नई दिल्ली, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज नेशनल लॉजिस्टिक नीति को लॉन्च किया है। इस दौरान प्रधानमंत्री ने अपने संबोधन में कहा कि विकसित भारत निर्माण के लिए यह एक महत्वपूर्ण कदम है। उन्होंने कहा कि आजादी के अमृत काल में आज देश ने विकसित भारत के निर्माण की तरफ एक महत्वपूर्ण कदम उठाया है। भारत में देश में लास्ट माइल डिलीवरी तेजी से हो, ट्रांसपोर्ट से जुड़ी चुनौतियां समाप्त हों, हमारे निर्माताओं और उद्योगों का समय और पैसा बचे इसका समाधान खोजने का प्रयास चला है और इसका स्वरूप राष्ट्रीय रसद नीति है। मोदी ने कहा कि भारत मैन्युफैक्चरिंग हब के रूप में उभर रहा है। दुनिया ने भारत को मैन्युफैक्चरिंग में लीडर के रूप में स्वीकार किया है। राष्ट्रीय रसद नीति ने विनिर्माण क्षेत्र की मदद की है।
मोदी ने कहा कि एक नीति अपने आप में परिणाम नहीं है। यह शुरुआत है। नीति + प्रदर्शन = प्रगति। उन्होंने कहा कि मेक इन इंडिया और आत्मनिर्भर होते भारत की गूंज हर तरफ है। भारत एक्सपोर्ट के बड़े लक्ष्य तय कर रहा है, उन्हें पूरे भी कर रहा है। भारत मैन्युफैक्चरिंग हब के रूप में उभर रहा है। ऐसे में नेशनल लॉजिस्टिक नीति सभी सेक्टर्स के लिए नई ऊर्जा लेकर आई है। उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय रसद नीति सुविचारित है और 8 वर्षों की कड़ी मेहनत के बाद बनाई गई है। मोदी ने कहा कि एक नीति अपने आप में परिणाम नहीं है। यह शुरुआत है। नीति + प्रदर्शन = प्रगति। उन्होंने कहा कि मेक इन इंडिया और आत्मनिर्भर होते भारत की गूंज हर तरफ है। भारत एक्सपोर्ट के बड़े लक्ष्य तय कर रहा है, उन्हें पूरे भी कर रहा है। भारत मैन्युफैक्चरिंग हब के रूप में उभर रहा है। ऐसे में नेशनल लॉजिस्टिक नीति सभी सेक्टर्स के लिए नई ऊर्जा लेकर आई है। उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय रसद नीति सुविचारित है और 8 वर्षों की कड़ी मेहनत के बाद बनाई गई है। मोदी ने कहा कि सरकार ने टेक्नोलॉजी की मदद से भी रसद क्षेत्र को मजबूत करने का प्रयास किया है। ई-संचित के माध्यम से paperless EXIM trade process हो, Customs में faceless assessment हो, e-way bills, FASTag का प्रावधान हो, इन सभी ने रसद क्षेत्र की दक्षता बहुत ज्यादा बढ़ा दी है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि आज हम दुनिया की 5वीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था हैं। देश बदल रहा है। ‘पहले हम कबूतर छोडते थे, आज चीता छोड़ रहे हैं। उन्होंने कहा कि नेशनल लॉजिस्टिक नीति के शुभारंभ और उसी दिन चीतों को छोड़ा जाना एक संबंध है। हम चाहते हैं कि हमारा लॉजिस्टिक चीता की समान गति से आगे बढ़े। इस मौके पर केंद्रीय वाणिज्य और उद्योग मंत्री पीयूष गोयल, केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी भी मौजूद रहे।
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