Tuesday, May 21, 2024
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ब्रैकिंग : महाविद्यालय की छत पर चढ़े आंदोलनकारी छात्र, पेट्रोल की केन व माचिस साथ ले गए, आत्मदाह की दी धमकी

हल्द्वानी, अपनी विभिन्न मांगों को लेकर आंदेलन कर रहे लाल बहादुर शास्त्री महाविद्यालय हल्दुचौड़ के छात्र आज अचानक विद्यालय की छत पर जा चढ़े हैं। दावा किया जा रहा है कि वे अपने साथ पेट्रोल का केन भी ले गए हैं। इस बीच छात्र संघ उपाध्यक्ष सचिन फुलारा ने हाथ में पेट्रोल लेकर आत्मदाह की चेतावनी दे डाली।
छात्र बिना सिलेबस पूरा कराए बगैर परीक्षा की तैयारी से नाराज हैं। छत पर छात्रों के डेरे की सूचना पर महाविद्यालय प्रशासन में हड़कंप मच गया है। आनन फानन में पुलिस को मौके पर बुला लिया गया। आंदोलनरत छात्रों से वार्ता की जा रही है।
मिली जानकारी के अनुसार परीक्षा फॉर्म भरने में आ रही परेशानियों से भी नाराज बताए जा रहे हैं। छात्रों का कहना है कि पीजी महाविद्यालय वर्षों से 15 कमरों में ही चल रहा है। उन्होंने आरोप लगाया कि स्थानीय जनप्रतिनिधि एवं सरकार इस और ध्यान नहीं दे रही है। वहीं पुलिस प्रशासन भी मौके पर पहुंच गया है और छात्रों से वार्ता की जा रही है।
छात्र बिना सिलेबस पूरा कराए परीक्षा कराने को लेकर नाराज हैं, पहले सिलेबस फिर परीक्षा की कर रहे हैं मांग, साथ ही परीक्षा फॉर्म भरने में आ रही समस्या को लेकर भी नाराज है छात्र, महाविद्यालय में सुविधाओं की कमी से भी नाराज है छात्र, वर्षो से 15 कमरे में ही चल रहा है महाविद्यालय के छात्र वर्षों से सुविधाएं बढाने की मांग उठाते आ रहे हैं।

छात्रों के हाथों में पेट्रोल की बोतल व माचिस दिखने के दावे से कालेज प्रशासन में सनसनी फैल गई। पुलिस प्रशासन भी मौके पर। महाविद्यालय में अब जाकर प्रशासन हुआ छात्रों की मांगों को सुनने के लिए तैयार, पुलिस कर रही सचिन से वार्ता की कोशिश, छत से नीचे उतरवाने की जा रही कोशिश।
छात्र महासंघ उपाध्यक्ष सचिन फुलारा का कहना है कि ग्रामीण महाविद्यालय में छात्र गरीब परिवार से आते हैं और महाविद्यालय में आकर महाविद्यालय में छात्रों का सिलेबस पूरा न होने से बाहर ट्यूशन लगाने पर मजबूर होते हैं, जिससे छात्रों व छात्रों के परिवारों का शोषण होता है।
उनका कहना है कि तत्काल सिलेबस पूरा कराने के बाद ही हो कोई परीक्षा साथ ही छात्रों की अन्य मांगों को भी पूरा किया जाए अन्यथा परिणाम के जिम्मेदारी प्रशासन व शिक्षा विभाग की होगी।
उन्होंने कहा कि छात्रों के शोषण को बंद नहीं किया तो वे आत्मदाह करेंगे। आत्मदाह की धमकी से प्रशासन के हाथ पांव फूल गए।

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