प्रबंध निदेशक पंकज कपूर का मानना है कि आने वाले समय में घरों के दाम में मामूली बढ़ोतरी होगी.
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