देहरादून, स्वास्थ्य और चिकित्सा में तत्काल सेवा उपलब्ध होने के सकारात्मक रूप में प्रदेश में आपातकालीन सेवा के दौरान घायलों को अस्पताल पहुंचाने के लिए 108 एंबुलेंस का बेड़ा दोगुना किया जाएगा। एंबुलेंस की संख्या बढ़ने से आपातकालीन सेवा में रिस्पान्स टाइम कम होगा। वर्तमान में 108 सेवा के तहत 139 एंबुलेंस संचालित हो रही हैं।
राज्य के दुर्गम क्षेत्रों में स्वास्थ्य सेवाओं की कमी के कारण मरीजों को हायर सेंटर रेफर किया जाता है। वहीं, सड़क दुर्घटना में घायलों को कम से कम समय में अस्पताल पहुंचाने के लिए सरकार एंबुलेंस सेवा 108 के बेड़े को दोगुना करने जा रही है। इसके लिए लगभग 132 नई एंबुलेंस खरीदी जाएंगी। वर्तमान में 108 आपातकालीन सेवा के तहत 139 एंबुुलेंस का संचालन किया जाएगा। इन्हें मिलाकर प्रदेश में कुल 360 से अधिक एंबुुलेंस हैं।
प्रदेश के पर्वतीय क्षेत्रों में एंबुलेंस सेवा एक लाइफ लाइन की तरह है। गर्भवती महिला हो या अन्य बीमारियों से पीड़ित मरीज और दुर्घटनाओं में घायलों को एंबुलेंस के जरिये अस्पताल पहुंचाया जाता है। कई बार एंबुलेंस उपलब्ध न होने से आपातकालीन समय में मरीज को एंबुलेंस नहीं मिलती है। इसे देखते हुए सरकार अब एंबुलेंस के बेड़े को दोगुना करना जा रही है।
इससे आपातकालीन सेवा के दौरान रिस्पान्स टाइम कम होगा। कॉल करने के कुछ ही मिनट में मरीज को एंबुलेंस उपलब्ध हो सकेगी। अपर सचिव एवं निदेशक चिकित्सा शिक्षा युगल किशोर पंत का कहना है कि प्रदेश में बेहतर स्वास्थ्य सेवाओं के लिए बुनियादी ढांचे में कई सुधार किए जा रहे हैं। प्रदेेश में एंबुलेंस का बेड़ा बढ़ा कर दोगुना किया जा रहा है। इसके लिए नई एंबुलेंस खरीदी जा रही है।
Recent Comments