Wednesday, November 27, 2024
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मुख्यमंत्री धामी ने चंपावत के टनकपुर में आयोजित 10 दिवसीय सरस आजीविका मेला 2023 का शुभारंभ किया

चंपावत , मुख्यमंत्री  पुष्कर सिंह धामी ने राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन, ग्रामीण विकास मंत्रालय भारत सरकार एवं उत्तराखंड राज्य विकास ग्रामीण आजीविका मिशन ग्राम्य विकास विभाग उत्तराखंड के संयुक्त तत्वाधान में टनकपुर में आयोजित सरस मेला 2023 का शुभारंभ दीप प्रज्वलित कर किया। शुभारंभ कार्यक्रम में नन्दा कावैन्ट स्कूल टनकपुर के बच्चों ने स्वागत गीत से श्री धामी का स्वागत किया। उसके बाद राजकीय बालिका इंटर कालेज, टनकपुर के बच्चों ने शानदार प्रस्तुति दी।

अपने संबोधन में मुख्यमंत्री ने सरस आजीविका मेले में भारी संख्या में आय लोगों का हार्दिक स्वागत व अभिनंदन किया। उन्होंने कहा कि सरस आजीविका मेला अपने-आप में विशिष्ट है, क्योंकि इसका स्वरूप जहां एक ओर मेले जैसा है, वहीं यह व्यापारिक और स्वरोजगार के क्षेत्र में कार्य कर रहे युवाओं और महिलाओं को अपने कार्य का प्रदर्शन करने का एक मंच भी प्रदान करता है। प्रदेश का संपूर्ण विकास केवल तभी संभव है, जब प्रदेश का प्रत्येक नागरिक अपने-अपने दायित्वों का भली भांति निर्वहन करें। उन्होंने कहा की प्रदेश तभी आगे बढ़ सकता है जब लोग आगे बढ़े इसलिए इस बार गैरसैंण में प्रस्तुत सामान्य बजट को हर वर्ग के उत्थान के लिए रखा है, चाहे किसान हो, बागवानी करने वाला हो, स्वयं सहायता समूह के रूप में कार्य करने वाली महिलाएं हो, चाहे किसी भी क्षेत्र का व्यक्ति हो। इस प्रकार के आजीविका मेलों के माध्यम से जहां एक ओर स्थानीय उत्पादों को प्रदर्शित करने का मौका मिलता है वहीं प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी द्वारा दिए गए “आत्मनिर्भर भारत” मंत्र को भी मजबूती मिलती है। मेले के संचालन से जहां ग्रामीण उत्पादों के विपणन हेतु बाजार उपलब्ध होगा, वहीं देश-विदेश तक इन ग्रामीण उत्पादों के प्रचार प्रसार में सहायता भी मिलेगी। उन्होंने कहा कि मेले हमारी एकता एवं संस्कृति को बनाये रखने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने के साथ ही व्यापारियों, कलाकारों, कारीगरों आदि को परस्पर अनुभवों के आदान-प्रदान में भी सहायता मिलती है। एक और जहां सरकार द्वारा उत्तराखण्ड राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन, राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन तथा विभिन्न विभागों की जन कल्याणकारी योजनाओं का संचालन कर समूहों के माध्यम से महिला सशक्तिकरण, कौशल विकास एवं आजीविका संवर्धन के क्षेत्र में सराहनीय कार्य किये जा रहे हैं वहीं दूसरी ओर अधिक से अधिक महिलाओं को अवसर प्रदान कर विकासात्मक कार्यक्रमों में सक्रिय भागीदारी हेतु उन्हें प्रेरित व प्रोत्साहित भी किया जा रहा है, जिसके चलते विभिन्न विकासात्मक कार्यक्रमों में आज महिलाओं की सहभागिता भी बढ़ रही है।
उन्होंने कहा कि मुझे प्रसन्नता है कि सरस मेले में भी महिला समूहों द्वारा विभिन्न स्टालों का संचालन व गुणवत्तापूर्ण उत्पादों का विपणन आर्थिक सशक्तता की ओर महिलाओं की रुचि को भी प्रदर्शित करता है। यहां उपस्थित महिला संगठनों की सक्रिय भागीदारी, स्थानीय उत्पादों से सजे उत्तराखण्ड राज्य के लगभग 100 से अधिक महिला समूहों के स्टालों का प्रदर्शन तथा महिलाओं का विपणन कौशल इस बात का संकेत है कि महिलाओं को प्रदेश की आर्थिकी से जोड़ने हेतु सरकार द्वारा चलायी जा रही विभिन्न योजनाऐं कारगर साबित हो रही हैं। इस ओर और अधिक कार्य किये जाने की आवश्यकता है, जिससे भविष्य में प्रत्येक क्षेत्र में महिलायें स्वावलंबी व आत्मनिर्भर बन सकें। सरकार द्वारा राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन के तहत गठित स्वयं सहायता समूहों की व्यवसायिक गतिविधियों को गति देने, उनकी आर्थिक सशक्तता बढ़ाने व उन्हें स्थायित्व प्रदान करने के लिए उत्तराखण्ड राज्य के सभी 13 जनपदों के 95 विकासखण्डों में “ग्रामीण उद्यम वेग वृद्धि परियोजना” की शुरूआत की गयी है। इससे निश्चित ही स्वयं सहायता समूहों से जुड़े सदस्यों में व्यवसाय संचालन एवं विपणन कौशल के साथ साथ स्वावलंबन की भावना भी विकसित होगी और गरीब परिवार की आय में वृद्धि होगी। हमारे राज्य में 4 लाख 22 हजार परिवारों को संगठित कर 56 हजार 3 सौ 62 समूह तथा 5 हजार 7 सौ 18 ग्राम संगठन तैयार किये गये हैं। इन संगठनों को व्यवसायिक गतिविधियों से निरंतर जोड़े रखने के लिए 350 पंजीकृत सहकारिताओं का गठन किया गया है। जिनमें से आज यहां पर उत्तराखण्ड राज्य के सौ से अधिक तथा अन्य राज्यों के पैंतीस से अधिक स्वयं सहायता समूहों के हैंण्डी क्राफ्ट, हैण्डलूम, जैविक उत्पाद एवं स्थानीय व्यंजन आदि के स्टॉल प्रदर्शित किये गये हैं। उन्होंने कहा कि आज प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के नेतृत्व में हमारा देश हर क्षेत्र में प्रगति कर रहा है। राज्य के लोगों को रोजगार और स्वरोजगार से जोड़ने के लिए निरंतर कार्य कर रहे हैं। ये प्रधानमंत्री जी के कुशल नेतृत्व का ही कमाल है कि आज वैश्विक पटल पर हमारा देश विश्व को एक नई दिशा दिखाने का काम कर रहा है। प्रधानमंत्री जी का हमारी देवभूमि के प्रति विशेष लगाव रहा है और प्रधानमंत्री के कुशल नेतृत्व से आज उत्तराखंड राज्य को जी-20 की तीन बैठके आयोजित करने का मौका मिला है, जिसकी प्रथम बैठक 28, 29 और 30 मार्च को रामनगर में होनी है। प्रधानमंत्री के अनुरोध पर संयुक्त राष्ट्र संघ ने 2023 को मिलेट वर्ष की संज्ञा दी है और यह हमारे लिए गर्व की बात है कि मीलेट मतलब मोटा अनाज जैसे मंडवा, झंगोरा जैसे आदि अनाजों की पारंपरिक खेती हमारे प्रदेश में होती है, इसे हम मीलेट अनाज ही नहीं पोष्टिक अनाज भी कह सकते है और मोटे अनाज को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पहचान दिलाने के लिए हम प्रयासरत हैं। हमारी सरकार हर क्षेत्र में लगातार अपने कर्तव्यों का पालन सुनिश्चित करने का प्रयास कर रही है। उन्होंने कहा कि हमारी सरकार पलायन जैसी वृहद समस्या के निराकरण के लिए भी निरंतर प्रयासरत है। युवाओं और महिलाओं को यदि रोजगार के सही अवसर अपने प्रदेश में ही मिलने लग जाएं तो वे अपनी जन्म भूमि को छोड़कर प्रदूषण से भरे हुए अन्य नगरों की ओर पलायन कभी नहीं करेंगे। प्रधानमंत्री जी ने जो हाल में जो “वोकल फॉर लोकल” का नारा दिया है, उसे धरातल पर उतारने हेतु हमारी सरकार प्रतिबद्ध है और इस मेले में प्रदर्शित उत्पाद इसका प्रत्यक्ष प्रमाण हैं। उन्होंने कहा कि मैं हमेशा से इकोनॉमी विथ इकोलॉजी की बात करता हूँ, इसके अंतर्गत हम प्रदेश के समुचित विकास के साथ ही यहां के प्राकृतिक संसाधनों के संरक्षण के लिए भी प्रतिबद्ध हैं। आपका यही सहयोग हमें दिन-रात मेहनत कर उत्तराखंड को देश का सर्वश्रेष्ठ राज्य बनाने के अपने विकल्प रहित संकल्प को पूर्ण करने की प्रेरणा देता है। मेरा मानना है कि एक समृद्धशाली उत्तराखंड के निर्माण के लिए यह आवश्यक है कि इस प्रकार के आयोजन प्रदेश में प्रत्येक स्थान पर निरंतर होते रहें।

इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने लोकल उत्पादों को बढ़ावा/बाजार देने के लिए 13 डिस्ट्रिक्ट 13 डेस्टिनेशन अंतर्गत चंपावत नगर में हिमाद्री इंपोरियम केंद्र का जल्द निर्माण किए जाने, लोहाघाट में रामलीला मंदिर के समीप एक सांस्कृतिक मंच का निर्माण किए जाने, सरस मेले में विभिन्न संसाधनों हेतु विधायक निधि से 20 लाख रुपए देने की घोषणा की।

इस अवसर पर जनपद प्रभारी मंत्री रेखा आर्या ने कहा कि आजीविका को मूल बिंदु रखते हुए आज इस मेले का आगाज हुआ है जिसकी सभी को बहुत बहुत बधाई। मेला सामाजिक एकता के प्रतीक ध्वजवाहक होते हैं। उन्होंने कहा कि यह मेला रोजगार सृजन में अहम भूमिका निभाएगा।

इस अवसर पर नगर पालिका अध्यक्ष टनकपुर विपिन कुमार, नगर पंचायत अध्यक्ष बनबसा रेनू अग्रवाल, भाजपा जिला अध्यक्ष निर्मल महरा, प्रदेश मंत्री भाजपा हेमा जोशी पूर्व दर्जा मंत्री हयात सिंह महरा, शिवराज सिंह, शंकर पांडेय, दीपक पाठक, हर्षवर्धन रावत,श्याम नारायण पांडेय, सतीश पांडे, प्रकाश तिवारी, दीपक रजवार, जिलाधिकारी नरेंद्र सिंह भंडारी, पुलिस अधीक्षक अमित श्रीवास्तव, मुख्य विकास अधिकारी राजेंद्र सिंह रावत, अपर जिलाधिकारी हेमंत कुमार वर्मा, विभिन्न विभागीय अधिकारी गणमान्य नागरिक, जनप्रतिनिधि समेत भारी संख्या में लोग मौजूद रहे। कार्यक्रम का संचालन आरजे काव्य एवं हेमंत बिष्ट द्वारा किया गया।

 

अमृतपाल सिंह को पकड़ने के लिये चप्पे-चप्पे पर पुलिस की तैनाती, कई जगह लगा कर्फ्यूवारिस पंजाब दे' के प्रमुख अमृतपाल सिंह को पकड़ने के लिए पंजाब में चप्पे-चप्पे  पर पुलिस की तैनाती, कई जगह लगा कर्फ्यू, दो गाड़ियां बरामद - police ...

नई दिल्ली, पंजाब में कट्टरपंथी उपदेशक और खालिस्तान समर्थक अमृतपाल सिंह की तलाश में जुटी पंजाब पुलिस ने पूरे राज्य में सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी है। पंजाब पुलिस द्वारा अमृतपाल सिंह को भगौड़ा घोषित किए जाने के बाद ये कदम उठाया गया है। अमृतसर के जल्लूपुर खेड़ा गांव में अमृतपाल सिंह के आवास के बाहर भी पुलिसकर्मियों को तैनात किया गया है। पुलिस अमृतपाल सिंह के हर ठिकाने की तलाशी लेकर छापेमारी कर रही है। इसी बीच पुलिस को उसकी दो गाड़ियां बरामद हुई है।

 

इस बीच, पुलिस के अनुसार, खालिस्तानी हमदर्द संगठन प्रमुख फिलहाल फरार है। इससे पहले शनिवार देर शाम जालंधर के कमिश्नर कुलदीप सिंह चहल ने पुष्टि की कि कट्टरपंथी नेता को “भगोड़ा” घोषित किया गया था। इसके बाद से ही अमृतपाल की खोज करने के लिए पंजाब पुलिस ने कड़ी कार्रवाई शुरू हो गई है। पंजाब पुलिस ने अमृत पाल सिंह के कई साथियों को सलाखों के पीछे डाल दिया है जिसमें उसका मार्गदर्शक और फाइनेंसर भी दलजीत कलसी शामिल है। पुलिस ने उसे गुरुग्राम से हिरात में लिया है।

 

इसी बीच पंजाब पुलिस ने ऐहतियात के तौर पर रविवार रात 12 बजे तक के लिए इंटरनेट और एसएमएस सेवाएं बंद कर दी है। कई जगहों पर धारा 144 भी लागू की है। पंजाब के चप्पे चप्पे पर पुलिस की तैनाती की गई है।

 

घर के बाहर तैनात है मिलिट्री

जानकारी के मुताबिक अमृतपाल सिंह पर कार्रवाई के बाद स्थानीय प्रशासन ने उसके गांव के बाहर पुलिस और पैरा मिलिट्री फोर्स तैनात की है। गांव को सील कर दिया गया है ताकि कोई भी व्यक्ति गांव से अंदर या बाहर ना जा सके। इलाके में माहौल बिगड़ने की अधिक संभावना को देखते हुए अमृतसर, फाजिल्का, मोगा और मुक्तसर समेत कई जिलों में धारा 144 लागू की गई है। इन इलाकों में अतिरिक्त पुलिस बल भी तैनात किया गया है।

 

पंजाब सरकार के संपर्क में केंद्र सरकार

इस मामले में पंजाब सरकार की हर कार्रवाई पर गृह मंत्रालय भी नजर बनाए हुए है। अमृतपाल सिंह के खिलाफ जारी अभियान पर गृह मंत्रालय पूरी जानकारी मांग रहा है। केंद्र सरकार की तरफ से पंजाब सरकार और पंजाब पुलिस के कदम की निगरानी रखी जा रही है।

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