यमकेश्वर, पौड़ी जनपद के यमकेश्वर विधानसभा क्षेत्र में वर्ष 2014 की अगस्त माह के आपदा के घाव अभी भरे नहीं थे कि 8 साल बाद फिर अगस्त की 19 तारीख में बादल फटने से यमकेश्वर के हालात वैसे ही हो गये हैं। यमकेश्वर में दौबारा बादल फटने से जगह जगह नुकसान होने की खबरे मिल रहीं हैं। जिला प्रशासन ने यमकेश्वर मेंं आपदा से प्रभावित गांव और वहां आपदा से घटित घटनाओं की सूची जारी की है।
जिला प्रशासन द्वारा जारी सूची के अनुसार यमकेश्वर के विनक गांव में एक वृद्ध महिला दर्शनी देवी की दीवार गिरने से मृत्यु हो गयी है। वहीं जो गांव सबसे ज्यादा प्रभावित हुए हैं, उनमें ग्राम विनक, ग्राम आवई, ग्राम पम्बा वल्ला,ग्राम मराल, ग्राम दिवोगी, ग्राम बैरागढ, ग्राम ढुंगा, ग्राम महेड़, ग्राम काण्डई, ग्राम पटना, ग्राम उमरोली, ग्राम विथ्याणी, ग्राम बडोली बड़ी आदि स्थानों पर आपदा की घटना की पुष्टि की है। वहीं स्थानीय निवासियों की पशु हानि हुई है जिसमें ग्राम दिवोगी, 01 भैंस की मृत्यु, ग्राम काण्डई में 01 गाय की मृत्यु, ग्राम मराल में 02 गायों की मृत्यु, ग्राम बडोली बडी में दीवार के मलवे में 01 गाय, और बैल दब गये हैं।
वहीं आपदा के कारण आवासीय भवन जो क्षतिग्रस्त हुए जिनमें ग्राम आवई में 01 भवन,ग्राम पम्बा वल्ला में 03 भवन, ग्राम बैरागढ में 03 भवन, ग्राम बूंगा, में 05 भवन और ग्राम विनक में 01 भवन क्षतिग्रस्त हुआ है। वहीं निजी सम्पत्ति जिसमें गौशाला या शौचालय क्षतिग्रस्त हुए हैं जिसमें से ग्राम महेड़ा में 03 गौशाला क्षतिग्रस्त,ग्राम मराल, 01 चक्की, ग्राम पटना 01 शौचालय,ग्राम बूंगा में 01 शौचालय ग्राम बैरागढ,03 वाहनों की क्षति, ग्राम उमरोली में 02 आवासीय भवनों में मलवा आ गया है। ग्राम बिथ्याणी में 01 गौशाला क्षतिग्रस्त, गा्रम बड़ोली में 01 गौशाला व 01 शौचालय क्षतिग्रस्त हुए हैं। वहीं कई जगह पेयजल लाईन क्षतिग्रस्त हो गयी हैं, मराल, उमरोली, की पेयजल लाईन क्षतिग्रस्त हुई, वही उमरोली में पेयजल टैंक व बडोली में मंदिर क्षतिग्रस्त होने की खबर है। वहीं ग्राम मराल में लगभग 40 नाली कृषि भूमि क्षतिग्रस्त है।
वहीं आपदा के कारण सड़के अवरूद्ध हो गयी हैं, जिनमें से नालीखाल, भरपूर-पठोला, मोटर मार्ग, किमसार धारकोट मार्ग, स्याळनी स्यालकण्डी मोटर मार्ग, डांडामंण्डी बल्ली मोटर मार्ग गूम पोखटा मोटर मार्ग, जाखणीखाल- अमोला मोटर मार्ग, स्व जगमोहन सिंह नेगी मोटर मार्ग (एन0एच0-06) मोटर मार्ग यातायात हेतु अवरूद्ध, नालीखाल बनचूरी-नैल, कपोल काटल, मोटर मार्ग किमी0 46 व 47 में भारी मलवा आने के कारण अवरूद्ध हैं। यमकेश्वर लिंग मोटर मार्ग किमी 01,02 व 03 एवं 05 में यातायात हेतु अवरूद्ध है। ठांगर से गाजसेरा मोटर मार्ग के किमी 02 एवं 03 में यातायात हेतु अवरूद्ध है। वहीं घट्टू गाड़ सिलोगी चैलूसेण- गुमखाल, ढेरियाखाल बीरोंखाल मार्ग को खोले जाने हेतु जेसीबी मशीन लगायी गयी है।
इसके अतिरिक्त अन्य जगह भी भवन व वाहन क्षतिग्रस्त हुए हैं, जिसमें बुकण्डी में सतेश्वर प्रसाद जोशी का पुराना मकान क्षतिग्रस्त हुआ है, वहीं बुकण्डी के कृपाल सिंह चौधरी के घर के समीप पहाड़ भूस्खलन होने से घर का प्रागंण क्षतिग्रस्त होने की खबर है। साथ ही ग्राम मल्ला बणास के ताल शहजादा में रणवीर सिंह बिष्ट की गौशाला और भारस िंसह बिष्ट का मकान आंशिक रूप से प्रभावित हुआ है। वहीं बुकण्डी में दो वाहनों के मलवे में दबने की सूचना है। जिसमें ग्राम दिवोगी के साईकिलवाड़ी में पेयजल लाईन क्षतिग्रस्त हो गयी है, जिस कारण पानी आपूर्तित नहीं हो पा रहा है। साथ ही धारकोट जुलेड़ी मोटर मार्ग पूर्णतः क्षतिग्रस्त हो गया है, साथ ही काण्डाखाल ताल खैराणा मोटर मार्ग क्षतिग्रस्त है।
देहरादून के सरखेत में आपदा प्रभावित क्षेत्र का कृषि मंत्री गणेश जोशी ने किया स्थलीय निरीक्षण
देहरादून, प्रदेश के कृषि एवं ग्राम्य विकास मंत्री गणेश जोशी ने बीती रात्रि देहरादून के सरखेत (मालदेवता) में बारिश से हुए नुकसान का स्थलीय निरीक्षण करने आपदा प्रभावित क्षेत्र पहुँचे।
गौरतलब है कि सरखेत (मालदेवता) में बादल फटने के कारण अत्यधिक नुक़सान हुआ है। रायपुर क्षेत्र में बादल फटने के बाद स्थानीय नदियों का जलस्तर बढ़ गया है। इसके साथ ही रायपुर से थानों मार्ग में जो सॉन्ग नदी पर पुल बना था वह भी टूट गया है।
घटना की सूचना मिलते ही शनिवार प्रातः 6.45 मिनट पर कैबिनेट मंत्री गणेश जोशी घटना स्थल पहुंचे, जिसके बाद मौके पर पहुंचे जिला प्रशासन के अधिकारियों के साथ मंत्री जोशी ने प्रभावित क्षेत्र का स्थलीय निरीक्षण किया और अधिकारियों को राहत बचाव कार्य में तेजी से कार्य करने के लिए निर्देशित किया। गौरतलब है कि सरखेत मालदेवता में आपदा के कारण कैबिनेट मंत्री गणेश जोशी ने आज के अपने सभी कार्यक्रम स्थगित कर दिए। मंत्री गणेश जोशी ने कहा कि वह आज पूरा दिन आपदा प्रभावित इलाके में रहकर व्यवस्था का निरीक्षण करेंगे। काबीना मंत्री जोशी ने आपदा प्रभावित क्षेत्र के निरीक्षण के बाद मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से आग्रह कर घायलों को अस्पताल पहुँचाने के लिए हेलीकाप्टर की व्यवस्था करवाई। हेलीकाप्टर द्वारा आपदा प्रभावित क्षेत्र के दिनेश सिंह कैंथुरा, उनकी माता सोंधी देवी और उनकी पत्नी सुनीता को देहरादून के मैक्स अस्पताल लाए ताकि उन्हें त्वरित एवं उचित इलाज मिल सके।
काबीना मंत्री गणेश जोशी ने कहा कि सरखेत में भारी बारिश से काफी नुकसान हुआ है। 10 मकान बह गए हैं, 8 मकान दब गए हैं, 5 लोग लापता है। 60 से अधिक पशुओं की हानि हुई है, कई गाड़ियां बह गई है, 5 लोग घायल हुए हैं, जिसमें दिनेश सिंह, सुनीता देवी और सोंधी देवी उनको मैं हेलीकॉप्टर से एअरलिफ्ट कराकर मैक्स अस्पताल में लाया हूं और उनका उपचार चल रहा है। मंत्री जोशी ने कहा कि उनका जो भी इलाज होगा उसका खर्चा राज्य सरकार वहन करेगी। मंत्री जोशी ने कहा कि इस कष्ट की घड़ी में पूरी सरकार उनके साथ खड़ी है। मुख्यमंत्री खुद इसकी मॉनिटरिंग कर रहे हैं, बार-बार मुझसे जानकारी ले रहे थे कितना नुकसान हुआ है। मैं इसके लिए मुख्यमंत्री जी का आभार व्यक्त करता हूं और जो भी हर संभव मदद होगी वह लोगों की की जाएगी। फिलहाल प्रभावितों को एक डिग्री कॉलेज में शिफ्ट कर रहे हैं। चूँकि यह घाटी रहने योग्य नहीं है, अतः प्रभावित परिवारों की परमानेंट शिफ्टिंग की भी व्यवस्था की जाएगी।
इस अवसर पर जिलाधिकारी सोनिका, एसएसपी डीएस कुंवर, वीर सिंह, अनुज कौशल, समीर पुंडीर, प्रधान दिनेश कुमार, सरखेत प्रधान संजय क़ोटवाल, घनश्याम नेगी, बीडीसी बालम सिंह आदि उपस्थित रहे।
विद्यालयों में हुआ अवकाश तो आपदा प्रभावितों को भेजा विद्यार्थियों के लिए तैयार भोजन
देहरादून, शनिवार को देहरादून जनपद में हुई अतिवृष्टि से प्रभावित इलाकों में शिक्षा विभाग द्वारा 10000 व्यक्तियों हेतु निशुल्क भोजन की व्यवस्था की गई। जनपद के अधिकांश क्षेत्रों में हुई अतिवृष्टि के मद्देनजर जिला प्रशासन द्वारा विद्यालयों में अवकाश का निर्णय लिया गया, किन्तु सूचना समय पर प्राप्त न होने के कारण पीएम पोषण योजना की केन्द्रीयकृत रसोई से विद्यार्थियों के लिए भोजन तैयार किया जा चुका था। ऐसी स्थिति में तत्काल वंशीधर तिवारी, महानिदेशक, विद्यालयी शिक्षा द्वारा मुख्य शिक्षा अधिकारी डा० मुकुल कुमार सती को तैयार भोजन से गाड़ियों को आपदा प्रभावित क्षेत्रों में भेजने के निर्देश दिये गये। मुख्य शिक्षा अधिकारी, देहरादून द्वारा जिला प्रशासन के सहयोग से अतिवृष्टि से प्रभावित क्षेत्रों मालदेवता कोल्हूपानी, डोईवाला तथा विकासनगर में बाढ़ प्रभावितों के लिए तथा भाऊवाला, आईएसबीटी के समीपस्थ बस्तियों में भोजन पहुंचाया गया।
नदी के तेज बहाव में फंसी कार में सवार पांच लोगों एसडीआरएफ ने सकुशल बचाया
देहरादून, नदियों के विकराल रूप में थानो-रायपुर रोड के बीच में पुल टूटने से एक कार दुर्घटनाग्रस्त होकर नदी के तेज बहाव में फंस गई। कार में पांच लोग सवार थे। सूचना पर एसडीआरएफ की टीम द्वारा तत्काल घटनास्थल पर पहुंचकर रेस्क्यू ऑपरेशन चलाकर पांच लोगों को सकुशल बचाया गया।
तड़के हुई बारिश उत्तराखंड के कई जिलों में भारी तबाही लेकर आई। देहरादून के पास मालदेवता सरखेत, टिहरी और यमकेश्वर इलाके में बादल फटने से भारी तबाही मची है। जिलाधिकारी सोनिका के मुताबिक आपदा में सात लोग लापता बताए जा रहे हैं। जबकि तीन ग्रामीण गंभीर रूप से घायल हैं।
घायलों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है। वहीं कीर्तिनगर क्षेत्र में सुबह 7 बजे ग्राम कोठार में 14-15 कमरों का आवासीय भवन भूस्खलन होने से मलबे में दब गया है। जिससे 80 वर्षीय बचनी देवी दब गई है। अलग-अलग जगहों पर आपदा में फंसे लोगों को बाहर निकालने के लिए एनडीआरएफ, एसडीआरएफ और आपदा प्रबंधन की टीम मौके पर पहुंची हैं।
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