Friday, April 26, 2024
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भाजपा ने निकाली जन आशीर्वाद रैली, मुख्यमंत्री धामी ने रैली में की 12 महत्वपूर्ण घोषणायें

ॠषिकेश, मुख्यमंत्री श्री कपुष्कर सिंह धामी ने ऋषिकेश में जन आशीर्वाद रैली में प्रतिभाग किया।
मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा योग नगरी में आकर जहाँ एक ओर मैं स्वयं को गौरवान्वित अनुभव कर रहा हूँ वहीं दूसरी ओर आप सभी का प्रेम देखकर भावविभोर भी हूँ। इस योग ओर आध्यात्मिक भूमि को माँ गंगा का आशीर्वाद प्राप्त है। उन्होंने कहा कि समाज के अंतिम छोर तक विकास की धारा को पहुंचाया जा रहा है। डबल इंजन की सरकार में सराहनीय कार्य हो रहे हैं। ऋषिकेश से कर्णप्रयाग तक रेल लाइन का कार्य तेजी से चल रहा है। इस रेल लाइन का निर्माण डबल इंजन की सरकार में ही संभव था। ऋषिकेश हमारी ऐतिहासिक धरोहर है।

इस अवसर पर उन्होंने 12 घोषणायें की। मुख्यमंत्री ने कहा कि श्यामपुर रेलवे फाटक पर ओवरब्रिज का निर्माण किया जाएगा। ऋषिकेश स्थित संजय झील का सौन्दर्यीकरण कर पर्यटक स्थल के रूप में विकसित किया जाएगा। बैराज स्थित झील पर साहसिक पर्यटन एवं वाटर स्पोर्ट्स प्रारंभ कराएं जाएंगे। ऋषिकेश में बहुमंजिला पार्किंग का निर्माण कराया जाएगा। ऋषिकेश में मां गंगा की धारा को निरंतर व व्यवस्थित स्वरूप में त्रिवेणी घाट पर लाया जाएगा।
कैम्पा योजना के अन्तर्गत वनों से सटे गांवों जैसे सत्यनारायण मंदिर से गौहरीमाफी, साहबनगर, भट्टोवाला, रूषाफार्म (गुमानीवाला) में सड़क तथा विद्युत एवं अन्य जरूरी सुविधायें उपलब्ध कराई जाएगी। गुलदार प्रभावित क्षेत्र रायवाला, साहबनगर, खदरी के निवासियों की जानमाल की सुरक्षा का प्रबन्ध किया जाएगा।
खदरी, लक्कडघाट, गुमानीवाला, रूषाफार्म, भट्टोंवाला, छिद्दरवाला आदि क्षेत्रों में हाथी व अन्य वन्यजीवों से सुरक्षा के प्रबन्ध किए जाएंगे। बाढ़ प्रभावित क्षेत्र गौहरीमाफी, साहबनगर, ठाकुरपुर (खैरीखुर्द), गढ़ीमयचक में बाढ़ सुरक्षा के लिए प्रभावी कार्यवाही यथाशीघ्र आरम्भ की जाएगी। ग्रामीण क्षेत्रों में हाईटेक मिनी स्टेडियम की स्थापना की जाएगी। ऋषिकेश में सड़कों के निर्माण के लिए राज्य योजना से 20 करोड़ रुपए दिए जाएंगे। निराश्रित गौवंश को आश्रय हेतु गौशाला की स्थापना कराई जाएगी।

मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि प्रदेश को अगले 10 सालों में विभिन्न क्षेत्रों में अग्रणी राज्य बनाया जाएगा। कोविड के दौरान अनेक क्षेत्रों से जुड़े लोगों का कार्य प्रभावित हुआ। सरकार द्वारा उनको राहत देने का कार्य किया जा रहा है। चिकित्सा क्षेत्र के लिए 205 करोड़ का पैकेज दिया गया है। पर्यटन एवं परिवहन से जुड़े लोगों को भी 200 करोड़ का राहत पैकेज दिया गया है।
इस अवसर पर विधानसभा अध्यक्ष श्री प्रेमचंद अग्रवाल, भाजपा प्रदेश अध्यक्ष/ विधायक श्री मदन कौशिक, मेयर श्रीमती अनीता ममगाईं एवं जनप्रतिनिधिगण मौजूद थे।

 

 

कुंजापुरी पर्यटन विकास मेला 7 अक्टूबर से होगा शुरू, मेले की तैयारियों को लेकर कैबिनेट मंत्री सुबोध ने ली बैठक

टिहरी (नरेंद्रनगर), प्रतिवर्ष आयोजित होने वाला कुंजापुरी पर्यटन विकास मेला 7 अक्टूबर से नरेन्द्रनगर में धूमधाम से आयोजित किया जाएगा। मेला 14 अक्टूबर तक चलेगा |शनिवार को मेले की तैयारियों को लेकर कैबिनेट मंत्री सुबोध उनियाल ने आला अधिकारियों के संग तहसील सभागार में एक बैठक की एवं आवश्यक दिशा निर्देश दिए।

कैबिनेट मंत्री सुबोध उनियाल ने बताया कि बीते वर्षों में कोविड-19 महामारी के सुरक्षा दृष्टिगत कुंजापुरी पर्यटन विकास मेला आयोजित नहीं किया गया था। वर्तमान स्थिति काफी हद तक सामान्य बनी हुई है।

इसके तहत कुंजापुरी पर्यटन विकास मेले को इस वर्ष आयोजित करने का निर्णय लिया गया है। कहा कि इस मेले के माध्यम से विकास की संभावनाओं को धरातल पर लाने के लिए वह सदैव प्रयासरत रहेंगे। बीते मेलों में राज्यपाल, मुख्यमंत्री और केंद्रीय मंत्री ने यहां क्षेत्र को कई सौंगातें दी हैं। जिनसे क्षेत्र के विकास को नई दिशा मिली है।

मौके पर नगर पालिकाध्यक्ष मुनिकीेरेती-ढालवाला रोशन रतूड़ी, नगर पालिकाध्यक्ष नरेंद्रनगर राजेंद्र विक्रम सिंह पंवार, जिलाधिकारी ईवा आशीष श्रीवास्तव, उपजिलाधिकारी देवेंद्र सिंह नेगी, कर निरीक्षक मुनिकीरेती पालिका अनुराधा गोयल, क्रेजी फेडरेशन अध्यक्ष मनीष डिमरी एवं अन्य विभागों के अधिकारी मौजूद थे।

केदारनाथ-बदरीनाथ चारधाम यात्रा शुरू, रोजाना पहुंचने वाले तीर्थयात्रियों की संख्या हुई तय

देहरादून, उत्तराखंड़ हाईकोर्ट ने चारधाम यात्रा पर लगी रोक हटाने के बाद शनिवार शुरू हुई यात्रा में श्रद्धालुओं की भीड़ देखी गई। प्रदेश सहित बाहरी राज्यों ने बदरीनाथ, केदारनाथ, गंगोत्री, यमुनोत्री धाम में श्रद्धालुओं ने दर्शन किए। कोविड से जुड़े प्रतिबंधों के साथ यात्रा शुरू होते ही तीर्थ यात्रियों में खासा जोश दिखाई दिया।केदारनाथ-बदरीनाथ सहित चारधाम यात्रा के लिए भले ही रोजाना पहुंचने वाले तीर्थयात्रियों की संख्या तय कर दी गई हो, पर यदि कोई यात्री रात को धामों में रुकना चाहे तो रुक सकता है।

देवस्थानम बोर्ड के सीईओ रविनाथ रमन ने बताया कि चारों धामों में यात्रियों की संख्या दर्शन करने के लिए तय की गई है। उत्तराखंड में चार धाम यात्रा के दर्शन को आने वाले दूसरे राज्य के श्रद्धालुओं को स्मार्ट सिटी के अलावा देवस्थानम बोर्ड के पोर्टल पर भी पंजीकरण कराना होगा। स्मार्ट सिटी पोर्टल पर पंजीकरण से उन्हें राज्य में प्रवेश मिलेगा। जबकि, देवस्थानम बोर्ड के पोर्टल पर पंजीकरण से यात्रा का ई पास मिलेगा। राज्य के यात्रियों को केवल देवस्थानम बोर्ड की साइट पर पंजीकरण कराना होगा। श्री हेमकुंड साहिब के कपाट भी श्रद्धालुओं के लिए शनिवार को खोल दिए गए हैं।

सरकार ने केरल, महाराष्ट्र, आंध्र प्रदेश से आने वाले यात्रियों को कोविड वैक्सीन की दोनों डोज लगाने के बावजूद यात्रा तारीख से 72 घंटे पहले की उसी के बाद ई पास जारी हो पाएगा। देवस्थानम बोर्ड के सीईओ रविनाथ रमन ने बताया कि यात्रियों की संख्या दर्शन करने के लिए तय की गई है। दर्शन करने के बाद यात्री चाहे तो बदरीनाथ धाम टाउन में कितने दिनों के लिए भी रह सकता है।char dham yatra begins 18 september kedarnath badrinath gangtori yamunotri  smart city registration devasthanam board registration - केदारनाथ-बदरीनाथ  सहित चारधाम यात्रा शुरू,इन दस्तावेजों के साथ ...

यात्रा कंट्रोल रूम के नंबर :
0135559898, 0135552627, 0135552628

इन स्थानों पर होगी जांच :

गौचर, ग्वालदम, पांडुकेश्वर, पंडुवाखाल, मोहनखाल, सिरोबगड़, चिरबटिया, सोनप्रयाग, स्यान्सू, नगुण, धनोत्री, डाम्टा।

 

नेगेटिव आरटीपीसीआर या दो टीकों की रिपोर्ट जरूरी
श्रद्धालुओं की आरटीपीसीआर टेस्ट की नेगेटिव रिपोर्ट और कम्पलीट वैक्सीनेशन के सर्टिफिकेट की जांच के लिए चारों धामों में चेक पोस्ट बनाए जाएं। श्रद्धालुओं के लिए कुंड में स्नान करने पर प्रतिबंध रहे और एंटी स्पीटिंग ऐक्ट को चारों धामों में लागू किया जाए। संबंधित जिलाधिकारियों को निर्देश दिए कि वे यात्रा को सफल बनाने के लिए स्थानीय लोगों एवं एनजीओ की मदद ले सकते हैं, लेकिन एनजीओ एवं स्थानीय लोग, सही एवं जिम्मेदार होने चाहिए।

रोजाना कहां कितने यात्री जा सकेंगे
बदरीनाथ 1000
केदारनाथ 800
गंगोत्री 600
यमुनोत्री 400

डेढ़ महीने होगी यात्रा
यात्रा अभी शुरू होती है, तो नवंबर महीने के मध्य तक चलेगी। गंगोत्री धाम के कपाट दीवाली के अगले दिन बंद होंगे। यमुनोत्री धाम और केदारनाथ धाम के कपाट भैय्यादूज के दिन बंद होंगे। बदरीनाथ धाम के कपाट बंद होने पर दशहरा के दिन फैसला होगा।

ये सावधानी बरतें

-मानसून के दौरान चारधाम की सड़कें बार बार बंद हो रही हैं, इसलिए पहाड़ पर सड़कों की जानकारी लेकर ही आगे बढ़ें।
-रात को सफर न करें। अपनी गाड़ी के बजाय बसों और टैक्सियों को दें प्राथमिकता।
-चारों धामों में बारिश के कारण लगातार तापमान गिर रहा है और बर्फबारी भी हो रही है, इसलिए गर्म कपड़े जरूर साथ लाएं।
-केदारनाथ और यमुनोत्री के पैदल रास्ते में सावधानी से चलें, साथ में बांस की लाठियां रख लें तो बेहतर होगा।
-चारों धामों की अधिक ऊंचाई के कारण आक्सीजन की कमी रहती है, सिलेंडर साथ रख सकते हैं।
-धामों की स्वच्छता के लिए पॉलीथिन, प्लास्टिक का प्रयोग वर्जित है, इसे साथ न लाएं।
-सम्पूर्ण चारधाम यात्रा मार्ग पर मांस, शराब पूर्ण प्रतिबन्धित है

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