“पिछली यात्रा के अनुभव को देखते हुए इस यात्रा में कई नई व्यवस्थाएं शामिल की गई हैं जिनमें यात्रियों को एक दिन में केदारनाथ धाम में शासन द्वारा 13 हजार तक की संख्या को निर्धारित किया है तथा यात्रियों की सुविधा के लिए टोकन व्यवस्था लागू की गई है जिससे दर्शनार्थियों को सुगमता के साथ बाबा केदार के दर्शन हो सके “।
(देवेन्द्र चमोली)
रुद्रप्रयाग- केदार नाथ धाम के कपाट 25 अप्रैल को श्द्धालुओं के दर्शनार्थ खोल दिये जाएंगे। केदारनाथ धाम यात्रा को सुगम एवं सुव्यवस्थित ढंग से संचालित करने के लिए जिला प्रशासन द्वारा ब्यवस्था चाक चौबंध कर दी गई
है। यात्रा के लिए विभिन्न विभागों द्वारा की जा रही तैयारियों एवं व्यवस्थाओं के संबंध में जिलाधिकारी मयूर दीक्षित एवं पुलिस अधीक्षक डाॅ. विशाखा अशोक भदाणे ने आज जिला कार्यालय सभागार में संयुक्त प्रेस वार्ता कर यात्रा ब्यवस्थाओं की जानकारी साझा की।
श्री केदारनाथ यात्रा को सुगम एवं सफलता पूर्वक संचालित करने के लिए जिलाधिकारी मयूर दीक्षित ने प्रेस को जानकारी देते हुए कहा कि पिछली यात्रा के अनुभव को देखते हुए इस यात्रा में कई नई व्यवस्थाएं शामिल की गई हैं जिनमें यात्रियों को एक दिन में केदारनाथ धाम में शासन द्वारा 13 हजार तक की संख्या को निर्धारित किया है तथा यात्रियों की सुविधा के लिए टोकन व्यवस्था लागू की गई है जिससे दर्शनार्थियों को सुगमता के साथ बाबा केदार के दर्शन हो सकें। इसके साथ ही यात्रियों को बेहतर चिकित्सा सुविधा के लिए स्वास्थ्य विभाग द्वारा पूरी तैयारी की गई है जिसके लिए यात्रा मार्ग में 12 स्थानों पर एमआरपी बनाए गए हैं तथा 22 चिकित्सकों एवं 22 फार्मसिस्ट तैनात किए गए हैं जिनकी रोस्टरवार ड्यूटी लगाई जाएगी तथा सभी को उचित प्रशिक्षण दिया गया है इनमें 3 फिजिशियन एवं 2 आॅर्थोपेडिक डाॅक्टर तैनात किए गए हैं। आवश्यक सेवा हेतु यात्रा मार्ग में 6 एंबुलेंस तैनात की गई हैं जिसमें 3 एंबुलेंस रिजर्व में रखी गई हैं तथा किसी भी आकस्मिक स्थिति के लिए शासन द्वारा एक एयर एंबुलेंस की भी व्यवस्था की गई है।
साफ-सफाई व्यवस्था हेतु सुलभ इंटरनेशनल द्वारा यात्रा मार्ग एवं केदारनाथ धाम में साफ-सफाई की जिम्मेदारी दी गई है तथा मंदिर परिसर में केदारनाथ नगर पंचायत द्वारा साफ-सफाई की जाएगी। सुलभ द्वारा इस बार स्थाई शौचालय की व्यवस्था की जा रही है तथा वेस्ट मैनेजमेंट की व्यवस्था हेतु प्लास्टिक एवं पानी की बोतलों में क्यूआर कोड की व्यवस्था लागू की जा रही है। इसके साथ ही सफाई व्यवस्था के लिए यात्रा मार्ग एवं केदारनाथ धाम में स्वयं सेवी संस्थाओं का भी सहयोग लिया जा रहा है तथा यात्रा मार्ग में व्यापक सफाई व्यवस्था को लगातार रखने के लिए जागरुकता कार्यक्रम भी निरंतर आयोजित किए जाएंगे।
यात्रा मार्ग में संचालित होने वाले घोड़े-खच्चरों का उचित स्वास्थ्य परीक्षण पशुपालन विभाग द्वारा कराया जा रहा है। इसके साथ ही डंडी-कंडी का भी पंजीकरण जिला पंचायत द्वारा किया जा रहा है जिसके सफल क्रियान्वयन हेतु जी मैक्स द्वारा सभी का आॅनलाइन डाटा तैयार किया जाएगा। यात्रा मार्ग में यात्रियों को शुद्ध पेयजल उपलब्ध कराए जाने हेतु जल संस्थान द्वारा सोनप्रयाग से केदारनाथ धाम तक 9 वाटर आरओ स्थापित किए हैं। यात्रा मार्ग एवं केदारनाथ धाम तक 74 स्टेंड पोस्ट स्थापित किए गए हैं। घोड़ा पड़ाव यात्रा मार्ग तक 39 पानी की चरियां स्थापित की गई हैं जिनमें 17 स्थानों पर गर्म पानी की व्यवस्था की गई है तथा यात्रा मार्ग में विद्युत व्यवस्था हेतु पूरे यात्रा मार्ग में स्ट्रीट लगाई गई हैं।
जिलाधिकारी ने अवगत कराया है कि आने वाले तीर्थ यात्रियों के लिए उचित आवास व्यवस्था हेतु गुप्तकाशी से बड़ी लिनचोली तक जीएमवीएन के गेस्ट हाउस में 2500 लोगों की ठहरने की व्यवस्था होगी इसी के साथ केदारनाथ धाम में 2 टैंट काॅलोनी न्यू घोड़ा पडाव एवं हिमलोक काॅलोनी में किया जा रहा है जिसमें 80-80 बैड तैयार किए जा रहे हैं जिसमें 1600 लोगों की ठहरने की व्यवस्था है तथा जीएमवीएन के टैंट एवं गेस्ट हाउस में कुल 2500 लोगों के ठहरने की व्यवस्था की गई है।
प्रेस को अवगत कराते हुए पुलिस अधीक्षक डाॅ. विशाखा अशोक भदाणे ने कहा कि यात्रा को सुव्यवस्थित ढंग से संचालित करने के लिए 450 पुलिस अधिकारियों एवं कर्मचारियों की तैनाती की गई है तथा 150-200 पुलिस कार्मिकों की व्यवस्था बाहर से की गई जा रही है तथा सभी पुलिस अधिकारियों एवं जवानों को उचित प्रशिक्षण उपलब्ध कराया गया है। यात्रा के दौरान खोया पाया केंद्र का संचालन भी किया जाएगा। इसके साथ ही विभिन्न राज्यों से आने वाले तीर्थ यात्रियों हेतु अलग-अलग भाषाओं में साईन बोर्ड तैयार किए गए हैं। बाहर से आने वाले तीर्थ यात्रियों से किसी तरह की ठगी न हो इसके लिए साइबर सेल को ब्रीफ्रिंग किया गया है। यात्रा के दौरान जाम से निपटने हेतु अतिरिक्त पार्किंग स्थल चिन्हित किए गए हैं।
प्रेस वार्ता में मुख्य विकास अधिकारी नरेश कुमार, मुख्य चिकित्सा अधिकारी डाॅ. एचसीएस मार्तोलिया, अधिशासी अभियंता राष्ट्रीय राजमार्ग राजवीर सिंह चौहान, मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी डाॅ. आशीष रावत, जिला पर्यटन अधिकारी राहुल चौबे, अधिशासी अभियंता जल संस्थान अनीश, सूचना अधिकारी रती लाल शाह सहित प्रिंट एवं इलेक्ट्राॅनिक मीडिया के प्रेस प्रतिनिधि मौजूद रहे।
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