हरिद्वार 16 दिसम्बर (कुलभूषण) गुरूकुल कांगडी समविश्वविद्यालय को भारत सरकार के नेशनल मेडिसन प्लांट बोर्ड आयुष मंत्रालयद् द्वारा औषधीय एवं सुगंधित पौधो के संरक्षण व संवर्धन के लिए 21ण्6 लाख का अनुदान स्वीकृत किया है। इस प्रोजेक्ट के लिए प्रो सत्येन्द्र राजपूत को प्रिंसिपल इंस्वेस्टीगेटर तथा डा संदीप कुमारए डा दीनदयाल व विनोद नौटियाल को इंवेस्टीगेटर नियुक्त किया गया है।
प्रोजेक्ट के प्रिंसिपल इंवेस्टीगेटर प्रो सत्येन्द्र राजपूत ने प्रोजेक्ट संबन्धित प्रपत्र कुलपति प्रो रूपकिशोर शास्त्री को सौपते हुए इस प्रोजेक्ट के बारे में विस्तार से जानकारी दी । इस मौके पर विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो शास़्त्री ने कहा कि विश्वविद्यालय द्वारा औषधीय पौधो व वनस्पति के संरक्षण के क्षेत्र में व्यापक कार्य किया जा रहा हैए जिसके चलते विश्वविद्यालय के भेषज विज्ञान विभाग द्वारा विगत समय में औषधीय पादप महाकुम्भ का आयोजन किया गया थाए जोकि औषधीय व अन्य सुगन्धित पौधों के संरक्षण के क्षेत्र में महत्वपूर्ण साबित हुआए जिसमें देश.विदेश के विभिन्न जाने.माने वैज्ञानिकों ने वनस्पतिय व सुगन्धित पौधों के संरक्षण के बारे में गहन चिन्तन व मंथन कर अपने अनुभव साझा किए। भारत सरकार द्वारा दिए गए इस प्रोजेक्ट से निश्चय ही आने वाले समय में विश्वविद्यालय को हर्बल पार्क विकसित कर औषधीय पौधों के संरक्षण पर विशेष कार्य किए जाने में कार्य योजना को बल मिलेगा।
इस मौके पर विश्वविद्यालय के कुलसचिव डा0 सुनील कुमार ने कहा कि गुरुकुल कांगड़ी विश्वविद्यालय निरन्तर औषधीय व वनस्पतिय पौधों के संरक्षण के लिए कार्य करता रहा है। भारत सरकार द्वारा मिले इस प्रोजेक्ट के माध्यम से सुदुर हिमालयी क्षेत्रों व आस.पास के क्षेत्रों में मिलने वाले औषधीय व सुगंधित पौधों के संरक्षण व संवर्द्धन के लिए और अधिक गति से कार्य करने की दिशा में अवसर उपलब्ध होंगे।
प्रिंसिपल इंवेस्टीगेटर प्रो सत्येन्द्र राजपूत ने कहा कि औषधीय व सुगंधित पौधों के संवर्द्धन व संरक्षण की दिशा में कार्य करने के लिए विश्वविद्यालय में व्यापक स्तर पर वाटिकाएं विकसित की जाएगीए जिससे कि क्षेत्र में पाए जाने वाले वाली विभिन्न वनस्पतियों का संरक्षण किया जा सके।
इस अवसर पर विश्वविद्यालय के वित्ताधिकारी प्रो0 वी0के0 सिंह प्रो0 सत्यदेव निगमालंकार पूर्व वित्ताधिकारी राजीव तलवार अमित धीमान रमेश चन्द्र आदि ने प्रो0 सत्येन्द्र कुमार को बधाई दी।
एचईसी में मनाया गया विजय दिवस
हरिद्वार 16 दिसम्बर (कुलभूषण) एचईसी ग्रुप आॅफ इंस्टीट्यूशन्स, जगजीतपुर हरिद्वार में विजय दिवस मनाया गया। कार्यक्रम का शुभारम्भ संस्थान के डायरेक्टर डा0 अंशुल शर्मा व बतौर चीफ गैस्ट जल सेना के रिटायर्ड कमाण्डर ए के चैधरी द्वारा संयुक्त रूप से दीप प्रज्जवलित कर किया गया। कमाण्डर चैधरी ने अपने सम्बोधन में कहा कि यह दिवस भारत की पाकिस्तान से 1971 में हुए युद्ध की विजय गाथा व पाकिस्तानी सेना द्वारा हिन्दुस्तान की सेना के समक्ष आत्मसमर्पण को भी दर्शाता है। यह दिवस इतिहास की ऐसी राष्ट्र्ीय धरोहर है जिसका ज्ञान सभी भारतवासियों को होना चाहिए।
कार्यक्रम के दौरान संस्थान के डायरेक्टर डा0 अंशुल शर्मा व प्राचार्या डा0 मौसमी गोयल ने भी अपने विचार रखें। मंच संचालन शुभांग वालिया ने किया।
अंत में भारतीय सेना के जवानों की शहीदी के उपलक्ष्य में दो मिनट का मौन रखा गया व ध्वजारोहण के साथ ही छात्रों व सभी स्टाॅफगणों ने राष्ट्र् गान में भाग लिया।
कार्यक्रम में उमराव सिंह डा तृप्ति अग्रवाल वर्णिका नागर रितु मोदी, दीपशिखा जया उप्रेती रश्मि सक्सेना गौरव भूषण, शुभम जोशी, अनु सिंह जया उप्रेती आदि उपस्थित थे।
ऋषि संस्कृत महाविद्यालय के छात्रों ने गीता प्रतियोगिता में सर्वोत्कृष्ट स्थान किया प्राप्त
हरिद्वार 16 दिसम्बर (कुलभूषण) ऋषि संस्कृत महाविद्यालय खड़खड़ी हरिद्वार के छात्रों ने गीता जयंती के उपलक्ष्य में प्रदेश स्तरीय गीता प्रतियोगिता में सर्वाेत्कृष्ट स्थान प्राप्त कर संस्था का ही नहीं तीर्थ नगरी हरिद्वार का भी गौरव बढ़ाया। साधना सदन कनखल हरिद्वार द्वारा आयोजित श्रीमद भगवत गीता जयंती समारोह में प्रदेश स्तरीय गीता पाठ प्रतियोगिता में संपूर्ण गीता कंठपाठ प्रतियोगिता में उत्तर मध्यमा प्रथम खंड के छात्र ऋषभ जोशी ने प्रथम स्थान प्राप्त किया, पूर्व मध्यमा द्वितीय खंड के छात्र भूपेश उप्रेती ने प्रथम अध्याय कंठ पाठ प्रतियोगिता में प्रथम स्थान प्राप्त किया, पूर्व मध्यमा प्रथम खंड के छात्र लकी मिश्रा ने द्वितीय स्थान प्राप्त किया तथा मनीष भट्ट, हितेश तिवारी, हरीश शर्मा व भरत शर्मा ने सांत्वना पुरस्कार प्राप्त किये।
छात्रों द्वारा प्रदेश स्तरीय प्रतियोगिता में उत्कृष्ट प्रदर्शन को देखकर संस्था अध्यक्ष रामकृष्ण महाराज ने छात्रों को साधुवाद दिया और नित्य गीता पाठ करने की प्रेरणा दी। प्राचार्य डाॅ. भारत नंदन चैबे ने अध्यापकों द्वारा किए गए सहयोग की सराहना करते हुए छात्रों की लगन को श्रेय दिया।
फेडरल यूनिवर्सिटी ब्राजील व गुरूकुल कांगडी सम विश्वविद्यालय के मध्य हुआ रिसर्च कोलेबोरेशन
हरिद्वार 16 दिसम्बर (कुलभूषण ) नार्थ ब्राज़ील की सबसे बड़ी यूनिवर्सिटी एफ़ेडरल यूनिवर्सिटी ऑफ पारा का गुरुकुल कांगड़ी डीम्ड टू बी यूनिवर्सिटी एहरिद्वार के साथ रिसर्च एकल्चर एवं हायर एजुकेशन के छैत्र मे कोपरेशन एग्रीमेंट डॉक्यूमेंट रिलीज़ किया गया। ब्राज़ील में आयोजित इस अन्तर्राष्ट्रीय मीटींग मे फ़ेडरल यूनिवर्सिटी ऑफ़ पारा द्वारा अन्तर्राष्ट्रीय पक्षी वैज्ञानिक प्रोफेसर एमेरिटस दिनेश चंद्र भट्ट को आमंत्रित किया गया था। इस सन्दर्भ मे प्रोफेसर दिनेश भट्ट ७ दिसंबर से १२ दिसंबर २०२१ तक ब्राज़ील की यात्रा पर थेण् एग्रीमेंट डॉक्यूमेंट को फ़ेडरल यूनिवर्सिटी के अन्तर्राष्ट्रीय सहयोग कोर्डिनेटर प्रोफेसर जो मार्सेलो द्वारा प्रोफेसर दिनेश भट्ट को प्रदान किया गया।
उक्त मीटिंग में जर्मन रिसर्च फाउंडेशन ; डी फ जी व डाड द्ध तथा अन्य फंडिंग एजेंसी के प्रतिनिधियों की उपस्तिथि मे तीन विश्वविद्यालयों ; भारत की गुरुकुल कांगड़ीए रूस की चुवाश यूनिवर्सिटी व मैक्सिको की यू जे इ डी यूनिवर्सिटी के साथ फ़ेडरल यूनिवर्सिटी ऑफ़ पारा का कोलबोरशन . एग्रीमेंट एवं सयुक्त रूप से कार्य करने की रणनीति पर विचार विमर्श हुआ। प्रारम्भ मे बायोकॉस्टिक्स एजैवविविधता ए हिमालयन इकोलॉजी व मैंग्रोव संरक्षण पर ध्यान केंद्रित किया जायेगा। प्रोफेसर दिनेश भट्ट ने बताया कि ब्राज़ील व भारत दोनों ही जैवविविधता की दृष्टि से विश्व के मेगा बायोडायवर्सिटी देशों में शामिल है। भारत में हिमालय एतटीय प्रदेश एवर्षा वन सहित अनेक प्रकार की भौगोलिक संरचना है एइसी प्रकार विश्व प्रसिद्ध अमेज़न फारेस्ट व अटलांटिक ओसियन से घिरे तटीय प्रदेश ब्राज़ील को जैवविविधता प्रदान करते हैं।
सूच्य है कि गुरुकुल कांगरी विश्वविद्यालय के मान्य कुलपति प्रोफेसर रूप किशोर शास्त्री विश्वविद्यालय के प्रोफेसरो को देश विदेश के प्रतिस्थानो से रिसर्च कोलैबोरेशन हेतु प्रेरित करते रहते हैं ताकि शिक्षा व् शोध की गुणवत्ता अंतर्राष्ट्रीय स्तर की हो। उनके इसी सद्प्रयास की श्रंखला मे ब्राज़ील यूनिवर्सिटी से किया गया यह अनुवन्ध मील का पत्थर साबित होगा।
प्रोफसर दिनेश भट्ट के अनुसार गुरुकुल वि वि व ब्राज़ील वि वि के बीच इस ऍम ओ यू से शोध छात्र .छात्राओं को ग्लोबल स्तर पर कई अनछुए पहलुओं पर विस्तार से कार्य करने का अवसर प्राप्त होगा। इस ऍम ओ यू को सफल बनाने में जंतु एवं पर्यावरण विज्ञान विभाग के अध्यक्ष प्रोण् डी एस मलिकएसंकाय के डीन प्रो नवनीतए डीन रिसर्च प्रो आर सी दुबे एइ ए आई सी कोऑर्डिनेटर प्रो वी के सिंह एकुलसचिव डाण्सुनील ने अपनी अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
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