नई दिल्ली, स्वतंत्रता दिवस से पहले जम्मू-कश्मीर में आतंकी बड़े हमले की फिराक में हैं। भारतीय खुफिया एजेंसियों को मिले इनपुट के मुताबिक पाकिस्तान समर्थित आतंकी संगठनों जैश-ए-मोहम्मद और लश्कर-ए-तैयबा द्वारा सांप्रदायिक तनाव फैलाने के लिए मंदिरों को निशाना बनाया जा सकता है। खूफिया जानकारी मिलने के बाद जम्मू में हाई अलर्ट जारी कर दिया गया है। वहीं पूरे शहर में सुरक्षा बढ़ा दी गई है। बता दें कि ड्रोन हमले की आशंका के बीच पाकिस्तान से आ रही फर्जी फोन कॉल को लेकर भी सुरक्षाबलों को अलर्ट किया गया था।
एक अंग्रेजी वेबसाइट ने सूत्रों के हवाले से बताया है कि आतंकवादी संगठन 5 अगस्त और 15 अगस्त को स्वतंत्रता दिवस के मौके पर जम्मू में मंदिरों को निशाना बनाने का प्रयास कर सकते हैं। बता दें कि 5 अगस्त आर्टिकल 370 के खात्मे की दूसरी वर्षगांठ है और आतंकी संगठन इस मौके पर भारत को दहलाने की फिराक में हैं।
सुरक्षा अधिकारियों ने कहा कि ड्रोन द्वारा आईईडी गिराए जाने की हाल की कुछ घटनाओं ने इशारा किया है कि पाकिस्तान समर्थित आतंकी संगठन जम्मू में मंदिरों के पास भीड़-भाड़ वाली जगहों पर बड़ा विस्फोटक करने की कोशिश कर रहे हैं। नॉर्थ ब्लॉक यानी रक्षा मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने मीडिया को बताया कि बीते दिनों आतंकी साजिश के कम से कम तीन पिछले प्रयासों को नाकाम कर दिया गया है। एक अन्य अधिकारी ने कहा कि ड्रोन का इस्तेमाल आईईडी लाने के लिए किया गया है ताकि घाटी में मौजूद उनके आतंकी उन्हें लगा सके और हमले को अंजाम दे सके।
बता दें कि हाल ही 23 जुलाई को में जम्मू और कश्मीर के कनाचक इलाके में एक ड्रोन को मार गिराया गया था और उसके साथ विस्फोटक सामग्री बरामद की गई है। इस ड्रोन से पांच किलोग्राम विस्फोटक बरामद किए गए थे। इसके अलावा, फरवरी में जम्मू शहर के व्यस्त बस स्टैंड के पास सात किलो का एक आईईडी बरामद किया गया था। हालांकि, इस मामले में दो लोगों को हिरासत में लिया गया।
आतंकी साजिशों का पता इस बात से भी लगता है कि बीते 27 जून को जम्मू वायु सेना स्टेशन के तकनीकी क्षेत्र में एक ड्रोन द्वारा विस्फोट किया गया था। इसके अगले ही दिन कश्मीर में सुरक्षाबलों और नागरिकों पर कई हमलों में शामिल रहे लश्कर-ए-तैयबा के कमांडर नदीम अबरार को पुलिस ने गिरफ्तार किया था। सुरक्षाबलों ने उसके कब्जे से पिस्टल और एक ग्रेनेड बरामद किया था।
उससे पूछताछ के बाद जम्मू-कश्मीर पुलिस ने उसके दो साथियों को गिरफ्तार किया। गिरफ्तार किए गए लोगों की पहचान कश्मीर के निवासी के रूप में हुई है। आरोपियों से पूछताछ के बाद पुलिस को जम्मू में प्रसिद्ध रघुनाथ मंदिर पर संभावित आतंकी हमले की जानकारी मिली, जिसके बाद पुलिस को अलर्ट जारी करना पड़ा। पुलिस ने इस बात से भी इनकार नहीं किया कि जम्मू शहर में और मंदिर आतंकियों की रडार पर हैं(साभार उत्तम हिन्दू न्यूज)।
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