Sunday, June 22, 2025
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पुरस्कार प्राप्त नगर पालिका क्षेत्र में जलाया जाता है कूड़ा, प्रतिबंध के बाद धड़ल्ले से कूड़ा जलना आम

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जिला प्रशासन नहीं लगा पाया अकुंश तो जाएंगे हाईकोर्ट’

पिथौरागढ़, वर्ष 2022 में उत्तर भारत जॉन के निकायों में द्वितीय स्थान प्राप्त करने वाली नगर पालिका पिथौरागढ़ क्षेत्र में आज भी अजैविक पूरा जलाया जाता है। बिना किसी डर के खुलेआम कूड़ा जलाया जा रहा है। न्यायालयों के हस्तक्षेप के बाद सरकारों ने कूड़ा जलाने पर प्रतिबंध लगा दिया है। लेकिन पिथौरागढ़ जिले में इस प्रतिबंध का कोई असर नजर नहीं आ रहा है। नगर क्षेत्र के साथ ही पूरे जनपद में कूड़ा जलाया जा रहा है। इससे हिमालय की गोद में बसे इस जनपद में प्रदूषण बढ़ता जा रहा है। जिला पंचायत सदस्य जगत मर्तोलिया ने आज इसकी शिकायत जिलाधिकारी से की है।
नगर पालिका परिषद पिथौरागढ़ लगातार स्वच्छता के मामले में पुरस्कार प्राप्त कर रहा है।
वर्ष 2021 में उत्तर भारत जॉन के अंतर्गत 1047 अंक लाकर पालिका ने 94 वां स्थान प्राप्त किया। 2022 में पालिका ने 69 रैंक लाकर 2069 अंक के साथ उत्तर भारत जोन में दूसरा स्थान प्राप्त किया। इतना ही नहीं वर्ष 2023 में 16 वें स्थान पर रहा। इसी वर्ष पालिका ने स्वच्छता पर अपना नाम लिम्का बुक ऑफ द रिकॉर्ड में दर्ज कराया।
पुरस्कारों की लंबी फहरिस्त होने के बाद भी नगर पालिका अजैविक कूड़े को जलने पर अकुंश नहीं लगा पाई। आज भी जब आप इस शहर में सुबह सुबह गुजरेंगे तो आपको जगह-जगह पर कूड़ा जलते हुए दिखेगा। पॉलीथिन प्लास्टिक सहित अजैविक कूड़े के जलने से उठ रहा काला धुआं पर्यावरण के लिए काला संकेत है। इस कूड़े के जलने से नगर के साथ-साथ हिमालय क्षेत्र का पर्यावरण दूषित हो रहा है।
सुबह मॉर्निंग वॉक करने वाले लोगों को इस काले धुएं से आ रही बदबू का शिकार होना पड़ रहा है। नगर क्षेत्र के लोग अप्रत्यक्ष रूप से गंभीर बीमारियों के शिकार होने लगे है।
वैज्ञानिकों का मानना है कि कूड़ा जालना पर्यावरण के साथ-साथ मानव जीवन मानव जीवन के साथ घोर अन्याय करना है।
हालांकि सरकार ने कूड़ा जलाने पर प्रतिबंध लगा दिया है। कूड़ा जलाने वालों पर दंड का प्रावधान भी सरकार ने घोषित किया है। उसके बावजूद नगर क्षेत्र में डालने से पूरा जमा कर जलाया जा रहा है। नगर के मुख्य क्षेत्र गांधी चौक में भी सुबह-सुबह पूरा जलते हुए देख सकते है।
यही हाल पूरी नगर क्षेत्र का है। पुरस्कार प्राप्त नगर क्षेत्र का यह हाल है तो फिर ग्रामीण क्षेत्र काञतो आप अंदाज आप लगा सकते है।
पिथौरागढ़ जनपद के ग्रामीण क्षेत्रों में भी जिला पंचायत द्वारा कूड़ा निस्तारण नहीं किया जा रहा है। ग्राम पंचायत तथा जिला पंचायत द्वारा बने कूड़ा घरों में कूड़ा नहीं उठने के कारण जला दिया जा रहा है।
पिथौरागढ़ नगर क्षेत्र ही नहीं पूरा जनपद कूड़ा जलाने में लगा हुआ है। इस पर किसी की नजर नहीं जा रही है।
चीन सीमा क्षेत्र के जिला पंचायत सदस्य जगत मर्तोलिया ने आज जिलाधिकारी को ईमेल के माध्यम से इसकी शिकायत की। उन्होंने बताया कि नगर क्षेत्र के साथ ही पूरे जनपद में कूड़ा जलाया जा रहा है। इस पर रोकथाम के लिए नगर निकाय तथा पंचायत के साथ ही पुलिस डिपार्टमेंट को भी जिम्मेदारी सौपनी पड़ेगी। उन्होंने कहा कि कूड़ा आज चल रहा है ,लेकिन आगे इससे जो नुकसान होने वाले है। उस पर आज ही विचार किया जाना चाहिए।
उन्होंने कहा कि आज हमें इससे होने वाले नुकसान का अंदाजा नहीं है। लेकिन हम अपनी भावी पीढ़ी को बहुत बड़े संकट में डाल रहे है। इसके लिए जन जागरूकता अभियान भी जिला प्रशासन को चलाना चाहिए।
उन्होंने कहा कि अगर जिला प्रशासन ने तत्काल कदम नहीं उठाया तो वे जनसहयोग से नैनीताल उच्च न्यायालय में कूड़ा जलाने की प्रमाणों के साथ जनहित याचिका दायर करेंगे।

ट्रांसवूमन निशा के साथ मारपीट के मामले ने पकड़ा तूल, पत्रकारों को सुनाई अपनी आपबीती

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देहरादून, राज्य में लोकसभा चुनाव के दौरान राजधानी देहरादून में ट्रांसवूमन निशा के साथ मारपीट कर पैर तोड़ने के साथ बाल भी काटने की घटना से उसके साथी आक्रोशित हैं, और आज बड़ी संंख्या में ट्रांसवूमन निशा चौहान के साथ प्रेस क्लब पहुंचे |
पत्रकारों से रूबरू होते हुये उन्होंने कहा कि दून में लोकतंत्र की हत्या हो रही है और पुलिस प्रशासन है बिल्कुल खामोश बैठा। अपने ऊपर हुयी इस घटना पर ट्रांसवूमन(किन्नर) निशा ने कहा कि 13 अप्रैल 2024 ट्रांसजेंडर रजनी रावत के गिरोह द्वारा उसका अपहरण कर एक सुनसान जगह ले जाकर आदेश अनुसार निशा को  मारा पीटा, पैर तोड़ दिया गया एवं बाल भी काट दिए गए।

पत्रकारों से बात करते हुये ट्रांसवूमन निशा चौहान ने कहा कि मारने पीटने के बाद खुद ही यह सक्रिय गिरोह निशा को बसंत विहार के थाने में ले गया जहां पुलिस वालों ने निशा की इस हालत को नजर अंदाज करते हुए आईएसबीटी चौकी भेज दिया।
वहां भी आईएसबीटी चौकी में पूरी कहानी का मास्टरमाइंड रजनी रावत का दबाव काम कर गया और निशा को इससे भी बुरे परिणाम भुगतने की धमकी दी गयी।
पत्रकार वार्ता में निशा चौहान ने कहा कि सवाल यह है कि पुलिस प्रशासन ट्रांसजेंडर रजनी रावत के खिलाफ कोई भी सख्त कार्यवाही करने में असफल क्यों हो रही है ? जबकि आजकल हर जगह सीसीटीवी कैमरे लगे हैं, क्या देहरादून पुलिस इतनी कमजोर हो चुकी है कि इस सक्रिय गिरोह के खिलाफ कोई भी कड़ी कार्यवाही नहीं कर पा रही है। पत्रकारों से बोलते हुये
निशा ने उत्तराखंड पुलिस प्रशासन एवं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से गुहार लगाई, और कहा कि जल्द से जल्द ट्रांसजेंडर रजनी रावत के खिलाफ सख्त कार्यवाही करके उसको जेल भेजा जाए एवं इसके घर में रह रहे नेपाल बंगाल के लोगों की भी जांच की जाए ।
पत्रकारों के बीच ट्रांसवूमन निशा ने कहा कि हमने कई बार एसएसपी देहरादून को रजनी एवं उसके गिरोह  के विरुद्ध शिकायत पत्र दे चुके हैं परंतु पुलिस कोई कार्यवाही नहीं कर रही है। निशा ने कहा कि हाल ही हमने मुख्य सचिव राधा रतूड़ी से मुलाकात कर उन्हें भी शिकायत पत्र दिया है साथ ही साथ हमने मानवाधिकार आयोग में भी शिकायत पत्र दिया है किंतु जहां भाजपा नेता रजनी का नाम आते है सभी अधिकारी, पुलिस प्रशासन व सरकार नतमस्तक है, इसीलिए अभी तक गिरफ्तारी नहीं की गई है।
अपना दु:ख बयां करते हुये ट्रांसवूमन निशा ने कहा कि सबको पता ही है कि ट्रांसजेंडर रजनी रावत मूल निवासी नेपाल का है और किन्नर परंपरा की आड़ में इसने करोड़ों अरबों रुपए की संपत्ति बनाई हुई है। रजनी अपना वर्चस्व कायम करने के लिए किसी भी लोकल ट्रांसजेंडर बच्चों को देहरादून में रहने नहीं देना चाहता। जल्द से जल्द रजनी की गिरफ्तारी हो और हमें न्याय दिलाया जाय |
पत्रकार वार्ता में कई किन्नरों के साथ ट्रांसवूमन निशा को सहयोग देने के लिये एलजीबीटी के कई सदस्य भी मौजूद रहे |

चुन्नाभट्टा इलाके की दुकान में लगी भीषण आग, लाखों का सामान हुआ राख

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‘फायर ब्रिगेड की 8 से 10 गाड़ियों ने बड़ी मशक्कत के बाद पाया आग पर काबू’

देहरादून, सहस्त्रधारा रोड़ स्थित एक दुकान में आग लगने से हड़कंप मच गया, घटना थाना रायपुर क्षेत्र के अंर्तगत चुन्नाभट्टा इलाके का है, जहां एक गद्दे की दुकान में भीषण आग लग गई और गोदाम में भयंकर आग लगने से गद्दे के गोदाम की चपेट में दूसरा फर्नीचर गोदाम भी आ गया, जिससे आसपास अफरा तफरी का माहौल बन गया | स्थानीय लोगों ने पुलिस को घटना की सूचना दी, सूचना मिलने के बाद थाना रायपुर पुलिस और अग्निशमन की गाड़ियां मौके पर पहुंची |
मिली जानकारी के अनुसार चुना भट्टा कबाड़ी मार्केट में सोमवार दिन में तीन बजे के करीब दिलशाद ट्रेडर्स के गोदाम जिसमें फॉम, गद्दे व अन्य सामान रखा हुआ था, उसमें अचानक आग लग गई, आग ने विकराल रूप लेते हुए बराबर में ही इरशाद के गोदाम में रखे पुराने फर्नीचर को भी आग ने अपने चपेट में ले लिया, पुलिस और अग्निशमन की गाड़ियों ने मौके पर पहुंच कर आग पर काबू पाने की कोशिश की, लेकिन तब तक दोनों गोदामों में रखा सामान जल कर राख हो गया | आग से दुकान और गोदाम स्वामी का लाखों रुपए का नुकसान हो गया है, फायर ब्रिगेड ने काफी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया, नगर अग्निशमन अधिकारी के अनुसार फायर ब्रिगेड की 8 से 10 गाड़ियों ने मौके पर पहुंच कर आग पर काबू पाया | वहीं अग्निशमन विभाग ने अपने करीब आठ टेंडर लगाने के साथ ही ओएनजीसी और डीआरडीओ से एक-एक पानी का टेंडर और टीम बुलाई। करीब पांच घंटे तक प्रयास के बाद आग पर काबू पाया गया। इस दौरान नियंत्रण के लिए पुलिस ने आसपास के कुछ घरों को भी खाली करा दिया था।

थाना रायपुर प्रभारी कुंदन राम ने बताया दुकान और गोदाम में आग लगने से सभी सामान जल कर राख हो गया है, लेकिन घटना में किसी भी तरह की कोई जनहानि नहीं हुई है, प्रथम दृष्टया में शॉर्ट सर्किट को आग का कारण बताया जा रहा है, पुलिस और अग्निशमन अधिकारी कारणों की जांच कर रहे हैं |

थाना रायपुर प्रभारी कुंदन राम ने बताया दुकान और गोदाम में आग लगने से सभी सामान जल कर राख हो गया है, लेकिन घटना में किसी भी तरह की कोई जनहानि नहीं हुई है, प्रथम दृष्टया में शॉर्ट सर्किट को आग का कारण बताया जा रहा है, पुलिस और अग्निशमन अधिकारी कारणों की जांच कर रहे हैं |

चारधाम यात्रा के लिए सात दिन में रिकॉर्ड तोड़ पंजीकरण, 12.48 लाख के पार हुयी संख्या

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देहरादून, चारधाम यात्रा के लिए इस बार तीर्थयात्रियों के पंजीकरण का रिकॉर्ड टूट रहा है। सात दिन में पंजीकरण की संख्या 12.48 लाख पहुंच गई, जबकि पिछले साल एक सप्ताह में लगभग चार लाख यात्रियों ने पंजीकरण किया था।
चारधाम यात्रा को लेकर श्रद्धालुओं में काफी उत्साह दिखाई दे रहा है। इसकी तस्दीक पंजीकरण के आंकड़े कर रहे हैं। पर्यटन विभाग ने चारधाम यात्रा में देश दुनिया से आने वाले तीर्थयात्रियों की सुविधा के लिए 15 अप्रैल से पंजीकरण शुरू किया था। रविवार को एक लाख से अधिक यात्रियों ने बदरीनाथ, केदारनाथ, गंगोत्री, यमुनोत्री व हेमकुंड साहिब की यात्रा के लिए पंजीकरण कराया।

पर्यटन विभाग की रिपोर्ट के अनुसार, अब तक 12.48 लाख यात्री पंजीकरण करा चुके हैं। इसमें केदारनाथ के लिए 4,22,129, बदरीनाथ धाम के लिए 3,56,716, गंगोत्री धाम के लिए 2,31,983, यमुनोत्री धाम के लिए 2,19,619 और हेमकुंड साहिब के लिए 17,684 यात्रियों ने पंजीकरण कराया है। सरकार को उम्मीद है कि इस बार भी चारधाम यात्रा में दर्शन करने वाले श्रद्धालु नया रिकॉर्ड बनाएंगे।

 

कांग्रेस नेताओं ने लिया ईवीएम की सुरक्षा का जायजा

देहरादून, उत्तराखंड़ में विगत 19 अप्रैल को संपन्न लोकसभा चुनाव के तहत टिहरी लोकसभा क्षेत्र की इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन की सुरक्षा व्यवस्था तथा मतगणना स्थल का कांग्रेस नेताओं ने जायजा लिया।
यराजधानी देहरादून के रायपुर स्थित महाराणा प्रताप स्पोर्ट्स स्टेडियम में बनाए गए मतगणना स्थल का निरीक्षण करने पहुंचे कांग्रेस नेताओं में प्रदेश कांग्रेस कमेटी के चीफ मीडिया को- ऑर्डिनेटर राजीव महर्षि, पूर्व महानगर अध्यक्ष लालचंद शर्मा, प्रदेश महामंत्री गोदावरी थापली, कांग्रेस नेता रितेश जोशी, प्रदेश अध्यक्ष एनएसयूआई विकास नेगी, प्रवक्ता सुलेमान अंसारी, प्रवक्ता मोहन काला, प्रदेश युवा कांग्रेस नेता विकास नेगी सहित अन्य लोग उपस्थित थे।
कांग्रेस नेताओं ने देहरादून की जिलाधिकारी श्रीमती सोनिका एवं सिटी मजिस्ट्रेट देहरादून से मतगणना से संबंधित जानकारी साझा की तथा अपेक्षा की कि लोकतंत्र की पारदर्शिता, शुचिता और निष्पक्षता के लिए सभी आवश्यक कदम उठाए जाएं ताकि व्यवस्था पर लोगों का भरोसा कायम रहे।

 

हिमाचल के चिरगांव में मिली टिहरी से अपहृत लड़की, अपहरणकर्ता गिरफ्तार

टिहरी नाबालिक का अपहरण करने वाले युवक को टिहरी कैंपटी पुलिस में दूरस्थ चकराता क्षेत्र के कानू गांव से गिरफ्तार कर लिया है। कोर्ट के आदेश पर उसे जेल भेज दिया गया है।
कैंपटी थाना अध्यक्ष अमित शर्मा ने बताया कि बीती 11 अप्रैल को एक व्यक्ति ने तहरीर देकर बताया कि उसकी नाबालिक बहन 7 अप्रैल को अपनी बड़ी बहन के ससुराल जामसारी मसूरी के लिए निकली थी। लेकिन चार दिन बाद भी वह ना ही बहन के ससुराल पहुंची और ना ही अपने घर वापस आई। इसके बाद पुलिस ने आईपीसी की धारा 365 के तहत मुकदमा दर्ज कर खोजबीन शुरु की। पुलिस ने गुमशुदा नाबालिक के मोबाइल लोकेशन ट्रेस की तो उसकी लोकेशन कालसी चकराता क्षेत्र में मिली।
पुलिस ने सर्विलांस के जरिए पता लगाया कि नाबालिक हिमाचल प्रदेश के शिमला जिले के चिढ़गांव लरोट आप में है। मामले की गंभीरता को देखते पुलिस ने महिला उप निरीक्षक नीलम कांस्टेबल राजेंद्र सिंह नेगी महिला कांस्टेबल मीणा तोमर की टीम को तलाशी अभियान चलाने के लिए भेजा पुलिस ने उसे चिढगांव रोड हिमाचल प्रदेश से सकुशल बरामद किया।
उसे कोर्ट के निर्देश पर मेडिकल कराने के बाद नारी निकेतन देहरादून भेजा गया। कैंपिटी पुलिस ने मुकदमे में आईपीसी की धारा 363 और 366 की बढ़ोतरी भी की नाबालिक की कॉल डिटेल के आधार पर पता चला कि अभियुक्त अंकित ने ग्राम दरिया तहसील चकराता से उसे भगाया था। सोमवार को मुखबिर की सूचना और एक्टिव सर्विलांस के आधार पर पुलिस ने अभियुक्त को ग्राम कानू से गिरफ्तार किया है।

 

 

 

पृथ्वी दिवस पर छात्र-छात्राओं ने निकाली जागरूकता रैली, पर्यावरण संरक्षण का दिया संदेश

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पौड़ी, सामाजिक सरोकार से जुड़ी संस्था रूप ग्रामीण रोजगार संस्थान ने पृथ्वी दिवस के उपलक्ष पर पौड़ी में छात्र छात्राओं की रैली निकाल कर स्वच्छता का संदेश दिया |
राजकीय बालिका इंटरमिडिएट कॉलेज पाबौ में विद्यालयों के बच्चों ने पहले अपने विद्यालय की साफ सफाई कर स्वच्छता का संकल्प लिया उसके पश्चात सुबह 10 बजे रैली निकाल कर लोगों को पृथ्वी पर कचरा न फेंकने का संदेश देकर स्वच्छता की अलख जगाई, स्कूली बच्चें बड़ी संख्या में अपने हाथों विभिन्न स्लोगन लिखे पोस्टर लेकर चल रहे थे, तीन किलो मीटर लम्बी चली इस जागरूकता रैली में स्कूली बच्चों के साथ अध्यापक एवं स्थानीय लोग भी शामिल हुये |
इस मौके पर संस्था अध्यक्ष राजेंद्र सिंह भंडारी ने कहा कि आज पूरा विश्व पर्यावरण की विभीषिका से जूझ रहा है और मानव के लिये खतरा बनता जा रहा है वहीं संस्था के सलाहकार प्रेम बल्लभ पुशोला ने कहा कि हमें अपने पर्यावरण को स्वच्छ और सुन्दर बनाने के लिये पृथ्वी पर कचरे के बढ़ते बोझ को कम करना होगा ताकि हमारा पर्यावरण संरक्षित रहे, उन्होंने पृथ्वी दिवस पर छात्र छात्राओं को कहा कि वे संकल्प लें कि हम अपनी धरा को साफ और सुन्दर बनाये रखेंगे तथा अपने क्षेत्र को प्‍लास्‍टिक मुक्त रखने में अपनी सकारात्मक सहभागिता निभायेंगे | इस अवसर पर संस्था के सचिव मनवर सिंह, अमर सिंह, यशोदा देवी, शिक्षिका रीना रावत, सुरमा देवी, रीमा पाल के संंस्था के सदस्य एवं अध्यापक और क्षेत्रीय लोग भी शामिल रहे |

मुख्य सचिव राधा रतूड़ी केदारनाथ धाम पहुंची, पुनर्निर्माण एवं विकास कार्यों का लिया जायजा

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रुद्रप्रयाग, मुख्य सचिव राधा रतूड़ी ने सोमवार को श्री केदारनाथ धाम पहुँचकर पुनर्निर्माण एवं विकास कार्यों का जायजा लेते हुए समीक्षा की। इस दौरान उन्होंने अस्था पथ, गेस्ट हाउस, मंदाकिनी- सरस्वती घाट, म्यूजियम, केदारनाथ मंदिर परिसर, शिव उद्यान, हॉस्पिटल सहित अन्य निर्माणाधीन कार्यों का जायजा लेते हुए तय डेडलाइन से पहले सभी कार्य पूर्ण करने के निर्देश दिए।
एक दिवसीय केदारनाथ भ्रमण पर मुख्य सचिव उत्तराखण्ड, पर्यटन विभाग उत्तराखंड सरकार के विशेष कार्याधिकारी (ओएसडी) भास्कर खुल्बे, पर्यटन सचिव सचिन कुर्वे करीब 9:30 बजे हेलिकॉप्टर से हैलीपैड पर पहुचें। मुख्य विकास अधिकारी जीएस खाती, मुख्य कार्यकारी अधिकारी बीकेटीसी योगेंद्र सिंह, उप जिलाधिकारी ऊखीमठ अनिल शुक्ला, अधीक्षण अभियंता आठवां वृत्त लोनिवि टिहरी मुकेश परमार ने उनका स्वागत किया। हैलीपैड से उतरते ही उन्होंने केदारनाथ घाटी की जानकारी लेना शुरू कर दिया। उन्होंने जिलाधिकारी एवं लोनिवि के अधिकारियों से वर्तमान में गतिमान पुनर्निर्माण एवं विकास कार्यों की जानकारी ली।
श्री केदारनाथ मंदिर परिसर के समाने बन रहे भवनों का निरीक्षण करते हुए उन्होंने संबंधित एजेंसियों एवं जिलाधिकारी से भवनों का उद्देश्य पूछा वहीं सभी एजेंसियों को कार्यों में तेजी लाने के निर्देश दिए। उन्होंने भवनों के निर्माण में आ रही समस्याओं की जानकारी भी ली। जिलाधिकारी को अधिक संसाधनों का प्रयोग करते हुए निर्माण कार्यों में तेजी लाते हुए गोल चबूतरे से मंदिर परिसर तक कॉरिडोर का कार्य तेजी से पूर्ण करने के निर्देश दिए। इसके बाद उन्होंने रेन शेल्टर, मंदाकिनी एवं सरस्वती नदियों के घाट पर चल रहे निर्माण कार्यों की समीक्षा करते हुए पूरे क्षेत्र में क्या व्यवस्थाएं और सुविधा दी जाएगी उसकी जानकारी ली।
उन्होंने सभी अधिकारियों एवं संबंधित एजेंसियों को निर्माण कार्यों में इस्तेमाल हो रही सामाग्री की जानकारी लेते हुए गुणवत्ता का पूरा ध्यान रखने के निर्देश भी दिए। उन्होंने समस्त अधिकारियों, कर्मचारी एवं निर्माण एजेंसियों की पीठ थपथपाते हुए कहा कि सभी के साझा समन्वय से कठिन परिस्थितियों के बीच बेहतरीन कार्य हो रहा है इसे आगे भी जारी रखते हुए समय पर सभी कार्य पूरे किए जाएं। वहीं उन्होंने निर्माण कार्यों में जुटे मजदूरों एवं कर्मचारियों से बातचीत करते हुए उनका हालचाल जाना एवं उनका विशेष ध्यान रखने एवं सुविधाएं उपलब्ध करवाने के निर्देश भी संबंधित अधिकारियों को दिए।
मुख्य सचिव ने श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए कारगर टोकन सिस्टम, जूते- चप्पल के रख- रखाव की व्यवस्था, जैविक एवं अजैविक कूड़े के निस्तारण की कारगर व्यवस्था बनाने एवं लागू करने के निर्देश भी जिलाधिकारी को दिए। इसके अलावा श्रद्धालुओं की सुविधाओं का ध्यान रखने एवं यात्रा सुगम- सुव्यवस्थित बनाने के लिए हर संभव प्रयास करने को भी कहा। करीब 11:30 बजे मुख्य सचिव वीआईपी हैलीपैड से देहरादून के लिए रवाना हुई।

जिलाधिकारी सौरभ गहरवार ने मुख्य सचिव की रवानगी के बाद मंदिर परिसर, आस्था पथ, मंदाकिनी घाट सहित अन्य स्थानों पर निर्माण कार्यों का स्थलीय निरीक्षण कर संबंधित संस्थाओं को समयबद्धता के साथ तेजी से कार्य पूर्ण करने के निर्देश दिए।
इस अवसर पर ऑफिसर ऑन स्पेशल ड्यूटी अरविंद पांडे, डीपी सिंह, डीडीएमए विनय झिंक्वाण, जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी नंदन सिंह रजवार, सहायक अभियंता लोनिवि राजविंद्र सिंह, मनीष सहित अन्य अधिकारी एवं कर्मचारी मौजूद रहे।

जंगल की आग के संदर्भ में एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन

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‘देव भूमि स्वराज फाउंडेशन एवं उत्तराखंड राज्य विज्ञानं एवं प्रौद्योगिकी परिषद (यूकॉस्ट) ने किया था आयोजन’

देहरादून, सामाजिक सरोकार से जुड़ी संस्था देव भूमि स्वराज फाउंडेशन (ट्रस्ट) द्वारा चमोली के हरमनी गांव के साथ राजकीय इण्टर कॉलेज, हरमनी में पढ़ने वाले छात्र एवं छात्राओं को “जंगल की आग के सन्दर्भ में ग्रामीणों को व्यावहारिक प्रशिक्षण” विषय पर एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया।
उत्तराखंड राज्य विज्ञानं एवं प्रौद्योगिकी परिषद (यूकॉस्ट) के सहयोग से प्रायोजित इस कार्यशाला में ग्राम हरमनी (मल्ली-तल्ली), नामतोल, देवपुरी, डांगतोली, पैनगढ़, भ्याडी, झंगोर, त्यूला, गैरबराम, सनेड़, सुनसारी, निलाड़ी आदि ग्रामों के लोगों ने भी भाग लिया,

इस कार्यक्रम में डॉ. हेमावती पुष्पवान, तुलसी देवी (प्रधान) एवं नंदन सिंह (प्रधान) ने ग्रामीण लोगों एवं जन प्रतिनिधियों को जंगल की आग के सन्दर्भ में प्रशिक्षण एवं जानकारी के साथ किस तरह आग पर काबू पाया जा सकता है, उसके संदर्भ में बताया, इसके साथ राजकीय इण्टर कॉलेज हरमनी में दिनेश कंडारी, इन्दर सिंह, विद्यालय के प्रधानाचार्य हरपाल सिंह परिहार, अध्यापक कमलेश चंद्र, पुष्कर सिंह नेगी, नीरज शर्मा, प्रियांक बेंजवाल के साथ विद्यालय के छात्र छात्राओं को जंगल में आग लगने का प्रमुख कारण, आग का पर्यावरण प्रभाव, उपचारात्मक उपाय / सुझाव एवं इससे हुये नुकसान आदि विषय पर सार्थक जानकारी उपलब्ध कराई, साथ ही यह भी बताया कि भविष्य में इस जानकारी के माध्यम से लक्ष्य को प्राप्त किया जा सकता है। भविष्य में कभी भी कहीं जंगल या किसी भी क्षेत्र में आग लगने पर सम्बन्ध में लोगों को जानकारी देना एवं किस विभाग से तुरंत संपर्क करना है, ग्राम वासियों और स्कूल के छात्र-छात्राओं, शिक्षक वर्ग ने गंभीरता से इस और ध्यान और सतर्क रहने का प्रण किया। विद्यालय के छात्र छात्राओं ने भी अपने जानकारी अनुसार जानकारी दी, जो कि इस विषय में बहुत लाभकारी होगी।
इस कार्यक्रम में ट्रस्ट के डायरेक्टर इन्दर सिंह , दिनेश कंडारी, बीरेंद्र भंडारी, डॉ. हेमावती पुष्पवान, तुलसी देवी (प्रधान) एवं नंदन सिंह (प्रधान) विद्यालय के प्रधानाचार्य हरपाल सिंह परिहार, अध्यापक कमलेश चंद्र, पुष्कर सिंह नेगी, नीरज शर्मा, प्रियांक बेंजवाल सहित ग्रामीणों एवं छठी कक्षा से बारहवीं कक्षा के छात्र-छात्रायें एवं अध्यापको द्वारा प्रतिभाग किया गया।
कार्यक्रम का संचालन हरमनी मल्ली ग्राम में बीरेंद्र भंडारी एवं राजकीय इण्टर कॉलेज, हरमनी में कमलेश चंद्र सत्ती द्वारा किया गया ।

पति ने पत्नी की गला रेतकर की ह्त्या, दो महीने पहले ही हुई थी शादी

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देहरादून, प्रेमनगर के मिठीबेरी में पति ने पत्नी को गला घोंटकर मार डाला। दो महीने पहले ही फरवरी में दोनों की शादी हुई थी। रविवार रात को दोनों में किसी बात को लेकर झगड़ा हुआ था। अब तक मिली जानकारी के अनुसार महिला का नाम प्रतिभा और हत्यारोपी पति का नाम दीपक शर्मा है।
दीपक दिहाड़ी मजदूरी करता है। पत्नी का गला घोंटकर मार डालने के बाद दीपक खुद ही उसे अस्पताल ले गया था। सुबह पुलिस को डेथ मेमो मिला तो सारी बात सामने आई। पुलिस ने दीपक शर्मा को हिरासत में ले लिया है।

पीआरएसआई देहरादून चैप्टर द्वारा मनाया गया राष्ट्रीय जनसंपर्क दिवस-2024, सनातन मूल्य और उभरता भारत में जनसंपर्क की भूमिका पर हुई चर्चा

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देहरादून। पब्लिक रिलेशंस सोसाइटी ऑफ इंडिया (पीआरएसआई) देहरादून चैप्टर के सदस्यों द्वारा देहरादून में राष्ट्रीय जनसंपर्क दिवस-2024 धूमधाम के साथ मनाया गया। अतिथियों ने इस वर्ष जनसंपर्क दिवस पर सनातन मूल्य और उभरता भारत मे जनसंपर्क की भूमिका पर अपने वक्तव्य दिए।
सनातन मूल्यों के जानकार, नीरज पांडे ने सनातन मूल्य और उभरता भारत में जनसम्पर्क की भूमिका विषय पर अपने व्याख्यान देते हुए कहा कि वैज्ञानिक सिद्धांतों में निहित सनातन मूल्य, भारत और दुनिया के सामने आने वाली समकालीन चुनौतियों पर सुसंगत हल देने की क्षमता रखते हैं। हम सनातन मूल्य की बात करते हैं तो उसका तात्पर्य उस हिन्दू धर्म से जिसका पालन सामान्य हिंदू परिवार करते हैं। वैदिक ग्रंथों में जीवन मूल्य शब्द नहीं है, मूल शब्द अंग्रेजी की वैल्यू के कारण आ गया है। ग्रंथों में तो जीवन मूल्य का अर्थ पुरुषार्थ। वैदिक ग्रंथों में जीवन मूल्य का अर्थ पुरुषार्थ की बात कही है ये 4 प्रकार के है धर्म, अर्थ, काम और मोक्ष। यही हमारे सारे संघर्ष के आधार हैं। जीवन की इच्छा और जीवनभोग इसी पर हमारा इमरजिंग इंडिया भी आधारित है। हमारी क्या जीवन इच्छा है और क्या जीवन भोग करना चाहते हैं। इसी आधार पर हम इमर्जिंग भारत की बात करते हैं। उन्होंने ऐसा सुनियोजित निरंतर प्रयास करना है जिसके द्वारा किसी संगठन या सत्ता और उसकी जनता के बीच परस्पर सम्बन्ध स्थापित विकसित होती है और इसके लिए अच्छे चरित्र दायित्वपूर्ण बगैर अच्छे चरित्र के हम जनसंपर्क नहीं कर सकते।

पीआरएसआई के राष्ट्रीय अध्यक्ष अजीत पाठक ने विभिन्न गतिविधियों, सेमिनारों और कार्यशालाओं के माध्यम से संचार और जनसंपर्क पेशेवरों की क्षमता को आगे बढ़ाने के प्रयासों के लिए देहरादून चौप्टर की सराहना की।  इस दौरान उन्होंने सनातन मूल्यों पर आधारित कविता का पाठ भी किया।

देहरादून चौप्टर के उपाध्यक्ष डॉ. ए.एन त्रिपाठी ने सनातन मूल्यों के आधार पर भारत की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनने की क्षमता पर प्रकाश डाला और सुझाव दिया कि युवाओं को सनातन मूल्यों में शिक्षित करने के लिए पीआरएसआई को पूरे उत्तराखंड में कार्यशालाएँ आयोजित करनी चाहिए।

सामाजिक कार्यकर्ता अनूप नौटियाल ने हिमालयी क्षेत्र में पर्यावरणीय सुरक्षा को बढ़ावा देने के लिए प्रभावी जनसंपर्क के महत्व पर जोर दिया। उन्होंने सनातन मूल्यों के परिप्रेक्ष्य में पर्यावरणीय चुनौतियों से निपटने की आवश्यकता पर बल दिया। नौटियाल ने मानवविज्ञानी लोकेश ओहरी के शोध का हवाला देते हुए कहा कि रुद्रप्रयाग में हरियाली देवी के प्रति  श्रद्धा भाव ने क्षेत्र में 98 पौधों की प्रजातियों को संरक्षित करने में उपयोगी साबित हुआ।

उप-निदेशक सूचना रवि बिरजानिया ने भी जनसंपर्क दिवस पर सनातन मूल्य और उभरता भारत में जनसंपर्क की भूमिका पर अपने विचार ब्यक्त किये। इसके साथ ही सचिव अनिल सती, कोषाध्यक्ष सुरेश भट्ट, फिल्मकार निर्माता, वैभव गोयल, फिल्मनिर्देशक कांता प्रसाद ने भी अपनी बात रखी।

पीआरएसआई देहरादून चैप्टर द्वारा जनसम्पर्क के क्षेत्र में विशिष्ट योगदान के लिए विभूतियों को सम्मानित भी किया गया।

पुस्तकें, बदलाव का अच्छा, सस्ता एवं स्थायी माध्यम- पद्मश्री डॉ.बीकेएस. संजय

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मसूरी(दीपक सक्सेना)। संजय ऑर्थाेपीडिक, स्पाइन एवं मैटरनिटी सेंटर दून विहार, जाखन, में विश्व पुस्तक दिवस के अवसर पर कार्यक्रम का आयोजन किया गया जिसका शुभारंभ मुख्य अतिथि लोकसभा सांसद व पूर्व केंद्रीय मानव संसाधन मंत्री एवं पूर्व मुख्यमंत्री उत्तराखण्ड डॉ. रमेंश पोखरियाल ‘निशंक, औरोवैली आश्रम के संस्थापक अध्यक्ष स्वामी ब्रह्मदेव, विशिष्ट अतिथि पर्यावरणविद् पद्मश्री कल्याण सिंह रावत, यूकॉस्ट के महानिदेशक प्रो. दुर्गेश पंत, देहरादून महानगर बीजेपी. अध्यक्ष सिद्धार्थ उमेश अग्रवाल, झांसी विश्वविद्यालय के प्रो. पुनीत बिसारिया एवं कार्यक्रम के आयोजक पद्मश्री डॉ. बी केएस. संजय ने दीप प्रज्वलित कर किया।
इस मौके पर पद्मश्री डॉ. बीकेएस. संजय ने कहा कि पुस्तकें ऐसी दोस्त हैं कि जब भी आप उनका साथ चाहते हो वह आपके साथ हो जाती हैं और अपने पूरे कर्तव्य और जिम्मेदारी निभाती हैं। उनके लिए समय और परिस्थितियों की बाधता नहीं होती है। लेखक लिखने के बाद मर जाते हैं पर पुस्तकें अमर रहती हैं जैसे हमारे ग्रंथ रामायण, महाभारत, कुरान, बाइबल, गुरु ग्रंथ साहब, आगाम और पिटिक इत्यादि। जब हम कोई पुस्तक पढ़ते हैं तो ऐसा लगता है मेरा लेखक से सीधा साक्षात्कार हो रहा है और यही भावना उसमें लेखकों की लेखन के साथ अमर बनाती हैं। डॉ. संजय ने आहवान किया कि सभी को बचपन से ही पढ़ने की आदत डालनी चाहिए और बच्चों को पढ़ने के लिए प्रेरित करना चाहिए। कार्यकम में स्वामी ब्रह्मदेव ने कहा कि चाहे हम किताबें कितना भी पढ़ लें लेकिन अपनी जिंदगी को पढ़ना सबसे बडा काम है। अपने आप को समझें, जानें और खुद को पहचानें। पुस्तकों से ही जीवन का विकास होता है इसलिए पढ़ते रहें। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि डाा. रमेश पोखरियाल निशंक ने कहा कि पुस्तकों का महत्व असीमित है। आज हम जो भी हैं, जहा भी हैं, यह सब पुस्तकों की ही देन है। हम जैसा सोचते हैं, वैसा बोलते हैं और हम जैसा बोलते हैं, वैसा करते हैं इसलिए अच्छा सोचें, अच्छा करें और अच्छे बनें। डॉ. योगेंद्र नाथ अरुण ने कहा कि पुस्तकें आपकी सबसे अच्छी दोस्त हैं, बशर्तें तुम्हें चुनना आता हो। आज संस्कारों एवं संस्कृति को बचाने की आवश्यकता है और पुस्तकें ही इस कार्य को करने में महत्त्वपूर्ण योगदान देती हैं। डॉ. सुधा रानी पांडे ने कहा कि हम सभी पुस्तकें पढ़ कर ही आगे बढ़े हैं। पुस्तकें हमारी मानसिक, वैचारिक, बौद्धिक एवं सैद्धांतिक विचारों की अवधारणा को प्रभावित करते हैं। प्रो. प्रियदर्शन पात्रा ने कहा कि हमें स्वयं पढ़ना चाहिए और दूसरों को पढ़ने के लिए प्रेरित करना चाहिए। विश्वंबर नाथ बजाज ने कहा कि हमारे जीवन में धार्मिक ग्रंथों का महत्वपूर्ण योगदान है। प्रो सुशील उपाध्याय ने कहा कि बहुत सारे शैक्षणिक संस्थानों एवं पुस्तकालयों में बहुत सारी पुस्तकें हैं परंतु पुस्तकें केवल अलमारियों तक पहुंची हैं। रूबा बिजनौरी ने शायरी एवं गजल गायन से सबका मनोरंजन किया। डॉ. एसएन सिंह ने कहा कि हमें अनावश्यक खर्चों के बजाय पुस्तकें खरीदनी चाहिए जो हमारे जीवन को बनाए और संवारे। हास्य कवि राकेश एवं अरुण भट्ट ने कविता का पाठ किया। रजनीश त्रिवेदी ने कहा कि किताबें अंधकार में उजाला होती हैं और हमारे जीवन का उद्धार करती हैं। कार्यक्रम का संचालन योगेश अग्रवाल ने किया। ऑर्थाेपीडिक एवं स्पाइन सर्जन डॉ. गौरव संजय ने कार्यक्रम में आये सभी अतिथियों, वक्ताओं, छात्र-छात्राओं, संस्था के सभी कर्मचारियों, सहित सभी का आभार व्यक्त किया। इस मौके पर प्रो. पीके गर्ग, जे.एस. हलधर, भागीरथ शर्मा, बैचेन कंडियाल, असीम शुक्ला, डॉ. सुजाता संजय, डॉ. गौरव संजय, डॉ. प्रतीक, आर.पी. गौतम, शिव मोहन, सपना पांडे, हरिओम सिंह आदि मौजूद रहे।