देहरादून, केदारनाथ विधायक मनोज रावत के नेतृत्व में आज चार धाम यात्रा शुरू करने की मांग को लेकर तीर्थ पुरोहित व हक-हकूकधारियों ने मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से मुलाकात की। उन्होंने अपनी मांग को प्रमुखता से सीएम के सम्मुख रखकर अपनी समस्याओं से अवगत कराया।
इस मौके परम विधायक मनोज रावत ने मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी को एक ज्ञापन भी सौंपा। जिसमें उन्होंने कहा है कि कोरोना की पहली लहर आने पर उत्तराखण्ड के चार धामों के निवासियों और इन धामों से जुड़े हक-हकूकधारियों ने भारी मन के साथ अपनी सदियों पुरानी परंपराओं के साथ समझौता करते हुए सरकारों द्वारा तय करोना प्रोटोकाल का अक्षरश: पालन किया। पहली बार दो सालों से लगातार बाबा केदारनाथ जी की डोली को मोटर वाहन द्वारा उनके धाम पंहुचाया गया।
विधायक मनोज रावत ने तर्क देते हुए कहा है कि वर्तमान में देश और उत्तराखण्ड के सभी तीर्थ और पर्यटक स्थल श्रद्धालुओं और पर्यटकों के लिए खोल दिए गए हैं, ऐसे में उत्तराखण्ड के चारों धामों को दर्शनार्थियों के लिए न खोले जाने का निर्णय किसी भी तर्क की कसौटी पर खरा नहीं उतर रहा है।
ये चार धाम न केवल यहां के निवासियों की, बल्कि पूरे राज्य की अर्थव्यवस्था का प्रमुख आधार हैं। चार धाम यात्रा न खुलने से हरिद्वार ऋषिकेश- हल्द्वानी- रामनगर से लेकर चारों धामों तक के व्यवसायी आर्थिक रूप से बर्बाद हो गए हैं। कई व्यवसायिक प्रतिष्ठान बिकने की कगार पर हैं।
विधायक मनोज रावत ने चारों धामों से जुड़े हक-हकूकधारियों, सभी प्रकार के व्यवसायियों तथा दुनिया भर के हिन्दू धर्मावलंबियों की ओर से मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से अनुरोध करते हुए कहा है कि अतिशीघ्र चारों धामों के कपाट श्रद्धालुओं के लिए खोलने का निर्णय लिया जाए।
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