Tuesday, November 26, 2024
HomeStatesUttarakhandमहालक्ष्मी किट का बढ़ा दायरा, अब लड़के के जन्म पर भी मिलेगी...

महालक्ष्मी किट का बढ़ा दायरा, अब लड़के के जन्म पर भी मिलेगी महालक्ष्मी किट, प्रस्ताव तैयार, जल्द लगेगी कैबिनेट की मुहर

“महिला सशक्तिकरण एवं बाल विकास मंत्री रेखा आर्या ने ली विभागीय अधिकारियों के साथ बैठक, दिये अहम दिशा निर्देश”

वदेहरादून, यमुना कॉलोनी स्थित शासकीय आवास पर महिला सशक्तिकरण एवं बाल विकास मंत्री रेखा आर्या ने विभागीय अधिकारियों के साथ बाल विकास विभाग की बैठक ली।
बैठक में महिला सशक्तिकरण विभाग के अभी तक के कार्यो की प्रगति रिपोर्ट के साथ ही आगामी योजनाओं के बारे में मंत्री रेखा आर्या ने जानकारी ली।बैठक में आंगनबाड़ी बहनों के मानदेय, मिनी आंगनबाड़ी केन्द्रो को पूर्ण करने,भवन किराया, मोबाइल रिचार्ज, समिति में टेक होम राशन योजना की राशि सहित विभिन्न विषयों के सम्बन्ध में भी चर्चा की गई। वही बैठक में कैबिनेट मंत्री ने कहा कि जो मोबाइल फोन खराब हो चुके हैं उनके लिए विभाग द्वारा मोबाइल फोनो की मांग भारत सरकार से की गई है जी की जल्द ही उपलब्ध हो जाएंगे। साथ ही 2254 मिनी आंगनबाड़ी केन्द्रो को उच्चीकरण करने हेतु भारत सरकार को प्रस्ताव भेजा गया है इनके उच्चीकरण होने से आंगनबाड़ी बहनो को कार्य करने में कोई परेशानी नहीं आएगी।

मंत्री रेखा आर्या ने स्वयं सहायता समूहों द्वारा टेक होम राशन में बरती जा रही लापरवाही को गंभीरता से लेते हुए ऐसे समूहों को चिन्हित कर उनके विरुद्ध जाँच के आदेश भी अधिकारियो को दिए।

कैबिनेट मंत्री रेखा आर्या ने इस दौरान बताया कि पूर्व में विभाग द्वारा लड़की के जन्म पर महालक्ष्मी किट दी जाती थी जो कि अब लड़के के जन्म पर भी दी जाएगी।उन्होंने कहा कि विभाग द्वारा इसका प्रस्ताव बना दिया गया है जल्द ही कैबिनेट में लाया जायेगा।

वही मंत्री रेखा आर्या ने कहा कि आंगनबाड़ी बहनों के लिए विभाग द्वारा उनकी सेवानिवृत्ति होने पर 50 हजार की धनराशि दिए जाने का प्रस्ताव बनाया गया है जिसके लिए विभाग को निर्देशित किया गया है कि सभी बिंदुओं पर परिचर्चा करते हुए जल्द ही इसका प्रस्ताव कैबिनेट में लाया जाए कहा कि इस योजना के बन जाने से हमारी आंगनबाड़ी बहनों को भविष्य के लिए काफी लाभ मिलेगा।

इस दौरान विभागीय मंत्री ने एकल महिला को मिलने वाले ऋण के बारे में भी अधिकारियों से चर्चा की ,साथ ही गत दिवस सेनेटरी पेड नेपकिन वेंडिंग मशीन को लेकर भी आवश्यक दिशा निर्देश दिए।कहा कि विभाग की यह कोशिश है कि सभी सार्वजनिक स्थानों पर मशीनों को लगाया जाएगा ताकि बालिकाओ को इसका लाभ प्राप्त हो सके।

इस अवसर पर सचिव हरि चंद्र सेमवाल , उपनिदेशक विक्रम सिंह, डीपीओ मोहित चौधरी, राज्य नोडल अधिकारी आरती बलोदी, सीडीपीओ तरुणा चमोला उपस्थित रहे।

 

वर्चुअल माध्यम से समर कैम्प हुइ शुरू : लोक गायक मंगलेश ने विभिन्न स्टूडियों में उपस्थित छात्र-छात्राओं एवं अध्यापकों से किया संवाद

विद्यालयी शिक्षा उत्तराखण्ड: 1 जून से 12 जून 2023 तक वर्चुअल समर कैम्प (virtual  summer camp) - Mukhyadhara

देहरादून, राज्य परियोजना निदेशक, समग्र शिक्षा उत्तराखण्ड एवं महानिदेशक, विद्यालयी शिक्षा उत्तराखण्ड के निर्देशों के अनुपालन में आज से वर्चुअल माध्यम से समर कैम्प शुरू हो गया, यह कैम्प 12 जून तक चलेगा | वर्चुअल समर कैम्प का उद्घाटन उत्तराखण्ड के मशहूर लोक गायक मंगलेश डंगवाल द्वारा किया गया। श्री डंगवाल ने वर्चुअल माध्यम से उत्तराखण्ड के विभिन्न स्टूडियों में उपस्थित छात्र-छात्राओं एवं अध्यापकों से संवाद किया। उन्होंने बताया कि उत्तराखण्ड में बच्चों के अन्दर अपार प्रतिभायें निहित हैं। सही समय व सही दिशा निर्देशन में इन प्रतिभाओं को निखारा जा सकता है। समर कैम्प का मुख्य उद्देश्य बच्चों के अन्दर छिपी हुयी प्रतिभा को उजागर करना है। उन्होंने बच्चों को लोक गायन की तकनीकी से अवगत कराया साथ ही अपने विभिन्न सुप्रसिद्ध लोक गानों को गाया गया, जिनमें माया बांद, सुरमा सरैला, सिल्की बांद आदि गाने बच्चों की फरमाईश पर सुनाये।
द्वितीय सत्र में प्रसिद्ध भरतनाट्यम नृत्यांगना श्रीमती सोनल वर्मा अध्यक्ष, हिल फाउण्डेशन गु्रप ऑफ एजुकेशन द्वारा बच्चों को भरतनाट्यम के विधा की तकनीकी सिखायी गयी। साथ ही उन्हांेने भरतनाट्यम पर खुद भी प्रदर्शन कर बच्चों को दिखाया। बच्चे यह देखकर काफी प्रसन्नचित एवं प्रफुल्लित महसूस कर रहे थे। साथ ही बच्चों ने भी साथ-साथ नृत्य कर अपना हुनर दिखाया।
राज्य परियोजना निदेशक श्री बंशीधर तिवारी द्वारा अवगत कराया गया कि विगत वर्ष से हमने वर्चुअल समर कैम्प की शुरूआत की और विगत वर्ष में बच्चों के उत्साह व उनके द्वारा दिये गये फीडबैक के आधार पर हमने निर्णय लिया कि हर वर्ष वर्चुअल मोड से समर कैम्प का आयोजन किया जायेगा। समर कैम्प में विभिन्न प्रकार की गतिविधियां आयोजित की जाती हैं, जिनसे बच्चों की छुपी हुई प्रतिभा को निखारने का अवसर प्राप्त होता है एवं बच्चे अपने आप मंे आनन्दमयी वातावरण तैयार कर प्रसन्नचित महसूस करते हैं। उन्होंने अवगत कराया कि इस 10 दिवसीय समर कैम्प में लोकगीत, लोकनृत्य, गायन, वादन, क्लासिकल नृत्य, योगा, आर्ट एण्ड क्राफ्ट, ब्यूटी एण्ड वैलनैस, जुम्बा, पेन्टिंग, पाक कला, कैरियर काउन्सिलिंग, आयुर्वेदा, आनन्दम पाठ्यचर्या आदि विभिन्न प्रकार के पाठ्य सहगामी क्रियाकलापों पर बच्चों को मार्गदर्शन दिया जायेगा ताकि वे आगे चलकर अच्छा प्रदर्शन कर सकें। यह कार्यक्रम राज्य के 435 राजकीय विद्यालयों में स्थित वर्चुअल स्टूडियो के माध्यम से दिखाया गया, जिसमें लगभग 8000 बच्चों एवं लगभग 1000 अध्यापकों द्वारा प्रतिभाग किया गया। महानिदेशक, विद्यालयी शिक्षा द्वारा निर्देशित किया गया कि यह कार्यक्रम शत प्रतिशत सभी 500 वर्चुअल स्टूडियो स्थित विद्यालयों में अनिवार्य रूप से आयोजित किया जाना है।

कार्यक्रम में अपर राज्य परियोजना निदेशक, समग्र शिक्षा डॉ0 मुकुल कुमार सती, उप राज्य परियोजना निदेशक श्री आकाश सारस्वत, स्टॉफ आफिसर श्री बी0पी0 मैन्दोली, उप राज्य परियोजना निदेशक श्री एम0एम0 जोशी एवं समन्वयक श्री हरीश नेगी उपस्थित थे। कार्यक्रम का सफल संचालन श्री बी0पी0 मैन्दोली, स्टॉफ आफिसर द्वारा किया गया।

 

एम्स ॠषिकेश में विश्व तंबाकू निषेध दिवस पर लोगों को किया जागरूक

विद्यालयी शिक्षा उत्तराखण्ड: 1 जून से 12 जून 2023 तक वर्चुअल समर कैम्प (virtual  summer camp) - Mukhyadhara

देहरादून, एम्स ऋषिकेश के कॉलेज ऑफ नर्सिंग में चारुसत यूनिवर्सिटी, गुजरात के सहयोग से विश्व तम्बाकू निषेध दिवस के उपलक्ष्य में कार्यक्रम आयोजित किया गया। विश्व स्वास्थ्य संगठन द्वारा इस वर्ष की थीम “ग्रो फूड नो टोबैको” थीम पर आयोजित कार्यक्रम में लोगों को तम्बाकू को लेकर जागरूक किया गया।

कार्यक्रम का बतौर मुख्य अतिथि संस्थान की कार्यकारी निदेशक एवं सीओई प्रोफेसर (डॉ.) मीनू सिंह ने अपने अनुभव साझा किए। उन्होंने बताया कि निरोगी व दीर्घजीवन के लिए हमें तम्बाकू जैसे नशीले व जनस्वास्थ्य के लिए हानिकारक पदार्थों से दूर रहना होगा। उन्होंने खासकर युवाओं में तेजी से बढ़ती नशावृत्ति पर जनजागृति से रोक लगाने पर जोर दिया।

कॉलेज ऑफ नर्सिंग की प्राचार्य प्रो. (डॉ.) स्मृति अरोड़ा ने जनसामान्य को तंबाकू छोड़ने के फायदों के बारे में जागरूक किया।

इस अवसर पर एम्स अस्पताल की ओपीडी में पहुंचे मरीजों, उनके तीमारदारों व आम लोगों की जागरूकता के लिए विभिन्न गतिविधियों का प्रदर्शन किया गया।

रोल प्ले की स्क्रिप्ट में तम्बाकू के विभिन्न स्रोतों, तम्बाकू की लत के विभिन्न पहलुओं , व्यसन के प्रमुख कारकों जैसे सहकर्मी दबाव, खराब पारिवारिक भूमिका आदि स्थितियों से तम्बाकू की आदत पड़ने से स्वास्थ्य पर पड़ने वाले दुष्प्रभावों पर प्रकाश डाला । साथ ही रोल प्ले के माध्यम से मरीजों को तंबाकू छोड़ने में मदद करने के लिए एम्स ऋषिकेश में संचालित तंबाकू समाप्ति क्लिनिक में उपलब्ध फार्माकोथेरेपी, मनोचिकित्सा और योग / ध्यान जैसी नशामुक्ति के लिए उपलब्ध उपायों का महत्व बताया।

इस दौरान स्नातकोत्तर छात्र चारुसत विश्वविद्यालय, गुजरात के छात्रों ने डब्ल्यूएचओ द्वारा निर्धारित थीम पर पोस्टर और बैनर प्रदर्शित किए। साथ ही नर्सिंग स्नातक छात्रों की भाषण प्रतियोगिता आयोजित की गई।

कार्यक्रम में
चीफ नर्सिंग ऑफिसर रीटा शर्मा, फैकल्टी सदस्यों, ट्यूटर्स और कॉलेज ऑफ नर्सिंग के छात्रों ने प्रतिभाग किया। लोगों ने जनजागरुकता कार्यक्रमों के बेहतर प्रदर्शन के लिए नर्सिंग छात्रों की सराहना की ।

इस अवसर पर आयोजन सचिव व नर्सिंग सहायक आचार्य डॉ. मलार कोडी, सुश्री कलेश्वरी, नर्सिंग ट्यूटर/क्लिनिकल इंस्ट्रक्टर व आयोजन सह सचिव पूजा आदि मौजूद थे।

 

नये सम्मिलित वार्ड प्रगति विहार की संपत्ति दर्ज करने की प्रक्रिया शुरू, दूसरे दिन कुल 190 सम्पत्ति हुई दर्ज हुई

देहरादून, नगर निगम में नये सम्मिलित वार्ड प्रगति विहार की संपत्ति निगम में दर्ज करने की प्रक्रिया कैंप लगाकर प्रारंभ हुई | नगर निगम पार्षद राकेश सिंह एडवोकेट ने कहा कि 2017 निगम गठन के बाद जब हमारा क्षेत्र निगम में शामिल हुआ था और बोर्ड गठन के बाद कई वर्षों से में अपने वार्ड वासियों की संपत्ति निगम में दर्ज करने के लिए लगातार प्रयासरत था, लेकिन निगम की सुस्त कार्यप्रणाली के कारण इतनी देर हुई, और अब जाकर संपत्ति दर्ज होना शुरू हुई, आज एक दिन प्रगति विहार में कैंप लगाया गया है और अन्य 2 दिन निगम में क्षेत्रवासियों को अपने कागजात जमा कराने के लिए अलग काउंटर खोला गया है, वार्ड में जिन भी व्यापारी भाइयों के प्लाट हैं वह भी संपत्ति कागजात जमा कराकर दर्ज करा लें, ताकि इसके आगे की प्रक्रिया भी शीघ्र पूरी की जा सके, इसके बाद सभी को संपत्ति संख्या निगम द्वारा आवंटित की जानी है जब निगम में हमारी संपत्ति दर्ज हो जाएगी तो निश्चित तौर पर हमारे क्षेत्र की जनता को इसका लाभ मिलेगा, क्योंकि अभी तक हमारे क्षेत्र की संपति दर्ज न होने के कारण ना हम बैंक लोन का लाभ ले पा रहे थे और न ही एमडीडीए में अपने भवन का मानचित्र पास करा सकते थे इस कारण हमारी क्षेत्र की जनता बहुत लंबे समय से परेशान थी, और लगातार इन 4 वर्षों तक मैंने प्रयास किया कि मैं अपने क्षेत्र की अपने वार्ड वासियों की संपत्ति को नगर निगम में दर्ज करा सकूं, अब सभी वार्डवासी शीघ्र अपने दस्तावेज जमा करा कर अपनी संपत्ति दर्ज करा लें। आज दूसरे दिन तक अभी कुल 190 सम्पत्ति दर्ज हुई है |

RELATED ARTICLES

Most Popular

Recent Comments