कांग्रेस कभी भी विकास की पक्षधर नहीं रही : धामी
उत्तरकाशी, प्रदेश के मुखिया पुष्कर सिंह धामी ने कांग्रेस पर जातिवाद, परिवारवाद और तुष्टिकरण की राजनीति करने का आरोप लगाते हुए कहा कि कांग्रेस कभी भी विकास की पक्षधर नहीं रही है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में केवल भाजपा ही विकास कर सकती है।
मंगलवार को सीएम पुष्कर सिंह धामी ने पुरोला पहुंचकर पार्टी प्रत्याशी दुर्गेश्वर लाल के पक्ष में रोड शो किया। इसके बाद यहां एक होटल में आयोजित जन संवाद कार्यक्रम में सीएम धामी ने कहा कि पूरे प्रदेश में भाजपा को भारी समर्थन मिल रहा है। उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार ने प्रदेश में आंगनबाड़ी, आशा, उपनल, पीआरडी जवानों का मानदेय बढ़ाया है। वृद्धा, दिव्यांग, विधवा पेंशन में बढ़ोतरी की है। पर्यटन को बढ़ावा देने हेतु वीर चंद्र सिंह गढ़वाली योजना में सब्सिडी बढ़ाने का काम किया है। आज दूरस्थ क्षेत्रों होम स्टे को बढ़ावा मिला है।
नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में फौजियों के लिए वन रैंक, वन पेंशन, आयुष्मान भारत योजना लागू की गई है। राज्य में गैस सस्ती करने का वादा करने वाली कांग्रेस पार्टी की राजस्थान, पंजाब, छत्तीसगढ़ आदि राज्यों में सरकार है, लेकिन वहां गैस सस्ती क्यों नहीं की गई। उन्होंने कहा कि कांग्रेस के लोग केवल चुनाव में ही दिखाई दे रहे हैं। इस दौरान सीएम धामी ने पूर्व पर्वतीय विकास मंत्री स्वर्गीय बरफिया लाल जुवांठा के स्मारक पर पहुंच कर उनके चित्र पर माल्यार्पण कर उन्हें याद किया। इस दौरान दो बार ब्लाॅक प्रमुख व एक बार नगर पंचायत अध्यक्ष रहे कांग्रेस के प्रदेश सचिव प्यारेलाल हिमानी अपने समर्थकों के साथ भाजपा में शामिल हुए।
पुरोला को मुख्यमंत्रियों ने केवल चुनावों में ही किया याद
पुरोला को मुख्यमंत्रियों ने केवल चुनावों में याद किया है। वर्ष 2011 के बाद से चुनावी सभाओं को छोड़कर कोई भी मुख्यमंत्री पुरोला नहीं आया है। मंगलवार को भाजपा सरकार के पांच साल के शासन के बाद अब चुनाव में ही सीएम वोट मांगने यहां पहुंचे।
राज्यगठन के बाद पुरोला में स्व. नित्यानंद स्वामी, स्व. नारायण दत्त तिवारी, भगत सिंह कोश्यारी, मेजर जनरल (सेनि) भुवनचंद्र खंडूड़ी व डा. रमेश पोखरियाल निशंक आए। वर्ष 2011 में तत्कालीन सीएम डा. निशंक ने यमुनोत्री को जिला बनाने की घोषणा की थी, लेकिन घोषणा के अनुसार अब तक जिले का गठन नहीं हो पाया है। जिसके चलते लोगों में सीएम के खिलाफ भारी आक्रोश एक जनांदोलन के रूप में भी उभरकर सामने आया था।
यहां के लोगों ने पुरोला को जिला बनाने की मांग को लेकर उग्र आंदोलन भी चलाया, जिसके बाद से पुरोला ब्लाॅक में कोई भी सीएम किसी कार्यक्रम में शामिल नहीं हुआ। लेकिन वर्ष 2017 में एक चुनावी सभा में तत्कालीन सीएम हरीश रावत और अब वर्ष 2022 के चुनाव में सीएम पुष्कर सिंह धामी भी वोट मांगने के लिए यहां जरूर पहुंचे।
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