रुद्रप्रयाग। रुद्रप्रयाग के ऊंचाई वाले क्षेत्रों में जमकर बर्फबारी हुई है। केदारनाथ में दिनभर बर्फबारी का दौर चला है। यहां सोमवार शाम तक छह फिट बर्फ गिर चुकी थी। चोपता में भी दो फिट तक बर्फ गिरी है। सोमवार रुद्रप्रयाग जिला मुख्यालय सहित अधिकांश क्षेत्रों में रिमझिम बारिश होती रही। केदारनाथ, मदमहेश्वर, तुंगनाथ, चन्द्रशिला, कार्तिक स्वामी, चोपता, दुगलविट्टा, चिरबटिया सहित अनेक स्थानों पर जमकर बर्फबारी हुई है। जनवरी अंत में हुई जोरदार बर्फबारी से पर्यटन कारोबारियों के चेहरे खिल उठे हैं। पर्यटकों ने भी बर्फबारी वाले इलाकों में रुख कर दिया है। केदारनाथ धाम में रविवार सांय से ही मौसम खराब होने लगा। सोमवार सुबह से ही बर्फबारी शुरू हो गई जो दिनभर जारी रही।
ऊंचाई वाले गांवों में मुश्किलें बढ़ी
ऊखीमठ ब्लॉक के रांसी गौंडार सहित ऊंचाई वाले स्थानों में बर्फबारी हुई है। मनसूना, मक्कू और दुगलविट्टा चोपता क्षेत्र में बर्फबारी हुई है। बर्फबारी के चलते पर्यटकों की आवाजाही दुगलविट्टा चोपता क्षेत्र में होने लगी है। बर्फबारी और बारिश के चलते ऊंचाई वाले स्थानों पर बसे ग्रामीण क्षेत्रों में लोगों की मुश्किलें भी बढ़ गई है। कई जगहों पर आने-जाने में लोगों को परेशानी हो रही है।
विश्व प्रसिद्ध पर्यटक स्थल औली में हुई जमकर बर्फबारी, सुंदर नजारे का दीदार करने हजारों की संख्या में पहुंचे पर्यटक
चमोली (जोशीमठ), जोशीमठ व आसपास के क्षेत्रों में रविवार से मौसम का मिजाज बदला हुआ है। यहां ताजा बर्फबारी हुई है। जो पर्यटकों को अपनी ओर आकर्षित कर रही है। भूधंसाव के बाद कई घरों व व्यापारिक प्रतिष्ठानों में दरारें आने से भले ही जोशीमठ में आम जनजीवन के साथ ही व्यापार व कारोबार प्रभावित हुआ हो। लेकिन, विश्व प्रसिद्ध पर्यटक स्थल औली में इन दिनों पर्यटकों की चहलकदमी से रौनक नजर आ रही है। स्थानीय कारोबारियों का कहना है कि औली भूधंसाव से सुरक्षित है और शीतकाल में यहां पर्याप्त बर्फ पर्यटकों को आकर्षित कर रही है।
देश के विभिन्न राज्यों से यहां पहुंचे पर्यटक इन दिनों औली की ढलानों पर फन स्कीइंग का आनंद ले रहे हैं। जोशीमठ-औली रोपवे का संचालन बंद है। लेकिन, जीएमवीएन से आठ नंबर टावर तक चेयरलिफ्ट का संचालन जारी रहने से पर्यटक बर्फीली ढलान तक पहुंच रहे हैं। इसके अलावा पर्यटक सड़क मार्ग से भी यहां पहुंच रहे हैं।
प्रकृति के खूबसूरत नजारों का दीदार करने हर साल बड़ी संख्या में पर्यटक औली आते हैं। इस बार भी शीतकाल में पर्यटक यहां बर्फीली ढलानों पर स्कीइंग और जीवन के यादगार पल बिताने पहुंच रहे हैं। साथ ही घुड़सवारी और फोटोग्राफी का लुत्फ उठा रहे हैं। औली में पर्यटन कारोबारी अजय भट्ट ने बताया कि औली पूरी तरह सुरक्षित है। प्रतिदिन यहां पर्यटक पहुंच रहे हैं। औली में स्थानीय गाइड पर्यटकों को स्कीइंग सिखा रहे हैं और आसपास के खूबसूरत नजारों का दीदार करवा रहे हैं। जोशीमठ-औली रोपवे बंद है। हालांकि औली में भूधंसाव सा कोई असर नहीं है और यहां पर पर्यटकों की आवाजाही बनी हुई।
औली में जीएमवीएन गेस्ट हाउस तक पर्यटक वाहन से आने के बाद इधर से चेयरलिफ्ट से आठ नंबर टावर तक पहुंच रहे हैं। चेयरलिफ्ट में एक बार में चार पर्यटक आवाजाही कर रहे हैं। आठ नंबर टावर पर बेहद शानदार बर्फीली ढलान का दीदार होता है। यहां पर पर्यटक फन स्कीइंग का लुत्फ उठा रहे हैं। इसके अलावा दस नंबर टावर पर जाने के लिए रोपवे का सहारा लेना पड़ता है, लेकिन रोपवे बंद होने के चलते पर्यटक पैदल ही वहां पहुंच रहे हैं।
औली में पर्याप्त बर्फबारी के बाद यहां पर्यटकों की आवाजाही भी शुरू हो गई है। ऐसे में मौसम अनुकूल देखते हुए गढ़वाल मंडल विकास निगम (जीएमवीएन) भी औली में स्कीइंग का प्रशिक्षण शुरू करवा सकता है। गौरतलब है कि औली में शीतकालीन खेलों को बढ़ावा देने के लिए निगम की ओर से प्रतिवर्ष शीतकाल में प्रशिक्षण कैंप आरंभ किया जाता है। इन दिनों औली की ढलानों पर पर्याप्त मात्र में बर्फबारी हुई है। जिसे स्कीइंग के लिए काफी अनुकूल माना जाता है।
जोशीमठ व आसपास के क्षेत्रों में रविवार को मौसम का मिजाज बदला हुआ रहा। सुबह अधिकांश स्थानों पर आंशिक रूप से बादल छाए रहे। ऊंची चोटियों में हल्की वर्षा के साथ हिमपात हुआ। जिससे निचले इलाकों में लोगों को कड़ाके की ठंड का सामना करना पड़ा। दोपहर बाद हल्की धूप खिली, जो ठंड से बचाने में बेअसर साबित हुई।
चमोली जिले के मलारी में हुआ हिमस्खलन, अलर्ट मोड़ पर आपदा प्रबंधन विभाग
चमोली, उत्तराखंड के उच्च हिमालयी इलाकों में रविवार को बर्फबारी का सिलसिला जारी है। वहीं इस बीच चमोली जिले के मलारी में हिमस्खलन की घटना सामने आईहै।
आपदा प्रबंधन विभाग अलर्ट मोड में है और हिमस्खलन की घटना की जानकारी जुटाने में लग गया है। वहीं हिमस्खलन से नुकसान की कोई सूचना नहीं है। जानकारी के मुताबिक सोमवार की सुबह हिमस्खलन जोशीमठ ब्लाक के भारत-चीन सीमा स्थित मलारी गांव के पास कुंती नाले में आया। जिसका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है।
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