देहरादून (विकासनगर), उत्तराखंड राज्य आंदोलनकारी चिह्नित संघर्ष समिति के कार्यकर्ताओं ने विकासनगर तहसील मुख्यालय पर प्रदर्शन कर विकासनगर को जिला बनाने की मांग सरकार से की। उन्होंने प्राकृतिक आपदाओं के समय में किसानों की फसलों और जमीनों को बचाने के लिए क्षेत्र की सभी नदियों में सुरक्षा दीवार बनाने की मांग भी की। उन्होंने अपनी मांग से संबंधित एक ज्ञापन भी तहसीलदार के माध्यम से प्रदेश के मुख्यमंत्री को प्रेषित किया।
राज्य आंदोलनकारी चिह्नित संघर्ष समिति के कार्यकर्ताओं ने सरकार से विकासनगर को जिला बनाने की मांग करते हुए कहा कि देहरादून का पछवादून और जौनसार-बावर क्षेत्रफल के हिसाब से बड़ा है। इसके अलावा त्यूणी और चकराता तहसील क्षेत्र के निवासियों को जनपद स्तर के कार्यो के लिए अधिक दूरी तय करनी पड़ती है। इसमें न सिर्फ अधिक समय लगता है, बल्कि आवाजाही में कष्ट भी उठाना पड़ता है। कहा कि क्षेत्र की विकासनगर, कालसी, चकराता और त्यूणी तहसीलों को मिलाकर विकासगनर को अलग जनपद बनाया जाना चाहिए।
इससे क्षेत्र के निवासियों को देहरादून की भागदौड़ नहीं करनी पड़ेगी। संघर्ष समिति लंबे समय से इसकी मांग करती रही है, लेकिन प्रदेश की सरकारें उनकी मांग पर ध्यान नहीं दे रही हैं। उन्होंने चेतावनी दी कि यदि सरकार ने शीघ्र ही उनकी मांग को पूरा नहीं किया तो समिति की ओर से आंदोलन चलाया जाएगा। वहीं बरसात के समय नालों और नदियों से कृषि भूमि व फसलों को होने वाले नुकसान को कम करने के लिए पुश्ता और सुरक्षा दीवार बनाने की मांग भी प्रदेश के मुख्यमंत्री से की। प्रदर्शनकारियों में गुलफाम जान, सुखबीर, इमरान, गालिब हसन, आदिल, इरशादउल्लाह, इमाम, दिनेश कुमार, मुल्कीराम सैनी, आशिक, इस्लाम, सद्दाम, शहीद, कुर्बान शामिल रहे।
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