डीजल-पेट्रोल के मूल्य में लगातार हो रही वृद्धि से आम आवाम परेशान हो उठे हैं। सामान्य पेट्रोल 93. 48 एवं डीजल 86. 68 रुपए प्रति लीटर पहुंच गया है जबकि एक्स्ट्रा प्रीमियम पावर पेट्रोल 96.96 रुपए प्रति लीटर पार कर रहा है। डीजल व पेट्रोल में लगी आग का असर अब यात्री वाहनों के बढ़े किराए तथा खाद्य सामग्री के दाम पर भी पड़ना शुरू हो चुका है। इससे गरीब व मध्यम वर्गीय परिवारों के ऊपर सबसे अधिक पड़ रहा है। खाद्य सामग्रियों के दाम लगातार बढ़ रहे हैं। सरसों तेल के दाम आसमान छू रहे हैं। दूध सब्जी फल समेत अन्य सामानों के भाव में उछाल आने लगे हैं। दरअसल डीजल व पेट्रोल के दाम बढ़ने से महंगाई खुद-ब-खुद बढ़ने लगती है। इसकी वजह बाहर से आने वाले सामान का परिवहन खर्च बढ़ जाती है। इसके कारण इन सामग्रियों के दामों में इजाफा हो जाता है।
स्थानीय चौधरी मुहल्ला निवासी राजेश कुमार चौधरी, वार्ड पार्षद सोनू चौधरी बताते हैं कि इससे पहले पेट्रोल व डीजल के दाम इतना कभी नहीं बढ़ा था। पहले पेट्रोल अधिकतम 90 रुपए लीटर से कम ही रहता था, लेकिन इसबार तो 100 रुपए पहुंचने की कगार पर है। गुरुवार को डेहरी थाना चौक पर पेट्रोल 93.49 रुपए प्रति लीटर, जबकि डीजल 86.68 रुपए की दर से बेचा गया। वहीं एक्स्ट्रा प्रीमियम पावर पेट्रोल की कीमत 96 .96 रुपए प्रति लीटर रहा है। इससे बाइक एवं चारपहिया वाहन चालकों के सामने मुश्किल होता जा रहा है। यह स्थिति तब है जब कोरोनावायरस काल में बहुत सारे लोगों की नौकरी समेत अन्य रोजगार चले गए हैं।
राजद के नगर अध्यक्ष गुड्डू चंद्रवंशी, धीरज चौधरी का कहना है कि सरकार को बढ़ते पेट्रोल व डीजल के दामों पर नियंत्रण करना चाहिए, ताकि मंहगाई का असर कम हो सके। दाम बढ़ोतरी के कारण लोगों की जेब पर अतिरिक्त बोझ पड़ने लगा है। कहते हैं स्थानीय विधायक:
विधायक फतेबहादुर सिंह कहते हैं कि केंद्र सरकार पेट्रोल डीजल जीएसटी के बाहर रखा है, इसलिए मनमाना टैक्स लगाया जा रहा है। अगर भारत सरकार पेट्रोल और डीजल को भी जीएसटी के अंदर लाती है तो जीएसटी 28 प्रतिशत इससे ऊपर जीएसटी नहीं लगा सकते हैं। 28 त्न जीएसटी लगता है, तो 14 प्रतिशत राज्य व 14 प्रतिशत केंद्र सरकार का टैक्स होगा। डीजल पेट्रोल जीएसटी के अंदर आता है, तो सरकार और पब्लिक के बीच पारदर्शी रेट सार्वजनिक करें। कहा कि बढ़ती महंगाई के कारण दिन-ब-दिन पेट्रोल के दाम में इजाफा हो रहा है, लेकिन सरकार इस ओर ध्यान नहीं दे रही है। कहते हैं एरिया सेल्स ऑफिसर:
एचपी के एरिया सेल्स ऑफिसर अनिमेश कुमार ने बताया कि इंटरनेशनल रिक्रूट प्राइस बढ़ रहा है। भारत सरकार और राज्य सरकार का जो अपना टैक्स है, उसे जब रेट कम था, उस समय टैक्स बढ़ा दिया गया था। जब अभी रेट बढ़ा है, तो उनको अपना टैक्स घटाना चाहिए था, ताकि दाम कम हो सके।
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