देवप्रयाग (टिहरी), देवप्रयाग के पास थार के साथ अलकनंदा में गिरे पांच लोगों के शव बरामद कर लिए गए हैं। हादसे में सकुशल बची महिला का बेटा, उनकी छोटी बहन व उनके पति, तथा उनके दो बच्चों के शव अब से कुछ देर पहले नदी से बाहर निकाल लिए गए।
यह परिवार मूल रूप से चमोली जिले का रहने वाला है। वर्तमान में फरीदाबाद (हरियाणा) में रह रहा था। वह रिश्तेदारी में मेहंदी कार्यक्रम में शामिल होने आ रहे थे। सभी थार में सवार थे। बदरीनाथ हाईवे पर देवप्रयाग से करीब 15 किलामीटर श्रीनगर की तरफ बगवान के पास दुर्घटना हुई।
थार करीब ढाई सौ मीटर गहरी खाई में पलटने के बाद कार अलकनंदा नदी में समा गई। कार सवार एक महिला को रेस्क्यू कर लिया गया। उन्हें श्रीनगर बेस अस्पताल में भर्ती कराया गया है। तीन बच्चों समेत पांच अन्य के शव भी बरामद हो गए हैं।
थार सवारों में दो महिला व चार पुरुष शामिल हैं। इनमें महिला अनीता नेगी को रेस्क्यू किया गया है, जबकि महिला का बेटा आदित्य व महिला की छोटी बहन मीनू गुसाई, उसके पति सुनील गुसाई समेत दो बच्चों की मौत हो गई है।
जानकारी के मुताबिक सुबह तीन बजे के करीब महिला अनीता नेगी के निवास स्थल रुड़की से रवाना हुए थे। अनीता नेगी के दो बच्चे हैं, जबकि पति आर्मी हैं। अनीता अपनी बहन के परिवार के साथ बड़े बेटे को लेकर शादी समारोह में शामिल होने के लिए निकली थी। उनकी छोटी बेटी रुड़की में ही है।
मीनू नेगी व उसका परिवार फरीदाबाद में रहता है। गाड़ी मीनू के पति सुनील गुसाई चला रहे थे। ये दोनों बहनें अपनी मौसी के लड़के (भांजे) की शादी में शामिल होने के लिए जा रहे थे, तभी यह दुर्घटना हो गई। मृतकों में सुनील गुसाई निवासी फरीदाबाद, मीनू पत्नी सुनील, सुजल पुत्र सुनील गुसाई उम्र15 वर्ष, निक्कू 12 वर्ष, आदित्य पुत्र मदन सिंह उम्र 17 वर्ष शामिल हैं।
देवप्रयाग थानाध्यक्ष महिपाल सिंह रावत ने बताया कि शनिवार सुबह करीब पौने सात बजे स्थानीन लोगों की ओर थाना देवप्रयाग में फाेन के माध्यम से दुर्घटना की सूचना दी गई। देवप्रयाग से कीर्तिनगर की ओर करीब 15 से 16 किमी की दूरी पर बागवान से पहले यह हादसा हुआ है। जहां करीब 250 मीटर गहरी खाई में थार वाहन गिरा था।
घटनास्थल पर सड़क मार्ग ठीक और काफी चौड़ा है। थार वाहन सड़क पर लगे सीमेंट के पैराफिट को तोड़कर अनियंत्रित होकर खाई में गिरा था। संभवत: नींद की झपकी आने के कारण यह हादसा हुआ होगा। दुर्घटना में थार वाहन बुरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गया है। मौके से एसडीआरएफ की टीम ने महिला को रेस्क्यू कर लिया गया है।
जानकारी के अनुसार, हरिद्वार जिले के रुड़की की रहने वाली अनीता (उम्र 55 वर्ष), जो मूल रूप से चमोली की निवासी हैं, अपने परिवार के साथ धारी देवी दर्शन के लिए जा रही थीं। हादसे के वक्त गाड़ी में उनके साथ दो बच्चे, दो महिलाएं और एक पुरुष सवार थे। स्थानीय पुलिस और प्रशासन ने तुरंत मौके पर पहुंचकर अनीता को बचा लिया और उन्हें इलाज के लिए श्रीनगर के बेस अस्पताल भेज दिया।
हालांकि, अनीता ने बताया कि गाड़ी में बाकी पांच लोग अभी भी फंसे हुए हैं। पुलिस और एसडीआरएफ की टीमें रेस्क्यू अभियान में जुटी हैं, लेकिन गाड़ी के नदी में डूब जाने से बचाव कार्य में मुश्किलें आ रही हैं।
थाना प्रभारी महिपाल रावत ने बताया कि लापता पांच लोगों की तलाश जारी है और उन्हें निकालने के लिए हर संभव प्रयास किया जा रहा है।
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