“226 दिनों मे 300 से अधिक गॉवो का दिवारा भ्रमण कर मॉ चण्डिका के महड़ गॉव पहुचने पर बन्याथ महा यज्ञ का शुभारंभ,”।
(देवेन्द्र चमोली)
रुद्रप्रयाग। दशज्यूला क्षेत्र की आराध्या चंडिका के आठ महीने दिवारा भ्रमण के बाद के महड़ गांव में नौ दिवसीय बन्याथ महायज्ञ का विधिवत शुभारंभ हो गया। महड़ स्थित शिवशक्ति मंदिर में बन्याथ महायज्ञ के पहले दिन हजारों की सख्यां में भक्तों ने पहुंचकर पूण्य अर्जित किया।
92 वर्षो बाद हो रहे दिवारा बन्याथ आयोजन को लेकर क्षेत्रीय ग्रामीण के साथ ही धियाणियां खासी उत्साहित है। आज प्रातः मां चंडिका की दिवारा यात्रा अपने मूल मंदिर महड़ बानातोली नामक स्थान पर पहुंची जहां गरूड छडा के बाद माता ने भक्तों को दर्शन दिए। इसके बाद बन्याथ महायज्ञ का शुभारंभ हुआ।
महायज्ञ में 13 ब्राह्मणों द्वारा गणेश पूजा, पंच पूजा, भद्र पूजा, चंडी पाठ, रुद्रीपाठ किया गया। जिसके बाद वैदिक मंत्रोच्चारण के साथ महायज्ञ में अग्नि प्रज्वलित कर महायज्ञ में जौ, तिल व घी की आहुतियां डालने की प्रक्रिया शुरू हुई।
चंडिका दिवारा समिति के अध्यक्ष धीर सिंह विष्ट और सचिव देवेन्द्र जग्गी ने अधिक से अधिक भक्तों को महायज्ञ में पहुंचकर पुण्य अर्जित करने की अपील की है। इस मौके पर ब्रह्म गुरु हरि बल्लभ सती, दिल्ली हाईकोर्ट के अधिवक्ता संजय दरमोडा, जिला पंचायत सदस्य सविता भंडारी, प्रेम बिष्ट, प्रबंधक हीरा सिंह नेगी जगदीश भंडारी, दलवीर सिंह नेगी, आचार्य लक्ष्मी प्रसाद कांडपाल, लक्ष्मीदत्त पुरोहित समेत हजारों की संख्या में भक्त गण मौजूद थे।
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