चिन्यालीसौड़, उत्तरकाशी में विश्वनाथ पूर्व सैनिक कल्याण समिति की ओर से आयोजित सैनिक दीपावली मेले में ढोल वादकों ने समां बांध दिया। शुक्रवार शाम हुई ढोल सागर प्रतियोगिता में ढोल वादकों ने एक से बढ़कर एक प्रस्तुतियां दीं। उनकी ढोल की थाप से दर्शक झूमते नजर आए।
देश में कोरोना काल के चलते तीन वर्ष बाद रामलीला मैदान में आयोजित सैनिक दीपावली मेला आकर्षण का केंद्र बना हुआ है। इसमें शुक्रवार को गाजणा भेटियारा, मुस्टिकसौड़, चिन्यालीसौड़, ज्ञाणजा, धनारी, बरसाली, गजोली व भंकोली से पहुंची सात टीमों ने प्रतिभाग किया।
इस अवसर पर पूर्व राष्ट्रपति ज्ञानी जैल द्वारा पुरस्कृत ढोल वादक उत्तम दास ने भी अपनी प्रतिभा का परिचय दिया। उन्होंने चौंतरी धूएल, पांडव नृत्य ताल, भगवती जागरण, भगवन शिव तांडव स्त्रोत्र ताल, मंगल बढ़ई ताल, भैरवी ताल, चैतुली ताल, ढोल दमाऊं द्वारा 33 करोड़ देवी-देवताओं के विसर्जन ताल की शानदार प्रस्तुति दी। इस दौरान आयोजित ढोल सागर प्रतियोगिता में दिचली पट्टी चिन्यालीसौड़ के ढोल वादक प्रथम स्थान पर रहे। वहीं भंकोली असी गंगा घाटी दूसरे और साल्ड वरुणा घाटी तीसरे स्थान पर रही। वहीं भेटियारा गाजणा पट्टी चौथे, सिंगोट बरसाली पांचवें, बाड़ागड्डी छठे और उपरीकोट बरसाली सातवें स्थान पर रही। समिति में अध्यक्ष सूबेदार मेजर(सेनि.) विरेंद्र सिंह, संरक्षक सेनि. मेजर आएस जमनाल, मीडिया प्रभारी हवलदार गोपेश्वर प्रसाद भट्ट आदि मौजूद रहे। निर्णायक मंडल में उत्तम दास, राम सिंह राणा, विजेंद्र रहे।
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