Petrol Diesel rates: देश के लोगों के लिए बड़ी खुशखबरी है. जल्द ही उनकी जेब को थोड़ी राहत मिल सकती है. भारतीय बाजार में पेट्रोल-डीजल की कीमतों (Petrol Diesel Price) में बड़ी कमी देखने को मिल सकती है. इंटरनेशनल मार्केट में लगातार गिरते क्रूड से पेट्रोल-डीजल की कीमतें घटने की उम्मीद बढ़ गई हैं. कुल मिलाकर आम आदमी के लिए पेट्रोल 14 रुपए और डीजल 12 रुपए तक सस्ता हो सकता है. क्रूड का भाव जनवरी 2022 के बाद सबसे निचले स्तर पर है. ब्रेंट क्रूड 81 डॉलर से नीचे ट्रेड कर रहा है. वहीं, अमेरिकन क्रूड का भाव 74 डॉलर प्रति बैरल के आसपास बना हुआ है. मार्च 2022 में ब्रेंट क्रूड का भाव 112.8 डॉलर प्रति बैरल पहुंचा था.
ऑयल कंपनियों को हुआ बड़ा फायदा
तेल कंपनियों को क्रूड के घटते दाम का बड़ा फायदा हुआ है. उनके मार्जिन में सुधार हुआ और घाटा पूरा हो गया है. कच्चे तेल की कीमतों में बड़ी गिरावट से OMCs के लिए कच्चे तेल की औसत कीमत 82 डॉलर प्रति बैरल के नीचे आ गई है. पिछले 8 महीने में लगातार क्रूड का भाव नीचे गिरा है. मार्च 2022 में 112.8 डॉलर प्रति बैरल से घटकर क्रूड का भाव 81 डॉलर पर आ गया है. इन 8 महीनों में कंपनियों के लिए कच्चे तेल के दाम करीब 32 डॉलर प्रति बैरल घटे हैं. SMC ग्लोबल की एक रिपोर्ट के मुताबिक, अगर क्रूड का भाव 1 डॉलर गिरता है तो कंपनियों को 45 पैसे प्रति लीटर की बचत होती है. एक्सपर्ट्स की मानें तो मौजूदा कीमतों को देखते हुए इंडियन बास्केट में क्रूड का भाव 85 डॉलर के आसपास होना चाहिए. लेकिन, अब ये घटकर 82 डॉलर के नीचे है. इस हिसाब से पेट्रोल में करीब 14 रुपए और डीजल पर 12 रुपए की कटौती हो सकती है. हालांकि, ये कटौती एक साथ होगी ये कहना मुश्किल है. क्योंकि, एक झटके में इतनी बड़ी कटौती तेल कंपनियों के लिए आसान नहीं होगी.
Petrol Diesel Price क्यों घटेंगे?
एक्सपर्ट्स मानते हैं कि क्रूड का भाव आगे भी गिरेगा. 82 से घटकर क्रूड 70 डॉलर तक आ सकता है. हालांकि, अभी इसमें थोड़ा वक्त लगेगा. कुछ वक्त पहले ही पेट्रोलियम मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने भी इशारा दिया था कि आने वाले दिनों में पेट्रोल-डीजल का भाव कम हो सकता है. क्योंकि, सरकारी तेल कंपनियों को पेट्रोल की बिक्री से मुनाफा मिल रहा है. उसके बाद से क्रूड में और गिरावट आई है. ऐसे में कंपनियां फिलहाल मुनाफे में हैं. आने वाले दिनों में पेट्रोल डीजल के दाम कम होना तय है. हालांकि, इसमें वक्त इसलिए लग सकता है. क्योंकि, तेल आयात से लेकर रिफाइनिंग तक 30 दिन में प्रक्रिया पूरी होती है. इसलिए इंटरनेशनल मार्केट में क्रूड का भाव गिरने के लगभग एक महीने बाद ही घरेलू बाजार में इसका असर दिखता है.
कब से कम हो सकते हैं Petrol Diesel rates?
एक्सपर्ट्स और सूत्रों की मानें तो 15 दिसंबर से बाद पहली बार दाम में कटौती देखने को मिल सकती है. तेल कंपनियां एक साथ के बजाए चार-पांच किस्त में दाम घटा सकती हैं. इससे उनके मार्जिन पर भी असर नहीं होगा और 30 दिन की रिफाइनिंग साइकिल भी पूरी हो गई है. हर दिन सुबह 6 बजे नई रेट लिस्ट अपडेट होती है. हालांकि, पिछले 6 महीने से दाम में कोई बदलाव नहीं हुआ है. लेकिन, आने वाले दिनों में हर हफ्ते दाम घटाए जा सकते हैं. ऐसा करने से कंपनियों पर भी बोझ नहीं बढ़ेगा और क्रूड के भाव में अगर कोई उछाल आता है तो भी कंपनियों के मुनाफे पर असर नहीं होगा.
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