Monday, November 18, 2024
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भूकंप के झटकों से रघुनाथ सिटी मॉल की दूसरी मंजिल क्षतिग्रस्त, 10 से 15 लोगों के फंसे होने की संभावना

“जिलाधिकारी व वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक घटना स्थल पर पहुंचे तथा राहत एवं बचाव कार्य में तेजी से कार्य करने का दिया निर्देश”

(अशोक पांडेय)
अल्मोड़ा, जिला आपदा कंट्रोल रूम अल्मोड़ा को प्रातः 7ः30 बजे सूचना प्राप्त हुई (कॉलर किरन द्वारा) कि भूकंप के झटकों से रघुनाथ सिटी मॉल की दूसरी मंजिल क्षतिग्रस्त हो गई है, जिसमे 10 से 15 लोगों के फंसे होने की संभावना जतायी गयी है। इस संबंध में सूचना प्राप्त होते ही जिलाधिकारी वंदना ने जिला आपदा कंट्रोल रूम पहुंचकर घटना के संबंध में जानकारी प्राप्त करते हुए आपदा हेतु गठित जनपद स्तरीय आई.आर.एस. एवं एन.डी.आर.एफ. एवं एस.डी.आर.एफ. की टीमों को राहत एवं बचाव के लिए घटना स्थल की ओर शीघ्र रवाना करने के निर्देश दियें। साथ ही जिलाधिकारी एवं पुलिस अधीक्षक प्रदीप कुमार राय ने स्वंय घटना स्थल पर पहुंचकर संबंधित टीमों को त्वरित राहत एवं बचाव कार्य करने के निर्देश दिये
इसके बाद आपदा कंट्रोल रूम को कॉलर उमेश द्वारा सूचना प्राप्त हुई कि जनपद अल्मोड़ा में 29 जुलाई 2022 को अत्यधिक वर्षा होने से राजकीय इंटर कॉलेज अल्मोड़ा की सुरक्षा दीवार क्षतिग्रस्त हो गई है। जिला आपातकालीन परिचालन केंद्र द्वारा स्टेजिंग एरिया को राजकीय इंटर कॉलेज अल्मोड़ा की सुरक्षा दीवार क्षतिग्रस्त होने की सूचना दी गई। जिलाधिकारी एवं वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक ने त्वरित संज्ञान लेते हुए स्टेजिंग एरिया को सूचना भिजवाई कि जीआईसी अल्मोड़ा की सुरक्षा दीवार भारी वर्षा के कारण गिर गई, राहत एवं बचाव कार्य के लिए जिलाधिकारी ने आईआरएस, एनडीआरएफ एवं एसडीआरएफ की टीमों को रवाना किया। स्टेजिंग एरिया पर पहुंचने पर टास्क टीम द्वारा बताया गया कि दीवार गिरने से कुछ मजदूरों के दबे होने एवम कुछ स्कूली बच्चों के फंसे होने की संभावना है। इसी प्रकार सिमकनी क्षेत्र से भी सूचना प्राप्त हुई की कुछ घरों के गिरने से कई लोग फंसे हुए हैं। जिलाधिकारी व वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक घटना स्थल पर पहुंचे तथा राहत एवं बचाव कार्य में तेजी से कार्य करने हेतु निर्देशित किया गया। राहत एवं बचाव कार्य में लगी टीमों द्वारा घायलों को प्राथमिक उपचार के बाद तुरंत पुलिस लाइन में बने स्टैजिंग एरिया के अस्थाई अस्पताल में चिकित्सा हेतु भेजा। स्टेजिंग एरिया में बने कमांडिंग केंद्र से सूचना मिली कि तीनों घटनाओं में 08 व्यक्ति घायल एवं 01 व्यक्ति की उपचार के दौरान मृत्यु हो गई। इस घटना में पशु हानि में 01 बैल तथा 03 बकरियां हताहत हुई तथा 01 गाय, 01 बैल तथा 09 बकरियां घायल हुई। पशु चिकित्सा विभाग द्वारा घायल पशुओं का उपचार किया गया। इस प्रकार आपदा से निपटने एवं त्वरित राहत एवं बचाव कार्य हेतु जिलाधिकारी वंदना के निर्देशन में आई.आर.एस. एवं एन.डी.आर.एफ तथा एस.डी.आर.एफ. की टीमों द्वारा विभिन्न स्थानों संयुक्त रूप से मॉक ड्रिल किया गया।
इस दौरान जिलाधिकारी ने कहा कि जनपद आपदा की दृष्टि से एक संवेदनशील क्षेत्र है जिसमें कई तरह से आपदा घटित होती रहती है, जिसके लिए जनपद में गठित टीमों द्वारा तत्काल घटना स्थल पहुंचकर राहत एवं बचाव कार्य किया जा सके, तथा किसी भी प्रकार की कमी को इस अभ्यास के माध्यम दूर किया जा सकता है, जिससे कि आपदा जैसी घटना घटित होने पर इसके लिए त्वरित राहत एवं बचाव कार्य त्वरित गति से किया जा सकें। उन्होंने कहा कि इस तरह के अभ्यास से हमारे पास उपलब्ध संसाधनों का भी ठीक ढंग से परीक्षण हो पाता हैं, तथा किसी उपकरण की कमी होने पर उस कमी को दूर करने का प्रयास किया जाता है। उन्होंने एन.डी.आर.एफ. एवं एस.डी.आर.एफ. एवं संबंधित आईआरएस टीम को बधाई दी कि सभी द्वारा कम समय में त्वरित गति से कार्य करते हुए राहत एवं बचाव कार्य किया गया। उन्होंने कहा कि भविष्य में कोई घटना घटित होने पर सभी अधिकारी एवं कर्मचारी आपसी समन्वय के साथ एकजुटता एवं धैर्य के साथ राहत एवं बचाव कार्य में अपना पूर्ण सहयोग देंगे, ताकि आपदा से होने वाले नुकसान को कम किया जा सके।
इसके पश्चात जिलाधिकारी द्वारा संबंधित अधिकारियों एवं कर्मचारियों के साथ बैठक कर मॉक ड्रिल में रह गयी कमियों को दूर करने के निर्देश दिये गयें। उन्होने निर्देश दियें कि सभी अधिकारियों एवं कर्मचारियों को हर समय सर्तक रहते हुए आपदा जैसी घटना घटित होने पर सभी अधिकारी आपसी समन्वय के साथ कार्य करें, तथा जो जिम्मेदारी एवं दायित्व जिस अधिकारी को दिये गये है वे उसी के आधार पर अपने दायित्वों को निवर्हन करना सुनिश्चित करें, इसमें किसी भी प्रकार की विलंब एवं शिथिलता नहीं होनी चाहिए और कहा कि हम जितने अलर्ट रहेंगे तभी हम त्वरित गति घटना स्थल पर पहुंचकर राहत एवं बचाव कार्य करे पायेंगे तथा आपदा से होने वाले नुकसान को भी कम कर पायेंगे।
इस दौरान अपर जिलाधिकारी सीएस मर्ताेलिया, उपजिलाधिकारी गोपाल सिंह चौहान, मेजर निर्णय नाथ, सीओ विमल प्रसाद सहित सभी अधिकारी, राहत एवं बचाव में लगे जवान, डॉक्टर्स, नर्स, आशा समेत अन्य मौजूद रहे।

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