ॠषिकेश, रूस और यूक्रेन के बीच युद्ध की शुरुआत के बाद वहां रह रहे भारतीयों के देश वापसी का सिलसिला जारी है. खासकर वैसे बच्चे जो डॉक्टरी की पढ़ाई के लिए विदेश गए थे, वो वापस अपने घर लौट रहे हैं. इन बच्चों में देवभूमि ऋषिकेश के बच्चे भी शामिल हैं, जो घर लौट रहे हैं और यूक्रेन की डराने वाली स्थिति बता रहे हैं. इसी क्रम में प्रदेश के देहरादून जिला के ऋषिकेश निवासी तमन्ना त्यागी बुधवार को अपने घर पहुंची। एमबीबीएस की छात्रा तमन्ना त्यागी अपने साथियों के साथ यूक्रेन में फंसी थी, तमन्ना यूक्रेन के इवानो फ्रेंकिवस्क कॉलेज में एमबीबीएस के तृतीय वर्ष की छात्रा है। उनके वतन वापसी पर उनके घर पर उनका भव्य स्वागत हुआ।
कांग्रेस नेता जयेंद्र रमोला ने वतन वापसी पर उनका स्वागत कर पुष्पगुच्छ भेंट कर मिष्ठान खिलाकर स्वागत किया, रमोला ने कहा कि वह बड़े खुश हैं कि ऋषिकेश की बिटिया तमन्ना सकुशल अपने वतन आ गई है ऐसे ही हजारों हमारे छात्र अभी यूक्रेन में फंसे हैं उन्हें भी सरकार और तत्परता दिखाकर जल्द से जल्द सकुशल वतन में वापसी करवाएं।
स्वागत करने में बृजपाल राणा, दिनेश रावत, शैलन्द्र भंडारी, प्यारे लाल जुगरान, मनीष मिश्रा सहित कई लोग मौजूद थे ।
एनएसयूआइ ने केंद्र के खिलाफ किया प्रदर्शन,राज्यपाल को भेजा ज्ञापन
देहरादून: भारतीय राष्ट्रीय छात्र संगठन (एनएसयूआइ) ने प्रदेश अध्यक्ष मोहन भंडारी के नेतृत्व में गाधी पार्क के बाहर केंद्र सरकार के खिलाफ प्रदर्शन किया। प्रदर्शनकारियों ने केंद्र पर यूक्रेन में फंसे भारतीय छात्रों को पर्याप्त मदद न पहुंचाने का आरोप लगाया। एक घंटे तक चले प्रदर्शन के बाद उन्होंने राज्यपाल को ज्ञापन भेजा।
एनएसयूआइ कार्यकत्र्ताओं ने आरोप लगाया कि रूस व यूक्रेन के बीच तनाव बढ़ता देख अन्य देश अपने नागरिकों को समय से पूर्व यूक्रेन से ला चुके थे। जबकि केंद्र सरकार मुंह ताकती रही। एनएसयूआइ के राष्ट्रीय संयोजक विकास नेगी ने कहा कि दूतावास के दिशा-निर्देश के बाद भी समय से विमानों को यूक्रेन नहीं भेजा गया। केंद्र सरकार के लिए चुनाव देश के नागरिकों के जीवन से ज्यादा महत्वपूर्ण दिख रहा है। एनएसयूआइ के प्रदेश अध्यक्ष मोहन भंडारी ने कहा कि अभी भी हजारों की संख्या में छात्र यूक्रेन बार्डर मे फंसे हुए हैं, लेकिन सरकार की व्यवस्था अपर्याप्त है। प्रदर्शन करने वालों में जिला उपाध्यक्ष उदित थपलियाल, हिमाशु रावत, अभय कत्युरा, वासु शर्मा, दिव्य रावत, नमन शर्मा, सिद्धार्थ, उत्कर्ष जैन आदि शामिल रहे।
वहीं यूक्रेन में फंसे भारतीय नागरिकों की घर वापसी पर प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता डा. प्रतिमा सिंह ने बुधवार को बयान जारी करते हुए कहा कि देश के नागरिकों की सकुशल घर वापसी के लिए काग्रेस पार्टी सहित पूरा विपक्ष केंद्र सरकार के साथ है। उन्होंने कहा कि विदेश मंत्रालय ने हाल ही में यह बयान दिया है कि ‘युद्ध क्षेत्र में फंसे भारतीयों को यूक्रेन के पश्चिमी भाग तक पहुंचकर आसपास के शहरों में शरण लेने की कोशिश करनी चाहिए’, यह नागरिकों को उनके हाल पर छोड़ने जैसा है। डा. प्रतिमा सिंह ने कहा कि यूक्रेन से बाहर निकलकर रोमानिया की सीमा पर पहुंचे 470 छात्रों को भी अभी तक भारत लाने के लिए कोई इंतजाम नहीं हो पाए हैं। बंकरों में शरण लिए छात्रों के पास खाने-पीने का इंतजाम भी नहीं है।
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