(देवेन्द्र चमोली)
रुद्रप्रयाग-चारधाम देवस्थानम प्रबंधन अधिनियम 2019 भंग करने, कोविड के कारण स्थगित चारधाम यात्रा शुरु करने, व हिमांचल की तर्ज पर प्रदेश में भूमि अधिग्रहण कानून लागू करने की मॉग को लेकर आंदोलनरत तीर्थ पुरोहितों व हक हकूकधारियों ने सरकार को चेताने के लिये अब आगामी 13 सितम्बर को जनपद मुख्यालय पर धरना प्रदर्शन व महा रैली करने का मन बनाया है। जिसके लिये केदार सभा से जुड़े तीर्थ पुरोहितों व हक हकूकधारियों द्वारा ब्यापक जनसंपर्क किया जा रहा है। जनपद मुख्यालय पर होने वाली इस महा रैली में हजारों की सख्या में लोगो के जुटने का दावा तीर्थ पुरोहितों द्वारा किया जा रहा है।
विगत कई महीनों से चार धाम तीर्थ पुरोहित व हक हकूकधारी देवस्थानम बोर्ड को भंग किये जाने की मॉग को लेकर आंदोलनरत है। धरना प्रदर्शन व शासन प्रशासन से भी तीर्थ पुरोहितों की कई बार वार्ता हुई है लेकिन सरकार द्वारा तीर्थ पुरोहितों की मॉग को अनसुना किया जा रहा है। जनपद के तीर्थ पुरोहित व हक हकूकधारियों का कहना है कि चार धामों सहित 51 मंदिरों को चार धाम देवस्थानम प्रवंधन अधिनियम बनाकर सरकार ने हक हकूकधारियों व तीर्थ पुरोहितों के हको को छीनने का प्रयास किया है साथ ही सदियों से आ रही थार्मिक पंरपराओं को नष्ट करने का प्रयास किया जा रहा है। सरकार के रवैये से छुब्ध तीर्थ पुरोहित अब आर पार की लड़ाई के मूड़ मे है। 13 सितम्बर को प्रस्तावित महा रैली के लिये केदार सभा द्वारा केदारनाथ घाटी सहित जनपद में स्थानीय लोगों , जनप्रतिनिधियों, व राजनीतिक दलों से संपर्क कर सहयोग करने की अपील की गई है।
केदार नाथ तीर्थ पुरोहित समाज के अध्यक्ष विनोद प्रसाद शुक्ला, व महामंत्री कुबेर नाथ पोस्ती ने कहा कि कोविड के चलते बंद चारधाम यात्रा को भी सरकार शुरु करने से कतरा रही है। उन्होने दावा किया कि सरकार के जन विरोधी निर्णय के खिलाफ 13 सितम्बर को हजारों की सख्यां मे स्थानीय जनता व जनप्रतिनिधि महा रैली में भाग लेगें।
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