रुद्रप्रयाग, चारधाम यात्रा में श्रद्धालुओं की लगातार संख्या बढ़ती जा रह है, जिसके चलते अब केदारनाथ मंदिर में वीआइपी द्वार से श्रद्धालुओं के प्रवेश पर रोक लगा दी गई है। अब हेली सेवा से पहुंचने वाले श्रद्धालु भी लाइन में लगकर ही बाबा के दर्शन करेंगे। इसके लिए वीआइपी द्वार पर बैरिकेडिंग लगाई गई है।
अब तक बड़ी संख्या में श्रद्धालु वीआइपी द्वार से मंदिर में प्रवेश कर रहे थे, इससे दर्शनों के दौरान धक्का-मुक्की तक की नौबत आ जा रही थी। वहीं, लाइन में खड़े श्रद्धालुओं को हर हाल में दो घंटे के भीतर दर्शन कराने होंगे। मंदिर परिसर में यात्रियों को नियंत्रित करने के लिए भी बैरिकेडिंग लगाई गई है, बाबा केदार के दर्शनों को इस बार श्रद्धालुओं का सैलाब उमड़ रहा है। इससे व्यवस्थाएं बनाने में प्रशासन के पसीने छूट रहे हैं। अब तक सवा लाख से अधिक श्रद्धालु बाबा के दर्शन कर चुके हैं। इससे दर्शनों के दौरान धक्का-मुक्का से भारी अव्यवस्था फैल रही है। दरअसल, हेली सेवा से प्रतिदिन आने वाले लगभग दो हजार श्रद्धालु भी वीआइपी द्वार से दर्शनों को पहुंच रहे। इससे अव्यवस्था और बढ़ गई है। इसी को देखते हुए प्रशासन ने वीआइपी दर्शनों पर रोक लगाने का निर्णय लिया |
जिलाधिकारी मयूर दीक्षित ने कहा कि धाम में आने वाले प्रत्येक श्रद्धालु को अब सामान्य लाइन में खड़े होकर दर्शनों के लिए अपनी बारी का इंतजार करना होगा। लाइन में खड़े श्रद्धालुओं को दो घंटे में दर्शन कराने के निर्देश दिए गए है, इसके लिए पुलिस फोर्स तैनात की गई है, जो लाइन में खड़े श्रद्धालुओं को दर्शन कराने में सहयोग कर रही है। जिलाधिकारी ने बताया कि प्रति मिनट 30 श्रद्धालुओं को दर्शन कराए जा रहे हैं, ताकि समय पर सभी श्रद्धालु दर्शन कर सकें।
मंदिर परिसर में व्यवस्थाएं बनाने और श्रद्धालुओं की मदद के लिए भारत-तिब्बत सीमा पुलिस (आइटीबीपी), पुलिस व प्रांतीय रक्षक दल (पीआरडी) के जवान, सेक्टर मजिस्ट्रेट और स्वास्थ्य कर्मी तैनात हैं। इसके अलावा ठंड से बचाव के लिए एक हजार से अधिक कंबल केदारनाथ भेजे गए हैं। यह उन श्रद्धालुओं को दिए जा रहे हैं, जो बिना गर्म कपड़ों के केदारनाथ पहुंच रहे हैं।
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