Tuesday, May 7, 2024
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सत्रहवीं उत्तराखण्ड राज्य विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी कांग्रेस का आयोजन 10 से 12 फरवरी तक

उत्तराखंड राज्य विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी परिषद् (यूकॉस्ट) द्वारा हिमालयन एनवायर्नमेंटल स्टडीज एंड कंज़र्वेशन (हेस्को) एवं उत्तराखंड जैवप्रौद्योगिकी परिषद् (यू0सी0बी0) के समन्वय में प्रथम ग्रामीण विज्ञान कांग्रेस एवं सत्रहवीं राज्य विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी कांग्रेस का आयोजन अपने विज्ञान धाम परिसर में दिनांक 10 से 12 फरवरी तक किया जा रहा है। उत्तराखंड प्रेस क्लब में आयोजित संवाददाता सम्मलेन में यूकॉस्ट महानिदेशक प्रो दुर्गेश पंत तथा हेस्को संस्थापक पढ़भूषण डॉ अनिल जोशी ने कार्यक्रम की रूपरेखा तथा उनकी प्रासंगिकता पटल पर रखी। कांग्रेस का उद्घाटन माननीय मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी करेंगे। प्रो पंत ने बताया कि देश में पहली बार अपनी तरह की ग्रामीण विज्ञान कांग्रेस का आयोजन यूकॉस्ट कर रहा है, जिसमें ग्रामीण एवं पहाड़ी अंचल के विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी आधारित विकास के मुद्दों पर गहन विमर्श होगा। प्राइड ऑफ़ उत्तराखंड एक्सपो में कास्तकारों, स्वयंसेवी संथाओं, तथा शोध एवं विकास संसथान अपनी स्टाल पर अपनी गतिविधियों एवं विकास के कार्यक्रम का प्रदर्शन करेंगे। इसके साथ पूर्व की भांति इस वर्ष राज्य की सत्रहवीं विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी कांग्रेस भी आयोजित की जा रही है, जिसमें राज्य में संचालित शोध एवं विकास के विषयगत पेपर्स को देश और दुनिया के ख्यातिलब्ध विषय विशेषज्ञों के सम्मुख पढ़ा जायेगा जिनमें से आंकलन के बाद “युवा वैज्ञानिक पुरस्कार“ तथा “यंग इनोवेटर पुरस्कार“ प्रदान किये जायेंगे। साथ ही अन्य ब्रेन स्टॉर्मिंग सेशंस के अलावा उन्नत कृषि के सौर ऊर्जा संचालित हाइड्रोपोनिक्स सेट-अप एवं इसके लिए मोबाइल ऐप तथा क्यू-आर आधारित बायोडायवर्सिटी पार्क का उद्घाटन भी माननीय मुख्यमंत्री द्वारा किया जायेगा।
इस अवसर पर डॉ जोशी ने बताया कि ग्रामीण विज्ञान कांग्रेस में ग्रामीण आजीविका; ग्रामीण सूचना विज्ञान एवं संचार; ग्रामीण नवाचार एवं प्रौद्योगिकी; ग्रामीण उद्यमी, स्टार्ट-अप्स एवं मार्किट लिंकेजेज ग्रामीण पारम्परिक ज्ञान प्रणाली; तथा ग्रामीण संस्कृति एवं पर्यटन आदि विषयों पर मंथन होगा। ग्रामीण विषयों पर आयोजित एक अन्य कार्यक्रम “संवाद“ में ग्राम चौपाल, मिलेट्स तथा सकल पर्यावरण उत्पाद (जी0ई0पी0) आदि पर होने वाला संवाद भी महत्वपूर्ण होने जा रहा है। वर्ष 2023 को इंटरनेशनल ईयर ऑफ़ मिलेटस के रूप में मनाया जा रहा है। इसलिए इस वर्ष की विज्ञान कांग्रेस में यूकॉस्ट ने कोदा, झंगोरा, रामदाना तथा अन्यान्य पहाड़ी अनाजों एवं दालों को प्रोत्साहन देने के लिए मिलेट महोत्सव आयोजित करने का तय किया है।
प्रो पंत ने स्कूलों कॉलेजों तथा आमजन का आह्वान किया कि इस अवसर का आयोजित प्राइड ऑफ़ उत्तराखंड एक्सपो का भ्रमण कर राज्य में हो रहे विकास एवं विभिन्न परियोजनाओं से रूबरू हों। सांयकाल में विभिन्न लोक-नृत्य एवं संगीत के कार्यक्रम भी विज्ञान कांग्रेस के दौरान आयोजित किये जायेंगे।

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