“मांगों के समर्थन में की नारेबाजी सरकार को दिया एक सप्ताह का अल्टीमेटम”
पिथौरागढ़, उत्तराखंड़ के त्रिस्तरीय पंचायत संगठन ने सोमवार को जिला मुख्यालय में पंचायत सदस्यों ने गरजते हुए कहा कि सरकार तत्काल 2 वर्ष का कार्यकाल बढ़ाने घोषणा कर बड़ा दिल दिखाए। सरकार को इसके लिए एक सप्ताह का अल्टीमेटम दिया गया है। सप्ताह के भीतर सरकार ने संगठन को वार्ता के लिए नहीं बुलाया तो संगठन देहरादून कूच की घोषणा करेगा। उन्होंने कहा कि हम टकराव नहीं चाहते है अगर सरकार ही सरकार ही टकराव चाहती है, तो फिर उसके लिए भी तैयार है। अपनी मांगों के समर्थन में पंचायत प्रतिनिधियों ने नारेबाजी करते हुए धरना स्थल पर प्रदर्शन भी किया।
जिले के आठ विकास खंडों से सैकड़ो की संख्या पहुंचे वार्ड मेंबर्स, ग्राम प्रधान, क्षेत्र पंचायत सदस्य तथा जिला पंचायत सदस्यों के अलावा मुनस्यारी के एकमात्र क्षेत्र प्रमुख ने आंदोलन में भाग लिया।
राज्यव्यापी आव्हान पर जिले के कोने-कोने से पहुंचे सदस्यों ने राज्य सरकार से अपनी एक सूत्रीय मांग पर तत्काल निर्णय लेने को कहा।
उन्होंने कहा कि इस मांग को पूर्ण करने में कोई भी कानूनी अड़चने सामने नहीं आ रही है।
उत्तराखंड में 1996 में गठित पंचायत का कार्यकाल 1 वर्ष 4 माह बढ़ाया गया। निर्वाचित प्रतिनिधियों को ही बड़े हुए कार्यकाल में कार्य करने का अवसर भी दिया गया है।
देश के विभिन्न राज्यों ने भी अध्यादेश लाकर पंचायत का कार्यकाल को बढ़ाया है।
उन्होंने कहा कि यह मांग कोई नहीं मांग नहीं है। धरना प्रदर्शन स्थल पर सरकार को चेतावनी देते हुए कहा गया कि अभी तक तो मांग के समर्थन में आंदोलन हो रहा है। अगर एक सप्ताह के भीतर राज्य सरकार ने संगठन को बातचीत के लिए आमंत्रित नहीं किया तो उसके बाद सरकार के खिलाफ पूरे प्रदेश में आंदोलन किया जाएगा।
उन्होंने कहा आंदोलन के बाद मुख्यमंत्री आसानी से प्रदेश का भ्रमण नहीं कर पाएंगे।
संगठन के कार्यक्रम संयोजक जगत मर्तोलिया ने कहा कि 70 हजार प्रतिनिधियों का यह एकमात्र संगठन है। यह संगठन राजनीतिक और सामाजिक ध्रुवीकरण करने की क्षमता रखता है।
इसलिए सरकार को इस संगठन की एक सूत्रीय मांग को मानकर बड़ा दिल रखकर आगे आना चाहिए।
ग्राम प्रधान संगठन के जिला अध्यक्ष श्याम सुंदर सिंह सौन कहा कि उनका संगठन इस मांग का जन्मदाता है। उन्होंने कहा कि अगर सरकार नहीं मानी तो उत्तराखंड के हर गांव में सरकार के खिलाफ आंदोलन शुरु हो जाएगा।धरना प्रदर्शन का संचालन हरीश जोशी द्वारा किया गया।
इस अवसर पर मुनस्यारी की क्षेत्र प्रमुख भावना देवी, जिला पंचायत सदस्य चंदन वाणी, बंशीधर भट्ट, गंगोत्री दत्ताल, हरीश कन्याल, गोपाल सिंह मेहता, महिपाल बल्दिया, मनोज बिष्ट, राजेश रोशन, आनंद राम लोहिया, पुष्पा देवी, भूपेंद्र प्रसाद आदि ने संबोधित किया।
अपर जिलाधिकारी के माध्यम से भारत के प्रधानमंत्री तथा मुख्यमंत्री को एक सूत्रीय मांग का ज्ञापन सौपा गया।
डीएम की अनुपस्थिति पर नाराजगी
पिथौरागढ़, सूचना के बाद भी जिलाधिकारी रीना जोशी के अनुपस्थित रहने पर पंचायत प्रतिनिधियों ने गहरी नाराजगी व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि जिले के कोने-कोने से पहुंचे पंचायत प्रतिनिधियों को अपने क्षेत्र की विभिन्न समस्याओं से भी जिलाधिकारी को अवगत करना था।
जिलाधिकारी ने पंचायत प्रतिनिधियों को महत्व ने देकर पंचायतों का अपमान किया है।
उन्होंने कहा कि जिलाधिकारी को समय भी दिया गया था। उन्होंने समय पर उपस्थित होकर आंदोलन की मांग के साथ-साथ पंचायत प्रतिनिधियों की समस्याओं को भी सुनना था।
उन्होंने कहा कि जिलाधिकारी के इस व्यवहार की शिकायत मुख्यमंत्री तथा मुख्य सचिव से की जायेगी।
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