देहरादून। 15 फरवरी से शुरू हुए 29वीं राष्ट्रीय बाल विज्ञान कांग्रेस का समापन आज गुजरात में हो गया है। कांग्रेस में प्रदेश से चयनित 16 बाल वैज्ञानिक प्रतिभाग कर रहे थे। बता दें कि इस वर्ष कोरोना वैश्विक महामारी के दृष्टिगत 29 वीं राष्ट्रीय बाल विज्ञान कांग्रेस का आयोजन गुजरात विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी परिषद द्वारा किया गया जिसमें देश भर के बाल वैज्ञानिकों द्वारा वर्चुअल माध्यम से प्रतिभाग किया गया। कांग्रेस का उद्घाटन गुजरात के मुख्यमंत्री एवं विज्ञान प्रौद्योगिकी मंत्री द्वारा किया गया था। चार दिवसीय राष्ट्रीय बाल विज्ञान कांग्रेस में देश भर से प्रतिभाग कर रहे बाल वैज्ञानिकों द्वारा अपने अपने शोध परियोजनाओं का प्रस्तुतिकरण किया गया।
वहीं उत्तराखंड के उत्तरकाशी से प्रतीक्ष, टिहरी से गौरव सुयाल व किशन सिंह बिष्ट, रुद्रप्रयाग से मधु रावत व शुभम काला, चमोली से अपूर्वा बिष्ट, कृतिका व आशुतोष चौधरी, हरिद्वार से देबस्य देसाई, चार्वि जादोन व प्रतीक धीमान, देहरादून से कमलजीत, उधम सिंह नगर से कनिष्का ठाकुर, सुयास कलखुरिया, पिथौरागढ से अभिषेक बिष्ट तथा बागेश्वर से कार्तिकेय उपाध्याय द्वारा राष्ट्रीय बाल विज्ञान कांग्रेस में अपनी शोध परियोजनाएं प्रस्तुत की गयी। आयोजन के सांय सत्र में बाल वैज्ञानिकों द्वारा सांस्कृतिक प्रस्तुति भी दी गयी जिसका समन्वय प्रदेश से मनोज बहुगुणा एवं निर्मल न्योलिया द्वारा किया गया। इस अवसर पर यूकॉस्ट के महानिदेशक डा राजेंद्र डोभाल ने राष्ट्रीय स्तर पर प्रतिभाग कर रहे सभी बाल वैज्ञानिकों को बधाइयाँ देते हुए कहा कि बाल विज्ञान कांग्रेस विज्ञान में रुचि रखने वाले छात्रों के लिए बहुत अच्छा माध्यम है जो देश के वास्तविक विकास में विशेष योगदान दे रहा है। यूकॉस्ट के संयुक्त निदेशक एवं राज्य समंवयक डॉ डी पी उनियाल ने प्रदेश से प्रतिभाग कर रहे सभी बाल वैज्ञानिकों को शुभकामनाएं देते हुए कहा कि यूकॉस्ट राज्य में लगातार विज्ञान के लोकव्यपीकरण के लिए कार्य कर रहा है जिसका सीधा लाभ प्रदेश के छात्रों को हो रहा है।
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