Thursday, May 9, 2024
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जिलाधिकारी के निर्देश पर हाकम सिंह समेत नकल माफियाओं की संपत्ति जप्त करने की कार्यवाही शुरू

(शहजाद अली)

हरिद्वार, मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के निर्देश पर हाकम सिंह समेत नकल माफियाओं के खिलाफ संपत्ति जप्त करने की कार्रवाई भी शुरू हो गई है प्रदेश के बहुचर्चित यूकेएसएसएससी परीक्षा घोटाले के मास्टरमाइंड हाकम सिंह की हरिद्वार में चिन्हित की गई संपत्ति को आखिरकार गैंगस्टर एक्ट में कुर्क कर लिया गया है उत्तराखंड एसटीएफ के एसएसपी आयुष अग्रवाल की रिपोर्ट पर हरिद्वार जिलाधिकारी विनय शंकर पांडे ने हरिद्वार तहसीलदार को इस संपत्ति का रिसीवर नियुक्त किया है |

जिलाधिकारी विनय शंकर पांडे का कहना है कि हाकम सिंह के खिलाफ यूकेएसएसएससी परीक्षा घोटाले में मुकदमा पंजीकृत है, देहरादून जिलाधिकारी द्वारा गैंगस्टर एक्ट में उसकी प्रॉपर्टी जप्त करने के आदेश दिए हाकम सिंह की तीन प्रॉपर्टी हरिद्वार में थी, इसको लेकर देहरादून जिलाधिकारी का हमें पत्र प्राप्त हुआ उसमें लिखा था संपत्ति को कुर्क करने का आदेश मेरे द्वारा जारी किया जा चुका है, आप जिला स्तर से संपत्ति पर रिसीवर नियुक्त करें मेरे द्वारा इसमें पत्र जारी कर हाकम सिंह की तीन प्रॉपर्टी पर हरिद्वार तहसीलदार को रिसीवर नियुक्त किया गया है
वहीं हरिद्वार तहसीलदार रेखा आर्य का कहना है कि जिलाधिकारी द्वारा 16 मार्च को आदेश दिया गया था की हाकम सिंह की प्रॉपर्टी को कुर्क करके रिसीवर नियुक्त किया जाय उसी के तहत हमारे द्वारा आज यह कार्रवाई की गई है |

 

संस्कृत शिक्षक चेतावनी, 10 दिन में मांग पूरी न होने पर आंदोलन की चेतावनीMay be an image of 9 people and people sitting

(शहजाद अली)

हरिद्वार, उत्तराखंड के संस्कृत विद्यालयों और महाविद्यालयों में कार्यरत संस्कृत शिक्षकों ने राज्य सरकार से मानदेय में वृद्धि करने की मांग की है। 10 दिन में मांग पूरी न होने पर उन्होंने निदेशालय पर आंदोलन करने की चेतावनी भी दी है। हरिद्वार प्रेस क्लब में उत्तराखंड संस्कृत विद्यालय महाविद्यालय प्रबंधकीय शिक्षा समिति से जुड़े शिक्षकों ने प्रेस वार्ता के दौरान बताया कि साल 2017 में तत्कालीन सरकार ने उत्तराखंड के संस्कृत शिक्षकों के मानदेय में वृद्धि का शासनादेश जारी किया था। शासन स्तर और निदेशालय स्तर पर हुई गलती के कारण 126 संस्कृत शिक्षक मानदेय में बढ़ोत्तरी से वंचित रहे गए थे। तब से लेकर वो आज तक संघर्ष करते चले आ रहे हैं। सीएम धामी के आश्वासन के बावजूद भी उनके मानदेय में वृद्धि नहीं हो पा रही है। यदि दस दिन में उनके मानदेय में वृद्धि नहीं की गई तो वो संस्कृत निदेशालय पर धरने पर बैठ जाएंगे।

 

ब्रैकिंग : अधिशासी अभियंता व छात्रसंघ पदाधिकारियों के बीच विवाद : माफी ना मांगने पर आंदोलन की चेतावनीMay be an image of 5 people and people standing

(अनिल कुमार गुरु)

पौड़ी, लोक निर्माण विभाग के अधिशासी अभियंता व छात्रसंघ पदाधिकारियों के बीच किसी बात को लेकर विवाद हो गया। विवाद इतना बढ़ा की अब छात्रसंघ पदाधिकारियों ने लोक निर्माण विभाग के अधिशासी अभियंता धन सिंह कुटियाल से माफी मांगने की मांग की है और माफी ना मांगने पर आंदोलन की चेतावनी लोक निर्माण विभाग को दे दी है।

पौड़ी छात्रसंघ अध्यक्ष अंकित नौटियाल ने बताया कि वे वार्षिक अधिवेशन का निमंत्रण देने के लिए लोक निर्माण विभाग के अधिशासी अभियंता के पास पहुंचे थे। इस दौरान अधिशासी अभियंता द्वारा उन्हें मार्च फाइनल होने की बात कहकर बाद में आने के लिए कहा गया। जिसका छात्र संघ द्वारा विरोध किया गया। छात्रसंघ ने आरोप लगाया अधिशासी अभियंता द्वारा अभद्र व्यवहार उनके साथ किया गया। जिसको कतई भी बर्दाश्त नहीं किया जा सकता। छात्रसंघ अध्यक्ष अंकित नौटियाल ने लोक निर्माण विभाग के अधिशासी अभियंता से माफी मांगने की मांग की है और माफी मांगने पर आंदोलन की चेतावनी दी है।
वहीं इस पूरे मामले में लोक निर्माण विभाग के अधिशासी अभियंता धन सिंह कोटियाल का कहना है कि मार्च फाइनल होने की वजह से उनके द्वारा छात्र संघ के पदाधिकारियों से अगले दिन आने की बात कही गई थी मगर जब उन्होंने यह बात कही तो छात्र संघ के पदाधिकारियों द्वारा उन पर कुछ अभद्र टिप्पणी की गई, जो निंदनीय है, उन्होंने कहा कि माफी मांगने का कोई सवाल ही नहीं उठता क्योंकि जब उन्होंने कोई गलती नहीं की है तो माफी क्यों मांगे। दोनों ही पक्ष झुकने को तैयार नहीं है तो किस तरह से तूल पकड़ते इस मामले को सुलझाया जाता है।

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