Sunday, May 4, 2025
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नगर निगम में आयोजित बहुआयामी शिविर में 232 रैग पिकर्स की हुई निःशुल्क स्वास्थ्य जांच

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-कचरा बीनने वाले सभी वॉरियर्स को बांटी सुरक्षा किट, नमस्ते योजना के अंतर्गत बनाए आईडी कार्ड

-नगर निगम देहरादून के अंतर्गत कूड़ा बीनने वाले 463 परिवारों का है सत्यापन

देहरादून, उच्च न्यायालय, उत्तराखण्ड, नैनीताल के निर्देशानुसार नगर निगम देहरादून, स्वास्थ्य विभाग एवं वेस्ट वॉरियर्स संस्था के सौजन्य से रविवार को नगर निगम टाउन हॉल में वेस्ट वॉरियर्स के लिए बहुउदेशीय एवं निःशुल्क स्वास्थ्य जांच शिविर लगाया गया। जिसमें 232 रैग पिकर्स (कचरा बीनने वाले) का निःशुल्क स्वास्थ्य जांच के साथ ही कचरा बीनने के लिए सेफ्टी किट वितरित की गई। शिविर में रैग पिकर्स के आधार कार्ड, आयुष्मान कार्ड और भारत सरकार की महत्वाकांक्षी ‘‘नमस्ते योजना’’ के तहत आईडी कार्ड भी बनाए गए। इस शिविर का उदेश्य समाज के सबसे पिछड़े एवं जरूरतमंद वर्ग तक बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं, जागरूकता एवं सुरक्षा साधन पहुंचाना था।
कोरोना काल के बाद देहरादून नगर निगम क्षेत्र में कचरा बीनने वाले 463 परिवारों का सत्यापन किया गया था। ये लोग मुख्यतः विंदाल नदी, चूना भट्टी, कार्गी चौक, मोथरोवाला, छःनबंर पुलिया आदि स्थानों के आसपास निवासरत है। रैग पिकर्स शाम-सबेरे सड़कों, गलियों एवं सार्वजनिक स्थलों से सूखा कूडा एकत्रित कर अपनी आजीविका चलाते है और पर्यावरण को स्वच्छ रखने में महत्पूर्ण सहयोग करते है। दिनरात कूड़े कचरे के संपर्क में रहने से स्वांस, हदय रोग, रक्त विकार, त्वचा विकार आदि बीमारियों से स्वयं को बचाने के लिए ये लोग सेवाओं का लाभ नही उठा पाते है। इन सभी समस्याओं को देखते हुए उच्च न्यायालय के निर्देशानुसार नगर निगम देहरादून, स्वास्थ्य विभाग एवं वेस्ट वॉरियर्स संस्था के माध्यम से रविवार को बहुउद्देशीय एवं निःशुल्क चिकित्सा शिविर लगाकर रैग पिकर्स को लाभान्वित किया गया।
बहुउद्देशीय शिविर में ‘‘नमस्ते योजना’’ के तहत 40 रैग पिकर्स के आईडी कार्ड बनाए गए। स्वास्थ्य शिविर में 232 रैग पिकर्स (कचरा बीनने वाले लोग) की निःशुल्क स्वास्थ्य जांच, 19 आयुष्मान कार्ड, 15 लैब टेस्ट, 37 टीवी, एक्स-रे जांच, 23 टीबी स्पुटम जांच, 73 ईएनटी जांच, 22 गायनी जांच, 35 त्वचा रोग जांच, 40 जनरल फिजीशियन जांच, 165 लोगों को निःशुल्क दवाइयां वितरित की गई। सभी वेस्ट वॉरियर्स को कचरा बीनने के लिए सुरक्षा किट के तहत जूते, दस्ताने, सैनिटाइजर, मास्क, रिफ्लेक्टर जैकेट आदि सुरक्षा सामग्री का वितरण के साथ जागरूक किया गया। उप नगर आयुक्त ने कहा कि मेयर सौरव थपलियाल और नगर आयुक्त श्रीमती नमामि बंसल के विशेष प्रयासों और निर्देशों के क्रम में इस शिविर का सफल आयोजन किया गया। कहा कि वेस्ट वॉरियर्स हमारे सार्वजनिक और पर्यटक स्थलों को स्वच्छ बनाए रखने में बड़ी भूमिका निभाते है। देहरादून नगर निगम क्षेत्रान्तर्गत पूर्व में 463 ऐसे परिवारों का सत्यापन किया गया था। वर्तमान में सत्यापन करने पर करीब 300 परिवार वेस्ट वॉरियर्स के रूप में अभी काम करते है। इन सभी का यहां पर मेडिकल चेकअप के साथ सेफ्टी किट वितरित की गई है।
इस दौरान मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा. मनीष शर्मा ने रैग पिकर्स को अपने स्वास्थ्य का ध्यान रखने और समय समय पर जांच कराने के विषय में महत्वपूर्ण जानकारी दी।
पार्षद विशाल कुमार ने कहा कि नगर निगम में आयोजित बहुआयामी शिविर निश्चित रूप से वेस्ट वॉरियर्स के लिए बहुत उपयोग रहा और आगे भी इस तरह के कैंप लगाकर वेस्ट वॉरियर्स को लाभान्वित किया जाएगा। उन्होंने कहा कि वेस्ट वॉरियर्स को जीवन यापन के लिए नगर निगम एवं वेस्ट वॉरियर्स संस्था के माध्यम से समय समय पर राशन किट भी दी जाती है। नगर निगम पार्षद एवं कचरा बीनने वाले लाभार्थियों ने जागरूकता और बहुआयामी शिविर लगाकर लाभान्वित करने के लिए शासन प्रशासन की पूरी टीम का आभार व्यक्त किया।
बहुआयामी शिविर में उप नगर आयुक्त गोपाल राम बिनवाल, मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा. मनीष शर्मा, अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा. सीएस रावत, त्वचा रोग विशेषज्ञ डॉ अनिल आर्य, ईएनटी विशेषज्ञ डॉ आलोक जैन, एनपीएचसी चिकित्सक डॉ. पांडे, निगम के पार्षद विशाल कुमार, वेस्ट वॉरियर्स संस्था के सहायक निदेशक नवीन कुमार सडाना,
हाई फीड संस्था से अनिल पैनोली, सुभाष शर्मा, लैब टेक्नीशियन की टीम एवं बड़ी संख्या में रैग पिकर्स मौजूद थे।

हरिद्वार नगर निगम भूमि खरीद घोटाला, चार अधिकारियों निलंबित

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हरिद्वार, नगर निगम हरिद्वार द्वारा सराय स्थित 33 बीघा भूमि को 54 करोड़ रुपये में खरीदने के मामले में गंभीर अनियमितताएं सामने आई हैं। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के निर्देश पर वरिष्ठ आईएएस अधिकारी रणवीर सिंह चौहान की जांच में चार अधिकारियों को दोषी पाया गया है, जिन्हें तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया है।
निलंबित अधिकारियों में सहायक नगर आयुक्त रवीन्द्र कुमार दयाल, अधिशासी अभियंता आनन्द सिंह मिश्रवाण, कर एवं राजस्व अधीक्षक लक्ष्मीकांत भट्ट और अवर अभियंता दिनेश चन्द्र काण्डपाल शामिल हैं। ये सभी भूमि खरीद के लिए गठित समिति के सदस्य थे, जिन्होंने अपने दायित्वों का समुचित निर्वहन नहीं किया।
सेवा विस्तार पर कार्यरत सेवानिवृत्त सम्पत्ति लिपिक वेदपाल की संलिप्तता भी जांच में पाई गई है, जिसके कारण उनका सेवा विस्तार समाप्त करते हुए अनुशासनात्मक कार्रवाई के निर्देश दिए गए हैं। वरिष्ठ वित्त अधिकारी निकिता बिष्ट से स्पष्टीकरण तलब किया गया है।

मुख्यमंत्री के निर्देश पर जांच अधिकारी रणवीर सिंह चौहान को प्रकरण की विस्तृत जांच सौंपी गई है। जांच में दोषी पाए गए अधिकारियों को निलंबित करने के साथ-साथ जमीन बेचने वाले किसानों के खातों को फ्रीज करने के आदेश भी दिए गए हैं। इस घोटाले में पूर्व नगर प्रशासक वरुण चौधरी समेत अन्य उच्च अधिकारियों की संलिप्तता की भी जांच जारी है।
यह मामला हरिद्वार नगर निगम में भ्रष्टाचार और प्रशासनिक लापरवाही की गहरी जड़ों को उजागर करता है और पारदर्शिता व जवाबदेही की मांग को बल देता है। जांच अभी जारी है।

घोटाले की मुख्य बातें :

– भूमि का लैंड यूज अक्टूबर 2024 में एसडीएम द्वारा कृषि से बदलकर औद्योगिक कर दिया गया, जिससे जमीन की कीमत 15 करोड़ से बढ़ाकर 54 करोड़ रुपये तक पहुंच गई।
– नगर निगम ने बिना पारदर्शी बोली प्रक्रिया और शासन की अनुमति के यह खरीददारी की।
– जमीन का उपयोग कूड़ा निस्तारण के लिए किया जाना शर्तों का उल्लंघन है।
– इस पूरे मामले में बड़े अधिकारियों पर अभी तक कोई कार्रवाई नहीं हुई है, जिससे उच्चस्तरीय संरक्षण की आशंका जताई जा रही है।

सरकार नहीं दिला पायी भंडारागार निगम कार्मिकों को सातवां वेतनमान : मोर्चा

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देहरादून (विकासनगर), जन संघर्ष मोर्चा अध्यक्ष एवं उत्तराखंड राज्य भंडारागार निगम के संरक्षक रघुनाथ सिंह नेगी ने पत्रकारों से वार्ता करते हुए कहा कि भंडारागार निगम के कार्मिकों को सातवें वेतनमान का लाभ प्रदान किए जाने के मामले में लगभग चार साल से पत्रावली शासन में धूल फांक रही है, लेकिन बेशर्म सरकार उपलब्धियां मना रही है | मंत्री/ मुख्यमंत्री इस मामले में सब नाकाम हो चुके हैं | उक्त मामले में पत्रावली कई बार सहकारिता विभाग से उद्यम विभाग को प्रत्यावित की गई, जिसमें उद्यम विभाग ने लगभग छह- सात बार आपत्तियों पर आपत्तियां लगाकर पत्रावली को ठंडा बस्ती में डाल दिया था, लेकिन फिर कुछ पूजा- अर्चना करने के उपरांत आपत्तियां निस्तारित हुई | बावजूद इसके आज तक पत्रावली सहकारिता विभाग में धूल फांक रही है| यह आलम तब है जब निगम फायदे (लाभ) में चल रहा है| उद्यम विभाग पूछता है कि निगम घाटे में है या लाभ में ! अगर यही सवाल विधायकों के वेतन- भत्ते, सुख सुविधायें बढ़ाने में किया जाए तो सरकार तब यह सब नहीं देखती | सवाल यह उठता है कि जब हर काम के लिए मा. न्यायालय की ही शरण लेनी है तो फिर इस इतने बड़े
बड़े लश्कर, मंत्री-मुख्यमंत्री, सचिवालय, जिस पर प्रतिवर्ष करोड़ों- अरबों रुपए खर्च हो रहा है ,की जरूरत ही क्या है! सरकार व उसके मंत्री बड़े-बड़े दावे करते हैं, लेकिन धरातल पर स्थिति बहुत ही विष्फोटक है |
आज प्रदेश में हर काम की कीमत तय कर दी गई है, जिसके चलते माफियाओं- अधिकारियों के गठजोड़ की ऐश हो रही है | सरकार कह रही है कि हमने आठवें वेतनमान हेतु कमर कस ली है ,लेकिन यहां तो अभी सातवां वेतनमान ही नहीं दिया गया | ऐसे में सिर्फ एक ही रास्ता बचता है कि प्रदेश में राष्ट्रपति शासन ही लगा दिया जाए । पत्रकार वार्ता में प्रवीण शर्मा पिन्नी व अतुल हांडा मौजूद थे ।

 

दून पुस्तकालय में डॉ.सुवर्ण रावत ने बच्चों को सिखाये रंगमंच के गुर

देहरादून, दून पुस्तकालय एवं शोध केंद्र के बाल अनुभाग ने बच्चों में रंगमंच कि प्रारम्भिक जानकारी देने के उद्देश्य से एक दिवसीय बाल रंगमंच कार्यशाला का आयोजन किया. इस कार्यशाला में दिल्ली के प्रसिद्ध राष्ट्रीय नाट्य विद्यालय के थिएटर शिक्षा प्राप्त डॉ. सुवर्ण रावत ने बच्चों में रंगमंच की आधारभूत व प्रारम्भिक जानकारी प्रदान की. एक दिन की यह कार्यशाला बेहद महत्वपूर्ण रही, डॉ. सुवर्ण के व्यापक अनुभव से बाल प्रतिभागियों ने रंगमंच की कई बारीकियां सीखी. कुल मिलाकर यह कार्यशाला गतिशीलता और आकर्षकता से भरपूर रही. ध्वनि प्रक्षेपण, अभिव्यंजना, शारीरिक गतिविधियों, लयबद्ध संगीत, और विविध अभिनय तकनीकों जैसी रंगमंचीय गतिविधियों को बेहद सरल व सहज रूप से बताया ।
इस आनंददायक सत्र में देहरादून शहर के विविध स्कूलों के 76 से अधिक बच्चों की उत्साहपूर्वक भागीदारी रही. इसमें बच्चों के माता-पिता, अभिभावक और शिक्षक भी शामिल रहे.
डॉ. सुवर्ण रावत ने कहा कि इस दृष्टिकोण का उद्देश्य बच्चों के विकास के लिए एक समग्र ढांचा तैयार करना है. कार्यशाला आयोजित करने के पीछे यह सुनिश्चित करना था कि संगीत, माइम, अभिनय के माध्यम से बच्चों में रंगमंच व कला के प्रति उनके प्रदर्शन को कई स्तरों पर विकसित किया जाए।
उल्लेखनीय है कि दून पुस्तकालय एवं शोध केंद्र पिछले 7- 8 महीनों से इस तरह की प्रभावशाली गतिविधियों के माध्यम से बच्चों के रचनात्मक, सामाजिक और मानसिक विकास को बढ़ावा देने के लिए लगातार सक्रिय है. बच्चों की मौलिकता,अभिव्यक्ति व सांस्कृतिक समृद्धि को बढ़ावा देकर, दून पुस्तकालय बच्चों को यहाँ एक स्वतंत्र और खुला वातावरण प्रदान कर रहा है।
कार्यक्रम में दून पुस्तकालय एवं शोध केंद्र के प्रोग्राम एसोसिएट चन्द्रशेखर तिवारी, बाल अनुभाग की प्रभारी, मेघा ऐन विल्सन, जन कवि डॉ. अतुल शर्मा, पुतुल कलाकार रामलाल भट्ट, रंगकर्मी बद्रीश छाबड़ा, सुन्दर सिंह बिष्ट,देवेंद्र कांडपाल, प्रखर, मोनिका सहित कई अभिभावक, लेखक व अन्य लोग उपस्थित थे।

विजय कप्रवाण बने श्री बद्री- केदार मंदिर समिति के उपाध्यक्ष, कार्यकर्ताओं ने जताई खुशी

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रुद्रप्रयाग- भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता व पूर्व जिलाध्यक्ष विजय कप्रवाण को श्री बद्री-केदार मंदिर समिति का उपाध्यक्ष नियुक्त होने पर भाजपा कार्यकर्ताओं सहित जनपद वासियों ने खुशी ब्यक्त की है।
बता दें कि श्री बद्री- केदार मंदिर समिति के नये अध्यक्ष की कल शासन स्तर से घोषणा की गयी। जिसमे हेमंत द्धिवेदी को अध्यक्ष नियुक्त किया गया इसी के साथ पहली बार मंदिर समिति में दो उपाध्यक्षों की भी नियुक्ति की गयी है। जिसमें ऋषि प्रसाद सती व विजय कप्रवाण को श्री बद्री केदार मंदिर समिति में उपाध्यक्ष नियुक्त किया गया।
जनपद रुद्रप्रयाग निवासी विजय कप्रवाण लम्बे समय से पार्टी के समर्पित कार्यकर्ता रहे है तथा जनपद रुद्रप्रयाग भाजपा अध्यक्ष सहित जनपद चमोली व जनपद पौडी के संगठन प्रभारी की जिम्मेदारी भी निभाई। इसके साथ ही वे जनपद में लगातार सामाजिक, धार्मिक, सांस्कृतिक गतिविधियों में सक्रिय भूमिका में रहे। सरकार द्वारा उन्हे श्री बद्री-केदार मंदिर समिति में उपाध्यक्ष नियुक्त करने पर जनपद में खुशी की लहर है।
भाजपा पदाधिकारी व कार्यकर्ताओं ने मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी का आभार जताया। विधायक रुद्रप्रयाग भरत सिंह चौधरी, केदारनाथ आशा नौटियाल, जिलाध्यक्ष भारत भूषण भट्ट, अजय सेमवाल, सभाषद सुरेन्द्र रावत, विकास डिमरी, महन्त शैलेन्द्र गोस्वामी, महिला मोर्चा जिलाध्यक्ष सबिता भंडारी, आदि ने विजय कप्रवाण की नियुक्ति पर खुशी ब्यक्त की।May be an image of ticket stub and textMay be an image of 2 people and text

‘श्री बद्रीनाथ एवं श्री केदारनाथ मंदिर समिति’ के अध्यक्ष बने हेमंत द्विवेदी

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देहरादूनः- सीएम पुष्कर सिंह धामी के निर्देश पर “श्री बद्रीनाथ एवं श्री केदारनाथ मन्दिर समिति” में अध्यक्ष और उपाध्यक्ष नियुक्त किये गए है। इस बार अध्यक्ष के अतिरिक्त दो उपाध्यक्ष भी नियुक्त किये गए हैं ।
श्री हेमन्त द्विवेदी, जनपद पौड़ी गढ़वाल को “श्री बद्रीनाथ एवं श्री केदारनाथ मन्दिर समिति” में “अध्यक्ष” के पद पर जबकि श्री ऋषि प्रसाद सती, जनपद चमोली और श्री विजय कपरवाण, जनपद रूद्रप्रयाग को “श्री बद्रीनाथ एवं श्री केदारनाथ मन्दिर समिति” में “उपाध्यक्ष” के पद पर कार्यभार ग्रहण करने की तिथि से नामित किया गया है।

“श्री बद्रीनाथ एवं श्री केदारनाथ मंदिर समिति” के कार्यक्षेत्र में विस्तार, तीर्थयात्रियों की बढ़ती संख्या को देखते हुए चारधाम यात्रा के बेहतर प्रबंधन और समिति के कार्यों का कुशल संचालन और बेहतर समन्वय के लिए एक से अधिक उपाध्यक्ष नियुक्त किये गए हैं। पौङी, चमोली और रुद्रप्रयाग जिलों से स्थानीय जनप्रतिनिधित्व सुनिश्चित किया गया है। इससे निर्णय प्रक्रिया तेज़ होगी और यात्रियों को बेहतर सुविधाएँ उपलब्ध कराई जा सकेंगी।
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“श्री हेमन्त द्विवेदी जी को ‘श्री बद्रीनाथ एवं श्री केदारनाथ मंदिर समिति’ के अध्यक्ष पद पर तथा श्री ऋषि प्रसाद सती जी और श्री विजय कपरवाण जी को उपाध्यक्ष पद पर नियुक्त किए जाने पर हार्दिक बधाई देता हूं। इन दायित्वों के माध्यम से मुझे पूर्ण विश्वास है कि सभी सम्मानित पदाधिकारीगण अपने अनुभव, समर्पण और दूरदृष्टि से समिति के कार्यों को नई गति और दिशा प्रदान करेंगे।
दो उपाध्यक्षों की नियुक्ति का निर्णय तीर्थ क्षेत्रों के व्यापक संचालन, बेहतर समन्वय और यात्रियों को अधिक सुविधाएं प्रदान करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। मुझे आशा है कि यह नई टीम भगवान बद्री-केदार के दिव्य धामों के प्रबंधन को और अधिक सशक्त और पारदर्शी बनाएगी। सरकार की ओर से हर संभव सहयोग सुनिश्चित किया जाएगा।”

पुष्कर सिंह धामी, मुख्यमंत्री

उत्तराखंड यूरोलॉजिकल सोसाइटी का तृतीय वार्षिक सम्मेलन

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हरिद्वार ( कुलभूषण )। ऋषिकेश एम्स में चल रही UKUSCON 2025 यूरोलॉजिकल सोसाइटी के तीसरे वार्षिक सम्मेलन में आए हुए देश के प्रतिष्ठित चिकित्सकों जिनमें प्रमुख रूप से डॉ शिवम् प्रियदर्शी, डॉ एस एन संखवार, डॉ संजय सिन्हा ,डॉ मल्लिकार्जुन ,डॉ पंकज वाधवा ,डॉ शशिकांत मिश्रा, डॉ गगन गौतम, डॉ अनीश श्रीवास्तव, डॉ राजीव रंजन, डॉ धर्मेंद्र अग्रवाल, डॉ आदित्य प्रधान एवं लगभग 150 से अधिक चिकित्सकों ने हरकी पौड़ी ब्रह्मकुंड पर श्री गंगा आरती में भाग लिया। आरती के पश्चात श्री गंगा सभा हरिद्वार के द्वारा सभी चिकित्सकों का स्वागत और अभिनन्दन कर गंगाजल और प्रसाद भेंट किया गया।सभा के महामंत्री तन्मय वशिष्ठ ने सभी को हरिद्वार तीर्थ की महिमा और सभा के कार्यों से अवगत कराया।इस अवसर पर गंगा सभा के स्वागत मंत्री डॉ सिद्धार्थ चक्रपाणी, प्रचार सचिव शैलेश गौतम,अनमोल मल,अभय त्रिपाठी आदि उपस्थित रहे।

उत्तराखंड ने यूसीसी लागू कर देश के सामने एक उदाहरण प्रस्तुत किया- मुख्यमंत्री

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वर्तमान समय की मांग है समान नागरिक संहिता- डॉ. चिन्मय पण्ड्या
समान नागरिक संहिता के जनजागरूकता हेतु सभी शिक्षण संस्थान में विशेष पहल की शुरुआत देसंविवि से
हरिद्वार 3 मई।(कुलभूषण)उच्च शिक्षा विभाग एवं देव संस्कृति विश्वविद्यालय के संयुक्त तत्वाधान में अखंड भारत रू समान नागरिक संहिता के परिप्रेक्ष्य में नागरिक कर्तव्य पर कार्यशाला का आयोजन देसंविवि के मृत्युंजय सभागार में किया गया। इस कार्यशाला का उद्घाटन उत्तराखंड के मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी जी, उच्च शिक्षा मंत्री डॉ. धन सिंह रावत जी एवं देसंविवि के प्रतिकुलपति डॉ. चिन्मय पंड्या ने संयुक्त रूप से किया। समान नागरिक संहिता को जन-जन तक पहुंचाने के उद्देश्य से इस कार्यशाला का आयोजन किया गया।
इस अवसर पर कार्यक्रम के मुख्य अतिथि श्री पुष्कर सिंह धामी जी ने कहा कि समान नागरिक संहिता किसी धर्म और पंथ के खिलाफ नहीं बल्कि समाज में समानता एवं समरसता लागू करने का एक सफल प्रयास है। इसमें सभी धर्म, जाति, लिंग आदि का भेद-भाव मिटाकर सभी को समान कानूनी अधिकार प्रदान किया गया है। इसके माध्यम से अब कोई महिला अपने उत्तराधिकार से वंचित नहीं होगी। उन्होंने कहा कि यूसीसी लागु कर उत्तराखंड ने देश के सामने एक उदाहरण प्रस्तुत किया, जिस प्रकार मां गंगा देवभूमि उत्तराखंड से निकलकर पूरे भारत को पवित्र करती है, उसी प्रकार यूसीसी उत्तराखंड की भूमि से निकलकर पूरे भारत में लागू होगा। उन्होंने कहा कि अखिल विश्व गायत्री परिवार ज्ञान और संस्कार की छाया दे रहा है। यहां आध्यात्मिक चेतना के साथ ही राष्ट्र निर्माण की चेतना प्रवाहित होती है। उन्होंने कहा कि युवाओं का कर्तव्य है कि यूसीसी के विषय में भ्रांति फैलाने वालों को रोके एवं यूसीसी के सही पहलुओं को जन-जन तक पहुंचाने का कार्य करें। उन्होंने यूसीसी में सभी परिवारों का पंजीकरण करवाने के लिए प्रेरित किया।
देसंविवि के प्रतिकुलपति युवा आईकॉन डॉ. चिन्मय पण्ड्या ने कहा कि वर्तमान समय की मांग है सच्चे मन से नागरिक कर्त्तव्यों को निर्वहन। भारत की एकता, अखंडता एवं समता के लिए प्रत्येक नागरिकों को अपने जिम्मेदारियों को ईमानदारी के साथ पालन करना ही चाहिए। तभी भारत सहित संपूर्ण विश्व का जागरण संभव है। युवा आइकान ने कहा कि अखिल विश्व गायत्री परिवार के संस्थापक युगऋषि परम पूज्य पं. श्रीराम शर्मा आचार्य जी ने सन 1962 में युग निर्माण सत्संकल्प में नागरिक कर्तव्यों के पालन एवं समान नागरिकता की सूत्र सभी जनमानस को दिए, जिसे उन्होंने नवयुग का संविधान के रूप में प्रतिपादित किया है। इस सत्संकल्प में 18 सूत्र हैं।
उच्च शिक्षा मंत्री श्री धन सिंह रावत जी ने कहा कि समान नागरिक संहिता के जनजागरूकता हेतु सभी शिक्षण संस्थान में विशेष पहल की शुभारंभ देसंविवि से हो रहा है। उन्होंने कहा कि पूरे उत्तराखंड में 12 सरकारी विश्वविद्यालय एवं 25 निजी विश्वविद्यालय हैं, जिसमें 5 लाख से अधिक विद्यार्थी हैं, इसमें 62 प्रतिशत लड़कियां है। सभी युवाओं में यूसीसी की समझ विकसित करने हेतु आने वाले 100 दिनों में 40 एक दिवसीय कार्यशालाओं का आयोजन किया जाएगा।
इससे पूर्व अतिथियों ने शौर्य दीवार में अपनी श्रद्धांजलि अर्पित कर अखंड भारत के लिए सैनिकों के बलिदान को याद किया। प्रतिकुलपति ने मुख्यमंत्री, उच्च शिक्षा मंत्री एवं सभी सम्मानित अतिथियों का गायत्री महामंत्र लिखित चादर, युगसाहित्य, प्रतीक चिह्न आदि भेंटकर सम्मानित किया। युवा आइकान एवं अतिथियों ने विवि द्वारा संपादित कई पत्रिकाओं आदि का विमोचन किया। इस अवसर पर यूसीसी आधारित विभिन्न प्रतियोगिताओं के विजेताओं को प्रमाण पत्र देकर मंचासिन अतिथियों ने सम्मानित किया।
इस दौरान उच्च शिक्षा सचिव डॉ रणजीत सिन्हा, यूसीसी ड्राफ्ट समिति के सदस्य श्री मनु गौड़, दून विश्वविद्यालय की कुलपति डॉ. सुरेखा डंगवाल, राज्य सलाहकार समिति, आपदा प्रबंधन विभाग के उपाध्यक्ष श्री विनय रूहेला, शांतिकुंज व्यवथापक श्री योगेन्द्र गिरि, कुलपति श्री शरद पारधी सहित स्थानीय प्रशासन के अधिकारीगण, देसंविवि-शांतिकुंज परिवार, मीडिया कर्मी, गणमान्य नागरिक, देसंविवि के सभी विद्यार्थिगण उपस्थित रहें।
कार्यशाला में समान नागरिक संहिता से जुड़े विभिन्न पहलुओं पर विभिन्न सत्रों का आयोजन किया गया। जिसमें यूसीसी ड्राफ्ट समिति के सदस्य श्री मनु गौड एवं दून विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. सुरेखा डंगवाल ने विद्यार्थियों को यूसीसी के सभी महत्वपूर्ण कानून एवं नागरिक कर्तव्यों को विस्तार पूर्वक बताया। अनेक विद्यार्थियों के प्रश्नों का समाधान भी उन्होंने दिया।
मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी अपने सहयोगियों के साथ शांतिकुंज पहुंचकर अखिल विश्व गायत्री परिवार प्रमुखद्वय डॉ. प्रणव पण्ड्या एवं श्रद्धेया शैलजीजी से भेंट कर आर्शीवाद लिया, साथ ही विभिन्न विषयों पर विचार-विमर्श किया। प्रमुखद्वय ने मुख्यमंत्री एवं उनके सहयोगियों को युगसाहित्य एवं पीतवस्त्र भेंट कर सम्मानित किया।

यूसीसी लागू होने से प्रदेश में महिला सशक्तिकरण के एक नये अध्याय की हुई शुरूआत: मुख्यमंत्री

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 -उच्च शिक्षा विभाग एवं देव संस्कृति विश्वविद्यालय के संयुक्त तत्वाधान में समान नागरिक संहिता पर आयोजित की गई कार्यशाला।
 -मुख्यमंत्री धामी ने मुख्य अतिथि के रूप में कार्यशाला में किया प्रतिभाग।
देहरादून(आरएनएस)।  मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने शनिवार को देव संस्कृति विश्व विद्यालय में आयोजित ‘‘समान नागरिक संहिता‘‘ कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में प्रतिभाग किया। उच्च शिक्षा विभाग और देव संस्कृति विश्वविद्यालय द्वारा आयोजित कार्यशाला को सम्बोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारत वर्ष 2047 तक विकसित राष्ट्र बनने की दिशा में अग्रसर है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के मार्गदर्शन में उत्तराखंड यूसीसी लागू करने वाला देश का पहला राज्य बना है। समान नागरिक संहिता किसी के खिलाफ नहीं है और न ही किसी को टारगेट किया गया है, बल्कि समाज की कुप्रथाओं को हटाकर सभी नागरिकों के लिए समानता और समरसता स्थापित करने का कानूनी प्रयास है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि यूसीसी लागू होने से राज्य के सभी नागरिकों के न्यायिक अधिकार समान हुए हैं और महिला सशक्तिकरण की दिशा में एक नए अध्याय की शुरुआत भी हुई है। अब कोई महिला उत्तराधिकार या संपत्ति के अधिकार में भेदभाव का शिकार नहीं होगी। उन्होंने कहा कि यूसीसी में लिव-इन रिलेशनशिप के रजिस्ट्रेशन का प्राविधान भी किया गया है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि देवभूमि उत्तराखंड ने समान नागरिक संहिता को लागू कर देश के सामने एक उदाहरण प्रस्तुत किया है। यूसीसी किसी धर्म या पंथ के खिलाफ नहीं हैै। उन्होंने प्रदेशवासियों से आह्वान किया कि यूसीसी में सभी पंजीकरण अवश्य करवाएं। मुख्यमंत्री ने कहा कि कुछ लोगों द्वारा ये अफवाह फैलायी जा रही है कि यूसीसी के अंतर्गत रजिस्ट्रेशन करवाने पर किसी बाहरी व्यक्ति को उत्तराखंड का मूल निवास प्रमाण पत्र मिला जाएगा। इस तरह की बातें पूरी तरह से भ्रामक और असत्य हैं, यूसीसी में ऐसा कोई भी प्रावधान नहीं है।
इस अवसर पर उच्च शिक्षा मंत्री डॉ. धन सिंह रावत, दर्जाधारी राज्यमंत्री विनय रोहिला, प्रति कुलपति देव संस्कृति विश्व विद्यालय डॉ चिन्मय पंड्या, दून विश्वविद्यालय की कुलपति डॉ. सुरेखा डंगवाल, उच्च शिक्षा सचिव रंजीत सिन्हा, समाजिक कार्यकर्त्ता व यूसीसी नियमावली समिति के सदस्य रहे मन्नू गौड़, जिलाधिकारी देहरादून सविन बंसल, जिलाधिकारी हरिद्वार कर्मेन्द्र सिंह, एसएसपी हरिद्वार प्रमेन्द्र सिंह डोभाल सहित अनेक जन-प्रतिनिधि एवं छात्र छात्राएं उपस्थित थे।

सीएम धामी ने किया  आईएसबीटी, ऋषिकेश में संयुक्त रोटेशन यात्रा व्यवस्था समिति द्वारा आयोजित “ऋषिकेश से चारधाम यात्रा 2025“ के शुभारंभ कार्यक्रम में प्रतिभाग

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देहरादून(आरएनएस)।   मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने शनिवार को  आईएसबीटी, ऋषिकेश में संयुक्त रोटेशन यात्रा व्यवस्था समिति द्वारा आयोजित “ऋषिकेश से चारधाम यात्रा 2025“ के शुभारंभ कार्यक्रम में प्रतिभाग किया। इस अवसर पर उन्होंने चारधाम यात्रा पर जा रहे श्रद्धालुओं का स्वागत किया एवं श्रद्धालुओं को चारधाम यात्रा के लिए ले जा रही 10 बसों को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने चारधाम यात्रा के लिए आए सभी श्रद्धालुओं का स्वागत करते हुए बाबा केदार, बद्रीविशाल, मां गंगोत्री और मां यमनोत्री से सबकी सकुशल यात्रा की प्रार्थना की। उन्होंने आशा व्यक्त की कि इस वर्ष  चारधाम यात्रा अपने पिछले सभी पुराने रिकॉर्ड तोड़ेगी और एक नया कीर्तिमान स्थापित करेगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार सुरक्षित चारधाम यात्रा के लिए दृढ़ प्रतिज्ञ है। सरकार द्वारा प्रत्येक स्तर पर चारधाम यात्रा संबंधी तैयारियों की निरंतर समीक्षा की जा रही है। सरकार का प्रयास है कि जब श्रद्धालु, यात्रा पूरी करने के बाद अपने घर लौटें, देवभूमि उत्तराखंड में बिताए गए समय की स्वर्णिम यादों और सुखद अनुभव को साथ लेकर जाए।
मुख्यमंत्री ने कहा कि देश विदेश से लाखों की संख्या में श्रद्धालु उत्तराखंड आते हैं। इससे राज्य में लोगों के रोजगार के अवसर बढ़ते हैं। उन्होंने कहा कि उत्तराखण्ड की चारधाम यात्रा में श्रद्धालुओं को हर संभव सुविधा उपलब्ध कराने के प्रयास किये गये हैं। मुख्यमंत्री ने सभी श्रद्धालुओं और पर्यटकों से अपील की है कि देवभूमि को पवित्र और स्वच्छ बनाए रखने में अपना सहयोग दें। उन्होंने कहा कि हरित चारधाम यात्रा के साथ ही स्वच्छता पर राज्य सरकार का विशेष फोकस है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के नेतृत्व में केदारनाथ के पुनर्निर्माण और बदरीनाथ के मास्टर प्लान पर तेजी से कार्य हुए हैं। गौरीकुंड से केदारनाथ तक रोपवे का कार्य पूर्ण होने के बाद यात्रा और ज्यादा सुगम होगी। ऑल वेदर रोड के निर्माण से पहले के मुकाबले आज यात्री काफी कम समय में ऋषिकेश से चार धाम पहुंच रहे हैं। मुख्यमंत्री ने संयुक्त रोटेशन यात्रा व्यवस्था समिति द्वारा श्रद्धालुओं को यात्रा कराने में सहयोग प्रदान कराने की पहल की सराहना की।
इस दौरान कैबिनेट मंत्री सुबोध उनियाल, विधायक प्रेमचन्द अग्रवाल, मेयर शंभू पासवान, जीएमओयू अध्यक्ष भास्करानंद भारद्वाज, टीजीएमओसी अध्यक्ष जितेंद्र सिंह नेगी, गढ़वाल मंडल कॉन्ट्रैक्ट अध्यक्ष संजय शास्त्री, सचिव देवेंद्र सिंह रावत, नंदन सिंह रावत, रमेश चंद्र उप्रेती, हर्षवर्धन सिंह कृष्णा विभिन्न राज्यों से चार धाम यात्रा के लिए आए श्रद्धालु एवं अन्य लोग मौजूद रहे।

श्री केदारनाथ धाम : 31 मई तक सभी हैलीकॉप्टर टिकटें फुल, 9 हेैली कंपनियां दे रही हैं सेवायें

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“कैसे करें केदारनाथ यात्रा के लिए हैलीकॉप्टर बुकिंग, जानिये..!”

देहरादून (एल मोहन लखेड़ा) , चारधाम यात्रा को सुगम बनाने के लिये इसबार सरकार ने हैली सेवाओं के पुख्ता इंतजाम किये हैं, शुक्रवार कपाट खुलने से श्री केदारनाथ धाम की यात्रा के लिए पहले चरण में 2 मई से 31 मई तक की सभी हैलीकाप्टर टिकटे फुल हो गयी है। 1 जून से 30 जून तक की हैलीकॉप्टर टिकटों की बुकिंग के लिए दिनांक 7 मई 2025 को आईआरसीटीसी की वेबसाइट पर बुकिंग शुरू की जायेगी।
श्री केदारनाथ धाम यात्रा के पहले चरण यानि 2 मई से 31 मई तक की सभी हैलीकॉप्टर टिकटें फुल हो चुकी हैं। 1 जून से 30 जून तक की हैलीकॉप्टर टिकटों की बुकिंग के लिए दिनांक 7 मई 2025 को आईआरसीटीसी की वेबसाइट पर बुकिंग शुरू होगी। इसके अतिरिक्त केदारनाथ धाम हेतु हैलीकॉप्टर टिकट बुकिंग का अन्य कोई माध्यम नहीं है। यदि किसी प्रकार के फेसबुक लिंक या पेज, इंस्टाग्राम लिंक, व्हट्सएप चैटिंग या इन्टरनेट पर ढूंढी गयी कोई सी भी वेबसाइट से आप टिकट बुकिंग का प्रयास करते हैं तो आप निश्चित रूप से साइबर ठगी का शिकार हो सकते हैं। इसलिए यदि आपकी टिकट बुकिंग नहीं हो पायी तो आप पैदल, घोड़े—खच्चर, पालकी, डण्डी कण्डी इत्यादि से भी जा सकते हैं।

केदारनाथ धाम के लिए हैली सेवा शुरू :

केदारनाथ के लिए कपाट खुलने के दिन से ही 9 हैलीकॉप्टर कंपनियों ने अपनी सेवाएं शुरू कर दी हैं। पहले ही दिन हैलीकॉप्टर कंपनियों में यात्रियों की भीड़ लगी रही। शुक्रवार सुबह से ही केदारघाटी के अनेक हैलीपैडों से हैलीकॉप्टरों की उड़ानें शुरू हुई। बड़ी संख्या में यात्री एवं अन्य लोग केदारनाथ पहुंचे। चारधाम यात्रा पर जाने से पहले तीर्थ यात्रियों को वेबसाइट registrationandtouristcare.uk.gov.in पर रजिस्ट्रेशन कराना अनिवार्य किया गया है। साथ ही मोबाइल ऐप touristcareuttarakhand पर भी पंजीकरण कराया जा सकेगा।
हैलीकॉप्टर यात्रा के लिए हेली टिकट heliyatra.irctc.co.in पर बुक किए जा सकेंगे। किसी भी समस्या के लिए टोल फ्री नंबर 0135-1364 पर श्रद्धालु 24 घंटे संपर्क कर सकते हैं। इसके साथ ही टेलीफोन नंबर 01352559898 और 01352552627 पर भी संपर्क कर सकेंगे।

कैसे करें केदारनाथ यात्रा के लिए हैलीकॉप्टर बुकिंग :

इसके लिए आप सबसे पहले registrationandtouristcare.uk.gov.in पर जाकर अपना चार धाम यात्रा का रजिस्ट्रेशन करें, यहां बिना रजिस्टर किए आप हैलीकॉप्टर की टिकट बुक नहीं कर पाएंगे,
रजिस्ट्रेशन होने के बाद फोन में www.heliyatra.irctc.co.in खोलें और यहां अपने नाम, फोन नंबर और ईमेल आईडी डालकर साइन अप कर लें l इसके बाद अगर आप अकेले यात्रा करने वाले हैं, तो अपना रजिस्ट्रेशन नंबर डालें. अगर आप ग्रुप के साथ केदारनाथ जा रहे हैं, तो चारधाम रजिस्ट्रेशन ग्रुप आईडी डालें,
इतना करने के बाद अपनी पसंदीदा डेट, हैलीपैड और विमानन कंपनी चुनें l
अब, पैसेंजर की डीटेल भरें, आपको बता दें कि एक आईडी से आप 6 टिकट बुक कर पाएंगे और ग्रुप बुकिंग 12 तक की अनुमति है. 12 से अधिक के ग्रुप के लिए आपको दूसरा IRCTC हैली यात्रा खाता बनाना होगा l
इतना प्रोसेस करने के बाद अपने पंजीकृत मोबाइल नंबर या ईमेल पर भेजे गए OTP को सबमिट करें.
नियम और शर्तें स्वीकार करें और भुगतान के लिए आगे बढ़ें, टिकट प्राइस देते ही अपना टिकट डाउनलोड कर लें और इसका प्रिंट निकाल लें l
बता दें कि आप अलग-अलग हैलीपैड से हैलीकॉप्टर लेकर केदारनाथ के लिए जा सकते हैं, इस साल की यात्रा के लिए हैलीकॉप्टर सेवाएं गुप्तकाशी, फाटा और सिरसी जैसे तीन प्रमुख हैलीपैड्स से संचालित की जा रही हैं वहीं, हर हेलीपैड का किराया अलग-अलग है l
-फाटा से केदारनाथ जा रहे हैं, तो इसके लिए हैलीकॉप्टर का एकतरफा किराया 6,074 रुपये है l
-सेरसी से केदारनाथ जाने का एकतरफा किराया 6,072 रुपये है l
-गुप्तकाशी से केदारनाथ जाने के लिए हैलीकॉप्टर प्राइस 8,426 रुपये तय किया गया है l

रिफंड प्रक्रिया :
अगर आप टिकट कैंसिल करना चाहते हैं, तो इसके लिए 5-7 दिन में पैसे वापस आपके अकाउंट में आ जाएंगे l लेकिन इसके लिए आपको तय कैंसिलेशन फीस देनी होगी l
वहीं, अगर आप अपने बुक टाइम स्लॉट से 24 घंटे पहले सर्विस कैंसिल करते हैं, तो इस कंडीशन में आपको कोई रिफंड नहीं मिलेगा l

इन बातों का रखें खास ध्यान :

-आईआरसीटीसी (IRCTC) की गाइडलाइंस के मुताबिक, हेलीकॉप्टर से केदारनाथ जाने के लिए 2 साल से ज्यादा उम्र के बच्चों को अपनी अलग सीट की जरूरत होगी और इसके लिए उन्हें पूरा किराया देना होगा l
-2 साल से कम उम्र के बच्चों के लिए निःशुल्क यात्रा की सुविधा है,
अधिकतम प्रति उड़ान: 4 अडल्ट + 2 बच्चे + 2 शिशु
-अपने साथ अपना ओरिजनल आईडी प्रूफ रखें, शिशुओं के लिए जन्म प्रमाण पत्र दिखाना जरूरी है l
-अपने बुक किए गए स्लॉट से कम से कम 1 घंटा पहले हेलीपैड पर पहुंचें l
-वजन और परिचालन आवश्यकताओं के आधार पर सीटों को अलग-अलग किया जा सकता है l
-यात्रा के दिन आप वैध फोटो आईडी जरूर साथ रख लें l