(देवेन्द्र चमोली)
” सूबे के पर्यटन ,सींचाई, व लोक निर्माण मंत्री सतपाल महराज पर्यटन सचिव सहित अन्य प्रदेश स्तरीय आला अधिकारियों के साथ कार्तिक स्वामी पंहुचें , इस दौरान उन्होने कार्तिक स्वामी को पर्यटन सर्किट से जोडने, मंदिर को रौप वै से जोडने सहित कई मांगों पर शीघ्र कार्यवाही करने की बात कही”।
रुद्रप्रयाग- उत्तर भारत में क्रौंच पर्वत पर अवस्थित स्कंद कुमार भगवान कार्तिकेय के एक मात्र मंदिर को शीघ्र ही पर्यटन सर्किट से जोडा जायेगा। अगस्त्य ऋषि आश्रम अगस्त्यमुनी-कार्तिक स्वामी व अत्रि ऋषि आश्रम अनुसूईया देवी मंदिर को शामिल करते हुये पर्यटन सर्किट विकसित करने की दिशा में सरकार कार्य कर रही है। यह बात आज कार्तिकेय मंदिर में आयोजित 108 बालमपुरी शंख पूजा व हवन यज में पहुंचे सूबे के पर्यटन, सींचाई मंत्री सतपाल महराज ने उपस्थित श्रद्धालुओ व जन समुदाय को संबोधित करते हुये कही।
बता दें कि समुद्र तल से लगभग 3048 मीटर की ऊंचाई पर स्थित कार्तिकेय स्वामी मंदिर में दक्षिण भारत से पहुंचे शिवाचार्यो व गुरुजनों द्वारा 108 बालमपुरी शंख पूजा का आयोजन किया गया। दक्षिण भारत से आये शिवाचार्यो द्वारा आयोजित इस धार्मिक आयोजन में आध्यात्मिक गुरु व सूबे के पर्यटन ,मंत्री सतपाल महराज ने भी प्रतिभाग कर पूजा अर्चना की। उपस्थित श्रद्धालुओं व क्षेत्रीय जनता को संबोधित करते हुये पर्यटन मंत्री सतपाल महराज ने कहा कि शीघ्र ही कार्तिक स्वामी मंदिर को पर्यटन सर्किट से जोडा जायेगा। उन्होने कहा कि अगस्त्यमुनी-कार्तिक स्वामी व अत्रि ऋषि आश्रम अनुसूईया देवी मंदिर को शामिल करते हुये पर्यटन सर्किट विकसित किया जायेगा। उन्होने जानकारी देते हुये
बताया कि दक्षिण भारत में भगवान कार्तिकेय का बडा महत्व है। तमिलनाडु व कर्नाटक मे स्कदं कुमार कार्तिकेय के बहुतायत अनुयायी है। वहां पर कार्तीकेय स्वामी को मुरुगन स्वामी व कुमार स्वामी के नाम से पूजा जाता है।
केदारनाथ विधायक शैला रानी रावत ने कहा कि आज कार्तिकेय स्वामी में दक्षिण व उत्तर का जो संगम हुआ है यह देश की एकता व अखंडता का प्रतीक बनेगा।
कार्तिकेय सेवा समिति के अध्यक्ष शत्रुघन नेगी ने आये हुये आगंतुको का अभिनंदन करते हुये कार्तिकेय मंदिर व क्षेत्र के विकास से संबधित मांग पत्र पर्यटन मंत्री को सौंपा।
दक्षिण से आये शिवाचार्यो ने बताया कि विश्व कल्याण व देश की समृद्धि के लिये उनके द्धारा यह पूजा अनुष्ठान किया गया है।
इस अवसर पर ड्रोन कैमरे के माध्यम से श्रद्धालुओं पर पुष्पवर्षा की गई। पदम श्री शिवमणि व उनके साथियों द्वारा अपनी प्रस्तुति भी दी गई। साथ ही शिवाचायों व गुरुजनों व अतिथियों को सम्मानित भी किया गया।
इस अवसर पर श्री ला श्रीमत सरवण मणिक्का वासग स्वामी, श्री शिवज्ञान बालय, श्री कुमर गुरुबरा स्वामी, श्री शांतलिंग मरूथासला, श्री तिरूज्ञानांदा स्वामीगल, मेडोलिन यू राजेश, श्री आरूर सुब्रझयणम शिवाचार्य श्री स्वामी सुषांता, मैंडोलिन यू राजेश, उत्तराखंड सरकार के ओएसडी भाष्कर खुल्बे, पर्यटन सचिव सचिन कुर्वे, अपर सचिव सी रविशंकर, पुलिस अधीक्षक डाॅ. अशोक भदाणे, उप जिलाधिकारी ऊखीमठ जितेंद्र वर्मा, जिला पर्यटन अधिकारी राहुल चौबे, सुशील नौटियाल, भाजपा जिलाध्यक्ष महावीर पंवार, पूर्व जिलाध्यक्ष विजय कप्रवान, मंदिर समिति के अध्यक्ष शत्रुघन नेगी, विक्रम नेगी, सुरेंद्र नेगी, रघुवीर नेगी, पूरण सिंह नेगी, रमेश सिह, बलराम सहित दक्षिण भारत से आए व स्थानीय भक्तगण मौजूद रहे।
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