हरिद्वार (कुलभूषण )। श्री पंच दशनाम अखाड़े की पवित्र छड़ी अपने उत्तराखंड भ्रमण के दूसरे चरण में कुमायूं मंडल में प्रवेश कर गयी हैं। गत दिवस पवित्र छड़ी ने जूना अखाड़े के जन्म स्थल कर्णप्रयाग में पूजा अर्चना की। संगम स्थित शिवालय यहां जूना अखाड़े का गठन किया गया था, वहां श्री महंत शिवानंद गिरि ने पवित्र छड़ी का स्वागत किया और पूजा अर्चना कर कुमायूं मंडल की यात्रा के लिए रवाना किया। कर्णप्रयाग से पवित्र छड़ी पौराणिक मंदिर आदि बद्री पहुंची, पौराणिक आख्यानों के अनुसार बद्रीनाथ धाम पहुंचने से पूर्व भगवान बद्रीनाथ जहां विराजमान हुए थे, वहां भगवान बद्रीनाथ की खड़ी प्रतिमा है ,जबकि बद्रीनाथ धाम में पद्मासन में भगवान की प्रतिमा है ।आदि बद्री में पुरोहित चक्रधर थपलियाल, नरेंद्र सिंह व स्थानीय नागरिकों ने पवित्र छड़ी का आदि बद्री भगवान के दर्शन कराएं तथा पूजा अर्चना की। यहां से पवित्र छड़ी थराली सिथत बैतालेश्वर महादेव मंदिर पहुंची। महंत रजनीशनंद गिरी तथा महंत अन्नपूर्णा गिरी, गंगा सिंह बिष्ट, रमेश जोशी ,सुरेंद्र रावत ,भगवती पांडेय आदि ने ढोल बाजों के साथ पवित्र छड़ी का स्वागत किया। नगर भ्रमण के पश्चात बेतालश्वर महादेव मंदिर में पवित्र छड़ी की पूजा अर्चना की गई ।थराली से पवित्र छड़ी पौराणिक पांडव कालीन मंदिर बैजनाथ धाम पहुंची। महंत भागीरथ गिरी ने स्थानीय नागरिकों के साथ छवि का स्वागत किया और मंदिर के गर्भ गृह में स्थित पवित्र शिवलिंग का जलाभिषेक कर पूजा अर्चना की। बैजनाथ धाम से पवित्र छड़ी रात्रि विश्राम के लिए कौसनी पहुंची। यहां से पवित्र छड़ी कौसानी से सोमेश्वर महादेव के दर्शन हेतु सोमेश्वर पहुंची, जहां कैबिनेट मंत्री व स्थानीय विधायक रेखा आर्य की ओर से भुवन जोशी, लीला बोरा ,राजेंद्र गेंदा, गोपाल मेहरा, भरत बहुगुणा आदि ने स्वागत किया और सोमेश्वर महादेव में पूजा अर्चना के पश्चात पवित्र छड़ी की पूजा अर्चना की। यहां से पवित्र छड़ी एडरमहादेव,खड़केश्वर महादेव में पूजा अर्चना के पश्चात बागेश्वर पहुंची। बागनाथ जूना अखाड़े के गादीपति श्री महंत शंकर गिरी, श्री महंत पुष्कर गिरी, तहसीलदार दीपिका कोतवाल, अंकित भंडारी ,गोमती सरयू नदी के संगम पर पवित्र छड़ी का स्वागत किया। नगर भ्रमण के बाद पौराणिक बागनाथ मंदिर पहुंची । मंदिर में पूजा अर्चना का जलाभिषेक किया बागेश्वर में रात्रि विश्राम के पश्चात पवित्र पवित्र छड़ी पौराणिक तीर्थ गनानाथ पहुंची, लगभग 10 किलोमीटर की दुर्गम ऊंचाई पर स्थित गणनाथ मंदिर में प्राकृतिक जलधारा है ,जो भगवान शिव का अभिषेक करती है, मंदिर के श्री महंत नरेंद्र गिरि ,उमेश पुरी, मंगल पांडे, घनश्याम आदि ने ग्रामीणों के साथ पवित्र छड़ी की पूजा अर्चना की तथा गणनाथ भगवान शिव का जलाभिषेक कराया ।पवित्र छड़ी रात्रि विश्राम के लिए पौराणिक जागेश्वर धाम पहुंची।
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