रानीखेत, केंद्रीय विद्यालय रानीखेत में शिक्षा ग्रहण कर देश के विभिन्न क्षेत्रों में अपनी प्रतिभा का लौहा मना रहे पूर्व छात्रों ने विद्यालय में अनोखी पहल की, जिसके तहत साठ वर्ष के अंतराल में पहली बार पूरे उत्साह ,जोश एवं विद्यालय के प्रति सम्मान प्रदर्शित करते हुए इन पूर्व छात्रों ने पहला
सम्मेलन आयोजित किया गया। सम्मेलन में शामिल पूर्व छात्र-छात्राओं ने इस मौके पर अपने अनुभव बांटे और विद्यालय में गुजारे खट्टे-मीठे पलों को याद किया।
पूर्व छात्र सम्मेलन में आज वर्षों बाद अपने विद्यालय पहुंचे पूर्व छात्रों में विद्यालय गेट के भीतर प्रवेश करते ही अपने शालेय जीवन को लेकर भावुकता स्वाभाविक थी।कोई अपने सहपाठियों को तलाश कर गले लग रहा था तो कोई पूर्व शिक्षकों से मिलकर उन्हें प्रणाम कर उनका हालचाल जान रहा था तो किसी की आंखें अपने कक्षा-कक्षों को तलाश रही थी जहां उन्होंने जिंदगी जीने का ककहरा सीखा था।सभी अपने अध्ययन,संस्कार और सभ्यता की पाठशाला को पाकर ऐसे चहक रहे थे मानों जीवन में बचपन ने दोबारा दस्तक दी हो।ये चहक, ये पुलक, स्वाभाविक भी थी आखिर विद्यालय के बने रिश्ते ऐसे अटूट होते हैं कि ता-जीवन तस्वीर के सदृश आंखों में घूमते रहते हैं। पूर्व छात्र अपने सहपाठियों को पाकर न सिर्फ मोबाइल से दनादन इस लम्हों को कैद कर रहे थे अपितु विद्यालयी दौर की अद्भुत मित्रता,गलतियां,नादानियां, खतरनाक किस्म के झगडे़,मासूमियत,पिटाई,सबक,स्नेह ,मार्गदर्शन, पर चटकारी चर्चा कर रहे थे।
सभी अतिथियों ,पूर्व छात्रों का स्वागत विद्यालय के बच्चों ने पुष्प वर्षा के साथ किया।पूर्व छात्र सम्मेलन का विधिवत शुभारम्भ मुख्य अतिथि विद्यालय के वर्ष 1962 सत्र के विद्यार्थी रहे क्रमशःश्री अगस्त लाल साह, श्री
प्रयाग सिंह रावत एवं श्री हर्ष सिंह धानिक और 1967 सत्र के सर्वोच्च अंक प्राप्त करने वाले विद्यार्थी रहे श्री बहादुर सिहं बिष्ट साथ में विशिष्ट अतिथियों क्रमशः श्री के के दीक्षित, श्री ललित सिराड़ी, श्री एस के त्रिपाठी सभी पूर्व प्राचार्य श्री बीएस सजवान पूर्व शिक्षा अधिकारी ,श्रीमती रेवती पूर्व मुख्य अध्यापिका, सुश्री माला तिवारी प्राचार्य केंद्रीयविद्यालय अल्मोडा ,श्री रवींद्र बिष्ट प्राचार्य केंद्रीय विद्यालय कौसानी एवं पूर्व विधायक तथा प्रदेश कांग्रेस कमेटी अध्यक्ष श्री करन माहरा ने दिए प्रज्वलित कर किया।
दीपप्रज्ज्वलन के वक्त संस्कृत पाठशाला राम मंदिर रानीखेत के आचार्य दुर्गेश्वर दत्त त्रिपाठी एवं उनके
पांच छात्रों ने मंगलाचरण एवं स्वस्ति वाचन किया। कुमाऊं रेजिमेंटल सेंटर रानीखेत के बैंड ने लोक गीत बेडू पाको..सहित अन्य गीतों से सभी को मंत्र मुग्ध किए रखा। विद्यालय के बच्चों ने तिथियों के स्वागत में सुमधुर स्वागत गीत प्रस्तुत किया।
प्राचार्य श्री सुनील कुमार जोशी एवं विद्यालय परिवार ने सभी मुख्य अतिथियों, सम्मानित अतिथियों एवं
पूर्व छात्रों को प्रतीक चिन्ह भेंट किए तथा पूर्व प्राचार्य एवं शिक्षकों को शाॅल भेंट किये गये।
अपने छात्र जीवन के अनुभव साझा करते हुए पूर्व छात्र श्री करन माहरा ने कहा कि इस विद्यालय के शिक्षकों ने ही उन्हें गढा़ है।आज वह जहां भी पहुंचे है इस विद्यालय और शिक्षकों के मार्गदर्शन का कारण ही पहुँच पाए है। विद्यालय ने उन्हें खेल, सांस्कृतिक सभी गतिविधियों में शामिल होने का अवसर दिया।श्री माहरा ने पूर्व शिक्षकों को आदर के साथ याद करते हुए उनके अनुशासन को जीवन सुधारने वाला बताया। साथ ही विद्यालय परिवार को इस वृहद सफल आयोजन के लिए
धन्यवाद दिया। अन्य सभी पूर्व छात्र-छात्राओं ने भी अपने अनुभव सबके साथ बाटें।
कार्यक्रम में मंच संचालन विद्यालय की वरिष्ठ अंग्रेजी अध्यापिका सुश्री मंजूपांडे ने किया।संपूर्ण
कार्यक्रम की रूपरेखा श्री गौरव मिश्रा संगणक विज्ञान शिक्षक ने की ।अंत में वरिष्ठ शिक्षक संजय रावत ने सभी का आभार ज्ञापित किया।
Recent Comments