हरिद्वार 23 मई (कुलभूषण) मानवाधिकार संरक्षण समिति एवं भारत विकास परिषद मंदाकनी शाखा के संयुक्त तत्वावधान में कोरोना काल में रोग प्रतिरोधक क्षमता को कैसे बढ़ाए विषय पर वेबीनार का आयोजन किया गया। वेबिनार की अध्यक्षता ई मधुसूदन आर्य ने की। वेबिनार के मुख्य अतिथि डा आर के भटनागर ने कहा कि कोरोना काल में जहां हर दिन संक्रमण के मामले बढ़ते जा रहे हैं इसलिए यह बहुत जरूरी हो गया है कि हम अपनी इम्यूनिटी यानी रोग प्रतिरोधक क्षमता को मजबूत करें क्योंकि इम्यूनिटी कमजोर होने पर आप जल्द ही कोरोना का शिकार हो सकते हैं। इम्यूनिटी बढ़ाने के लिए सबसे ज्यादा जरूरी आपका भोजन होता हैद्य हेल्दी खाना आपके इम्यून सिस्टम को बूस्ट करने में मदद कर सकता है।
विशिष्ट अतिथि जे एस पी जी कालेज अमरोहा के डॉ अशोक आर्य ने कहा कि हमारे खानपान से तैयार होने वाली इम्यूनिटी ऐसा हथियार है जिसकी वजह से शरीर के लिए वायरस से मुकाबला करना आसान हो जाता है। अपनी दिनचर्या में योग को शामिल करें और अपना जीवन स्वस्थ और सुरक्षित बनाएं। स्वस्थ रहें और सकारात्मक ऊर्जा फैलाएं।
डा0 मनीषा दीक्षित ऋषिकुल आयुर्वेदिक मेडिकल कालेज हरिद्वार ने कहा कि कोरोना ने हमें अपना जीवन परिवर्तित करना सिखाया हैद्य हमारे किचन में ही कई चीजें मौजूद हैं जो कई हेल्थ प्रॉब्लम्स के लिए महंगी दवाओं के ज्यादा असरदार हैं। सबसे खास बात ये है कि इनका कोई बड़ा साइड इफेक्ट भी नहीं है। कीचन में उपलब्ध पीपल सोंठ व कालीमिर्च के इस्तेमाल से तैयार काढ़े के इस्तेमाल से आपकी इम्यून पावर मजबूत होगी। किसी भी बीमारी से निपटने के लिए इम्यून सिस्टम का मजबूत होना बहुत जरूरी है जिसमें यह काढ़ा आपकी बहुत मदद कर सकता है।
दून इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंस देहरादून के डा विनीत कुुमार अग्निहोत्री ने कहा कि कोरोना काल में खानपान का विशेष ध्यान रखना जरूरी है। शरीर को स्वस्थ रखने के लिए करीब आठ घंटे की नींद लें।
मानव अधिकार संरक्षण समिति के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं भारत विकास परिषद मंदाकनी शाखा के संरक्षक इं मधुसूदन आर्य ने कहा कि पूरे देश में आक्सीजन की कमी को पूरा करने के लिए जगह जगह पीपल नीम एवं बरगद के वृक्ष लगाए जाने चाहिएद्य भारत में कोरोना की दूसरी लहर के बीच अस्पतालों में बेड और ऑक्सीजन की कमी देखने को मिल रही हैद्य अगर अब भी हमने पौधे नहीं लगाए तो भविष्य में ऑक्सीजन का बहुत बड़ा संकट पैदा हो सकता है।
मंदाकनी शाखा के अध्यक्ष राजीव राय एवं सचिव जितेंद्र कुमार शर्मा ने कहा कि ऑक्सीजन की कमी को देखते हुए संस्था द्वारा पीपल नीम एवं बरगद के वृक्ष बरसात के मौसम में लगाए जाएंगे ।
वेबीनार का संचालन करते हुये गुरुकुल कांगड़ी विद्यालय विभाग के डा योगेश शास्त्री ने कहा कि वैदिक काल से देश में यज्ञ की परंपरा रही है। यज्ञ से उत्पन्न धुएं से आस पास का दूषित वातावरण शुद्ध व स्वच्छ हो जाता हैद्य इस यज्ञ को करने से लोगों के मन में सकारात्मक भाव उत्पन्न होता है। वेबिनार में संरक्षक जगदीश लाल पाहवा तोष जैन एसआर गुप्ता हेमन्त सिंह नेगी रेखा नेगी डॉ बबलू वेदालंकार अजय दुर्गा विनोद अग्रवाल इत्यादि उपस्थित रहे ।
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