मुनस्यारी, उत्तराखंड सरकार की उत्तराखंड विज्ञान शिक्षा एवं अनुसंधान केंद्र देहरादून के तत्वाधान में आयोजित एक दिवसीय विज्ञान जागरुकता कार्यशाला में राजकीय बालिका इंटर कॉलेज नमजला, राउमावि रांथी तथा मुनस्यारी पब्लिक जूनियर हाईस्कूल के बच्चों ने लिया बच्चों ने भाग लिया। इस मौके पर विज्ञान से संबंधित चित्रकला बनाकर विज्ञान के प्रति अपनी चेतना को जीवंत कर दिया।
सामाजिक संस्था सोसायटी फॉर एक्शन इन हिमालया(सोच) द्वारा इन कार्यशालाओं का संचालन किया जा रहा है।
बालिका इंटर कॉलेज नमजला में आयोजित कार्यशाला में सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के चिकित्सक डॉक्टर शैलजा ने विज्ञान आधारित जीवन शैली अपनाने पर बल दिया।
उन्होंने बालिकाओं के भीतर होने वाले विकास पर वैज्ञानिक नजरिया से बच्चों को रूबरू कराया।
उन्होंने कहा कि वैज्ञानिक विधि से से ही स्वस्थ रहा जा सकता है।उन्होंने मासिक धर्म के बारे में बालिकाओं का ज्ञान वर्धन किया। डॉक्टर शैलजा ने बालिकाओं को स्वस्थ रहने के लिए प्रतिदिन व्यायाम करना चाहिए। वैज्ञानिक चेतना ही समाज में अंधविश्वास को दूर कर सकती है। इस मौके पर धात संस्था द्वारा आयोजित प्रतियोगिता में भाग लेकर अपना जौहर दिखाने वाली बालिकाओं को भी सम्मानित किया गया। इस अवसर पर विद्यालय की प्रभारी प्रधानाचार्य श्रीमती गीता, शिक्षिका नीतू जोशी, हिमांशी मेहता, मनोज कुमार, स्टाफ नर्स सर्वमंगला पंत, भावना कार्की, ग्राम प्रधान जलथ दीपा देवी,ग्राम प्रधान दरकोट सावित्री पांगती, ग्राम प्रधान दरांती लवराज आर्य,
मुनस्यारी पब्लिक जूनियर हाई स्कूल में भी विज्ञान कार्यशाला आयोजित की गई कार्यशाला में सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के प्रभारी चिकित्सा अधिकारी डॉ गौरव कुमार ने कहा कि चिकित्सा विज्ञान से ही मनुष्य का जीवन बचा सकता है। उन्होंने कहा कि बीमार ना होने के लिए हमको वैज्ञानिक आधार से अपने जीवन यापन करना पड़ता है। डां गौरव ने बच्चों से वैज्ञानिक चेतना विकसित करने के लिए विज्ञान का अध्ययन करने पर भी बल दिया। कहा कि चिकित्सा विज्ञान विज्ञान का एक महत्वपूर्ण अंग है। हम अपने जीवन को स्वस्थ बना सकते है। इस मौके पर विद्यालय के प्रधानाचार्य श्रीमती नंदा धर्मसक्तू सभी का स्वागत किया।
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