Wednesday, May 7, 2025
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स्कूलों में बच्चों को पाठ्यचर्या में श्रीमद् भगवत गीता का अध्ययन भी कराया जाए : सीएम

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“बरसात शुरू होने से पहले राज्य के सभी स्कूलों का निरीक्षण किया जाए”

देहरादून, प्रदेश के मुखिया पुष्कर सिंह धामी ने मुख्यमंत्री कैम्प कार्यालय में शिक्षा विभाग की समीक्षा के दौरान अधिकारियों को निर्देश दिये कि स्कूलों में बच्चों को पाठ्यचर्या में श्रीमद् भगवत गीता का अध्ययन भी कराया जाए। शिक्षा के क्षेत्र में नवाचार का अगले 10 सालों के स्पष्ट प्लान पर कार्य किया जाए। शिक्षा विभाग द्वारा दिसम्बर 2026 तक शिक्षा के क्षेत्र में विभिन्न गतिविधियों का रजतोत्सव कलेण्डर बनाया जाए। बरसात शुरू होने से पहले राज्य के सभी स्कूलों का निरीक्षण किया जाए और स्कूल के रास्तों और पुलों की स्थिति के साथ ही अन्य मूलभूत सुविधाओं को भी देखा जाए।
मुख्यमंत्री ने कहा कि कलस्टर विद्यालयों में आवसीय हॉस्टल की सुविधा के लिए अन्य राज्यों की बैस्ट प्रैक्टिस का अध्ययन कर प्रस्ताव बनाया जाए। यह सुनिश्चित किया जाए कि बच्चों को आवसीय हॉस्टल में बेहतर सुविधाएं उपलब्ध हों। पहले चरण में प्रत्येक जनपद में एक-एक आवासीय हॉस्टल बनाया जाए। 559 कलस्टर विद्यालयों के 15 किमी के अन्तर्गत छात्र-छात्राओं की परिवहन व्यवस्था के लिए जल्द प्रस्ताव बनाने के निर्देश मुख्यमंत्री ने दिये।
मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिये कि यह सुनिश्चित किया जाए कि हर साल बच्चों को पाठ्य-पुस्तकें समय पर मिले। उन्होंने कहा कि शिक्षा विभाग में ट्रासंफर की प्रक्रिया में पूर्ण पारदर्शिता रहे, इसके लिए सभी पहलुओं का गहनता से अध्ययन कर प्रस्ताव बनाया जाए। जनपद, मण्डल और राज्य स्तरीय कैडर में सभी पहलुओं का ध्यान रखा जाए। स्कूलों में एनसीसी और एन.एस.एस को बढ़ावा दिया जाए, जिन स्कूलों में अभी इनकी सुविधा नहीं हैं, चरणबद्ध तरीके से स्कूलों का चयन किया जाए। मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य में शिक्षा व्यवस्थाओं को और बेहतर बनाने के लिए राज्य के औद्योगिक प्रतिष्ठानों से सी.एस.आर फण्ड के तहत सहयोग के लिए अनुरोध भी किया जाए।
मुख्यमंत्री ने कहा कि जीर्ण-शीर्ण विद्यालयों में मरम्मत के कार्यों में तेजी लाई जाए। स्कूलों में बच्चों की सुरक्षा का विशेष ध्यान रखा जाए। बच्चों की सुरक्षा से सबंधित किसी भी मामले में लापरवाई करने वालों पर सख्त कार्रवाई की जायेगी। राजीव गांधी नवोदय विद्यालयों में छात्रों की क्षमता के अनुसार पूर्ण उपलब्धता हो, इसके लिए प्रतीक्षा सूची भी बनाई जाए। उन्होंने कहा कि शिक्षा में गुणात्मक सुधार के लिए आवश्यक संसाधनों में कोई कमी नहीं होने दी जायेगी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 का राज्य में प्रभावी क्रियान्वयन की दिशा में और तेजी से कार्य किये जाएं। बच्चों को नैतिक शिक्षा, पर्यावरणीय शिक्षा, राज्य की सांस्कृतिक विरासत, महानुभावों का उल्लेख, क्षेत्रीय आवश्यकताओं के हिसाब से कौशल विकास, स्वास्थ्य शिक्षा, लोककथा, लोक साहित्य, संगीत और कला को पाठ्यक्रम में शामिल किया जाए।
बैठक में शिक्षा मंत्री डॉ. धन सिंह रावत, सचिव शिक्षा रविनाथ रमन, अपर सचिव श्रीमती रंजना, महानिदेशक माध्यमिक शिक्षा सुश्री झरना कमठान, अपर सचिव बेसिक शिक्षा एम.एम. सेमवाल, माध्यमिक शिक्षा निदेशक डॉ. मुकुल कुमार सती, बेसिक शिक्षा निदेशक श्री अजय नौडियाल अरौर शिक्षा विभाग के अन्य अधिकारी उपस्थित थे।

मौसम विभाग के अलर्ट पर एक्शन में आपदा प्रबंधन विभाग

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“एलर्ट को देखते हुए सभी प्रभावी सुरक्षात्मक कदम उठाने के निर्देश”

देहरादून, मौसम विज्ञान विभाग द्वारा उत्तरकाशी जनपद के लिए 07 और 08 मई को भारी से बहुत भारी वर्षा, बर्फबारी, आकाशीय बिजली चमकने, ओलावृष्टि के रेड अलर्ट तथा शेष अन्य जनपदों के लिए 06, 07 एवं 08 मई को ऑरेंज तथा येलो अलर्ट के पूर्वानुमान जारी किया गया है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने इस संबंध में सचिव आपदा प्रबंधन एवं पुनर्वास विभाग विनोद कुमार सुमन से जानकारी ली तथा जनपदों के साथ बैठक करने के निर्देश दिए। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने निर्देश पर उपाध्यक्ष, राज्य सलाहकार समिति, आपदा प्रबंधन विभाग विनय कुमार रुहेला तथा सचिव आपदा प्रबंधन एवं पुनर्वास विभाग विनोद कुमार सुमन ने सोमवार को सभी जनपदों के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से बैठक कर एलर्ट को देखते हुए सभी आवश्यक तैयारियां सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। इस संबंध में सचिव आपदा प्रबंधन एवं पुनर्वास ने सभी जिलाधिकारियों को पत्र भी भेजा है।
विनय कुमार रुहेला ने कहा कि सीएम धामी द्वारा स्पष्ट निर्देश दिए गए हैं कि मौसम विभाग द्वारा जारी अलर्ट को सभी जनपद गंभीरता से लें और सभी आवश्यक तैयारियां सुनिश्चित की जाएं। उन्होंने कहा कि किसी भी आपात स्थिति में त्वरित गति से रिस्पांस किया जाए। यदि अत्यधिक बारिश हो रही हो तो चारधाम यात्रियों को कुछ समय के लिए सुरक्षित स्थानों पर रोक लिया जाए और बारिश रुकने के बाद ही उन्हें आगे रवाना किया जाए।
बैठक के दौरान सचिव आपदा प्रबंधन एवं पुनर्वास विभाग विनोद कुमार सुमन ने कहा कि मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के निर्देश पर आपदाओं का प्रभावी तरीके से सामना करने के लिए समुदायों को जोड़ने की पहल प्रारंभ कर दी गई है। इस दिशा में शुरुआत टिहरी जनपद द्वारा की गई है। टिहरी के जिलाधिकारी मयूर दीक्षित ने प्रत्येक गांव में पांच लोगों का एक समूह बनाया है, जो किसी भी प्रकार की आपदा घटित होने पर इसकी सूचना जिला आपातकालीन परिचालन केंद्र को देंगे। इनके नंबर डीईओसी में उपलब्ध रहेंगे। यदि इस ग्रुप के एक सदस्य का फोन नहीं लगेगा तो दूसरे के फोन पर संपर्क किया जा सकेगा। आपदा संबंधी किसी भी प्रकार की सूचनाओं के आदान-प्रदान में इस समूह की महत्वपूर्ण भूमिका रहेगी और उनके द्वारा दी जाने वाली सूचनाओं पर तीव्र गति से एक्शन लिया जाएगा। इससे सूचना मिलने पर प्रभावित क्षेत्रों में तुरंत ही राहत और बचाव कार्य संचालित करने तथा आवश्यक राहत पहुंचाने में मदद मिलेगी।
इस अवसर पर अपर मुख्य कार्यकारी अधिकारी प्रशासन आनंद स्वरूप, अपर मुख्य कार्यकारी अधिकारी क्रियान्वयन डीआईजी राजकुमार नेगी, संयुक्त मुख्य कार्यकारी अधिकारी मो0 ओबैदुल्लाह अंसारी, रोहित कुमार, डॉ. वेदिका पन्त, डॉ. पूजा राणा, हेमंत बिष्ट, सुश्री तंद्रिला सरकार आदि मौजूद थे।

भूस्खलन संभावित क्षेत्रों में तैनात करें आवश्यक उपकरण :

सचिव आपदा प्रबंधन एवं पुनर्वास विनोद कुमार सुमन ने कहा कि यात्रा मार्ग में जो भी भूस्खलन संभावित क्षेत्र हैं, वहां जेसीबी तथा अन्य उपकरणों की तैनाती सुनिश्चित की जाए और मार्ग को जल्द से जल्द खोलने के प्रयास किए जाएं। उन्होंने कहा कि कैप यानी कॉमन एलर्ट प्रोटोकॉल के माध्यम से लोगों को मौसम संबंधी एलर्ट को लेकर एसएमएस भेजा जाता है। यह अलर्ट आम लोगों को समय पर मिल रहे हैं या नहीं इसकी भी जांच की जाए और इस संबंध में शीघ्र ही राज्य आपातकालीन परिचालन केंद्र को अवगत भी कराया जाए। उन्होंने कहा कि विभिन्न प्रकार के अलर्ट प्रत्येक नागरिक तक पहुंचें, इसके लिए ग्रामीणों को जोड़ते हुए व्हाट्सएप ग्रुप बनाया जाए तथा व्हाट्सएप के माध्यम से अलर्ट तथा आवश्यक जानकारियां प्रेषित करना सुनिश्चित किया जाए।

लोग सूचना दे रहे हैं तो उन्हें गंभीरता से लें :

सचिव आपदा प्रबंधन एवं पुनर्वास विनोद कुमार सुमन ने कहा कि यदि लोग किसी भी प्रकार की आपदा से संबंधित सूचना दे रहे हैं तो उसे गंभीरता से लिया जाए और उस पर कार्रवाई सुनिश्चित की जाए। यदि कोई लोग भ्रामक सूचनाएं देते हैं तो ऐसे लोगों के विरुद्ध एफआईआर दर्ज की जाए।

यात्रियों को रोक रहे हैं तो जलपान की व्यवस्था भी करें :

सचिव आपदा प्रबंधन एवं पुनर्वास विनोद कुमार सुमन ने कहा कि यदि यात्रियों को मौसम खराब होने के कारण ऐसे स्थान पर रोका जा रहा है, जहां पर दुकानें नहीं हैं, तो वहां यात्रियों के लिए जलपान की समुचित व्यवस्था की जाए। साथ ही दूसरे जनपदों के साथ समन्वय स्थापित किया जाए और यदि यह महसूस हो कि किसी जनपद में बारिश के कारण यात्रियों को रोकने की स्थिति में यात्रियों की संख्या अधिक हो गई है, अथवा जाम लगने की संभावना हो तो यात्रियों को दूसरे जनपद में ही रोक लिया जाए।

नालों की सफाई अभी से करें :

सचिव आपदा प्रबंधन एवं पुनर्वास विनोद कुमार सुमन ने कहा कि मानसून से आने से पहले नालों की सफाई कर ली जाए ताकि जब मानसून आए तो उस समय जलभराव की दिक्कत ना हो। उन्होंने कहा कि अभी जो बारिश हो रही है, उसमें यह पता भी लग जाएगा कि किन क्षेत्रों में जल भराव हो रहा है और उसके कारण क्या हैं।

चारधाम यात्रा : आरंभ में ही अव्यवस्थाओं का बोलबाला, सरकार पर उठे सवाल

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देहरादून, उत्तराखंड की पहचान और अर्थव्यवस्था की रीढ़ मानी जाने वाली चार धाम यात्रा के शुरुआती दिनों में ही अव्यवस्थाओं का आलम देखने को मिल रहा है। स्थानीय जनता, श्रद्धालु और पंडा पुरोहित समाज सरकार के इंतजामों से खासे नाखुश नजर आ रहे हैं। यह स्थिति तब है, जब पिछले वर्ष यात्रा के दौरान भारी अव्यवस्थाएं सामने आई थीं और राज्य सरकार ने मृतकों, बीमारों और संपत्ति के नुकसान का कोई आधिकारिक आंकड़ा जारी नहीं किया था। उम्मीद थी कि पिछली गलतियों से सबक लेकर इस बार बेहतर प्रबंधन होगा, लेकिन तीन धामों के कपाट खुलने और चौथे धाम बद्रीनाथ के कपाट आज खुलने के बाद स्थिति निराशाजनक दिख रही है।
केदारनाथ धाम से लगातार ऐसे वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे हैं, जो सरकार की कार्यशैली पर गंभीर सवाल खड़े कर रहे हैं। इन वीडियो में यात्रा प्रबंधन को लेकर लोगों की नाराजगी स्पष्ट रूप से देखी जा सकती है। सबसे चिंताजनक बात यह है कि बीमार घोड़ा-खच्चरों का समय पर इलाज न हो पाने के कारण धामों तक रसद और खाद्यान्न की आपूर्ति बाधित हो रही है। केदारनाथ में भारी बारिश की चेतावनी के बीच खाद्यान्न खराब होने का खतरा भी मंडरा रहा है।
स्थानीय लोगों में इस बात को लेकर भी नाराजगी है कि मंदिर की सजावट के लिए गुजरात से लोगों को बुलाया गया है। वहीं, केदारनाथ धाम के कपाट खुलने के अवसर पर मंदिर परिसर में बड़े मंच, माइक और कैमरों के आयोजन पर भी सवाल उठ रहे हैं। इतना ही नहीं, आनन-फानन में किए गए बद्री केदारनाथ मंदिर समिति (बीकेटीसी) के अध्यक्ष और उपाध्यक्षों की नियुक्ति पर भी उंगलियां उठ रही हैं। सवाल यह है कि जब यात्रा की तिथि पहले से निर्धारित थी, तो इन महत्वपूर्ण पदों पर नियुक्ति में इतना विलंब क्यों हुआ? नियुक्त किए गए लोगों की काबिलियत और पृष्ठभूमि पर भी प्रश्नचिह्न लग रहे हैं।
इस गंभीर स्थिति पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए, उत्तराखंड कांग्रेस की प्रवक्ता गरिमा दसौनी ने राज्य सरकार से तत्काल हस्तक्षेप की मांग की है। उन्होंने कहा कि यात्रा का अभी आरंभ है और यह लंबी चलेगी। इसलिए, समय रहते प्रबंधों को दुरुस्त किया जाना चाहिए, ताकि एक सुरक्षित और सुविधाजनक यात्रा का संदेश देश-विदेश में जा सके। दसौनी ने जोर देकर कहा कि चार धाम यात्रा न केवल धार्मिक महत्व रखती है, बल्कि यह उत्तराखंड की अर्थव्यवस्था और लाखों लोगों की आजीविका का भी आधार है। सरकार को इसे गंभीरता से लेना चाहिए और पिछली गलतियों को दोहराने से बचना चाहिए।

युद्ध की आहट के बीच गृह मंत्रालय का बड़ा कदम, 1971 के बाद पहली बार 7 मई को राज्यों में सिविल डिफेंस मॉकड्रिल के निर्देश

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नई दिल्ली , (आरएनएस)। जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच बढ़े तनाव और सैन्य टकराव की आशंका के बीच केंद्रीय गृह मंत्रालय ने एक बेहद महत्वपूर्ण कदम उठाया है। एमएचए ने देश के कई राज्यों को आगामी 7 मई को नागरिक सुरक्षा (ष्टद्ब1द्बद्य ष्ठद्गद्घद्गठ्ठष्द्ग) सुनिश्चित करने के लिए व्यापक मॉक ड्रिल आयोजित करने के निर्देश जारी किए हैं।
सरकार के सूत्रों के मुताबिक, केंद्रीय गृह मंत्रालय द्वारा जारी किए गए इन निर्देशों का समय अत्यंत महत्वपूर्ण है, क्योंकि यह उस समय आया है जब भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव अपने चरम पर है और किसी भी समय जंग छिडऩे जैसी स्थिति बनी हुई है। सूत्रों ने बताया कि इस तरह का देशव्यापी नागरिक सुरक्षा अभ्यास आखिरी बार साल 1971 में किया गया था, जिस साल भारत और पाकिस्तान के बीच दो मोर्चों पर युद्ध हुआ था। 53 साल बाद इस तरह के अभ्यास का निर्देश मौजूदा तनाव की गंभीरता और केंद्र सरकार की तैयारियों को दर्शाता है।
केंद्रीय गृह मंत्रालय द्वारा राज्यों को भेजे गए विस्तृत निर्देश में 7 मई को होने वाली मॉक ड्रिल के दौरान कई तरह के अभ्यास करने को कहा गया है। इन अभ्यासों में शत्रुतापूर्ण हवाई हमले की चेतावनी देने वाले सायरन सिस्टम का संचालन और इसके प्रति नागरिकों को जागरूक करना, संभावित हमले की स्थिति में खुद को सुरक्षित रखने के लिए नागरिकों, छात्रों और आम लोगों को नागरिक सुरक्षा के बुनियादी पहलुओं पर प्रशिक्षण देना, हमले के दौरान और उसके बाद सुरक्षित रहने और नुकसान को कम करने के उपायों के बारे में लोगों को जानकारी देना और उनका पूर्वाभ्यास कराना शामिल है।
इसके अलावा, युद्ध के समय में महत्वपूर्ण संयंत्रों और प्रतिष्ठानों, जैसे कि सरकारी भवन, पावर स्टेशन आदि, को संभावित हमलों से बचाने और संरक्षित करने के उपायों का अभ्यास करने तथा आपात स्थिति में आबादी को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाने के लिए निकासी योजना (श्व1ड्डष्ह्वड्डह्लद्बशठ्ठ क्कद्यड्डठ्ठ) को अद्यतन करने और उसका पूर्वाभ्यास करने का निर्देश भी दिया गया है।

योगी सरकार की बड़ी सफलता, राशन कार्ड वितरण में प्रयागराज ने मारी बाजी

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लखनऊ(आरएनएस)। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में प्रदेश के गरीबों की खाद्य सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए व्यापक अभियान चलाया जा रहा है। राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा अधिनियम (एनएफएसए) के तहत योगी सरकार एक-एक पात्र गरीब को चिन्हित कर राशन कार्ड जारी कर रही है। प्रदेश में अंत्योदय कार्ड लाभार्थियों की संख्या 1.29 करोड़ से अधिक है। अब तक प्रदेश में 3.16 करोड़ से अधिक परिवारों के सामान्य राशन कार्ड और 40.73 लाख से अधिक परिवारों के अंत्योदय राशन कार्ड बनाए जा चुके हैं, जिससे करीब 15 करोड़ लोगों को मुफ्त राशन का लाभ मिल रहा है। सरकार का लक्ष्य हर जरूरतमंद तक राशन पहुंचाना है और इसके लिए अभियान चलाकर पात्रता की पहचान की जा रही है।
खाद्य एवं रसद विभाग से प्राप्त आंकड़े के अनुसार, राशन कार्ड वितरण में प्रयागराज जिला सबसे आगे है। इस जिले में 9,34,677 सामान्य राशन कार्ड और 40,29,226 लाभार्थी दर्ज किए गए हैं। इसके बाद दूसरे स्थान पर सीतापुर जिला है, जहां 7,74,576 राशन कार्ड और 31,60,253 लाभार्थी हैं। आगरा ने तीसरा स्थान हासिल किया है, यहां 7,38,939 राशन कार्ड बनाए गए, जिनसे 30,80,875 लाभार्थी जुड़े हैं।
चौथे स्थान पर लखनऊ है, जहां 7,01,070 राशन कार्ड के जरिए 29,08,145 लाभार्थी जुड़े हैं, जबकि जौनपुर पांचवें स्थान पर है, जहां 6,91,216 राशन कार्ड और 30,56,416 लाभार्थी हैं। छठे स्थान पर गोरखपुर है, जहां 6,72,749 राशन कार्ड बनाए गए, जिनसे 26,79,692 लोग लाभान्वित हो रहे हैं। सातवें स्थान पर आजमगढ़ है, जहां 6,70,679 राशन कार्ड और 30,86,602 लाभार्थी हैं।
राशन कार्ड वितरण में बरेली ने आठवां स्थान हासिल किया है। यहां 6,70,677 राशन कार्ड के जरिए 29,19,581 लाभार्थियों को मुफ्त राशन का लाभ मिल रहा है। वहीं, नौवें स्थान पर सिद्धार्थनगर है। यहां 5,89,160 राशन कार्ड और 16,97,709 लाभार्थी हैं, जबकि 10वें स्थान पर लखीमपुर खीरी है, जहां 5,86,592 राशन कार्ड और 23,95,374 लाभार्थी दर्ज किए गए हैं। ये आंकड़े योगी सरकार की इस योजना की सफलता को दर्शाते हैं।
अंत्योदय राशन कार्ड वितरण में भी कई जिले शीर्ष पर हैं। आंकड़े के अनुसार, गोरखपुर ने अत्यंत गरीबों को चिन्हित कर उनको राशन कार्ड जारी करने में बाजी मारी है। यहां 1,26,392 अंत्योदय राशन कार्ड बनाए गए, जिनसे 4,56,750 लाभार्थी जुड़े हैं। दूसरे स्थान पर सीतापुर है, जहां 1,11,714 अंत्योदय राशन कार्ड और 3,09,470 लाभार्थी हैं। लखीमपुर खीरी ने तीसरा स्थान हासिल किया है, जहां 1,09,395 अंत्योदय राशन कार्ड और 2,95,862 लाभार्थी दर्ज किए गए हैं। चौथे स्थान पर आजमगढ़ है। यहां 1,05,782 अंत्योदय राशन कार्ड के जरिए 41,4,541 लाभार्थियों को राशन का लाभ मिल रहा है। पांचवें स्थान पर बरेली में 97,996 अंत्योदय राशन कार्ड और 2,97,077 लाभार्थी हैं। छठे स्थान पर प्रयागराज है, जहां 86,613 अंत्योदय राशन कार्ड और 2,61,220 लाभार्थी दर्ज किए गए हैं।
सातवें स्थान पर सिद्धार्थनगर है, जहां 82,334 अंत्योदय राशन कार्ड से 2,46,418 लाभार्थियों को राशन मिल रहा है। अभी तक के प्राप्त आंकड़े में जौनपुर ने आठवां स्थान हासिल किया है, जिसमें 1,25,472 अंत्योदय राशन कार्ड और 4,14,788 लाभार्थी हैं। नौवें स्थान पर लखनऊ है, जहां 48,903 अंत्योदय राशन कार्ड और 1,48,216 लाभार्थी दर्ज हैं। वहीं, अब तक के आंकड़े के अनुसार, 10वें स्थान पर फिरोजाबाद है। यहां पर 32,231 अंत्योदय राशन कार्ड और 99,599 गरीब लाभार्थी राशन का लाभ ले रहे हैं। इन जिलों ने अंत्योदय योजना को प्रभावी ढंग से लागू किया है। अभी राशन कार्ड बनाने की प्रक्रिया जारी है।
योगी सरकार ने पात्र गरीबों की पहचान के लिए विशेष अभियान शुरू किया है। आधार-लिंक्ड सत्यापन और ऑनलाइन आवेदन प्रणाली के जरिए यह प्रक्रिया पारदर्शी बनाई गई है। जिला प्रशासन को नियमित निगरानी और समीक्षा के निर्देश दिए गए हैं, ताकि कोई भी पात्र परिवार राशन से वंचित न रहे। राशन दुकानों को डिजिटल करने और पीओएस मशीनों के उपयोग से वितरण प्रणाली को और मजबूत किया गया है। सरकार यह सुनिश्चित कर रही है कि हर महीने पात्र परिवारों को गेहूं, चावल, दाल और अन्य आवश्यक वस्तुएं मुफ्त में मिलें।
योगी सरकार की इस पहल से प्रदेश के करीब 15 करोड़ लोग लाभान्वित हो रहे हैं। अंत्योदय कार्ड धारकों की संख्या 1.29 करोड़ से अधिक है, जो सबसे गरीब परिवारों को लक्षित करती है। सरकार का मकसद है कि कोई भी जरूरतमंद भूखा न रहे। इस योजना के तहत ग्रामीण और शहरी दोनों क्षेत्रों में राशन वितरण को प्रभावी बनाया गया है।
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किन्नरों की अभद्रता को लेकर सामाजिक संगठनों ने किया संवाद, घटना को बताया शर्मनाक

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देहरादून, सार्वजनिक स्थानों पर किन्नरों द्वारा नग्नता का प्रदर्शन, यातायात में अवरोध, सरकारी कार्य में बाधा डालने और सरकारी संपत्ति को नुकसान पहुंचाते हुए चेकिंग बैरियर, पर पुलिस कर्मियों के साथ किए गए अपराधिक कृत्यों की भर्त्सना करते हुए सामाजिक संगठनों के प्रतिनिधियों ने इसे राजधानी के लिए शर्मनाक बताया है।
व्हाट्सएप पर हुए लिखित संवाद में प्रतिक्रिया देते हुए दून वासियों ने कहा है कि कानून के रक्षकों पुलिस अधिकारियों के साथ ऐसी घटनाएं साबित करती हैं कि आमजन के साथ किन्नरों का आचरण की सीमाएं क्या होगी। इनका मत है की ऐसी घटनाएं सारे किन्नर समाज को बदनाम कर रही है। पारिवारिक समारोह तथा आवास निर्माण पर किन्नरों द्वारा आमजन को आतंकित कर पैसों की मनमानी जबरन वसूली से भी इस समाज के प्रति आमजन आक्रोशित और असहाय है।
दून के जागरूक नागरिकों ने मुख्यमंत्री से मांग की है कि दायित्वधारियों में शामिल किन्नर नेता रजनी रावत को विश्वास में लेकर किन्नरों की आपराधिक गतिविधियों पर नियंत्रण लगाने तथा आमजन से जबरन वसूली पर रोक लगाने को खुद पहल करें। आम राय थी कि मुख्यमंत्री और पुलिस अधिकारियों को संबंधित प्रकरण पर कठोर कार्रवाई की पूरी छूट उसी तरह मिलनी जरूरी है जैसी छूट प्रधानमंत्री ने भारतीय सेना को आतंकवाद के खात्मे के लिए दी है। अन्यथा भविष्य में कानून के रखवाले किन्नरों के आपराधिक कृत्यों पर कठोर कदम उठाने का साहस नहीं कर पाएंगे। गौरतलब हो कि संयुक्त नागरिक संगठन द्वारा 8 माह पूर्व किन्नरों द्वारा आम जन से की जाने वाली पैसों की जबरन वसूली तथा आपराधिक आचरण पर रोक लगाने की मांग करते हुए शासन, प्रशासन, पुलिस अधिकारियों तक को ज्ञापन भेजे गए थे। परंतु आज तक भी कोई सकारात्मक कार्रवाई धरातल पर नहीं आ सकी है जो दु:खद है।
संवाद में ठाकुर शेर सिंह, नरेश चंद्र कुलाश्री,मजेएस रेनोत्रा, एचसीएच रावत, विजय प्रकाश डंगवाल, आरडी भट्ट, पीएस बर्थवाल, एडवोकेट रवि सिंह नेगी, चंदन सिंह नेगी, सुशील त्यागी, उमेश्वर सिंह रावत, ताराचंद गुप्ता, अवधेश शर्मा, प्रदीप कुकरेती, अरविंद कुमार, जगमोहन मेहंदीरता, एमएस तोमर,सुनील बांगा,दिनेश भंडारी, गजेंद्र सिंह रमोला आदि शामिल थे।

54 वीं केंद्रीय विद्यालय संघठन खेल प्रतियोगिता के फुटबॉल मुकाबलो में ओएनजीसी, पिथौरागढ़, आईएमए का विजय अभियान जारी

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 देहरादून/ केंद्रीय विद्यालय एफआरआई में आज 54वीं क्षेत्रीय खेलकूद प्रतियोगिता में 17वर्षीय बालक फुटबाल के मुकाबले खेले गए,
फुटबॉल में आज चार मैच सम्पन्न हुए जिसमें पिथौरागढ़ ने बीएचइएल हरिद्वार क़ो तीन शून्य के अंतर से पराजित किया, दूसरे मुकाबले एफआईआर और रायवाला के बीच ड्रा रहा, तीसरे मुकाबले में आईएमए ने पिथौरागढ़ क़ो तीन शून्य से हराया आज के अंतिम मैच में ओएनजीसी ने भावेश एवं केशव के गोल के सहारे रायवाल क़ो दो शून्य के अंतर से हरा कर अपनी टीम का सेमीफाइनल में स्थान पक्का किया!May be an image of 12 people, dais and text
इससे पूर्व प्रतियोगिता का उदघाटन मुख्य अथिति उत्तराखंड फुटबॉल संघ के उपाध्यक्ष देवेंद्र बिष्ट एवं विशिष्ट अथिति हेमवती नंदन बहुगुणा विश्वविद्यालय के सहायक निदेशक खेल मोहित बिष्ट ने खिलाडियों से परिचय प्राप्त कर किया ! खिलाड़ियों क़ो सम्बोधित करते हुए देवेंद्र बिष्ट ने कहा आज प्रदेश के खिलाडीयो क़ो आगे बढ़ाने के लिए सरकार दृढ़ संकल्प हैं इसलिए इस शुभअवसर का खिलाड़ियों क़ो लाभ उठाना चाहिए प्रदेश में विकसित खेल सुविधाएं सबके लिए बेहतर परिणाम लाने का एक मौका हैं! इस मोके पर निखिल सिंह, पवन गुसाईं, उदय चौधरी, नबील अहमद, परितोष वैध, के के काला, डी एम लखेड़ा , सुचिता एवं प्रमोद नेगी आदि शिक्षक उपस्थिति थे!

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इंडियन आइडल 12 के विनर पवनदीप राजन का कार दुर्घटना में गंभीर रूप से घायल, आईसीयू में भर्ती

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देहरादून(आरएनएस)। इंडियन आइडल 12 के विनर पवनदीप राजन का आज सोमवार को जबरदस्त रोड एक्सीडेंट हुआ है। गंभीर रूप से घायल राजन को रेस्क्यू कर एक प्राइवेट हॉस्पिटल के आईसीयू में एडमिट कराया गया है। राजन की एक्सीडेंट की खबर मिलते ही उनके प्रशंसक उनके जल्द स्वस्थ होने की कामना कर रहे हैं। आपको बता दें कि पवनदीप उत्तराखंड के चंपावत जिले के रहने वाले हैं।
प्राप्त जानकारी के अनुसार, दिल्ली-यूपी नेशनल हाईवे पर गजरौला के पास उनकी कार का रोड एक्सीडेंट हुआ है। रोड एक्सीडेंट के समय राजन उत्तराखंड से दिल्ली की तरफ जा रहे थे। स्थानीय लोगों की सूचना पर पहुंची पुलिस टीम ने राजन सहित अन्य सवारियों को रेस्क्यू कर नजदीकि अस्पताल में भर्ती कराया गया है।डॉक्टरों की एक टीम द्वारा राजन का इलाज किया जा रहा है। प्रारंभिक जांच में यह बात सामने आई कि रोड एक्सीडेंट के समय राजन अपने घर यूपी के नोएडा जा रहे थे। रोड एक्सीडेंट के बाद लोगों की भीड़ जमा हो गई। पुलिस ने सभी को रेस्क्यू कर अस्पताल में भर्ती कराया,जहां से उन्हें रेफर कर दिया। पवनदीप को आईसीयू में एडमिट किया गया है।
रोड एक्सीडेंट की यह वजह आई सामने
सिंगर पवनदीप राजन की कार के रोड एक्सीडेंट की एक चौंकाने वाली वजह सामने आई है।पुलिस सूत्रों की बात मानें तो राजन के कार ड्राइवर को नींद की झपकी आ गई थी, जिसकी वजह से एक्सीडेंट हुआ है। सड़क पर खड़े एक केंटर को कार ने जोरदार टक्कर मार दी, जिससे राजन, उनके साथ सफर कर रहे अजय मेहरा सहित ड्राइवर राहुल सिंह गंभीर रूप से घायल हो गए हैं। पुलिस टीम द्वारा तुरंत ही मौके पर पहुंचकर रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया।
दोनों गाड़ियों को पुलिस ने किया जब्त
पवनदीप राजन के कार एक्सीडेंट के बाद पुलिस ने दोनों गाड़ियों को सीज कर दिया है। घायलों को रेस्क्यू करने के बाद पुलिस ने दोनों गाड़ियों को थाने में खड़ा कर दिया। सीओ श्वेताभ भास्कर ने एक्सीडेंट के बाद दोनों गाड़ियों को सीज कर दिया है। हाईवे पर हुए रोड एक्सीडेंट के बाद पुलिस ने भीड़ को भी हटाया।

साइकिल चलाकर स्वास्थ्य जागरूकता अभियान, वेद मे शरीर माध्यम खलु धर्म साधनम् के माध्यम से शरीर को निरोगी रहे,

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हरिद्वार  (कुलभूषण) जिंदगी को प्राकृतिक व्यवस्थाओं के साथ जोड़ने से ही स्वास्थ्य जीवन की कल्पना साकार हो सकती है। प्रकृति के नजदीक रहने वाला व्यक्ति अपेक्षाकृत कम बीमार शैली वाला होता है। गुरुकुल कांगड़ी समविश्वविद्यालय, हरिद्वार मे शिक्षा मंत्रालय, भारत सरकार तथा विश्वविद्यालय अनुदान आयोग, नई दिल्ली के तत्वावधान मे फिट इंडिया संडे ऑन साइकिल अभियान के तहत साइकिल चलाओ-फिट बनाओं उदघोष के साथ साइकिल चलाकर स्वास्थ्य जागरूकता अभियान को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया गया। दयानंद द्वार से साइकिल अभियान दयानंद द्वार से आरम्भ हुआ, वेद आर्ट्स कॉलेज, विज्ञान संकाय, विश्वविद्यालय सभागार, मुख्य कार्यालय होता हुआ अमन चौक, बड़ा परिवार, छोटा परिवार होते हुए दयानंद स्टेडियम प्रांगण मे सम्पन्न हुआ। इस अवसर पर स्वतंत्रता सेनानी प्रो0 भारत भूषण तथा प्रो0 आर0के0एस0 डागर ने साइकिल दल को संबोधित करते हुए कहा कि वेद मे शरीर माध्यम खलु धर्म साधनम् के माध्यम से शरीर को निरोगी रखकर ही सभी कार्यो मे सफलता प्राप्त की जा सकती है।

प्रो0 आर0के0एस0 डागर ने कहा कि साइकिल चलाने वाला व्यक्ति एक साथ अपने रूटीन कार्य को पूर्ण करके पूर्ण स्वास्थ्य की संकल्पना को भी पूरा कर लेता है। इस प्रकार वह एक कर्म के साथ दो साधनाओं का लाभ प्राप्त कर लेता है। कार्यक्रम की अध्यक्षता आई0क्यू0ए0सी0 डायरेक्टर प्रो0 नवनीत ने करते हुए कहा कि हम सभी को अपने स्वास्थ्य के लिए रोज छोटी छोटी क्रियाओं को अपनाने की जरूरत है। छोटे प्रयास से ही बड़ी सफलता प्राप्त होती है। कार्यक्रम मे कुलसचिव दायित्व का निर्वहन कर रहे प्रो0 प्रभात कुमार को शिक्षा मंत्रालय, भारत सरकार तथा यू0जी0सी0, नई दिल्ली के निर्देशन मे साईकिल अभियान से उत्तम स्वास्थ्य प्राप्त करने के लिए जन सहभागिता एवं जनजागरूकता कार्यक्रम आयोजित करने के लिए धन्यवाद ज्ञापित किया।

इस अवसर पर डीन, अभियांत्रिकी एवं प्रौद्योगिकी संकाय प्रो0 विपुल शर्मा, प्रो0 मयंक अग्रवाल, डॉ0 अरुण कुमार, डॉ0 पवन कुमार, डॉ0 अजेन्द्र कुमार, डॉ0 नितिन काम्बोज, डॉ0 प्रवीण पाण्डेय, डॉ0 बबलू वेदालंकार, डॉ0 विपिन कुमार शर्मा, डॉ0 कपिल कुमार, संयोजक डॉ0 धर्मेन्द्र बालियान, शशिकांत शर्मा, पार्षद नागेन्द्र सिंह राणा, वीरेंद्र पटवाल, डॉ0 सतेन्द्र सिंह, शिक्षकेत्तर कर्मचारियों सहित विश्वविद्यालय के संकायों के छात्र एवं क्षेत्रवासी उपस्थित रहे। कार्यक्रम के समन्वयन डॉ0 शिवकुमार चौहान ने कार्यक्रम का संचालन किया। धन्यवाद ज्ञापन कार्यक्रम समन्वयक डॉ0 धर्मेन्द्र बालियान द्वारा किया गया। कार्यक्रम के अंत मे उत्तम स्वास्थ्य के लिए रोज साइकिल चलाने का संकल्प लिया गया।

अनंत अम्बानी व जय शाह ने हरिद्वार पहुंच की गंगा आरती

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हरिद्वार  (कुलभूषण) देश के प्रमुख उधोगपति अनंत अम्बानी रविवार को अपनी धर्मपत्नी राधिका मर्चेट अम्बानी व जय शाह अपनी पत्नी के साथ हरिद्वार पहुंचे ।हरिद्वार पहुंच कर दोनों ने सपत्नी हरकी पौडी पहुंच गंगा आरती मे भाग लिया। इस अवसर पर उन्होंने विधिविधान के साथ गंगा पूजन किया ।गंगा पूजन के पश्चात गंगा सभा के सभापति कृष्ण कुमार शर्मा ( ठेकेदार) अध्यक्ष नितिन गौतम,महामंत्री तन्मय वशिष्ठ तथा डा.सिद्धार्थ चक्रपाणि सहित गंगा सभा पद्वाधिकारियो ने गंगा सभा कार्यालय मे उनका स्वागत किया।