दिल्ली, मुंबई की श्रद्धा वालकर हत्याकांड में एक और खुलासा हुआ है। आफताब अमीन पूनावाला (28) श्रद्धा के साथ इतनी मारपीट करता था कि उसके मन में बहुत ज्यादा खौफ पैदा हो गया था। मारपीट के दौरान जब श्रद्धा को चोट लगती थी तो वह गिरने के कारण चोट लगने की बात कहती थी। श्रद्धा ने मुंबई के तीन अस्पतालों में इलाज कराया था, लेकिन कभी भी डॉक्टर को मारपीट की बात नहीं बताई। यही कारण था कि इलाज के दौरान किसी भी अस्पताल ने श्रद्धा की एमएलसी नहीं बनवाई। दिल्ली पुलिस के अधिकारी ने बताया कि एक टीम मुंबई भेजी गई थी। यहां जांच में पता लगा कि आफताब ने श्रद्धा के साथ वर्ष 2020 व 2021 में मारपीट की थी। इस दौरान उसके मुंह व शरीर पर कई जगह चोट लगी थीं। श्रद्धा ने उस समय मुंबई के तीन अस्पताल में इलाज कराया था। श्रद्धा ने अस्पताल में यही बताया था कि उसे गिरने से चोट लगी है। दिल्ली पुलिस ने इन तीन अस्पतालों के दो डॉक्टरों के बयान दर्ज किए हैं।
डॉक्टरों ने जानकारी दी है कि श्रद्धा ने कभी मारपीट की बात नहीं कही, इस कारण उसकी एमएलसी नहीं बनवाई गई। दिल्ली पुलिस ने मुंबई में श्रद्धा के दोस्त लक्ष्मण नाडर व श्रद्धा के बॉस रहे करण बहरी के बयान भी दर्ज किए हैं।इन लोगों ने बताया है कि श्रद्धा ने कभी मारपीट की बात उन्हें नहीं बताई। एक बार श्रद्धा ने जब पुलिस में शिकायत की तो उन्हें पता लगा कि आफताब ने श्रद्धा को पीटा है। दिल्ली पुलिस ने मुंबई में कुल 16 लोगों के बयान दर्ज किए हैं।आफताब के छतरपुर स्थित किराये के घर से पांच चाकू मिले थे। पुलिस ने जब आरोपी से इनके बारे में पूछा था तो उसने बताया था कि वह मुंबई के ताज होटल में शेफ था।इस कारण उसे चाकू रखने का शौक था। पुलिस को संदेह है कि उसने श्रद्धा के शव को काटने के लिए इन चाकू का इस्तेमाल किया होगा। ऐसे में पुलिस ने पांचों चाकू फोरेंसिक जांच के लिए भेज दिए हैं। वहीं, पुलिस को अब सिर व धड़ मिलने की उम्मीद कम है। ऐसे में पुलिस ने इन्हें ढूंढना बंद कर दिया है। पुलिस को अभी तक वारदात में इस्तेमाल आरी व ब्लेड भी नहीं मिले हैं।
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