नई दिल्ली, दक्षिण पश्चिम दिल्ली में दलित बच्ची से कथित बलात्कार और हत्या मामले के मामले को लेकर राजनीति होने लग गयी | सभी प्रमुख राजनैतिक दल के नेता बस एक दूसरे पर आरोप प्रत्यारोप लगा कर राजनैतिक फायदा का खेल खेल रहे हैं | इस बीच बाल अधिकार संरक्षण आयोग ने ट्विटर को नोटिस जारी किया है। राहुल गांधी के ट्विटर हैंडल पर कार्रवाई की मांग की है। राहुल गांधी ने बच्ची के माता-पिता के साथ तस्वीर ट्वीट कर दी। जिसके बाद आयोग द्वारा ट्विटर इंडिया को नोटिस जारी किया गया है। एनसीपीसीआर के मुताबिक राहुल गांधी ने दिल्ली में दरिंदगी का शिकार बनी बच्ची के माता-पिता की तस्वीरों को पोस्ट करके पोस्को एक्ट का उल्लंघन किया है। बता दें कि राहुल गांधी ने आज दिल्ली कैंट में जाकर पीड़ित के माता-पिता से मुलाकात की और उनके साथ अपनी एक तस्वीर भी ट्वीट कर दी |
राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग के चेयरपर्सन प्रियंक कानूनगो ने ट्वीट करते हुए लिखा कि एक पीड़ित बच्ची के माता पिता की फ़ोटो ट्वीट कर उनकी पहचान उजागर कर पोक्सो एक्ट का उल्लंघन करने पर आयोग ने संज्ञान लेते हुए ट्विटर इंडिया को नोटिस जारी किया है। राहुल गांधी के ट्विटर हैंडल के विरुद्ध कार्यवाही करने एवं पोस्ट हटाने के लिए नोटिस जारी किया है।
एक पीड़ित बच्ची के माता पिता की फ़ोटो ट्वीट कर उनकी पहचान उजागर कर #POCSO ऐक्ट का उल्लंघन करने पर @NCPCR_ ने संज्ञान लेते हुए @TwitterIndia को नोटिस जारी कर श्री राहुल गांधी के ट्विटर हैंडल के विरुद्ध कार्यवाही करने एवं पोस्ट हटाने के लिए नोटिस जारी किया है। pic.twitter.com/cVquij6jx3
— प्रियंक कानूनगो Priyank Kanoongo (@KanoongoPriyank) August 4, 2021
गौरतलब है कि दिल्ली के ओल्ड नांगल में 9 साल की एक बच्ची की संदेहास्पद हालत में मौत हो गई। आरोप है कि श्मशान घाट के भीतर रेप करने के बाद बच्ची को जला दिया गया। इस मामले में पुलिस ने चार लोगों को गिरफ्तार किया है। साथ ही बताया है कि पोस्टमॉर्टम से भी मौत की वजह से पर्दा नहीं उठ पाया है।
कांग्रेस शासित राज्यों में बलात्कार के मामलों पर राहुल गांधी नहीं बोलते: संबित पात्रा
नयी दिल्ली, भाजपा ने बुधवार को राहुल गांधी पर दक्षिण पश्चिम दिल्ली में दलित बच्ची से कथित बलात्कार और हत्या मामले का अपने राजनीतिक एजेंडा को ‘‘बढ़ाने’’ में इस्तेमाल करने का आरोप लगाया और कहा कि पीड़िता के परिवार को न्याय दिलाने के लिए कानून व्यवस्था तंत्र तेजी से काम कर रहा है। भाजपा प्रवक्ता संबित पात्रा ने एक संवाददाता सम्मेलन में आरोप लगाया कि गांधी परिवार का ‘‘चयन’’ का तरीका निंदनीय है क्योंकि उन्होंने राजस्थान, पंजाब और छत्तीसगढ़ जैसे कांग्रेस शासित राज्यों में दलित लड़कियों के खिलाफ अत्याचार के मामलों में कभी न तो ट्वीट किया और न ही एक शब्द बोला है |
राहुल गांधी ने इससे पहले बुधवार को पीड़ित बच्ची के परिवार से मुलाकात कर पीड़िता के लिए इंसाफ की मांग की। उन्होंने राहुल गांधी पर बच्ची के परिवार से मिलने के बाद उसके माता पिता की तस्वीर पोस्ट कर उनकी पहचान उजागर कर यौन अपराध से बच्चों की सुरक्षा (पॉक्सो) कानून का उल्लंघन करने का भी आरोप लगाया। पॉक्सो कानून के तहत पहचार उजागर करना अपराध की श्रेणी में आता है। पात्रा ने राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग (एनसीपीसीआर) से मामले में संज्ञान लेने और कांग्रेस नेता को नोटिस जारी करने का अनुरोध किया। उन्होंने गांधी पर हमला बोलते हुए कहा, ‘‘यह अपने राजनीतिक एजेंडा के लिए दलितों और गरीबों का इस्तेमाल करना है।’’ गांधी ने यहां उस नौ वर्षीय बच्ची के माता-पिता से मुलाकात की जिसकी पिछले दिनों कथित यौन उत्पीड़न के बाद संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई थी। उन्होंने कहा कि वह न्याय के पथ पर पीड़ित परिवार के साथ हैं और वे इससे ‘‘एक इंच’’ भी नहीं डिगेंगे। पीड़ित परिवार से मुलाकात के बाद कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष ने कहा कि परिवार न्याय के अलावा कुछ नहीं मांग रहा है। वे कह रहे हैं कि उन्हें न्याय नहीं मिल रहा है और इसमें मदद की जरूरत है।
पात्रा ने राजस्थान, पंजाब और छत्तीसगढ़ में दलित लड़कियों और महिलाओं से ऐसे कई जघन्न मामलों का हवाला देते हुए इन मामलों में कांग्रेस नेता की ‘‘चुप्पी’’ को लेकर निशाना साधा। उन्होंने कहा, ‘‘आप अपनी आंखें मूंद लेते हैं और तभी खोलते हैं जब आपको लगता है कि इससे आपको कुछ राजनीतिक लाभ होगा। यह भयावह है।’’ उन्होंने कहा कि दिल्ली पुलिस ने मामले में चार आरोपियों को गिरफ्तार किया है। भाजपा प्रवक्ता ने गांधी के एक ट्वीट का हवाला देते हुए कहा, एक दलित की बेटी निश्चित रूप से भारत की बेटी है और यह पूछा कि क्या इन कांग्रेस शासित राज्यों में दलित बेटियां भारत की बेटियां नहीं हैं। आधिकारिक आंकड़ों का हवाला देते हुए पात्रा ने कहा कि बलात्कार के मामलों में राजस्थान देश में शीर्ष पर है। उन्होंने दावा किया कि राजस्थान सरकार ने दलितों पर कथित रूप से अधिक संख्या में झूठी प्राथमिकी दर्ज करने का आरोप लगाया है |
विश्व हिंदू परिषद ने आरोपियों के लिए मौत की सज़ा की मांग की
नयी दिल्ली, विश्व हिंदू परिषद (विहिप) ने दिल्ली में नौ वर्षीय दलित बच्ची की कथित तौर बलात्कार के बाद हत्या करने के मामले की त्वरित जांच और दोषियों के लिए मौत की सजा की बुधवार को मांग की। विहिप ने यह भी मांग कि मामले की सुनवाई फास्ट ट्रैक अदालत में की जाए। बच्ची के माता-पिता के अनुसार, वह रविवार शाम करीब साढ़े पांच बजे दक्षिण-पश्चिम दिल्ली के पुराने नंगल गांव में घर के सामने स्थित एक श्मशान घाट के कूलर से ठंडा पानी लेने गई थी। शाम छह बजे श्मशान घाट के पुजारी राधेश्याम और बच्ची की मां को जानने वाले दो-तीन अन्य लोगों ने उसे वहां बुलाया और बेटी का शव दिखाकर दावा किया कि कूलर से पानी लेने के दौरान करंट लगने से उसकी मौत हो गई | उसकी बाईं कलाई और कोहनी के बीच जलने के निशान थे और उसके होंठ भी नीले पड़ गए थे। आरोप है कि पुजारी और अन्य लोगों ने उसकी मां को पुलिस को सूचना देने से मना करते हुए कहा कि पुलिस मामला बना देगी और पोस्टमार्टम के दौरान चिकित्सक बच्ची के अंगों को चुरा लेंगे, इसलिए उसका अंतिम संस्कार करना बेहतर है। विहिप ने ट्विटर पर कहा, “दिल्ली की गुड़िया से बलात्कार व हत्या सेसम्पूर्ण देश व हिंदू समाज दुखी है। इस पर पुलिस का ढुल-मुल रवैया मन को और दुःखी करता है।” संगठन ने मांग कि मामले की 15 दिन में जांच पूरी की जाए और तीन माह में फास्ट ट्रैक अदालत अपना फैसला दे तथा दोषियों को फांसी की सजा मिले एवं परिवार को सरकार की ओर से सहायता मिले।
घटना के सिलसिले में श्मशान घाट के पुजारी समेत चार लोगों को गिरफ्तार किया गया है। आरोपियों पर हत्या और बलात्कार के आरोप में मामला दर्ज किया गया है। मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने बुधवार को कहा कि दिल्ली सरकार मामले की मजिस्ट्रेट जांच का आदेश देगी और लड़की के परिवार को 10 लाख रुपये के मुआवजे की घोषणा की।
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