रुद्रप्रयाग- गौरीकुण्ड राष्ट्रीय राजमार्ग पर काकडा़ गाड़ के पास पहाडी से पथ्थर गिरने से यात्रियों को ले जा रहा मैक्स वाहन छतिग्रस्त हो गया घटना में वाहन चालक सहित एक यात्री की मोत हो गयी। मिली जानकारी के अनुशार केदारनाथ यात्रा पर जा रहे यात्रियों के एक मैक्स वाहन पर गौरीकुंड हाईवे पर काकडागाड़ के पास अचानक पत्थर गिरने से चालक सहित एक यात्री की मौत हो गई, जबकि अन्य चार यात्री घायल हो गए। सूचना मिलने पर एसडीआरएफ की टीम ने मौके पर पहुंचकर रेस्क्यू चलाकर सभी घायलों को उपचार के लिए सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र अगस्त्यमुनि लाया गया।
घटना शुक्रवार देर शाम की है ,रुद्रप्रयाग-गौरीकुंड हाईवे पर रुद्रप्रयाग शहर से लगभग 30 किमी दूर काकडागाड में अचानक पहाड़ी से यात्रियों के मैक्स वाहन पर पत्थर गिर गया। जिसमें चालक समेत छह यात्री सवार थे। सूचना मिलने पर पहुंची डीडीआरएफ की टीम रेस्क्यू कार्य में जुट गई। वाहन में सवार चालक की मौके पर मौत हो गई। जबकि 24 वर्षीय शैलेन्द्र कुमार पुत्र मोहन लाल यादव ने रास्ते में दम तोड़ा। अन्य 4 यात्रियों को 108 सेवा एवं स्थानीय वाहनों के माध्यम से उपचार के लिए सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र अगस्त्यमुनि लाया गया, जहां उनका उपचार चल रहा है।
डीडीएमओ नंदन सिंह रजवार ने बताया कि वाहन चालक 38 वर्षीय राजेश रावत पुत्र राय सिंह निवासी नाग पनियाला, लंबगांव नई टिहरी की मौके पर मौत हो गई। जबकि घटना में एक यात्री की भी मौत हुई है। इसके अलावा 24 वर्षीय लक्ष्मण सिंह पुत्र धनीराम यादव, 24 वर्षीय ओंकार सिंह पुत्र वीरेन्द्र सिंह, 19 वर्षीय विपेश यादव पुत्र गोविंद यादव, चित्रांश साहू पुत्र ओंकार साहू निवासी जिला दुर्ग छत्तीसगढ़ घायल हो गए।
केदारनाथ यात्रा- मैक्स वाहन आया पत्थर की चपेट में, दो की मौत
मुख्यमंत्री उद्यमशाला योजना पर रुद्रप्रयाग में जिला स्तरीय अभिमुखीकरण कार्यशाला आयोजित
रुद्रप्रयाग- उद्यमशीलता को प्रोत्साहन देने के लिए प्रशासन ने बड़ी पहल की है। विकास भवन सभागार में आज मुख्यमंत्री उद्यमशाला योजना के अंतर्गत जिला स्तरीय अभिमुखीकरण कार्यशाला का आयोजन किया गया। इस महत्वपूर्ण कार्यशाला की अध्यक्षता मुख्य विकास अधिकारी राजेंद्र सिंह रावत ने की। कार्यक्रम का उद्देश्य जनपद स्तर पर योजना के प्रभावी क्रियान्वयन, प्रचार-प्रसार एवं हितधारकों को उद्यमिता से जोड़ना रहा।
कार्यशाला में रूरल बिजनेस इनक्यूबेटर के कोटद्वार हब से आए इन्क्यूबेशन मैनेजर श्री तनुज पुण्डीर एवं बिजनेस प्लानिंग एंड डेवलपमेंट एक्सपर्ट श्री दर्शन उनियाल ने प्रतिभागियों को योजना की विस्तृत जानकारी प्रदान की। उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री उद्यमशाला योजना का उद्देश्य प्रदेश में नवाचार और उद्यमशीलता को बढ़ावा देना है, जिससे ग्रामीण स्तर पर स्वरोजगार के नए अवसर उत्पन्न हों।इस योजना के अंतर्गत चयनित एवं पात्र उद्यमियों को व्यवसाय संचालन एवं विकास से जुड़ी विविध सेवाएं जैसे कि व्यवसाय योजना निर्माण, विधिक सलाह, विशेषज्ञों तक पहुंच, वित्तीय संसाधनों से जुड़ाव, इन्क्यूबेशन, मेंटरशिप, व्यवसायिक कौशल प्रशिक्षण आदि उपलब्ध कराए जा रहे हैं।
मुख्य विकास अधिकारी राजेन्द्र सिंह रावत ने सभी रेखीय विभागों के अधिकारियों को निर्देशित किया कि वे इस योजना का अधिक से अधिक प्रचार-प्रसार सुनिश्चित करें ताकि अधिक से अधिक पात्र लाभार्थी इससे जुड़ सकें। उन्होंने कहा कि योजना की पहुंच अंतिम छोर तक होनी चाहिए और इसके लिए प्रत्येक विकास खंड कार्यालय, विकास भवन परिसर तथा कलेक्ट्रेट परिसर में योजना से संबंधित डिस्प्ले बोर्ड लगाए जाएं। इससे आम जनमानस तक योजना की जानकारी प्रभावी रूप से पहुंच सकेगी।कार्यशाला में परियोजना निदेशक , जिला ग्राम्य विकास अभिकरण ,जिला परियोजना प्रबंधक, ग्रामीण उद्यम वेगवृद्धि परियोजना,महाप्रबंधक, जिला उद्योग केंद्र, समस्त खंड विकास अधिकारी, RSETI निदेशक, रेखीय विभागों के अधिकारी,इन्क्यूबेशन मैनेजर एवं बिजनेस प्लानिंग डेवलपमेंट एक्सपर्ट सहित कई अन्य अधिकारियों ने प्रतिभाग किया।
पीएम मोदी ने टीएचडीसी की पहली 1320 मेगावाट खुर्जा सुपर थर्मल पावर परियोजना का लोकार्पण और शिलान्यास किया
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने टीएचडीसी इंडिया लिमिटेड की पहली 1320 मेगावाट खुर्जा सुपर थर्मल पावर परियोजना की प्रथम यूनिट (660 मेगावाट) को राष्ट्र को समर्पित किया।
ऋषिकेश, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर में स्थित टीएचडीसी इंडिया लिमिटेड की पहली थर्मल पावर परियोजना, 1320 मेगावाट खुर्जा सुपर थर्मल पावर प्रोजेक्ट (केएसटीपीपी) की प्रथम यूनिट (660 मेगावाट) के साथ राज्य की अन्य परियोजनाओं को राष्ट्र को समर्पित किया। विद्युत क्षेत्र की एक प्रमुख कंपनी टीएचडीसी इंडिया लिमिटेड ने अपने थर्मल पावर प्लांट की प्रथम यूनिट को कमीशन कर, एक विशेष उपलब्धि के रूप में इसे दर्ज किया, जिसके परिणामस्वरूप इसके विविधतापूर्ण ऊर्जा पोर्टफोलियो में काफी वृद्धि हुई है। उद्घाटन के दौरान, माननीय प्रधानमंत्री ने अपने संबोधन में कहा कि “यह उत्तर प्रदेश की ऊर्जा जरूरतों को पूरा करने के लिए बहुत बड़ा कदम है | इन पॉवर प्लांट्स के बाद उत्तर प्रदेश में बिजली की उपलब्धता और बढ़ेगी | इससे यहाँ के उद्योगों को भी गति मिलेगी |”
इस मेगा प्लांट की आधारशिला 2019 में माननीय प्रधानमंत्री द्वारा रखी गई थी, खुर्जा सुपर थर्मल पावर प्लांट निगम कि एक प्रमुख उपलब्धि है क्योंकि टीएचडीसीआईएल जल विद्युत और नवीकरणीय ऊर्जा से आगे बढ़ते हुए अपने पोर्टफोलियो का विस्तार कर रहा है, जो एक विविध ऊर्जा नेतृत्वकर्ता के रूप में अपनी स्थिति को सुदृढ़ करता है । वर्तमान में टीएचडीसी इंडिया लिमिटेड की इक्विटी में एनटीपीसी लिमिटेड और उत्तर प्रदेश सरकार की हिस्सेदारी है।
660 मेगावाट की इस यूनिट के कमीशन होने के साथ, टीएचडीसीआईएल की कुल संस्थापित क्षमता 1587 मेगावाट से बढ़कर 2247 मेगावाट हो गई है। इस अवसर पर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री, योगी आदित्यनाथ, उपमुख्यमंत्री, केशव प्रसाद मौर्य और ब्रजेश पाठक सहित अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।
जीआरडी कॉलेज में 31 मई से शुरू हो रहा है दो दिवसीय वार्षिकोत्सव
-जी. आर. डी. कॉलेज के अन्तरया 2025 उत्सव में छात्र-छात्राओं द्वारा तकनीकी मॉडल्स होंगे प्रदर्शित, मेधावी छात्र को सम्मान एवं बॉलीवुड सिंगर आकांक्षा शर्मा की होगी लाइव परफॉरमेंस
देहरादून। राजधानी के प्रतिष्ठित मैनेजमेंट एवं इंजीनियरिंग कॉलेज गुरु राम दास इंस्टिट्यूट ऑफ़ मैनेजमेंट एंड टेक्नोलॉजी देहरादून का दो दिवसीय वार्षिक उत्सव अन्तरया-2025, 31 मई एवं 1 जून को धूमधाम से आयोजित होगा।
वार्षिक उत्सव की पूर्व संध्या पर प्रेस से रूबरू होकर संस्थान से वाइस चेयरमैन इंदरजीत ने कहा कि वार्षिक उत्सव के दौरान जहा एक ओर सैकड़ो छात्र छात्राएं अपने नवाचार आधारित प्रोजेक्ट्स एवं मॉडल्स प्रदर्शित करेंगे वही शिक्षा, खेलकूद,एवं सांस्कर्तिक कार्यकर्मो में अपनी प्रतिभा को प्रदर्शित करने वाले लगभग 600 छात्र-छात्राये सम्मानित किये जायेंगे। वही फेमस बॉलीवुड सिंगर आकांक्षा शर्मा एवं डी. जे. हैरी अपनी लाइव परफॉरमेंस से युवा वर्ग थिरकने पर मजबूर कर देंगे। उन्होंने सफल आयोजन के लिए शिक्षको का धन्यवाद किया एवं छात्रों से अपने अर्जित ज्ञान का उपयोग मानव कल्याण के लिए करने को प्रेरित किया।
वार्षिक रिपोर्ट प्रस्तुत करते हुए संस्थान के महा निदेशक डॉ. पंकज चौधरी ने कहा आज का युवा वर्ग उत्साह एवं मेधा से परिपूर्ण है और इस तरह के आयोजन उनके लिए सफलता की नयी राहे खोलते है एवं मानसिक विकास को बढ़ावा देते है।
उन्होंने बताया की संस्थान के छात्र-छात्राएं एक तरफ जहा विश्विद्यालय की मेरिट लिस्ट में इस वर्ष सबसे अधिक 5 मैडल प्राप्त किये वही देश- विदेश की नामी गिरामी सैकड़ो बहुराष्ट्रीय कम्पनीज की भी पहली पसंद बन रहे है। निजी क्षेत्र में बंपर सफलता के साथ साथ जी. आर. डी. के छात्र-छात्राएं अब सरकारी नौकरियों में भी झंडे गाड़ रहे है। इस वर्ष भी संस्थान के सिविल इंजीनियरिंग के 26 छात्र-छात्राओं ने उत्तराखंड सरकार के सिचांई विभाग, लोक निर्माण विभाग, पेयजल निगम, ग्रामीण निर्माण निगम, पचायती राज, आवास विकास, वन विभाग आदि में बतौर सरकारी अभियंता की नियुक्ति पाकर जी. आर. डी. का परचम लहरा दिया है।
सरकारी नौकरी पाने वाले अंकित चद, मयंक नैथानी, हिमांशु सेमवाल, उमग नौटियाल, आशीष रावत, नितीश राणा, वैभव साह,अभिलाष सिंह, सलोनी पंवार, साधना धनई, प्रवेश नौटियाल,अमित पुरोहित, सुमित पुरोहित, तानिया डोभाल,अमित पंवार, संगीता किरोला, राजा कुमाई, ज्योति नेगी, रक्षित गोदियाल, आदेश मटुरा, गोविन्द रावत, अजय डोभाल, आशीष कैंथुरा, अतुल तिवारी के अभिभावकों को वार्षिक उत्सव में सम्मानित किया जायेगा। उन्होंने छात्रों से बतौर सरकारी अभियंता देश निर्माण में सहयोग करने का आह्वान किया एवं उत्तराखंड के सुदूर ग्रामीण एवं पर्वतीय क्षेत्रों के आम जन मानस को भी आधुनिक भारत में हो रही इंफ्रास्ट्रक्चर क्रांति में सम्मलित करने हेतु दिन रात मेहनत करने की शपथ दिलवाई।
उन्होंने बताया की इस वर्ष संस्थान छात्रों के शैक्षणिक भर्मण को लेकर सजग है एवं संस्थान के छात्र -छात्राओं ने नॉएडा, गुडगाँव, मुंबई, पुणे, दुबई आदि का शैक्षणिक भर्मण किया। बौद्धिक संपदा नवाचार और प्रौद्योगिकी हस्तांतरण के क्षेत्र में आई.आई.टी. दिल्ली, बिगशिप टेक्नोलॉजीज एवं जी.आर. डी. मिलकर उल्लेखनीय कार्य कर रहे है।
संस्थान के पर्यासो को सरकार से भी निरंतर प्रोहत्सान मिल रहा है एवं शासन ने नवाचार एवं उद्योगों की आधुनिकतम आवस्यकताओ पर आधारित कई नए कोर्स इस वर्ष प्रारम्भ करने हेतु अनुमति दी है।
दो दिवसीय वार्षिक उत्सव में शिक्षा एवं इंडस्ट्री के कई जाने माने विशेषज्ञ प्रतिभाग करेंगे। इस अवसर पर सस्थान के वाईस चेयरमैन सरदार इंदरजीत सिंह ओबेराय, सरदार प्रबजी ओबेराय, महा निदेशक डॉ. पंकज चौधरी, सभी शिक्षक गण एवं छात्र-छात्राएं उपस्थित रहेंगे।
ऑपरेशन सिंदूर की सफलता पर मुख्यमंत्री ने ‘एक संवाद : वीर सैनिकों के साथ’ कार्यक्रम में किया प्रतिभाग
-हमारे सैनिकों का शौर्य और त्याग अद्वितीय व भावी पीढ़ी के लिए प्रेरणा दायक : मुख्यमंत्री
-राज्य में सेवानिवृत्त सैनिकों की ट्रेनिंग के लिए बनाया जाएगा सेंटर : मुख्यमंत्री
देहरादून(आरएनएस)। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने शुक्रवार को गढ़ीकैंट स्थित दून सैनिक इंस्टीट्यूट में ऑपरेशन सिंदूर की सफलता पर ‘एक संवाद : वीर सैनिकों के साथ‘ कार्यक्रम में प्रतिभाग किया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य में सेवानिवृत्त सैनिकों की ट्रेनिंग के लिए एक सेंटर बनाया जायेगा। सैनिक कल्याण विभाग द्वारा इसके लिए कार्यवाही की जाएगी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि ऑपरेशन सिंदूर में हमारे सैनिकों ने शौर्य, त्याग और अटूट समर्पण की जो अद्वितीय मिसाल पेश की वह आने वाली पीढ़ियों को प्रेरणा देती रहेगी। 22 अप्रैल को आतंकवादियों ने जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में निर्दोष पर्यटकों पर कायरतापूर्ण हमला कर देश और दुनिया को झकझोर कर रख दिया था। इसके जवाब में ऑपरेशन सिंदूर के माध्यम से हमारी सेनाओं ने यह स्पष्ट किया कि भारत की बेटियों के सिंदूर की ओर आँख उठाने वालों का क्या परिणाम होता है। 7 मई को हमारी सेनाओं ने 9 बड़े आतंकी अड्डों को तबाह किया, जिसमें 100 से अधिक आतंकवादी मारे गए।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मजबूत नेतृत्व और स्पष्ट नीति के कारण ही आतंकवाद के विरुद्ध इस निर्णायक कार्यवाही को सफलतापूर्वक अंजाम दिया गया। प्रधानमंत्री के नेतृत्व में हमारे जवानों का मनोबल बढ़ाने के साथ ही सेना को अत्याधुनिक तकनीक और हथियारों से सुसज्जित किया जा रहा है। भारत रक्षा क्षेत्र में आत्मनिर्भर बन रहा है। अब हमारी सेना दुश्मन की गोली का जवाब गोलों से देती है। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री के नेतृत्व में लिए गए कड़े फैसले देश के दुश्मनों की रीढ़ तोड़ने का काम कर रहे हैं। पहलगाम आतंकी हमले के बाद तुरंत फैसला लेते हुए सिंधु जल समझौता रद्द कर दिया गया। पाकिस्तान के साथ सभी व्यापारिक रास्ते बंद कर दिए गए हैं, क्योंकि ट्रेड और टेरर एक साथ नहीं चल सकते।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री के नेतृत्व में सैनिकों के हित में भी कई महत्वपूर्ण फैसले लिए जा रहे हैं। वन रैंक-वन पेंशन, नेशनल वॉर मेमोरियल का निर्माण, रक्षा बजट में वृद्धि के साथ ही सीमावर्ती क्षेत्रों में इंफ्रास्ट्रक्चर को मजबूत किया गया है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार सैनिकों और उनके परिवारों के कल्याण के प्रति प्रतिबद्ध है। शहीदों के आश्रितों को मिलने वाली अनुग्रह राशि को 10 लाख रुपए से बढ़ाकर 50 लाख रुपए किया गया है। सेना में परमवीर चक्र से लेकर मेन्सन इन डिस्पैच तक सभी वीरता पुरस्कारों से अंलकृत सैनिकों को दी जाने वाली एकमुश्त तथा वार्षिकी राशि में भी वृद्धि की गई है। बलिदानियों के परिवार के एक सदस्य को राज्य की सरकारी नौकरी में समायोजित करने का भी निर्णय लिया गया है और इसके लिए आवेदन करने की अवधि को 2 वर्ष से बढ़ाकर 5 वर्ष किया गया है। राज्य में वीरता पुरस्कार प्राप्त सैनिकों और पूर्व सैनिकों को सरकारी बसों में यात्रा की निःशुल्क व्यवस्था की गई है। सेवारत व पूर्व सैनिकों के लिए 25 लाख रुपए मूल्य की स्थायी सम्पत्ति की खरीद पर स्टाम्प ड्यूटी में 25 प्रतिशत की छूट भी प्रदान की जा रही है। प्रदेश के शहीदों की स्मृति में देहरादून के गुनियाल गांव में एक भव्य सैन्य धाम का निर्माण किया जा रहा है।
सैनिक कल्याण मंत्री गणेश जोशी ने कहा कि उत्तराखंड वीरों की भूमि है, राष्ट्र भक्तों की भूमि है। उन्होंने कहा कि देश को रक्षा के लिए हर पांचवा सैनिक उत्तराखण्ड से होता है। प्रथम विश्वयुद्ध से लेकर आज तक राज्य के हजारों रणबांकुरे भारत माता की रक्षा के लिए अपने प्राणों की आहुति दे चुके हैं। सैनिक कल्याण मंत्री ने कहा कि प्रत्येक युद्ध में भारतीय सेना ने पाकिस्तान को मुंहतोड़ जवाब दिया था। उन्होंने कहा कि आतंकवाद अब भारत को डरा नहीं सकता अब भारत आतंक के गढ़ में घुसकर उसका खात्मा करना जानता है ।
इस अवसर पर सचिव सैनिक कल्याण दीपेन्द्र चौधरी, स्टेशन कमांडर आर.एस.थापा, निदेशक सैनिक कल्याण ब्रिगेडियर (से.नि.) अमृत लाल, उपनल के एमडी ब्रिगेडियर (से.नि.) जे.एन.एस.बिष्ट सहित रक्षा सेनाओं के सेवावित्त अधिकारी ले.जनरल ए.के.सिंह, रियर एडमिरल ओ.पी.एस.राणा, एअर मार्शल डी.एस.रावत, ले.जनरल टी.पी.एस.रावत, रियर एडमिरल अनुराग थपलियाल, मेजर जनरल ओ.पी.सोनी, मेजर जनरल डी.अग्निहोत्री, मेजर जनरल पी.एस.राणा, मेजर जनरल नीरज वर्मा, मेजर जनरल आनंद सिंह रावत, मेजर जनरल एम.एस.असवाल, मेजर जनरल के.डी.सिंह, ब्रिगेडियर के.जी.बहल और पूर्व सैनिक संगठनों के पदाधिकारीगण भी उपस्थित रहे।
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री श्री जे.पी. नड्डा द्वारा आयोजित उच्चस्तरीय बैठक में उत्तराखंड ने प्रस्तुत की स्वास्थ्य क्षेत्र में उपलब्धियाँ
देहरादून,उत्तराखंड के स्वास्थ्य मंत्री डॉ. धन सिंह रावत ने आज केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री श्री जे.पी. नड्डा द्वारा वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से आयोजित उच्चस्तरीय बैठक में प्रतिभाग किया। इस बैठक में आठ राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के स्वास्थ्य मंत्रियों ने भाग लिया। बैठक में टीबी और खसरा-रूबेला उन्मूलन, प्रधानमंत्री आयुष्मान भारत स्वास्थ्य अवसंरचना मिशन (PM-ABHIM) तथा 15वें वित्त आयोग के अंतर्गत प्राप्त निधियों के उपयोग की समीक्षा की गई।
बैठक के दौरान डॉ. रावत ने केंद्रीय मंत्री को राज्य में टीबी मुक्त भारत अभियान के अंतर्गत की जा रही गतिविधियों और प्राप्त उपलब्धियों की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि उत्तराखंड में 100 दिवसीय तीव्र टीबी उन्मूलन अभियान को जनभागीदारी के साथ लागू किया गया है, विशेषकर आदिवासी और उच्च-प्रभावित क्षेत्रों में लक्ष्य आधारित कार्यवाही की जा रही है।
डॉ. रावत ने राज्य में PM-ABHIM के अंतर्गत चल रही योजनाओं की प्रगति से भी अवगत कराया। उन्होंने बताया कि स्वास्थ्य अवसंरचना के सुदृढ़ीकरण, स्वास्थ्य एवं कल्याण केंद्रों के उन्नयन, रोग निगरानी प्रणाली के विस्तार और स्वास्थ्यकर्मियों के प्रशिक्षण पर राज्य सरकार द्वारा विशेष ध्यान दिया जा रहा है।
डॉ० रावत ने खसरा और रूबेला उन्मूलन की दिशा में की गई प्रगति पर भी प्रकाश डाला। उन्होंने बताया कि नियमित टीकाकरण अभियानों, बेहतर केस ट्रैकिंग, और विभिन्न विभागों के समन्वय से उत्तराखंड इस राष्ट्रीय लक्ष्य की ओर तेज़ी से अग्रसर है।
कोरोना संक्रमण की संभावित चुनौतियों को देखते हुए डॉ. रावत ने राज्य की तैयारियों की भी जानकारी दी, जिसमें ऑक्सीजन आपूर्ति प्रणाली की मजबूती, आवश्यक दवाओं का भंडारण और स्वास्थ्यकर्मियों का नियमित प्रशिक्षण शामिल है।
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री श्री जे.पी. नड्डा ने बैठक की अध्यक्षता करते हुए राज्यों द्वारा टीबी मुक्त भारत अभियान में किए गए प्रयासों की सराहना की। उन्होंने जनभागीदारी, नियमित राज्य स्तरीय समीक्षा, अभियान की पुनः रणनीति, अधिक NAAT जांच और पोषण योजनाओं के व्यापक क्रियान्वयन पर ज़ोर दिया। उन्होंने कहा कि टीबी की दर को प्रति लाख जनसंख्या पर 47 से नीचे और मृत्यु दर को 3 से नीचे लाने के लिए प्रारंभिक और समग्र परीक्षण आवश्यक है।
केंद्र सरकार ने उत्तराखंड सरकार द्वारा किए गए प्रयासों की प्रशंसा की और स्वास्थ्य क्षेत्र में निरंतर प्रगति बनाए रखने का आह्वान किया।
इस अवसर पर स्वास्थ्य सचिव डॉ. आर. राजेश कुमार, डॉ सुनिता टम्टा, महानिदेशक स्वास्थ्य, डॉ मनु जैन, निदेशक, एन०एच०एम० सहित स्वास्थ्य विभाग के उच्च अधिकारी उपस्थित थे।
तीन साल से कम समय में तीनों दोषियों को मिली आजीवन कठोर कारावास की सजा
निष्पक्ष जांच, त्वरित प्रक्रिया और सख्त सजा
एसआईटी ने तेजी से पूरी की जांच, मजबूत साक्ष्य आए काम
कोटद्वार, 18 सितंबर, 2022 की रात ऋषिकेश के समीप एक रिसॉर्ट में कार्यरत अंकिता भंडारी की हत्या ने पूरे राज्य को झकझोर कर रख दिया था। इस मामले में कोटद्वार स्थित अपर जिला एवं सत्र न्यायालय ने शुक्रवार को तीनों आरोपितों को कसूरवार ठहराते हुए आजीवन कठोर कारावास की सजा सुना दी है। घटना के पौने तीन साल मे भीतर तीनों को मिली सख्त सजा ने निष्पक्ष पुलिस जांच और सरकारी वकील की मजबूत पैरवी पर भी मुहर लगा दी है।
पुलिस ने 24 घंटे में की थी गिरफ्तारी
इस मामले की गंभीरता को देखते हुए, मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने 24 सितंबर को महिला आईपीएस अधिकारी पी रेणुका देवी की अध्यक्षता में एसआईटी गठित की थी। रैग्यूलर पुलिस को जांच मिलने के बाद 24 घंटे के अंदर ही पुलिस ने तीनों आरोपितों को गिरफ्तार करते हुए, मामले में महत्वूपर्ण सुबूत अपने कब्जे में लेने का काम किया। विशेष जांच दल (SIT) ने गहराई से जांच करते हुए 500 पन्नों की विस्तृत चार्जशीट तैयार की। इस चार्जशीट में 100 से अधिक गवाहों के बयान शामिल किए गए। इसी आधार पर अभियोजन पक्ष ने कोर्ट में मामले की जोरदार पैरवी की, जिसके बाद पौने तीन साल के भीतर ही मामले में सजा का ऐलान संभव हो पाया। सरकार ने न सिर्फ आरोपियों पर हत्या का मामला दर्ज किया, बल्कि गैंगस्टर एक्ट के तहत भी कार्रवाई की।
परिजनों को आर्थिक मदद और सरकारी नौकरी
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने इस मामले में संवेदनशीलता का परिचय देते हुए, अंकिता भंडारी के परिजनों को ₹25 लाने की आर्थिक सहायता प्रदान की। साथ ही दिवंगत बेटी के पिता और भाई को सरकारी नौकरी देकर परिवार को सहारा प्रदान किया गया।
सुप्रीम कोर्ट ने जांच को माना संतोषजनक
सर्वोच्च न्यायालय द्वारा भी सरकार की जांच प्रक्रिया को संतोषजनक माना गया है, जिससे यह साफ होता है कि अंकिता को न्याय दिलाने की दिशा में सरकार ने कोई कसर नहीं छोड़ी। इस तरह बेटियों की सुरक्षा से जुड़े इस पूरे मामले हर मोर्चे पर सरकार की निष्पक्षता और सतर्कता काम आई।
आगे भी मजबूत पैरवी
इधर, सरकार ने साफ किया है कि जरूरत पड़ने पर आगे भी इस मामले में मजबूत पैरवी की जाएगी। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा है कि अंकिता को न्याय दिलाना सरकार का संकल्प था, इसीलिए अंकिता के परिजनों को साथ लेकर कोर्ट में मजबूत पैरवी की गई। जिससे तीनों दोषियों को आजीवन कारावास की सजा मिल सकी। सरकार जरूरत पड़ने पर आगे भी मजबूत पैरवी करेगी, अंकिता को न्याय दिलाने के लिए कोई कोर कसर नहीं छोड़ी जाएगी।।
प्राधिकरण ने अवैध भवन को शील और अवैध प्लाटिंग को किया ध्वस्त
देहरादून, मसूरी देहरादून विकास प्राधिकरण द्वारा अवैध निर्माणों के खिलाफ लगातार कार्यवाही की जा रही है, इसी के तहत शुक्रवार को बगराल गांव मसूरी रोड में रमेश गोयल द्वारा बनाये गए अवैध भवन को शील किया गया । उक्त कार्यवाही में सहायक अभियंता शैलेन्द्र सिंह रावत, अवर अभियंता उमेश वर्मा, सचिन तोमर ,सुपरवाइजर सत्यनारायण भट्ट उपस्थित रहे वहीं एक अन्य प्रकरण जिसमें अजयरत्न कुकरेती व अशोक कुक्साल द्वारा बद्री एन्क्लेव माजरी माफी देहरादून में लगभग 10 से 12 बीघा में कई जा रही अवैध प्लॉटिंग को ध्वस्त किया l इस कार्यवाही में सहायक अभियंता प्रमोद मेहरा , अवर अभियंता विक्रम सिंह, सुपरवाइजर नरेंद्र कुमार शर्मा तथा पुलिस बल की उपस्थिति रही l
ऑपरेशन सिंदूर ने पाकिस्तान के ऊपर किया बारूद का काम -त्रिवेंद्र सिंह रावत
ऑपरेशन सिंदूर ने दुनिया में भारत की पराक्रमी छवि बनायी-राम बहादुर राय
जल्द ही पीओके भारत का हिस्सा होगा-स्वामी अवधेशानंद गिरी
हरिद्वार,। पहलगाम में आतंकी घटना के बाद ऑपरेशन सिंदूर ने दुनिया भर में पराक्रमी भारत की छवि बनाई है और पाकिस्तान को माकूल जवाब देकर दुनिया में उसके दोगले चरित्र को उजागर किया। प्रेस क्लब द्वारा आयोजित हिंदी पत्रकारिता दिवस समारोह में मुख्य वक्ता पद्म भूषण देश के वरिष्ठ पत्रकार राम बहादुर राय ने ऑपरेशन सिंदूर के दौरान भारतीय मीडिया की भूमिका को सकारात्मक बताया। कार्यक्रम में पूर्व मुख्यमंत्री सांसद त्रिवेंद्र सिंह रावत ने कहा कि ऑपरेशन सिंदूर के दौरान सिंदूर ने पाकिस्तान के ऊपर बारूद का काम किया है और जिस तरह से भारत ने पाकिस्तान को जवाब दिया है।
हिंदी पत्रकारिता दिवस समारोह के दौरान मुख्य वक्ता वरिष्ठ पत्रकार पद्म भूषण राम बहादुर राय ने ऑपरेशन सिंदूर की सराहना करते हुए मीडिया की भूमिका को सकारात्मक बताया। उन्होंने कहा कि ऑपरेशन सिंदूर शुरू होने से पहले और ऑपरेशन के बाद भारतीय मीडिया खासकर प्रिंट मीडिया ने बहुत बढ़िया कवरेज की है और बहुत सजग रही और मीडिया ने सकारात्मक भूमिका निभाते हुए न केवल भारतीय जनमानस को आश्वस्त किया और उन्हें प्रेरित भी किया कि वह सेना और सरकार पर भरोसा बनाए रखे। उन्होंने कहा कि ऑपरेशन सिंदूर ने देश को दुनिया भर में पराक्रमी भारत बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका अदा की है। उन्होंने कहा कि पहलगाम आतंकी घटना अन्य घटनाओं से कई मायनों में अलग रही है। उन्होंने कहा कि पाक समर्थित आतंकियों ने पहलगाम घटना भारत के सहअस्तित्व, सद्भाव, सहिष्णुता और लोकतंत्र की भावना पर हमला था और उन्होंने इस घटना से यह संदेश देने की कोशिश की कि हिन्दू मुस्लिम और ईसाई एक साथ नहीं रह सकते।
उन्होंने कहा कि पहलगाम की घटना में आतंक का नया स्वरूप दिखाई दिया। जबकि आतंकियों ने तीसरा संदेश यह देने की कोशिश की कि यह देश की धार्मिक स्वतंत्रता पर बड़ा हमला है और जिस सिद्धांत पर देश का विभाजन हुआ था वह बनावटी था। उनका संदेश साफ है कि दो देश दो कौम है । आतंकियों का तीसरा मकसद काश्मीर में पयर्टन और तीर्थाटन को पटरी से उतरने की कोशिश थी। उन्होंने पीएम नरेंद्र मोदी की सराहना करते हुए कहा कि पहलगाम की घटना के वक्त अगर कोई दूसरी सरकार होती तो पहलगाम की घटना के बाद जो कड़े फैसले लिए गए वह नहीं हो पाते और पूर्ववर्ती सरकारों की तरह हम न तो हमला करते बल्कि दुनिया से हस्तक्षेप करने को कहते।
पूर्व मुख्यमंत्री हरिद्वार सांसद त्रिवेंद्र सिंह रावत ने कहा कि जब जब भी नारी के सम्मान पर आघात हुआ है तब तब देश ने एकजुट होकर कड़ा जवाब दिया है। उन्होंने कहा कि अपरेशन सिंदूर में सिंदूर ने बारूद का काम किया है और पाकिस्तान को उसकी हरकत का माकूल जवाब दिया गया। अब भविष्य में पाकिस्तान अगर फिर से इस तरह का दुस्साहस करेगा तो इससे भी भी खतरनाक परिणाम भुगतेगा। उन्होंने कहा कि ऑपरेशन सिंदूर भारत की अंतरात्मा से जुड़ा और भारत ने एकजुट होकर बता दिया कि महिलाओं के सम्मान से खिलवाड़ करने वाले का नाश कर दिया जाएगा। उन्होंने ऑपरेशन सिंदूर में मीडिया की भूमिका की प्रशंसा की। उन्होंने कहा कि पत्रकारों ने सही खबरों को समाज तक पहुंचा कर उनके भीतर देशभक्ति का जज्बा भर दिया।
समारोह की अध्यक्षता कर रहे जूना पीठाधीश्वर आचार्य महामंडलेश्वर स्वामी अवधेशानंद गिरी ने कहा कि ऑपरेशन सिंदूर के दौरान सिंदूर का एक नया रूप शौर्य, पराक्रम, पुरुषार्थ और प्रचंडता के रूप में दुनिया के सामने आया है और संयम, संस्कृत साहसी भारत का प्रतीक बना। उन्होंने कहा कि ऑपरेशन सिंदूर में चार दिन में ही पाकिस्तान ने घुटने टेक दिए जो देश की सेना के अदम्य साहस और देश के नेतृत्व की प्रखरता और प्रतिबद्धता को दिखाता है। उन्होंने कहा कि इन चार दिनों में देश की एकता, अखंडता और वैचारिक समानता दिखाई दी। उन्होंने देशवासियों से कहा कि जल्द ही पीओके भारत का हिस्सा होगा। उन्होंने पाकिस्तान की परमाणु बम की गीदड़ भभकी पर चुटकी लेते हुए कहा कि ऑपरेशन सिंदूर से दुनिया के सामने आ गई कि जिन परमाणु बमों की पाक धमकी देता है वह तो उसके है ही नहीं और उनका नियंत्रण तो विदेशी ताकतों के हाथों में है। हिंदी पत्रकारिता दिवस समारोह में हरिद्वार के तीन विश्वविद्यालयों, संस्कृत विश्वविद्यालय, देव संस्कृति विश्वविद्यालय और गुरुकुल कांगड़ी विश्वविद्यालय के हिंदी पत्रकारिता संकाय के टॉपर छात्रों को स्वर्ण पदक प्रदान किया गया। प्रेस क्लब के दो पूर्व दिवंगत वरिष्ठ पत्रकार मधुकांत प्रेमी स्मृति सम्मान उनके पुत्र पत्रकार अवनीश प्रेमी के साथ अतिथियों ने वरिष्ठ पत्रकार कौशल सिखौला को प्रदान किया। जबकि वरिष्ठ पत्रकार प्रेस क्लब के पूर्व अध्यक्ष प्रोफेसर पीएस चौहान स्मृति सम्मान उनकी पत्नी महिला आयोग की पूर्व अध्यक्ष संतोष चौहान के साथ अतिथियों ने युवा पत्रकार संदीप रावत को प्रदान किया गया। वरिष्ठ पत्रकार आदेश त्यागी के संयोजन में आयोजित समारोह का संचालन डा.रजनीकांत शुक्ला ने किया। प्रैस क्लब अध्यक्ष धर्मेंद्र चौधरी, महामंत्री दीपक मिश्रा ने सभी अतिथीयों का शॉल ओढ़ाकर, गंगाजली, रूद्राक्ष की माला व स्मृति चिन्ह भेंटकर स्वागत किया।
कार्यक्रम में कोषाध्यक्ष कांशीराम सैनी, सांस्कृतिक सचिव आशु शर्मा, वरिष्ठ पत्रकार रजनीकांत शुक्ला, सुनीलदत्त पांड,े संजय आर्य, संजय रावल, श्रवण झा, रामचंद्र कन्नौजिया अमित शर्मा, मनोज खन्ना, बालकृष्ण शास्त्री, राहुल वर्मा, सुनील पाल, संदीप शर्मा, परविंदर सिंह, संदीप रावत, शिवा अग्रवाल, कौशल सिखौला, अविक्षित रमन, बालकृष्ण शास्त्री, श्रवण झा, अनिरूद्ध भाटी, रतनमणी डोभाल, सूर्यकांत बेलवाल, रोहित सिखोला, एसएस जायसवाल, ललितेंद्र नाथ, कुलभूषण शर्मा, आशीष मिश्रा, सुदेश आर्या, कुमकुम शर्मा, प्रतिभा वर्मा, राधिका नागरथ, रमेश खन्ना, गोपाल रावत, गुलशन नैय्यर, दीपक नौटियाल, शिवकुमार शर्मा, राधेश्याम विद्याकुल, राजेंद्रनाथ गोस्वामी, सुरेंद्र शर्मा, कुशलपाल सिंह चौहान सहित प्रेस क्लब से जुड़े पत्रकार व अतिथी मौजूद रहे।
अंकिता भंडारी प्रकरण में वीआईपी आज भी पुलिस की गिरफ्त से बाहर
हरिद्वार(कुलभूषण)। अंकिता भंडारी हत्याकांड में कोटद्वार न्यायालय द्वारा दिए गए फैसले से महानगर कांग्रेस और स्वतंत्रता संग्राम सेनानी प्रकोष्ठ ने निराशा जाहिर करते हुए धामी सरकार के खिलाफ अपनी नाराजगी व्यक्त की। मायापुर स्थित यूनियन भवन में महानगर कांग्रेस और उत्तराखंड स्वतंत्रता सेनानी प्रकोष्ठ की हुई बैठक में जिला महानगर कांग्रेस अध्यक्ष अमन गर्ग और स्वतंत्रता संग्राम सेनानी प्रकोष्ठ के अध्यक्ष मुरली मनोहर ने कहा कि अंकिता भण्डारी हत्याकांड से पूरे उत्तराखंड की जनता आंदोलित थी लेकिन अफसोस आज भी धामी सरकार की शिथिलता के कारण अंकिता भंडारी प्रकरण में वीआईपी आज भी पुलिस की गिरफ्त से बाहर है और चार्जशीट में या किसी भी जांच में वीआईपी को शामिल न करना बहुत ही दुर्भाग्यपूर्ण है। स्वतंत्रता संग्राम सेनानी प्रकोष्ठ के कार्यकारी अध्यक्ष सुरेंद्र सैनी और प्रदेश महामंत्री अवधेश पंत ने कहा कि उत्तराखंड की धामी सरकार अंकिता भण्डारी हत्याकांड के वीआईपी और घटना स्थल से सबूत मिटाने वाली भाजपा विधायक को बचाने में सफल रही है जिसे उत्तराखंड की जनता किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं करेगी।
वरिष्ठ कांग्रेस नेता मनोज सैनी और सुरेंद्र बुटोला ने कहा कि आज न्यायालय के फैसले से साफ है कि भाजपा सरकार द्वारा अंकिता भण्डारी हत्याकांड में शिथिलता बरती गई और पुलिस द्वारा अंकिता के माता पिता द्वारा वीआईपी का नाम लिखित में जिलाधिकारी को दी शिकायत के बाद भी जांच में शामिल न करना दुर्भाग्यपूर्ण है और महिलाओं के साथ अन्याय है।
बैठक में मुख्य रूप से नवीन शरण निष्चल, पूर्व पार्षद कैलाश भट्ट,संजय वाल्मीकि, राहुल पाठक आदि कांग्रेस जन शामिल रहे।