विकासनगर। जन संघर्ष मोर्चा ने सहकारी बैंकों में चतुर्थ श्रेणी पदों की भर्ती घोटाले की जांच रिपोर्ट को जल्द सार्वजनिक करने की मांग की है। मोर्चा अध्यक्ष ने कहा कि रिपोर्ट में जिन अधिकारियों को इस घोटाले के लिए जिम्मेदार बताया गया है, उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जानी चाहिए। अस्पताल रोड स्थित कार्यालय में मीडिया से वार्ता करते हुए मोर्चा अध्यक्ष रघुनाथ नेगी ने कहा कि सहकारिता विभाग द्वारा प्रदेश के सहकारी बैंकों में 423 चतुर्थ श्रेणी कर्मियों की भर्ती कराई गई थी। भर्ती के प्रक्रिया के दौरान देहरादून, अल्मोड़ा और ऊधमसिंह नगर जनपद में जालसाजों ने बड़े पैमाने पर घोटाले को अंजाम दिया। घोटाले की जांच के लिए प्रदेश सरकार ने बीती एक अप्रैल को जांच कमेटी गठित की कर रिपोर्ट सौंपने के निर्देश दिए थे। कमेटी में नीरज बेलवाल उप निबंधक सहकारी समिति कुमाऊं मंडल को अध्यक्ष और मान सिंह सैनी उप निबंधक गढ़वाल मंडल को सदस्य नामित किया गया था। समिति ने जांच कर अक्तूबर माह में रिपोर्ट शासन को सौंप दी थी। दो माह बीत जाने के बावजूद अभी तक रिपोर्ट को सार्वजनिक नहीं किया गया, जिससे जाहिर है कि प्रदेश सरकार भर्ती घोटाले के दोषियों को बचाने की कोशिश कर रही है। मोर्चा अध्यक्ष ने कहा कि देहरादून जनपद की भर्तियों में बड़े पैमाने पर धांधली की गई थी, यही स्थिति अन्य जनपदों की भी थी। एक पद को दस लाख से लेकर पंद्रह लाख तक में बेचा गया। इसकी पुष्टि जालसाजों और नौकरी पाए अभ्यर्थियों के बैंक खातों में हुए लेन देन की डिटेल से हो रही है। कहा कि इन जालसाजों ने मोटी रकम हासिल कर नौकरियां बांट दी थी। उन्होंने प्रदेश सरकार से जल्द जांच रिपोर्ट सार्वजनिक कर आरोपियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की है। इस दौरान आकाश पंवार, दिलबाग सिंह आदि मौजूद
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