देहरादून, उत्तराखंड जैसे जटिल भौगोलिक परिस्थिति वाले प्रदेश में पशुपालन भी स्वरोजगार का बेहतर माध्यम बन सकता है। किसानों को खेती के साथ पशुपालन से जुड़कर अपनी आय दोगुनी करनी चाहिए। सरकार की ओर से इस दिशा में गंभीरता से कार्य किए जा रहे हैं। राज्य सरकार विभिन्न रोजगारपरक योजनाएं संचालित कर रही है। यह बातें पशुपालन मंत्री सौरभ बहुगुणा ने एक कार्यक्रम में कहीं।
विश्व पशुचिकित्सा दिवस पर राजपुर रोड स्थित एक होटल में कार्यक्रम का आयोजन किया गया। जिसमें वर्चुअल माध्यम से जुड़े पशुपालन मंत्री सौरभ बहुगुणा ने कहा कि उत्तराखंड में पशुपालन को बढ़ावा देना बेहद जरूरी है। मवेशियों की उत्तम नस्ल और उनके व्यावसायिक उपयोग से आर्थिकी को सुदृढ किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि विभागीय योजनाओं को रोजगारपरक बनाया जाएगा।
इस दौरान कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि शामिल हुए वन मंत्री सुबोध उनियाल ने कहा कि पशुपालन की राज्य के विकास में अहम भूमिका है। वन क्षेत्रों को भी चिह्नित कर चारागाह का क्षेत्र उपलब्ध कराया जा सकता है। वन विभाग को पांच साल में आम जनता का विभाग बनाया जाएगा। पशुपालन विभाग से भी 15 से ज्यादा डाक्टर-विशेषज्ञों को वन विभाग में प्रतिनियुक्ति पर लेने पर विचार किया जा रहा है। राज्य पशुचिकित्सा सेवा संघ और राज्य पशु चिकित्सा परिषद की ओर से आयोजित कार्यक्रम में पशुपालन समेत पशुचिकित्सा पर भी विशेषज्ञों ने विचार व्यक्त किए।
सहस्रधारा रोड के पेड़ों को बचाने की मुहिम हुई तेज, सिटीजन फार ग्रीन दून के आह्वान पर हुइ प्रदर्शन
देहरादून, जिले में सहस्रधारा रोड के चौड़ीकरण कार्य की जद में आ रहे पेड़ों को बचाने की मुहिम अब तेज हो गई है। रविवार को पर्यावरण बचाओ अभियान के तहत सिटीजन फार ग्रीन दून के आह्वान पर खलंगा स्मारक के पास दून की विभिन्न सामाजिक संस्थाओं के प्रतिनिधियों ने प्रदर्शन किया। उन्होंने सरकार से अपील की कि विकास कार्यो के नाम पर पर्यावरण को नुकसान न पहुंचाया जाए।
वक्ताओं ने कहा कि सर्वोच्च न्यायालय के आदेशों के अनुपालन में पर्यावरण को हुए नुकसान के मूल्याकन व इसकी भरपाई की निगरानी को कमेटी बनाई गई है। जिसमें नियुक्त हेस्को के संस्थापक पद्मभूषण डा. अनिल जोशी दून में प्रस्तावित एक्सप्रेस रोड के निर्माण में संभावित पर्यावरण क्षति को रोकने में महत्वपूर्ण जिम्मेदारी निभाएंगे। कहा कि दून में भीषण गर्मी का मूल कारण तेजी से फैलते कंक्रीट के जंगल हैं। जनसंख्या के दबाव और बढ़ते वाहनों की संख्या के कारण शहर की भीतरी सड़कों पर दबाव बढ़ता जा रहा है। यातायात जाम का कारण सड़कों की बोटल नेक को न खोला जाना और चौराहों का चौड़ीकरण न होना है। इसके अलावा सड़कों पर अतिक्रमण भी जाम का कारण बनता है। शहर में एलिवेटेड रोड बनाकर यातायात जाम से निपटा जा सकता है। उन्होंने कहा कि मानसून में अधिकारियों को बड़े स्तर पर पौधारोपण की योजना बनानी चाहिए। इस दौरान सिटीजन फार ग्रीन दून के हिमाशु अरोड़ा, संयुक्त नागरिक संगठन के ब्रिगेडियर केजी बहल, गवर्नमेंट पेंशनर संगठन से चौधरी ओमवीर सिंह, नेशनल एसोसिएशन फार पैरेंट्स एंड स्टूडेंट्स राइट्स से आरिफ खान, द अर्थ एंड क्लाइमेट इनिशिएटिव की आचल शर्मा, छोटी सी दुनिया के विजय राज, उत्तराखंड महिला मंच की कमला पंत, निर्मला बिष्ट, समानता मंच से जेपी कुकरेती आदि उपस्थित रहे।
महाराज ने किया “अतिथि देवो भवः” की भावना से तीर्थयात्रियों के स्वागत का आह्ववाहन
देहरादून, विश्व प्रसिद्ध धार्मिक आस्था की प्रतीक चारधाम यात्रा 2022 प्रारंभ होने जा रही है। सरकार ने इसके लिए सभी तैयारियां पूरी कर ली हैं। यात्रा के कुशल संचालन के लिए सभी विभागों को चौकन्ना रहने के आदेश दिये गये हैं।
उक्त बात प्रदेश के पर्यटन धर्मस्व एवं संस्कृति मंत्री सतपाल महाराज ने कही है। उन्होने कहा कि श्री केदारनाथ धाम के कपाट 6 मई प्रात: 6.25 और श्री बदरीनाथ धाम के कपाट 8 मई रविवार को 6 बजकर 15 मिनट पर खुलेंगे। जबकि श्री गंगोत्री धाम के कपाट 3 मई को पूर्वाह्न 11.15 बजे और श्री यमुनोत्री धाम के कपाट भी 3 मई को ही अपराह्न 12.15 बजे खुलेंगे। पवित्र गुरूद्वारा श्री हेमकुंड साहिब जी एवं लोकपाल तीर्थ के कपाट रविवार 22 मई को खुलेंगे। महाराज ने कहा कि भगवान श्री केदारनाथ जी की पंचमुखी डोली शीतकालीन गद्दीस्थल श्री ओंकारेश्वर मंदिर, उखीमठ से 2 मई प्रात: 9 बजे केदारनाथ धाम प्रस्थान करेगी। प्रथम पड़ाव श्री विश्वनाथ मंदिर गुप्तकाशी में प्रवास के बाद 3 मई को गुप्तकाशी से 8 बजे प्रात: फाटा पहुँचेगी। 4 मई को फाटा से प्रात: 8 बजे श्री गौरामाई मंदिर गौरीकुंड, 5 मई को गौरीकुंड से प्रात: 6 बजे भगवान की पंचमुखी डोली श्री केदारनाथ धाम के लिए प्रस्थान करेगी।
पर्यटन मंत्री ने बताया कि श्री बदरीविशाल की देवडोली 6 मई को प्रात:9 बजे श्री नृसिंह मंदिर जोशीमठ से आदि गुरु शंकराचार्य जी की गद्दी सहित तेल कलश गाडू घड़ा के साथ श्री बदरीनाथ धाम के रावल जी, मंदिर समिति के आचार्य एवं डिमरी पंचायत के प्रतिनिधियों के साथ योगध्यान बदरी पहुंचकर वहीं प्रवास करेगी।
उन्होने कहा कि 7 मई को भगवान बदरी विशाल की डोली योग बदरी पांडुकेश्वर से प्रातः आदि गुरु शंकराचार्य जी की गद्दी, रावल जी सहित देवताओं के खजांची श्री कुबेर जी एवं भगवान के सखा उद्धव जी, तेल कलश गाडू घड़ा पांडुकेश्वर से प्रात: 9 बजे श्री बदरीनाथ धाम को प्रस्थान करेगी।
पर्यटन एवं धर्मस्व मंत्री सतपाल महाराज ने कहा कि चारधाम यात्रा देवभूमि के सम्मान और अस्मिता से जुड़ी है। यात्रा व्यवस्थाओं में किसी भी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। यात्रा को सफल बनाने का प्रयास हम सब को मिलकर करना है। इस बार बड़ी संख्या में श्रद्धालू इस यात्रा में शामिल हो रहे हैं।
उन्होने चेतावनी देते हुए कहा कि प्रत्येक अधिकारी एवं कर्मचारी “अतिथि देवो भवः” की भावना के साथ तत्परता से कार्य करें। अपने सेवा भाव से सभी यह सुनिश्चित करें कि प्रत्येक यात्री को हर संभव सहायता प्राप्त हो।
महाराज ने चारधाम यात्रा पर आने वाले यात्रियों से अनुरोध किया कि वह यात्रा के दौरान कोविड नियमों का पालन करते हुए मास्क एवं सेनिटाइजेशन का उपयोग अवश्य करें। सरकार सुगम एवं सुरक्षित चारधाम यात्रा करवाने के लिए संकल्पबद्ध है।
मुनस्यारी क्षेत्र में अवैध संचालित पुल हाउस ( स्कोनर ) सेंटर को बंद करने की जिप सदस्य ने उठाई मांग
मुनस्यारी, जिला पंचायत सदस्य जगत मर्तोलिया ने पुलिस अधीक्षक को पत्र देकर मुनस्यारी क्षेत्र में अवैध संचालित पुल हाउस ( स्कोनर ) सेंटर को बंद किए जाने की मांग उठाई ।उन्होंने कहा कि इन सेंटरों में खुलेआम जुआ खेला जाता है और नशे की प्रवृत्ति को भी बढ़ावा दिया जा रहा है। जो यहां के युवाओं के लिए अभिशाप बनता जा रहे है। जिला पंचायत सदस्य जगत मर्तोलिया ने पुलिस अधीक्षक के सम्मुख इस मांग को जोरदार ढंग से उठाया है कि उनके जिला पंचायत वार्ड में खुले सेन्टर खेल की जगह नशा तथा जुआ का केंद्र बन गया है।
इन सेंटरों में नाबालिक बच्चों का जमावड़ा रहता है। समय से इन सेंटरों को बंद नहीं किया गया तो आने वाली पीढ़ी नशा तथा जुए के आगोश में जकड़ कर रह जाएगी, जो समाज के लिए भविष्य में नुकसानदायक होगा। उन्होंने कहा कि पुलिस अधीक्षक द्वारा इस विषय पर क्या कार्रवाई की जाती है इस पर भी एक सप्ताह तक इंतजार किया जाएगा। उसके बाद स्थानीय जनप्रतिनिधियों तथा महिला एवं युवा संगठनों की बैठक की जाएगी। बैठक के पश्चात उनके संचालन में पुलिस द्वारा कार्रवाई नहीं किए जाने के खिलाफ आंदोलन किया जाएगा। उन्होंने साफ तौर पर कहा कि इनको किसी भी कीमत में हुए अपने क्षेत्र में खेल की आड़ में इस तरह के नशे तथा जुआ का कारखाना नहीं चाहते है। इसके लिए पुलिस प्रशासन को समय दे दिया गया है।अब देखना है कि पुलिस प्रशासन क्षेत्र की जनता की मांग पर क्या कदम उठाती है।
ट्रैफिक सुधार को वालंटियर चौक-चौराहों पर आयेंगे नजर, आमजन को भी करेंगे जागरूक
हरिद्वार,उत्तराखण्ड़ के बड़े शहर यॎतायात की समस्या से जूझ रहे हैं, इसी को लेकर हरिद्वार जनपद में यातायात व्यवस्था सुधारने के लिए आज से ट्रैफिक वालंटियर चौक-चौराहों पर नजर आएंगे। कोई वालंटियर्स ब्लॉग लिखेगा तो कोई शॉर्ट फिल्म बनाएगा। इसके लिए कोई मानदेय नहीं दिया जाएगा। इस योजना में 18 साल से अधिक के युवकों को जोड़ा जाएगा। यह यातायात संचालन के साथ आमजन को जागरूक करने का काम करेंगे। हरिद्वार में पहले चरण में 76 लोगों ने इस योजना के तहत आवेदन किया है।
प्रदेशभर में यातायात व्यवस्था को सुधारने के लिए ट्रैफिक वालंटियर्स यानी यातायात स्वयंसेवी बनाए जाने की पिछले दिनों योजना शुरू की गई थी। इस योजना के तहत ट्रैफिक वालंटियर्स सड़क दुर्घटना में घायल व्यक्तियों की मदद, नो पार्किंग में खड़े वाहनों का उत्तराखंड ट्रैफिक आई एप की मदद से फोटो व वीडियो अपलोड कर चालान, अपने नजदीकी क्षेत्र के आसपास स्थित ट्रैफिक जंक्शन पर यातायात कर्मियों के साथ यातायात संचालित करेंगे,
वहीं अपने आसपास के कालेजों, पार्कों, उच्च शिक्षण संस्थान, स्टेडियम, माल, टैक्सी स्टैंड, बस स्टैंड, अस्पताल, रेलवे स्टेशन और सरकारी व निजी कार्यालयों में यातायात जागरूकता का प्रचार-प्रसार करेंगे। जिसके तहत हरिद्वार जिले में आज से इस योजना का शुभारंभ किया जा रहा है। इसके लिए अभी तक 76 लोगों ने अपना पंजीकरण बेबसाइट पर कराया है। चारधाम यात्रा से पहले यह पहल शहर के ट्रैफिक को कंट्रोल करने में काफी मदद करेगी।
इस वेबसाइट पर करेंगे आवेदन
एसपी ट्रैफिक मनोज कात्याल ने बताया कि वालंटियर बनने के लिए युवकों को यातायात निदेशालय की वेबसाइट uttarakhandtraffic.com पर जाना होगा। यहां उपलब्ध फार्म को भरने के बाद जमा करना होगा। इस फार्म को अभ्यर्थी ऑनलाइन या यातायात निदेशालय आकर जमा कर सकते हैं।
वालंटियर बनने के लिये इस तरह करें आवेदन :
आवेदक की उम्र 18 वर्ष से अधिक होनी चाहिए।
आवेदक में शारीरिक एवं मानसिक रूप से ट्रैफिक संचालन की क्षमता होनी चाहिए।
यातायात संबंधी सारे नियमों का पालन करने वाला होना चाहिए।
कोई भी पुलिस कार्रवाई या एफआईआर रजिस्टर्ड नहीं होनी चाहिए।
वालंटियर स्कीम के तहत जो निर्देश दिए जाएंगे, उसका पालन करना होगा।
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