मुनस्यारी, चीन सीमा से सटे सीमांत के आठ गांवों को गुलाब की खेती सहित अन्य रोजगार परक खेती एवं उद्यान के लिए तैयार करने के लिए ग्रास रूट पर बैठके हुई। दुरुस्त के तीन गांवों में इन बैठकों के साथ स्वास्थ्य शिविर लगाकर 317 मरीजों का उपचार कर नि: शुल्क दवा वितरण किया गया।
जिला पंचायत सदस्य जगत मर्तोलिया की मौजूदगी में ग्राम पंचायत जलथ, सुरिंग, सरमोली, हरकोट, पापड़ी, क्वीरीजिमिया, सांईपोलू, ढ़िमढ़िमिया में ग्राम पंचायत की बैठक हुई। बैठक में हिमाचल की तरह इस क्षेत्र को भी रोजगार के आधार पर खड़ा करने का संकल्प लिया गया।
बैठकों में गुलाब, हल्दी, अदरक, कीवी, तेजपत्ता, बुरांश, घास, मछली एवं मुर्गी पालन आदि स्वरोजगार पर खुली बहस की गई।
जिला पंचायत सदस्य जगत मर्तोलिया ने कहा कि पहले लोगों को स्वरोजगार के लिए जागरूक करना बेहद जरूरी है। उन्होंने कहा कि इस क्षेत्र में उल्लेखनीय कार्य करने वाले महिला स्वयं सहायता समूह तथा सरकारी कार्मिकों को जिला पंचायत द्वारा सम्मानित किया जाएगा।
बैठक में महिला स्वयं सहायता समूहों से खेती एवं उद्यान के लिए तत्काल मांग पत्र भेजकर अपने गांव की बुकिंग कराने की अपील की गई।
क्षेत्र के दुरस्त क्षेत्र क्वीरीजीमिया,
सांईपोलू, ढ़िमढ़िमिया 21किमी की पैदल यात्रा कर पहुंचने के बाद जिला पंचायत सदस्य जगत मर्तोलिया की निगरानी में मेडिकल कैंप लगाया गया। जिसमें रोगियो का स्वास्थ्य उपचार किया गया।
दवा मिलने पर ग्रामीण खुश नजर आए। स्वास्थ्य शिविर में फार्मासिस्ट बीरेंद्र सिंह सयाना, सीएचओ गीता पापड़ा, पूजा फिरमाल, एएनएम बबीता, गीता ने मुख्य भूमिका निभाई।
बैठकों में जलथ की ग्राम प्रधान दीपा, सुरिंग की प्रधान ललिता मर्तोलिया, सरमोली के क्षेत्र पंचायत सदस्य केएस सुमत्याल, हरकोट के ग्राम प्रधान, पापड़ी की क्षेत्र पंचायत सदस्य पुष्पा देवी, क्वीरीजीमिया के ग्राम प्रधान गजेन्द्र सिंह क्वीरीयाल, सांईपोलू के ग्राम प्रधान रमेश नेगी, ढ़िमढ़िमिया की क्षेत्र पंचायत सदस्य कविता, ग्राम प्रधान रमेश सिंह नेगी, राजकीय प्राथमिक विद्यालय के शिक्षक किशन सिंह दानू आदि मौजूद रहे।
एक बार फिर क्षेत्रीय जनता 17 मई को तहसील मुख्यालय में मोटर सड़क दो के नारे के साथ की करेगी विशाल प्रदर्शन
पिथौरागढ़ (मुनस्यारी), तीन ग्राम पंचायतों की जनता आजादी के 75 साल बाद भी मोटर मार्ग की सुविधा नहीं मिलने से नाराज होकर 17 मई को तहसील मुख्यालय में मोटर सड़क दो के नारे के साथ विशाल जुलूस निकाल कर प्रदर्शन करेगी। जिसकी जोरदार ढंग से तैयारी की जा रही है। तहसील के अंतर्गत आने वाले ग्राम पंचायत क्वीरीजिमिया ,सांईपोलू, ढ़िमढ़िमिया आज भी एक अदद मोटर मार्ग से वंचित है।
क्वीरीजिमिया के लोग तो दो बार चुनाव बहिष्कार भी कर चुके है। उसके बाद भी सरकार गहरी नींद में सोई हुई है।
तीनों ग्राम पंचायतों की 2285 की जनसंख्या आज भी 15 से 20 किमी पैदल चलने के लिए मजबूर है। इन गांवों में आलू, राजमा के साथ ही सब्जी का उत्पादन होता है, लेकिन सड़क नहीं होने के कारण किसानों का उत्पादन सड़क तक नहीं पहुंच पाता है।
कड़ी मेहनत के बाद भी किसानो को अपने खेतीहर उत्पादों का लाभ नहीं मिल पा रहा है।
जिला पंचायत सदस्य जगत मर्तोलिया ने जिलाधिकारी, लोनिवि के अधिकारियों को उक्त आंदोलन को सूचना दे दी है। उन्होंने कहा कि अब सड़क निर्माण का मार्ग प्रशस्त होने तक आंदोलन जारी रहेगा। कहा कि भाजपा की पूर्व की पांच साल तक चली सरकार ने इस विधानसभा क्षेत्र में एक इंच भी नयी सड़क का निर्माण नहीं किया।
उन्होंने कहा कि तीनों ग्राम पंचायतों के ग्राम प्रधान, क्षेत्र पंचायत सदस्य, वार्ड मैम्बर्स को आंदोलन को सफल बनाने के लिए संयोजक बनाया गया है।
मर्तोलिया ने कहा कि सड़क की मांग को लेकर प्रस्तावित आंदोलन ऐतिहासिक होगा। सरकार नहीं मानी तो तीनो ग्राम पंचायतों में सामूहिक भूख हड़ताल किया जायेगा।
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