हरिद्वार, उत्तराखण्ड़ में कोरोना बढ़ता जा रहा है, रोज मौत की संख्या में इजाफा हो रहा है, इसी बीच हरिद्वार में पंचायती अखाड़ा श्री निरंजनी के दो कोरोना संक्रमित संतों के निधन की खबर आई है। शुक्रवार को संत सोमनाथ गिरि (50) ने बाबा बर्फानी कोविड अस्पताल और संत अजय गिरि ने ऋषिकेश एम्स में अंतिम सांस ली। संत सोमनाथ को 15 दिन पहले और संत अजय गिरी को दस दिन पहले अस्पताल में भर्ती कराया गया था।
श्रीमहंत रविंद्रपुरी ने दोनों संतों के निधन की पुष्टि की है, इससे पहले निरंजनी अखाड़े के एक महामंडलेश्वर, दो श्रीमहंतों और एक महिला संत की मौत हो चुकी है। जबकि तीन बैरागी अखाड़े के संतों का निधन हुआ। ऐसे में कुंभ के बाद से अब तक नौ संतों की मौत हो चुकी है।
अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्रीमहंत नरेंद्र गिरि ने प्रेस को जारी बयान में कहा है कि सभी देशवासी केंद्र सरकार और राज्य सरकार के दिशा निर्देशों का पालन करें। कोरोना संक्रमितों का उत्साह बढ़ाते हुए उन्होंने कहा कि कोरोना संक्रमण से ज्यादा घबराने की आवश्यकता नहीं है। वे खुद कोरोना को मात देकर स्वस्थ्य हुए हैं।
उन्होंने कहा कि दवा के साथ कोविड नियमों का पालन करते हुए नियमित रूप से योग और प्राणायाम करें। जिस तरह लगातार कोरोना के मामले बढ़ रहे हैं। वह किसी आपदा से कम नही है। इसलिए उचित यही है कि सरकार और प्रशासन की अपील को मानें और अधिक आवश्यकता होने पर ही घर से बाहर निकलें। नियमों का पालन करते हुए मास्क लगाएं, दो गज की दूरी का ध्यान रखें।
मिलजुल कर ही किसी भी महामारी को हराया जा सकता है। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की प्रशंसा करते हुए उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री स्वयं कोरोना पॉजिटिव होते हुए जिस तरह से स्वास्थ्य व्यवस्था को संभाल रहे हैं वह प्रशंसनीय है। देश की सभी राज्य सरकारों को कोरोना संक्रमण को देखते हुए चिकित्सा व्यवस्था को बढ़ाना चाहिए।
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