Sunday, October 6, 2024
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नई एजुकेशन पॉलिसी पर श्रीदेव सुमन विश्वविद्यालय के बैक फुट पर आने से विश्वविद्यालय की कार्य प्रणाली उजागर : डा. अग्रवाल

(एल मोहन लखेड़ा)

देहरादून, एसोसिएशन ऑफ सेल्फ फाइनेंसड इंस्टीट्यूटस उत्तराखंड़ के अध्यक्ष और अखिल भारतीय अनऐडेड विश्वविद्यालय एवं महाविद्यालय एसोसिएशन के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष डॉ. सुनील अग्रवाल ने श्री देव सुमन विश्वविद्यालय द्वारा वर्तमान सत्र में प्रोफेशनल एवं स्नातकोत्तर विषयों में नई एजुकेशन पॉलिसी लागू न करने के निर्णय पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा की अपनी स्थापना के लंबे समय के बाद भी अभी तक श्री देव सुमन विश्वविद्यालय में व्यवस्थाएं सुधर नहीं पाई हैं | उन्होंने कहा कि अभी कुछ दिन पूर्व ही विश्वविद्यालय के कुलपति ने घोषणा की थी कि इसी सत्र से श्री देव सुमन विश्वविद्यालय नई एजुकेशन पॉलिसी को लागू करने वाला पहला विश्वविद्यालय है और इस संबंध में विश्वविद्यालय के कुलपति ने विभिन्न कॉलेजों के प्राचार्य के साथ मीटिंग भी आयोजित की थी, इस आधार पर कॉलेजों ने नई एजुकेशन पॉलिसी के अनुसार कक्षाएं भी शुरू की थी लेकिन कई कोर्स में नई एजुकेशन पॉलिसी का सिलेबस ही अपलोड नहीं था | यह भी उल्लेखनीय है कि श्री देव सुमन विश्वविद्यालय के कुलपति ही नई एजुकेशन पॉलिसी को लागू करने वाली कमेटी के अध्यक्ष है और अब विश्वविद्यालय द्वारा अपने निर्णय से पलटना यह दर्शाता है कि कुलपति महोदय ने नई एजुकेशन पॉलिसी को लागू करने के संबंध में बिना तैयारी के घोषणा कर दी थी | प्रेस को जारी एक बयान में श्री अग्रवाल ने कहा कि इससे विश्वविद्यालय के कुलपति जैसे महत्वपूर्ण पद की गरिमा कम होती है, वहीं एक ओर केंद्रीय सरकार और राज्य सरकार गढ़वाल विश्वविद्यालय से संबद्ध कॉलेजों को श्री देव सुमन विश्वविद्यालय से संबद्ध करने को प्रयासरत है और इस संबंध में राज्य सरकार के प्रयास सकारात्मक हैं और नए अंब्रेला एक्ट में संबद्धता संबंधी बहुत सी समस्याओं का समाधान किया गया है लेकिन राज्य विश्वविद्यालय की कार्यप्रणाली की वजह से कॉलेजों को समस्याओं का सामना करना पड़ता है | जिन कॉलेजों ने गढ़वाल विश्वविद्यालय से वर्तमान सत्र हेतु श्री देव सुमन विश्वविद्यालय में संबद्धता हेतु आवेदन किया था उन कॉलेजों के पुराना कॉलेज होने के बावजूद उनके कोर्स समर्थ पोर्टल पर अपलोड नहीं किए गए | इसी तरह से जिन कॉलेजों ने वर्तमान सत्र हेतु नए कोर्सों के लिए आवेदन किया था विश्वविद्यालय द्वारा निरीक्षण एवं संस्तुति के बावजूद उनके कोर्स समर्थ पोर्टल पर अपलोड नहीं किए गए, जबकि विश्वविद्यालय द्वारा अपने कैंपस में शुरू किए गए कोर्सों को समर्थ पोर्टल पर अपलोड कर लिया गया, अब एक ही विश्वविद्यालय में दो तरह के नियम विश्वविद्यालय के दोहरे मापदंड को दर्शाता है | वहीं विभिन्न कॉलेजों ने पूर्व के वर्षों की भांति विश्वविद्यालय के निरीक्षण टीम की संस्तुति के बाद नए कोर्सों में प्रवेश भी ले लिए, लेकिन समर्थ पोर्टल पर कोर्स अपलोड न होने के कारण वह प्रवेश अपलोड नहीं हो पा रहे हैं | राज्य के शिक्षा मंत्री शिक्षा में सुधार हेतु लगातार गंभीरता से प्रयास कर रहे हैं | लेकिन उनके प्रयास तभी फलीभूत होंगे जब विश्वविद्यालय के अधिकारीगण अपना काम सकारात्मक रूप से अंजाम देंगे |

 

एसबीआई लाईफ के सहयोग से स्वामी विवेकानंद फाउंडेशन ने लगाया निशुल्क रक्त जांच शिविर, 150 से अधिक लोगों ने करायी निशुल्क जांच

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देहरादून, स्वामी विवेकानंद फाउंडेशन राज्य में हेल्थी इंडिया मिशन के तहत निःशुल्क रक्त जांच एवं स्वास्थ्य जागरूकता शिविर का आयोजन कर रहा है, इसी कड़ी में फाउंडेशन द्वारा आज अपनी परियोजना मिशन हेल्थी इंडिया के तहत एसबीआई लाईफ के सहयोग से चमन विहार, सीमाद्वार में निशुल्क रक्त जांच व स्वास्थ्य जागरूकता शिविर का अयोजन किया गया | जिसमें 150 से अधिक लोगों की निशुल्क जांच की गई | शिविर में मधुमेह, यूरिक एसिड, कोलेस्ट्रॉल की जांच की गई |
इस मौके पर एसबीआई लाइफ के मैनेजर अरविंद सती जी अपनी टीम के साथ शिविर में पहुंचे और उन्होंने बताया के वे भविष्य में भी लोगों को स्वास्थ्य के प्रति जागरूक करेंगे और इस प्रकार के शिविर का आयोजन भी करेंगे। स्वामी विवेकानंद फाउंडेशन इसे पहले गढ़ी कैन्ट, सहस्त्रधारा रोड़, किशनपुर और चकराता रोड़ पर भी इस तरह के शिविर आयोजित कर चुकी है, इसके साथ ही संस्था की एक मेडिकल जांच वैन भी मलिन बस्तियों में रक्त जांच हेतु कार्य कर रही है | रक्त जांच शिविर में सन डायग्नोस्टिक्स सकारात्मक भूमिका के साथ जन सहयोग में संस्था के साथ जुड़ी है, इस मौके पर संस्था के पदाधिकारी मनीष नेगी, अभिनव, राजेश,अक्षिता राणा, अंशुमा भंडारी आदि मौजूद रहे।

 

सुरजीत किशोर दास के निधन पर श्रद्धांजलि सभा : बेहतरीन प्रशासनिक व सामाजिक कार्यों के लिए उन्हें किया गया याद

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देहरादून, दून पुस्तकालय एवं शोध केंद्र की ओर से संस्थान के संस्थापक अध्यक्ष, पूर्व मुख्य सचिव ,उत्तराखंड श्री सुरजीत किशोर दास के निधन पर एक श्रद्धांजलि सभा आयोजित कर उनके बेहतरीन प्रशासनिक व सामाजिक कार्यों के लिए याद किया गया। इस अवसर पर दून पुस्तकालय एवं शोध केंद्र के संस्थापक निदेशक व वर्तमान सलाहकार प्रो.बी के जोशी ने कहा कि हमारे इस संस्थान को मूर्त रूप देने में उनका महती योगदान रहा है…इस संस्थान को एक आदर्श बौद्धिक विमर्श का केंद्र बनाने को वे हमेशा तत्तपर रहे उनके इस सपने को हम धरातल पर लाने का पूरा प्रयास करेंगे।
श्री एन एस नपलच्याल,पूर्व मुख्य सचिव ,उत्तराखंड ने उन्हें जमीन से जुड़ा प्रशासनिक अधिकारी बताया और अपने साथ बिताए संस्मरण सुनाए। इस अवसर पर ,डॉ रवि चोपड़ा, नयनतारा सहगल, अनिल रतूड़ी, एस फारुख, कुसुम रावत, पर्यावरण विद वंदना शिवा, अनूप नौटियाल सहित कई लोगों ने अपने विचार प्रकट कर उन्हें श्रद्धांजलि दी।
इस मौके पर उनकी बेटी व दामाद भी उपस्थित थे। संचालन बिजू नेगी ने किया।

इस दौरान डॉ. योगेश धस्माना, विजय भट्ट, कर्नल वी के दुग्गल, लोकेश ओहरी, मंजरी मेहता, चंद्रशेखर तिवारी, निकोलस हॉफलैण्ड, प्रवीण भट्ट, सुंदर बिष्ट, मदन बिष्ट, दीवान बोरा, आदि लोग उपस्थिति थे।

श्री सुरजीत किशोर दास :

■ दून पुस्तकालय एवं शोध केंद्र की स्थापना करने में ( संमाज विज्ञानी प्रो.बी के जोशी के साथ रहते हुए ) महत्वपूर्ण योगदान रहा है।
■ दून पुस्तकालय एवं शोध केंद्र की गवर्निंग बॉडी के अध्यक्ष रहे।
■दून पुस्तकालय एवं शोध केंद्र के संग्रहालय में इनके निजी संग्रह से एकत्रित विश्व के 144 से अधिक देशों ने जारी गांधी पर जारी किए गए डाक टिकटों का संग्रह है।
■ दून पुस्तकालय एवं शोध केंद्र के संग्रहालय में इनके निजी संग्रह से दुर्लभ व बहुमूल्य प्राचीन सिक्कों का संग्रह हैं।
■ गांधी पर आधारित विविध कार्टून्स भी इनके सौजन्य से रखे गए हैं।
■दून पुस्तकालय एवं शोध केंद्र में इनके प्रयासों से इसे बौद्धिक विमर्श व आयोजनों का केंद्र बनाने की कोशिश की गई।

 

वीरचंद्र सिंह गढ़वाली की पुण्यतिथि पर कई महिलाओं ने थामा उक्रांद का दामन

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देहरादून, डोईवाला विधान सभा क्षेत्र में वीरचंद्र सिंह गढ़वाली की पुण्यतिथि पर उक्रांद ने एक बैठक आयोजित की, जिसकी अध्यक्षता परवादून के जिलाध्यक्ष अध्यक्ष केंद्रपाल तोपवाल और कार्यक्रम का संचालन दिनेश सेमवाल ने किया | इस मौके पर जिला और नगर की कार्यकारिणी का विस्तार किया गया | इसके साथ ही दर्जनों महिलाओं ने उक्रांद की सदस्य ग्रहण की | इस अवसर पर सभी पदाधिकारी कार्यकर्ता और सदस्यों ने संकल्प लिया कि दल के नव निर्वाचित केंद्रीय अध्यक्ष पूरन सिंह कठेत जी के साथ कंधे से कंधे मिलाकर चलेंगे और 2027 की सत्ता में आने के लिए हम लोग संघर्ष करेंगे |
कार्यक्रम में उक्रांद की वरिष्ठ नेत्री प्रमिलारावत पार्वती रतूड़ी, मधु डबराल, सरोज रावत, प्रीति थपलियाल, उषा चौहान, कांता नवानी, रीता क्षेत्री राजकुमारी उनियाल, कंचन डबराल, नीलम लखेड़ा, मोहन असवाल, बिपिन रावत नगर अध्यक्ष योगी पंवार, कोषाध्यक्ष दिनेश बिष्ट चेतन अतुल किशोर रमेश आशीष दीप पांडे आदि उपस्थित थे |

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