(अमीशा प्रकाश)
नई दिल्ली, वर्ष 2019 का 5 अगस्त वो तारीख हैं जिसने आर्टिकल 370 की लकीर को मिटाकर भारत के इतिहास की एक बेमिसाल गाथा लिख दी थी। आज से ठीक 2 वर्ष पहले भारत की संसद के निचले सदन लोकसभा में संविधान के आर्टिकल 370 को हटाने का प्रस्ताव पेश किया गया था । अनुच्छेद 370 के मुताबिक जम्मू कश्मीर राज्य को विशेष अधिकार मिले थे, जम्मू-कश्मीर का अलग झंडा और अलग संविधान चलता था । दूसरे राज्यों के लोग जम्मू कश्मीर में जमीन नहीं खरीद सकते थे। परन्तु अब अनुच्छेद 370 के समाप्ति के बाद भारत देश का कोई भी नागरिक जमीन खरीद सकता हैं।
साथ ही हालात सुधरने के हालात को ऐसे समझ सकतें हैं कि अनुच्छेद 370 हटने के बाद पत्थरबाजी, आतंकी घंटनाओं में कमी आई है तो अलगाववादी की जमीन भी खिसकी है, साल 2018 में कश्मीर में पत्थरबाजी की 1,458 घटनाएं हुईंए 2019 में ये बढ़कर 1,999 पर पहुंच गईं फिर 370 हटा और अगले साल यानी 2020 में पत्थरबाजी की सिर्फ 255 घटनाएं हुईं, इस साल यानी 2021 में जनवरी से जुलाई तक सिर्फ 76 घटनाएं हुई हैं ।
बता दें कि राजधानी श्रीनगर में जामिया मस्जिद के पास गुरुवार को एक धमाका हुआ है। इसमें किसी भी प्रकार के नुकसान की सूचना नहीं है। इस हमले को अंजाम देने वाले आतंकियों की तालाश शुरू हो गई है। रिपोर्ट के हिसाब से यह कम अत्यधिक वाला आईईटी बलास्ट था। जिसके बाद आतंकियों द्वारा ग्रेनेड फेंके जाने और फायरिंग करने की भी सूचना है। इस हमले को लेकर कोई आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है। इस हादसे के कुछ वक्त पहले कश्मीरी खाटी में आतंकवादियों ने मुख्य चौक पर कई बार कि फायरिंग । इस हमले के बाद आतंकी हुए फरार। आतंकियों की तलाश में घेराबंदी कर अभियान चलाया जा रहा है।
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