हरिद्वार, अंकिता भंडारी हत्याकांड के मुख्य आरोपी पुलकित आर्य के पिता विनोद आर्य पर उनके ही घर के एक नौकर ने कुकर्म करने का आरोप लगाया है, इतना ही नहीं बल्कि नौकर ने विनोद आर्य पर उसका एक्सीडेंट कराने की कोशिश का भी आरोप लगाया है। नौकर की तहरीर के आधार पर ज्वालापुर पुलिस द्वारा विनोद आर्य के खिलाफ संबंधित धाराओं में मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। बीजेपी नेता विनोद आर्य के एक नौकर ने ज्वालापुर कोतवाली में रिपोर्ट दर्ज करते हुए बताया कि वह पूर्व राज्यमंत्री विनोद आर्य के घर पर नौकर है। विनोद आर्य उसे रात को बुलाकर अपनी मालिश करवाते है, साथ ही पैर भी दबवाते है।
हालांकि इस बात को लेकर उसने ज्यादा कुछ बखेड़ा खड़ा नही किया। उसने कहा कि वह उसका कार्य है, तो उसे करने में उसे कोई दिक्कत नहीं है, लेकिन विनोद आर्य उसके साथ अश्लील हरकतें करते है। आधी रात में घर से वापस बुलाकर पैर दबवाते है, और कई दिनों से कुकर्म करने की कोशिश करते है। विरोध करने पर विनोद आर्य ने उसे जान से मारने की धमकी दी। डर के मारे जब वह अपने घर गया तो आधे रास्ते में कुछ बाइक सवार युवकों ने उस पर जानलेवा हमला किया, जिसमें उसका हाथ टूट गया, और पैर पर भी चोट आई है। इस पर उसने विनोद आर्य पर आरोप लगाया है, कि विनोद आर्य ने ही उन युवकों को उसे जान से मारने की नियत से भेजा है। एसएसपी हरिद्वार के आदेश के बाद कल देर रात ज्वालापुर थाने में डा. विनोद आर्य के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है। पुलिस ने डा. आर्य के खिलाफ आईपीसी की धारा 377, 511, 323,504, 506 व 307 के तहत मुकदमा दर्ज करके मामले की छानबीन शुरू कर दी है।
जानिये क्या है आरोप :
डा. आर्य पर आरोप लगाने वाला उसका चालक सहारनपुर का रहने वाला है। उसका आरोप है कि ओएलएक्स पर डा. विनोद आर्य ने कार चालक की आवश्यकता का विज्ञापन दिया था। जिसे देखकर उसने नौकरी के अप्लाई कर दिया। कुछ ही दिनों में डा. विनोद आर्य ने उसे बुलाया और कुछ औपचारिकताओं के बाद उसे नौकरी पर रख लिया गया। उसे रहने के लिए एक कमरा आर्य ने अपने आवास पर ही दिया था। उसे दस हजार रुपये वेतन दिया जाता था।
पीड़ित का कहना है कि अक्सर रात को डा.विनोद आर्य उसे अपने कमरे में बुलाता और शरीर की मसाज व पैर दबाने के लिए कहता। वह यह काम कर देता था। लेकिन धीरे — धीरे डा.विनोद की हरकतें बढ़ गईं और वह उससे अश्लील हरकतों का प्रयास व बातें करने लगा। दो दिन विनोद की पत्नी भी कमरे में आई और पूछा कि ड्राइवर कमरे में क्या कर रहा है, इस पर विनोद ने मालिश व पैर दबवाने का बहाना दिया।
20 नवंबर 2022 को रात्रि के समय करीब 10.30 बजे डा. विनोद आर्य ने प्रार्थी से मालिश व मसाज के दौरान कहा कि तुम दाढ़ी में अच्छे नहीं लगते। इसके बाद डा. विनोद आर्य ने अपने कमरे में ही दाढी बनाने की इलैक्ट्रोनिक मशीन से उसकी दाढी बनायी और उसकी गाल पर हाथ फेरा ओर उसे मुंह धोने के लिए कहा। जब युवक मुंह धोकर आया और दोबारा से मसाज शुरू कर दी। इसके बाद विनोद ने युवक से कुकर्म का प्रयास किया।विरोध करने पर विनो ने मजाक करने की बात कह दी।
अगली सुबह यानी 21 नवंबर को सुबह करीब 7 बजे विनोद आर्य के कहने पर लाल रंग की स्विफ्ट कार में विनोद आर्य व उनके साथ एडवोकेट उत्तम सिंह चौहान के जूनियर अधिवक्ता कार में अंकिता हत्याकांड के आरोपी पुलकित आर्य व अंकित आर्य से देवप्रयाग में जेल में मिलने के लिए चल दिये। जेल पर करीब 11.30 बजे पहुंचे। वकील के पहले उतरने पर विनोद ने कुछ देर बाद कार से उतरते हुए कहा कि वकील को छोड देंगे और तुम व मै होटल में अकेले रहेंगे। इसके बाद विनोद भी जेल में चला गया।
डरे हुए पीड़ित ने चाबी कार में ही छोड़ कर घर भागनेमें ही भलाई समझी। जैसे तैसे शाम लगभग 6 बजे वह अपने धर छुटमलपुर पहुंचा। चाय पानी पीने के बाद वह मोटर साइकिल लेकर घर का सामान लेने बाजार गया था तो बाजार में अपाचे मोटर साइकिल पर बैठे तीन व्यक्तियों में से एक ने उसका नाम लेने के बाद उसकी बाइक के ब्क्कर मार दी। इसघटना में उसके सिर पर चोट आई और एक हाथ टूट गया। इस घटना की रिपोर्ट उसने छुटमलपुर थाने में दी थी।
पीड़ित के अनुसार 25 नवंबर को विनोद आर्य का उसे पास फोन आया। और मिल बैठकर बात करने के लिए कहा। फिर एक बार और विनोद ने फोन करकेउसे अपने आवासपर बुलवाया। 2 दिसंबर को की सुबह एक अन्य व्यक्ति को लेकर पीड़ित सुबह लगभग साढ़े 4 बजे विनोद के आवास पर पहुंचा। बातचीतके बीच विनोद ने उससे कोरे कागज पर हस्ताक्षर करवाए।जब उसने उस कागज की मोबाइल पर फोटो लेनी चाही तो विनोद विफर गया।उसने पीड़ित को धक्के मार कर घर से निकाल दिया।
जाते जाते फल खाने वाले कांटे से उस पर हमला किय।जिससे उसके हाथ में चोट आई। आरोप है कि विनोद यह बात किसी को बताने पर उसे जान से मारने की धमकी दी।उसी दिन पीड़ित ने ज्वालापुर पुलिस थाने पहुंचकर विनोद की शिकायत की लेकिन पुलिस ने केस दर्ज नहीं किया। बाद में उसने उसने एसएसपी हरिद्वार को लिखित शिकायत भेजी। जिस पर कार्रवाई का आदेश मिलने पर ज्वालापुर पुलिस ने विनोद के खिलाफ मुकदमा दर्ज करके छानबीन शुरू कर दी।
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