रुद्रपुर/हल्द्वानी, प्रभागीय वनाधिकारी केंद्रीय तराई वैभव कुमार के शीतकालीन विशेष चेकिंग अभियान के तहत मुखबिर की सूचना पर उप प्रभागीय वन अधिकारी श्रीमती शशि देव और एसओजी प्रभारी कैलाश चन्द्र तिवारी के नेतृत्व में बौर नदी में तीन ट्रैक्टर ट्रॉलियों द्वारा अवैध खनन पर बड़ी कार्रवाई की गई। जिसके तहत बीती रात्रि टीम ने छापामार अभियान चलाते हुए टीम बौर नदी पहुंची जिनसे वाहनो को आता देखकर खनन माफियों ने अपने- अपने ट्रैक्टर ट्रॉली के जैक उठा कर ट्रॉली से रेता खाली कर वाहन लेकर भागने का प्रयास किया। एसओजी टीम द्वारा घेराबंदी कर तीनों ट्रैक्टर ट्रॉलियों को पकड़ लिया गया।
प्रारंभिक जांच में वाहन स्वामियों का नाम गुरविंदर सिंह उर्फ गिंदर पुत्र बुआ सिंह, गुरविंदर सिंह उर्फ टोनी, देवेंद्र सिंह उर्फ लाडी पता चला है। गिंदर, टोनी और लाडी पहले भी अवैध पातन और अवैध खनन से संबंधित कई वारदातों में लिप्त पाए गए हैं जिसमें गुरविंदर सिंह उर्फ गिंदर पर अवैध खनन का एक केस, गुरविंदर सिंह उर्फ टोनी पर अवैध खनन के पांच केस तथा अवैध पातन का एक केस एवं देवेंद्र सिंह उर्फ लाडी पर अवैध खनन के पांच केस तथा अवैध पातन का एक केस दर्ज है। इससे पूर्व देवेंद्र सिंह उर्फ लाडी ने वन क्षेत्राधिकारी रूपनारायण गौतम बरहैनी रेंज पर जानलेवा हमला किया था तथा गुरविंदर सिंह उर्फ टोनी ने प्रभारी वन सुरक्षा दल कैलाश चन्द्र तिवारी को ट्रैक्टर से कुचलने का प्रयास किया था जिसका मुकदमा माननीय न्यायालय में वर्तमान में विचाराधीन है।
एसओजी टीम द्वारा उक्त ट्रैक्टर ट्रॉलियों को कैंप कार्यालय बरहैनी रेंज तराई केंद्र वन प्रभाग रुद्रपुर में सुरक्षित रखवा दिया गया है।
टीम में SOG प्रभारी कैलाश चंद्र तिवारी , मोहन चंद भट्ट वन दरोगा, दिनेश चन्द्र शाही वन दरोगा, श्रीमती अर्चना वन आरक्षी, राहुल कनवाल वाहन चालक, पीपलपड़ाव एवं बरहैनी का स्टाफ भी मौजूद था |
एसएसपी अजय सिंह सख्त,जांच में लापरवाही बरतने पर महिला दारोगा सस्पेंड
हरिद्वार, एसएसी ने दुष्कर्म की जांच में लापरवाही बरतने पर महिला दारोगा सस्पेंड, सिडकुल थाने में कोर्ट के आदेश पर दर्ज हुआ था केस, महिला दारोगा ललिता चुफाल ने आरोपित की गिरफ्तारी करना तो दूर आरोपित का पता भी नहीं ढूंढा और अज्ञात में चार्जशीट लगा दी। संज्ञान लेते हुए एसएसपी ने महिला दारेागा को सस्पेंड कर दिया, साथ ही इंस्पेक्टर सिडकुल प्रमोद उनियाल को प्रारंभिक जांच के आदेश भी दिए हैं।दुष्कर्म के मुकदमे की जांच में लापरवाही बरतने पर वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अजय सिंह ने सिडकुल थाने में तैनात एक महिला दारोगा को सस्पेंड कर दिया है। दरअसल, कोर्ट के आदेश पर दर्ज मुकदमे में आरोपित का पता पीड़िता को मालूम नहीं था
महिला दारोगा ललिता चुफाल ने आरोपित की गिरफ्तारी करना तो दूर आरोपित का पता भी नहीं ढूंढा और अज्ञात में चार्जशीट लगा दी। संज्ञान लेते हुए एसएसपी ने महिला दारेागा को सस्पेंड कर दिया। साथ ही इंस्पेक्टर सिडकुल प्रमोद उनियाल को प्रारंभिक जांच के आदेश भी दिए हैं।
कुछ दिन पहले सिडकुल क्षेत्र की एक महिला ने कोर्ट के आदेश पर शादी का झांसा देकर दुष्कर्म के आरोप में मुकदमा दर्ज कराया था। आरोपित सिडकुल की एक फैक्ट्री में काम करता था। वहीं पीड़िता की मुलाकात हुई और शादी का झांसा देकर कई बार दुष्कर्म के बाद आरोपित फरार हो गया। पीड़िता ने मुकदमे में आरोपित का नाम व स्थानीय पता लिखवाया था, लेकिन मूल पते की जानकारी उसे नहीं थी।
विवेचना के दौरान महिला उपनिरीक्षक ललिता चुफाल ने आरोपित के स्थानीय पते पर जानकारी जुटाई, लेकिन ज्यादा जानकारी नहीं मिल सकी। इसके बाद महिला उपनिरीक्षक ने दो महीने के भीतर अज्ञात आरोपित के खिलाफ चार्जशीट लगा दी। मामला सीओ सदर बहादुर सिंह चौहान के जानकारी में होने के बाद उन्होंने वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अजय सिंह को अवगत कराया। इसका संज्ञान लेते हुए एसएसपी अजय सिंह ने ललिता चुफाल को सस्पेंड कर दिया है।
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