Monday, November 25, 2024
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लापरवाही- ऋषिकेश-कर्णप्रयाग रेल सुंरग में मजदूर की दर्दनाक मौत कम्पनी के खिलाफ स्थानीय जनता का फूटा गुस्सा

(देवेन्द्र चमोली)
रुद्रप्रयाग-ऋषिकेश-कर्णप्रयाग रेल लाइन के एडिट (7 )जवाड़ी बाईपास सुरंग के अंदर कार्यरत एक स्थानीय युवक की दर्दनाक मौत हो गई। स्थानीय जनता व जनप्रतिनिधियों ने कंपनी पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए इसे कार्यदायी संस्था की घोर लापरवाही का नतीजा बताया। लोगों का कहना है कि सुरंग में मजदूरों की सुरक्षा के प्रति कंपनी गंभीर नहीं है जिससे इस तरह की घटनाएं हो रही है। पूर्व में भी एक स्थानीय ब्यक्ति की मौत इसी सुंरग मे हुई थी। घटना से आक्रोशित लोगों ने लगभग तीन घंटे ऋषिकेश-बद्रीनाथ हाईवे जाम कर कम्पनी व जिला प्रशासन के खिलाफ जमकर प्रदर्शन किया। इस दौरान प्रदर्शनकारियों की पुलिस के तीखी नोक झोक भी देखने को मिली।
मिली जानकारी के अनुसार आज ऋषिकेश-कर्णप्रयाग रेल लाईन का कार्य कर रही मेगा कंपनी में कार्यरत भाणाधार रुद्रप्रयाग निवासी 37 वर्षीय सुनील गोस्वामी पुत्र बृजमोहन गोस्वामी गुलाबराय जवाडी बाईपास स्थित सुरंग के अंदर एक वाहन साफ कर रहा था कि इसी बीच वह विपरीत दिशा से आ रहे एक भारी ट्रक की चपेट में आ गया ओर उसकी मौके पर ही मौत हो गई। बताया जा रहा है कि टनल के अंदर सुरक्षा के इंतजाम नहीं थे जिस कारण इस तरह का हादसा हुआ। घटना की खबर मिलते ही स्थानीय लोग आक्रोशित होकर मौके पर पहुंच गए। करीब आधा घण्टा टनल पर हंगामा और प्रदर्शन करने के बाद स्थानीय लोगों ने ऋषिकेश-बद्रीनाथ राष्ट्रीय राजमार्ग गुलाबराय के पास जाम कर दिया। मेघा कंपनी के काम करने वाले वाहन चालक और मजदूर भी समर्थन में प्रदर्शनकारियों के साथ सड़क पर बैठ गए। इस दौरान हाईवे के दोनो ओर वाहनों की लम्बी लाइनें लग गई। आक्रोशित लोगों ने रेलवे की कार्यदायी संस्था मेगा कंपनी के साथ ही पुलिस और प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। काफी देर तक नारेबाजी के बीच पुलिस प्रदर्शनकारियों से हाईवे खोलने का आग्रह करती रही लेकिन प्रदर्शन कारियों के सामने पुलिस प्रशासन की एक न चली। कई बार पुलिस व प्रदशर्न कारियों के बीच तीखी नोक झोक भी हुई। इस बीच रुद्रप्रयाग विधायक भरत सिंह चौधरी, प्रशासन की ओर से एडीएम दीपेंद्र नेगी, सीओ रुद्रप्रयाग प्रबोध घिल्डियाल, सीओ यातायात हर्षवर्द्धनी सुमन, तहसीलदार मंजू राजपूत, एसडीएम परमानंद, कोतवाल जयपाल नेगी मौके पर पहुंचे।
उनके द्वारा भी प्रदर्शनकारियों से वार्ता की गई लेकिन प्रदर्शनकारियों की मांग थी कि जब तक रेलवे की कार्यदायी संस्था के प्रोजेक्ट मैनेजर सहित प्रमुख अधिकारी मौके पर नहीं पहुंचते वह तब तक जाम नहीं खोला जाएगा। काफी प्रयासों के बाद एक शिष्टमंडल द्वारा विधायक भरत सिंह चौधरी के नेतृत्व में कंपनी के अधिकारियों से वार्ता की गई। वार्ता में कंपनी द्वारा उचित मुआवजा देने की बात कही गई। तब जाकर सांय 4 बजे जाम प्रदर्शन कारियों द्वारा जाम खोला गया। प्रदर्शन करने वालों में सभासद लक्ष्मण सिंह कप्रवाण, संतोष रावत, शैलेंद्र भारती, विकास डिमरी, राजेंद्र नौटियाल, संजू, गणेश, मुकेश नौटियाल सहित बड़ी संख्या में मेगा कंपनी में कार्यरत वाहन चालक और मजदूर शामिल थे।
घटना के बाद पीड़ित परिवार और मेगा कंपनी के अधिकारियों की वार्ता हुई प्रशासन, पुलिस और जनप्रतिनिधियों की मौजूदगी में हुए समझौते में कंपनी द्वारा मृतक के परिवार को उचित मुआवजा देने की बात कही गई। जबकि उन्हें बीमा आदि का भुगतान किया जाएगा। कंपनी के जनरल मैनेजर एचएन सिंह ने बताया कि मृतक वाहन चालक को कंपनी की ओर से उचित मुआवजा दिया जाएगा। इधर, प्रदर्शनकारियों की कंपनी से एक करोड़ मुआवजा देने की मांग थी।

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